कोरोना होने के बाद मेरी मां के दिलोदिमाग पर बहुत गहरा असर हुआ है, मैं क्या करुं?

सवाल-

मेरी मां 54 वर्ष की हैं. कोरोना की सैकंड लहर के दौरान मेरे पापा को सीवियर इन्फैक्शन हो गया था. उन के लंग्स 80% तक इन्फैक्टेड हो गए थे. मेरे पापा वैंटीलेटर तक पहुंच गए थे, लेकिन काबिल डाक्टर की वजह से उन की जान बच गई. परंतु इस घटना का मेरी मां के दिलोदिमाग पर बहुत गहरा असर हुआ है. पूरा 1 वर्ष हो गया है, लेकिन मेरी मां सदमे से बाहर नहीं आ पा रही हैं. लगातार उन की दवा चल रही है. कृपया बताएं कि कोई अन्य उपचार विकल्प के द्वारा उन्हें ठीक किया जा सकता है?

जवाब-

कोविड-19 के कारण हर तरफ बीमारी और लौकडाउन की स्थिति ने लोगों के मानसिक स्वास्थ्य को काफी प्रभावित किया है, जिस का असर स्पष्ट तौर पर लोगों में तनाव, अवसाद और चिड़चिड़ेपन के रूप में देखा जाता है खासकर जब किसी अपने खास को लगभग डैथ बैड तक पहुंचा देखना उन के लिए बड़ा सदमा देने वाला साबित होता है. इस स्थिति में ज्यादा लंबे समय तक दवा का सेवन भी कई बार खतरनाक साबित होता है क्योंकि दवाओं के अपने साइड इफैक्ट्स होते हैं. ऐसे में आप के पास टीएमएस थेरैपी का विकल्प मौजूद है. यह एक यूएस एफडीए मान्यताप्राप्त थेरैपी है. इस थेरैपी में मैग्नेटिक ट्रीटमैंट कएल का इस्तेमाल किया जाता है.

यह चुंबकीय डिवाइस मस्तिष्क में एक कमजोर विद्युत प्रवाह उत्पन्न करता है जो उत्तेजना के स्थल पर न्यूरो सर्किट को ऐक्टिवेट करता है. यह थेरैपी डिप्रैशन को पूरी तरह से ठीक करने में दोगुनी कारगर साबित होती है और इस के साइड इफैक्ट्स भी नहीं होते. हर सप्ताह 1 या 2 सैशन के द्वारा आप की माता पूरी तरह ठीक हो सकती है.

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