गर्मियों में घूमने जाते समय रखें इन बातों का ध्यान

रक्षिता कब से सोचे बैठी थी कि इस बार गर्मियों की छुट्टी में मनाली हर हाल में घूमने जाएगी परन्तु जब तक उसने प्लान बनाया तब तक तो किसी भी ट्रेन में रिजर्वेशन ही नहीं था. बहुत कोशिश करने के बाद भी जब रिजर्वेशन नहीं मिला तो उसे उसी शहर में रहने वाली अपनी मम्मी के यहां जाकर अपनी छुट्टियां बितानी पड़ी.

आशिमा को बहुत कम पानी पीने की आदत थी उत्तराखंड घूमने जाते समय भी उसने अपने लिक्विड इंटेक पर ध्यान नहीं दिया जिसके परिणामस्वरूप वह बीमार हो गयी और ट्रिप पूरी होने के पहले ही उसे वापस आना पड़ा.

बच्चों के स्कूल बंद होते ही हम कहीं बाहर घूमने का प्लान बनाने लगते हैं क्योंकि पूरे साल में यही दिन होते हैं जब कुछ शान्ति से आप घर से बाहर जा पाते हैं परन्तु इस दिनों सबसे बड़ी समस्या धूप और लू की होती हैं क्योकिं इन दिनों सभी मैदानी इलाकों में बहुत अधिक लू चलती हैं और गर्मी भी अपना प्रकोप दिखाती ही है दूसरे यदि 6 महीने पहले प्लान न किया जाये तो ट्रेन में रिजर्वेशन भी नहीं मिलता. यदि आप भी इन गर्मियों में कहीं घूमने जाने का प्लान बना रहीं हैं तो ये टिप्स आपके बहुत काम के साबित होंगे.

1-आमतौर पर इन दिनों में अधिकांश मैदानी जगहों पर बहुत अधिक गर्मी होती है इसलिए घूमने के लिए पहाड़ी और ठंडे स्थान का चुनाव करना उचित रहता है परन्तु इन स्थानों पर जाने का प्लान तभी बनाएं जब आप रुकने के लिए पूर्व से ऑनलाइन बुकिंग कर लें क्योंकि इन दिनों ऐसी जगहों पर बहुत अधिक भीड़ भाड़ होती है जिससे आधिकंश होटल बुक्ड रहते हैं.

2–इन दिनों में गर्मी बहुत तेज और तीखी होती है इसलिए साटन, सिंथेटिक, या सिल्क फेब्रिक से बने कपड़ों के स्थान पर कॉटन, लिनेन, होजरी, खादी, चिकन और प्योर सूती फेब्रिक से बने ढीले ढाले कपड़ों का चयन करें. लेयरिंग करने से बचें साथ ही अस्तर वाले ड्रेसेज का प्रयोग भी न करें. स्लीवलेस या हाफ स्लीव के कपड़े गर्मियों के लिए श्रेष्ठ रहते हैं. काले, नीले, हरे, लाल जैसे गहरे रंग के कपड़ों के स्थान पर पेस्टल शेड्स और पिंक, व्हाइट. पीच जैसे हल्के रंगों से बने ड्रेसेज को प्राथमिकता दें.

3-गर्मियों में बाहर जाते समय चश्मा, हैट, गमछा, कॉटन स्टोल, अम्ब्रेला जैसे आवश्यक एसेसरीज को अपने साथ अवश्य रखें ताकि सूर्य की यू वी किरणों के प्रभाव से आप बचे रहें.

4-गर्मियों में सबसे बड़ी समस्या डिहाईडरेशन की होती है इससे बचने के लिए अपने साथ ग्लूकोज, नारियल पानी, ज्युसेज आदि अवश्य रखें और हर एक घंटे पर इन्हें लेते रहें ताकि आपके शरीर में पानी की कमी न होने पाए.

5-क्रोसिन, पेरासिटामोल, ओडोमास, डिस्प्रिन और सोर्बिटेट जैसी आवश्यक दवाइयों के साथ साथ बेंडेज, डेटोल, थर्मामीटर जैसी जरूरी चीजें भी अपने साथ अवश्य रखें ताकि जरूरत पड़ने पर इनका उपयोग किया जा सके और आपको इधर उधर भटकना न पड़े.

