ताकि सांसें महकती रहें

कोई व्यक्ति भले चेहरे से कितना भी सुंदर क्यों न हो, अगर बात करते या हंसते दौरान उस के मुंह से दुर्गंध आए तो सारी सुंदरता धरी की धरी रह जाती है. सांस की दुर्गंध की समस्या का सामना अकसर लोगों को करना पड़ता है.

मुंह से आने वाली दुर्गंध को मैडिकल भाषा में हेलिटोसिस कहते हैं. सांस की दुर्गंध कई कारणों से हो सकती है जैसेकि मुंह का सूखापन, खाने में प्रोटीन, शर्करा या अम्ल की अधिक मात्रा, धूम्रपान, प्याज और लहसुन खाना, कोई लंबी बीमारी, कैंसर, साइनस इन्फैक्शन, कमजोर पाचनशक्ति, किडनी में समस्या, पायरिया या दांत की सड़न आदि. अच्छी ओरल हैल्थ आदतों को अपनाने से और अपने आहार एवं जीवनशैली बदलने से दुर्गंध से छुटकारा पा सकते हैं:

मुंह की अच्छी तरह सफाई

रोज दांतों को अच्छी तरह साफ करें. दिन  में 2 बार कम से कम 2 मिनट के लिए ब्रश करें. ध्यान रखें कि ब्रश ज्यादा हार्ड न हो. ब्रश को  2-3 महीनों में बदलते रहें. सिर्फ दांत ही नहीं, बल्कि जीभ की साफसफाई भी बेहद जरूरी है. खानेपीने की वजह से जीभ पर एक परत जम जाती है, जो सांस की बदबू का कारण बन  सकती है.

ये भी पढ़ें- मां बनने में न हो देरी इसलिए कराएं समय पर इलाज

अत: रोजाना टंग क्लीनर की मदद से जीभ भी जरूर साफ करें. जीभ के ऊपर पीछे से आगे की तरफ ब्रश करें और जीभ के कोनों को भी साफ करना न भूलें.

दांतों को फ्लौस करें

फ्लौस करने से दांतों के बीच से प्लैक और बैक्टीरिया निकल जाते हैं जो ब्रश से नहीं निकलते. दिन में कम से कम 1 बार फ्लौस जरूर करें. फ्लौस करने से मुंह में फंसे भोजन के कण और अवशेष भी निकल जाते हैं. ऐसा न करने से दांत सड़ सकते हैं.

माउथवाश का इस्तेमाल

सांस की दुर्गंध दूर करने के लिए माउथवाश का इस्तेमाल करना एक बेहतर औप्शन है. ऐंटीसैप्टिक माउथवाश मुंह में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को खत्म कर देता है और गंदी दुर्गंध को छिपाने में भी मददगार होता है.

ऐसे माउथवाश का इस्तेमाल करें, जिस में क्लोरहेक्सिडाइन, सैटिलपिरीडिनियम क्लोराइड, क्लोरीन डाइऔक्साइड, जिंक क्लोराइड और ट्राइक्लोसैन मौजूद हों. ये बैक्टीरिया को खत्म करते हैं. माउथवाश से अच्छी तरह कुल्ला व गरारे करें.

सांसों को महकाने और बदबू दूर करने के लिए बाजार में कई तरह के माउथ फ्रैशनर्स उपलब्ध हैं, जिन में प्रमुख हैं, कौलगेट वेदशक्ति माउथ प्रोटैक्ट स्प्रे, लिस्ट्रीन फ्रैश बर्स्ट माउथवाश, लिस्ट्रीन कूलमिंट माउथवाश, एलबी ब्रीथ हर्बल शुगर फ्री बे्रथ फ्रैशनर स्पे्र, कौलगेट प्लाक्स पेपरमिंट माउथवाश, बायोआयुर्वेदा ऐंटी बैक्टीरियल जर्म डिफैंस माउथवाश, स्प्रमिंट माउथ फ्रैशनर, लीफोर्ड फैदर ग्लोबल जियोफ्रैश आयुर्वेदिक इंस्टैंट कूल, मिंट माउथ फ्रैशनर, जिओफ्रैश आयुर्वेदिक इंस्टैंट माउथ फ्रैशनर, पतंजलि माउथ फ्रैशनर, बायोटिन ड्राई माउथवाश, त्रिसा डबल ऐक्शन टंग क्लीनर आदि.

शुगर फ्री गम या मिंट का इस्तेमाल

शुगर फ्री गम या मिंट आप के मुंह में लार तैयार कर हानिकारक बैक्टीरिया बाहर निकालने में मदद करते हैं. ये आप की दुर्गंधयुक्त सांस को कुछ समय के लिए छिपा भी सकते हैं.