6-जिस किसी भी स्थान पर आप घूमने का प्लान बना रहे हैं उस स्थान के बारे में पूरी जानकारी आप पहले से लेकर जायें ताकि आप अनावश्यक भटकने से बचे रहें.

7-गर्मियों में प्रत्येक जगह पर मच्छरों का बहुत अधिक आतंक रहता है, इनके काटने से आप डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया और वायरल फीवर बहुत जल्दी शिकार हो सकते हैं इससे बचने के लिए आप किसी भी मच्छर मार रिप्लेंट को अपने साथ लेकर जायें और उसका वहां प्रयोग करें.

8-आजकल अधिकांश होटल्स और रिजोर्ट में स्वीपिंग पूल होते हैं इनका भरपूर मजा लेने के लिए आप स्वीमिंग ड्रेस अपने साथ लेकर जायें साथ ही कुछ जोड़ी कपड़े भी अपने साथ अतिरिक्त लेकर जाएँ ताकि आप बार बार पूल में नहाने के बाद आप इनका प्रयोग कर सकें.

9-गर्मियों में सूर्य की यू वी किरणें अपने प्रभाव से आपके चेहरे को खराब न करें इसके लिए आप अपने साथ किसी अच्छी कम्पनी की सनस्क्रीन जरूर लेकर जायें और होटल से बहर निकलते समय इसका प्रयोग करें.

10-भाकरी, थेपले, खाखरा, मठरी, भेल, शकरपारे और लड्डू जैसे होममेड स्नैक्स अपने साथ रखें ताकि आप पूरी तरह बाहर के खाने पर ही निर्भर न रहें.

11-यदि आप मैदानी इलाकों में घूमने जा रहे हैं तो अल सुबह और शाम को ही घूमने का प्लान रखें दोपहर में बहर निकलने से बचें.

12-यदि आप अपनी पर्सनल गाडी से घूमने जा रहे हैं तो चलने से पहले अपनी कार की हवा और पेट्रोल चेक करें साथ ही बीच बीच में अपनी कार को कुछ देर के लिए आराम दें ताकि कार का इंजन गर्म होने से बचे रहें.

13-यदि कार, विमान या कार में बहुत लम्बा सफर करना है तो अपने साथ एक छोटा तकिया अवश्य लेकर जायें ताकि इसे आप अपनी गर्दन और कमर के लिए प्रयोग कर सकें.

Summer Special: समर वेकेशन में घूम आयें यहां

गर्मियों की शुरूआत होते ही लगता है बस किसी ऐसी जगह चले जाएं, जहां इससे गर्मी से राहत मिल सके. अगर रिलैक्स होने के साथ ही वेकेशन एन्जॉय करने का मूड है तो पहाड़ों की सैर से छुट्टियों की शुरुआत करें. यहां का मौसम देता है गर्मियों में ठंडक का अहसास.

1. औली, उत्तराखंड

स्की के लिए बहुत ही एडवेंचरस और सेफ जगह है औली. उत्तराखंड की ये जगह काफी शांत और सुकून भरी है. अप्रैल के महीने में यहां घूमने का प्लान करें. इस वक्त यहां का टेंपरेचर 7-17 डिग्री होता है. चारों तरफ बर्फ से ढ़के पहाड़ यहां की खूबसूरती को दोगुना करते हैं. ट्रैकिंग के लिए यहां एक दिन काफी है. गर्मियों की शुरूआत औली टूर के साथ करना बेस्ट रहेगा.

2. पचमढ़ी, मध्य प्रदेश

सतपुरा टाइगर रिजर्व के पास पचमढ़ी, मध्य प्रदेश की सबसे खूबसूरत जगहों में शामिल है. ये यहां का एकमात्र हिल स्टेशन है जो चारों ओर से सतपुरा पहाड़ी से घिरा हुआ है. यहां कई खूबसूरत गुफाएं, जंगल और बैम्बू फॉरेस्ट देखने को मिलते हैं. ठंड और शांत इस इस जगह पर जाना गर्मियों से राहत दिलाएगा.

3. मॉन, नागालैंड

मॉन, नागालैंड जाने का प्लान अप्रैल के पहले वीक में बनाएं जिस वक्त यहां एलेआन्ग फेस्टिवल कोन्याक नागा सेलिब्रेट किया जाता है. पतझड़ मौसम खत्म होने और फसलों की बुआई के बाद नए साल का स्वागत इस फेस्टिवल को मनाकर किया जाता है. जिसमें ट्रेडिशनल से लेकर मॉडर्न दोनों तरह के कल्चर को एन्जॉय किया जा सकता है. ट्रेडिशनल डांस, म्यूजिक और कई प्रकार के खेल यहां होते हैं. यहां रहने वाले जन-जातियों में खुशी और शांति का संदेश देना होता है. इस दौरान यहां नागाओं का काफी भीड़ इकट्ठा होती है.

4. कदमत आइलैंड, लक्षद्वीप

कदमत आना आपके ट्रिप को यादगार बना सकता है. इस आइलैंड की नेचुरल ब्यूटी देखने लायक है. महज 3.12 स्क्वेयर किमी के एरिया में फैला बहुत ही छोटा-सा आइलैंड है. जहां डाइविंग और स्वीमिंग जैसी कई सुविधाएं मौजूद हैं. लक्षद्वीप के सबसे खूबसूरत आइलैंड में शामिल है कदमत.

5. कन्याकुमारी, तमिलनाडु

कन्याकुमारी को लैंड ऑफ हिडन वंडर्स भी कहा जाता है. ज्यादातर टूरिस्ट यहां कन्याकुमारी मंदिर के दर्शन के लिए आते हैं. इसके अलावा गांधी मेमोरियल भी यहां देखने लायक है. साथ ही यहां का ध्यान मंडल जहां स्वामी विवेकानंद ने 3 दिनों तक तपस्या की थी. इस जगह को अब पब्लिक के लिए खोल दिया गया है. तमिल कवि तिरुवल्लूर की 133 मीटर ऊंचे स्टैचू भी है यहां. अप्रैल माह में यहां घूमने के लिए मौसम सबसे अच्छा होता है.

6. दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल

दार्जिलिंग खासतौर से अपने चाय के बागानों के लिए मशहूर है. इसके अलावा यहां का आर्किटेक्चर देखने और फर्मेन्टेड बियर का स्वाद लेने भी पहुंचा जा सकता है. पीस पेगोडा में बौद्ध कल्चर को देखने का मौका भी मिलता है. टाइगर हिल से कंचनजंघा पर उगते सूरज को देखने का नजारा ही अलग होता है. अप्रैल माह में यहां आकर इन सारे एक्सपीरियंस को एन्जॉय किया जा सकता है.

7. वायनाड, केरल

वायनाड के हरे-भरे पहाड़, खुशबू बिखेरते इलायची, वनीला, कॉफी और चाय के बागान मूड को रिफ्रेश करने के साथ ही ट्रिप को भी यादगार बनाने का काम करते हैं. पैदल घूमकर आप ट्रिप को ज्यादा अच्छे से एन्जॉय कर सकते हैं. वायनाड को खासतौर से पुरानी जनजातियों का गढ़ कहा जाता है. इनके कल्चर, लाइफ और खानपान का तरीका अपनाकर बॉडी का डिटाक्सीफाई भी किया जा सकता है. अप्रैल महीने में यहां आने की प्लानिंग बेस्ट रहेगी.

8. कलीमपोंग, पश्चिम बंगाल

हिमालय पर्वत और आसपास के हरे-भरे कलीमपोंग की खूबसूरत वादियां आपके ट्रिप को रोमांचक बनाने में कोई कसर नहीं छोड़तीं. तीस्ता नदी के आसपास रुकने का प्लान करें जिससे यहां की खूबसूरती को बहुत ही करीब से जाना जा सकता है इसके अलावा अप्रैल माह में यहां चारों ओर इलायची और दालचीनी की खुशबू बिखरी रहती है. घने जंगलों में रेड पांडा और ब्लैक बियर जैसे कई सारे जानवर भी देखे जा सकते हैं.

9. कुन्नूर, तमिलनाडु

नीलगीरी पहाड़ों के नाम से मशहूर कुन्नूर की खूबसूरती को करीब से देखने का मजा तो अप्रैल माह में ही आता है. इस समय यहां टूरिस्टों की संख्या सबसे ज्यादा होती है. गर्मियों की शुरूआत में लगने वाले फ्रूट शो को एन्जॉय करने के साथ ही बोटेनिकल गॉडर्न और सिम्स पार्क भी देखने लायक होता है. डॉलफिन नोज प्वाइंट से नीलगीरी की खूबसूरती को निहारने का नजारा आप लाइफटाइम नहीं भूल पाएंगे.

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स्कीइंग का लेना है भारत में मजा तो जरूर जाएं ‘औली’

उत्तराखंड में स्कीइंग के लिए पूरे वर्ल्ड में फेमस खूबसूरत पर्यटन स्थल औली इस गरमी आपका नया घूमने का स्पौट हो सकता है. यह खूबसूरत जगह समुद्र से 2800मी. ऊपर है. औली ओक धार वाली ढलानों और सब्ज़ शंकुधारी जंगलों के लिए भी फेमस है. औली का इतिहास कई सालों पुराना है.

मान्यताओं के अनुसार, गुरु आदि शंकराचार्य इस पवित्र स्थान पर आए थे. इस जगह को ’बुग्याल’ भी कहा जाता है जिसका स्थानीय भाषा में मतलब है ’घास का मैदान’. ओस की ढलानों पर चलते हुए पर्यटक नंदादेवी, मान पर्वत और कामत पर्वत श्रृंख्ला के अद्भुत नज़ारें देख सकते हैं. यात्री इन ढलानों से गुज़रने पर सेब के बाग और हरे-भरे देवदार के पेड़ भी देख सकते हैं.

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उत्तराखंड के हिमालयी पहाड़ों में स्की के लिए फेमस है औली

उत्तराखंड के हिमालयी पहाड़ों में एक महत्वपूर्ण स्की स्थल औली है, जो समुद्र तल से 2500 से 3050 मीटर की ऊंचाई पर है. शिमला, गुलमर्ग या मनाली की तुलना में औली को लोग स्की डेस्टीनेशन के लिए कम जानते हैं.

ऊंची चोटियों से घिरा है औली

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माणा, कामेट और नंदादेवी जैसी ऊँची चोटियों से औली घिरा हुआ है. लंबी और थकान भरे लंबे सफर को भूलने के लिए औली का 270 डिग्री का दृश्य काफी है. एक बार जब आप स्कीइंग के मजे ले लेने के बाद पहाड़ों की ऊंचाई से ढ़लते सूरज को देखने से आपका पूरा दिन बन .

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सबसे फेमस कुआरी पास ट्रेक की होती है औली से शुरूआत

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कुआरी पास ट्रेक सबसे फेमस ट्रेक है, जो औली से शुरू होता है. स्कीइंग के अलावा कुछ ट्रेक औप्शन भी हैं, जैसे औली – लगभग 7 किमी दूर गोरसन, 6 किमी दूर ताली, 11 किमी दूर कुआरी पास, 12 किमी. दूर खुलारा और 9 कि.मी. दूर तपोवन जहां आप एक दिन में घूम सकते हैं.

पश्चिमी हिमालय में है फ्लावर्स नेशनल पार्क वैली

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अपनी नेचुरल सुंदरता के लिए जाना जाता है, पश्चिमी हिमालय में स्थित फ्लावर्स नेशनल पार्क वैली. भुइंदर घाटी के रूप में जाना जाने वाला यह राष्ट्रीय बगीचा 87.50 वर्ग किमी हिस्से में फैला है. यूनेस्को द्वारा वर्ल्ड हैरीटेज के रूप में पहचानी जाने वाली यह जगह 250 मीटर से 6,750 मीटर की ऊंचाई पर है.

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