बेकिंग सोडा का इस्तेमाल

दांतों को बेकिंग सोडा से हफ्ते में एक बार ब्रश करने से बैक्टीरिया काफी हद तक खत्म हो जाते हैं. ब्रश के ब्रिसल पर हलका बेकिंग सोडा लगा कर सामान्य रूप से ब्रश कर सकते हैं या फिर बेकिंग सोडा का इस्तेमाल माउथवाश के तौर पर भी किया जा सकता है.

ये भी पढ़ें- थेरेपी जो वजन कम करने में करेगी मदद

खानपान में सुधार

अधिक मसालेदार खाना, प्याज, लहसुन, अदरक, लौंग, कालीमिर्च आदि का सेवन मुंह की बदबू का कारण बन सकता है. इन का प्रयोग कम करें और जब भी करें तब कुल्ला या ब्रश कर के मुंह को साफ रखें. कौफी और शराब का सेवन न करें. नाश्ते में साबुत अनाज का प्रयोग करें. स्मोकिंग से बचें व तंबाकू से बचें.

इन टिप्स को करेंगे फौलो तो महकता रहेगा घर

सुगंध या खुशबू एक ऐसा एहसास है, जो किसी को भी आकर्षित करता है. महकता व सुगंधित घर न केवल किसी होममेकर की सुगढ़ता को दर्शाता है, बल्कि इससे उस की पसंद व स्टाइल की भी जानकारी मिलती है. कोई भी घर तभी संपूर्ण माना जाता है जब वह सही इंटीरियर के साथसाथ अच्छा महकता भी हो. क्या आप चाहेंगी कि जब कोई आप के घर में आए, तो उस का स्वागत घर की प्याजलहसुन की गंध से हो, जिस से वह आते ही नाकभौं सिकोड़े और उस का घर में बैठना दूभर हो जाए?

दरअसल, हर घर की एक अलग गंध होती है, जो अगर सुगंध है तो आने वाले को सम्मोहित कर देती है. इस से आने वाला तनावरहित व फ्रैश भी हो जाता है. लेकिन वही गंध अगर दुर्गंध हो यानी घर से प्याजलहसुन, सीलन, गीले कपड़ों वगैरह की गंध आती हो, तो आने वाला ज्यादा देर तक टिक नहीं पाता. वह घर से जल्दी निकलने के लिए मजबूर हो जाता है. घर से सुगंध आए, इस के लिए घर को महकाने का चलन बहुत पहले से चला आ रहा है. ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि घर से आने वाली अन्य तरह की गंध को कम किया जा सके. पुराने जमाने में लोग अपने घर के बाहर रात की रानी, चमेली या रजनीगंधा के पेड़पौधे लगा देते थे ताकि घर सदा महकता रहे. लेकिन बदलते समय के साथ समय व स्पेस की कमी ने इस तरीके को थोड़ा कम कर दिया है. इसलिए लोगों ने आर्टिफिशियल सुगंध पर निर्भर होना प्रारंभ कर दिया है.

home-farg-2

होम फ्रैशनर…

घर से आने वाली दुर्गंध को कम करने के लिए बाजार में अनेक तरह के होम फ्रैगरैंस उपलब्ध हैं, जिन का चुनाव आप अपनी पसंद व सुविधा के अनुसार कर सकती हैं.

ये भी पढ़ें- जानें कैसे चुनें सही ब्रा

1 अगरबत्तियां: घर को महकाने के लिए अगरबत्तियों का इस्तेमाल पहले से होता रहा है. लेकिन आजकल बाजार में अगरबत्तियों की अनेक खुशबुएं मिलती हैं, जिन्हें बेहतरीन होम फ्रैगरैंस के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है. नैचुरल फ्रैगरैंस की बात की जाए तो जैसमीन, चंदन, गुलाब, देवदार आदि की प्राकृतिक खुशबुओं वाली अनेक अगरबत्तियां हैं.

बाजार में 2 प्रकार की अगरबत्तियां उपलब्ध हैं, जिन्हें आप अपनी जरूरत और सुविधा के अनुसार चुन सकती हैं. पहली, डायरैक्ट बर्न जिस में अगरबत्ती स्टिक को सीधे जलाया जाता है और उस की सुगंध से वातावरण सुगंधित हो जाता है. दूसरी, इनडायरैक्ट बर्न जिस में फ्रैगरैंस मैटीरियल को मैटल की हौटप्लेट या आंच पर रखा जाता है, जिस से न केवल पूरा घर महक जाता है वरन घर से मच्छरमक्खियां भी दूर भागती हैं.

2 फ्रैगरैंस कैंडल्स: कैंडल्स का प्रयोग सिर्फ दीवाली पर जगमगाहट के लिए करने के अलावा घर को महकाने व रोमानी वातावरण बनाने के लिए भी किया जा सकता है. रंगबिरंगी सैंटेड कैंडल्स बाजार में इतने आकर्षक डिजाइनों, रंगों व फ्रैगरैंस में उपलब्ध हैं, जिन से आप घर को महका सकती हैं और घर से आ रही प्याजलहसुन व सीलन की बदबू को दूर भगा सकती हैं.

कैंडल्स में वारमर्स भी मौजूद हैं, जो मोम को गरम करते हैं और पिघलते मोम से सारा घर महकता रहता है. सैंटेड कैंडल को बिना जलाए घर को महकाने का यह बेहतरीन तरीका साबित होता है.

3 एअर फ्रैशनर्स: घर को महकाने में एअर फ्रैशनर्स स्प्रे का भी प्रयोग किया जा सकता है. इस से घर से आने वाली दुर्गंध हट जाती है. खूबसूरत कैन्स में उपलब्ध इन फ्रैशनर्स को आप दीवार पर भी टांग सकती हैं और उस में लगे बटन को औन कर के घर को महका सकती हैं.

4 फ्रैगरैंस पौटपोरी: आकर्षक पैकिंग में उपलब्ध सूखे फूल व खुशबूदार सामान को भी घर को महकाने में प्रयोग किया जा सकता है. इन पैकेट से निकलने वाली सुगंध घर के माहौल को महकदार व रोमांटिक बना देती है.

5 रीड डिफ्यूजर: अनेक खुशबुओं को बोतल व कंटेनर में सैंटेड औयल व रीड्स के रूप में घर को महकाने के लिए प्रयोग किया जा सकता है. इस रीड डिफ्यूजर को आप किचन, लिविंग रूम, बैडरूम, बाथरूम कहीं भी रख सकती हैं व घर के कोनेकोने को मस्ती भरी सुगंध से महका सकती हैं.

home-farg-5

बाजार में मिलने वाले इन रैडीमेड होम फ्रैगरैंस के अलावा आप चाहें तो घर में भी होम फ्रैगरैंस बना सकती हैं यानी कुछ तरीके अपना कर घर को महका सकती हैं:

ये भी पढ़ें- किराए का घर: कम खर्च में घर जैसी सुविधाएं

  1. कमरे की खिड़कियां सुबह-शाम अवश्य खोलें ताकि बाहर की फ्रैश हवा भीतर आ सके.
  2. घर में प्राकृतिक खुशबू वाले फूलों के पौधे लगाएं, साथ ही किसी कांच के बाउल में पानी भर कर उन फूलों की पंखुडि़यों को उस में डाल कर सैंटर टेबल पर रखें. हवा के साथ आती फूलों की ताजा खुशबू पूरे घर को महकाएगी और प्राकृतिक होम फ्रैगरैंस का काम करेगी.
  3. ऐसेंशियल औयल को 1 कप पानी में मिला कर किसी स्प्रे वाली बोतल में भर लें और एअर फ्रैशनर के तौर पर इस्तेमाल करें.
  4. वाशबेसिन में रंगबिरंगी नैप्थेलीन बौल्स डालें.
  5. कपड़े की अलमारियों में नैप्थेलीन बौल्स फ्रैगरैंस पौटपोरी रखें.
  6. किचन में ऐग्जौस्ट फैन व चिमनी लगाएं.
  7. घर के कालीन व परदों को समयसमय पर साफ कराती रहें.

home-farg-3

महकते घर के फायदे

1. महकता घर उस घर में रहने वालों को तनावरहित रखने के साथसाथ उन्हें रिलैक्स भी करता है.

2. महकता घर, घर में आने वालों का मूड फ्रैश कर देता है और उन में पौजिटिव ऐनर्जी भर देता है.

3. दुर्गंधयुक्त वातावरण जहां रिश्तों में खटास लाता है, वहीं सुगंधित घर आपसी रिश्तों में भी मधुरता लाता है. उन्हें प्रकृति के करीब होने का एहसास कराता है. दिन भर की भागदौड़ व प्रदूषण से दूर जब आप महकते घर में प्रवेश करते हैं तब दिन भर की थकान दूर हो जाती है और घर में रोमांटिक वातावरण मिलता है. इस से पतिपत्नी के रिश्ते में भी नजदीकी आती है. तो फिर तैयार हैं न अपने महकते घर में रिश्तों को नई ताजगी देने के लिए और मेहमानों का स्वागत करने के लिए.

ये भी पढ़ें- इनरवियर से जुड़ी इन बातों को जानना है जरूरी

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें