REVIEW: जानें कैसी है Thor- Love and Thunder

रेटिंगः तीन स्टार

निर्माताः मार्वल स्टूडियो

लेखकः जेनिफर केटिन रॉबिन्सन और टाइका वाइटीटी

निर्देशकः टाइका वाइटीटी

कलाकारः क्रिस हेम्सवर्थ, नताली पोर्टमैन, क्रिश्चियन बेल, टेसा थॉम्प्सन और क्रिस प्रैट

अवधिः लगभग दो घंटे

भारत में कॉमिक्स कमी नही है. सभी मानते हैं कि सिनेमा और साहित्य का अति गहरा व अटूट संबंध है. कॉमिक्स के किरदार हमेशा बच्चों से बूढों तक हर किसी को भाते रहे हैं. ‘नागराज’ से लेकर ‘दिल्ली प्रेस’ की पत्रिका ‘चंपक’ में भी कई लोकप्रिय कॉमिक्स किरदार हैं, जिन पर कई लंबी सीरीज की बेहतरीन फिल्में बन सकती हैं. मगर बौलीवुड के फिल्मकारों का ध्यान इस तरफ जाता ही नही है. जबकि ‘मार्वल स्टूडियोज’ अपनी ‘मार्वल कॉमिक्स’ पर लगातार फिल्में लेकर आता जा रहा है. मार्वल स्टूडियोज ने कॉमिक्स कहानियों के बलबूते पर ही व्यापार का एक विशाल साम्राज्य खड़ा कर लिया है. अब ‘मार्वल स्टूडियोज‘ की नई फिल्म ‘‘थॉरः लव एंड थंडर’’ आयी है, जो कि मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स की कहानी की 29वीं फिल्म है. वास्तव में स्टैन ली ने कॉमिक्स के तौर पर एक काल्पनिक लोक असगार्ड के देवता थोर की कहानी सोची थी, उसे ही अब लैरी लीबर और जैक किर्बी जैसे लेखक विस्तार दे रहे हैं. यूं तो 1962 में ‘जर्नी इनटू मिस्ट्री’ नामक कॉमिक बुक से थोर नामक किरदार का जन्म हुआ था, जो कि 2011 में पहली बार ‘टीम एवेंजर्स’ का हिस्सा बनकर परदे पर अवतरित हुआ और गार्जियन्स अॉफ गैलेक्सी के साथ मिलकर कुछ अलग करने का वादा करके पिछली फिल्म में विदा लेने वाला थोर अब एक अलग रंग में ‘थौरः लव एंड थंडर’ में नजर आ रहा है. फिल्म में एक्शन के साथ हास्य भी है. मगर यह फिल्म प्यार पर सवाल उठाती है कि क्या ब्रम्हांड की सबसे बड़ी ताकत प्यार है?वहीं देवताओं के अस्तित्व पर भी सवाल उठाया गया है.

फिल्म में थोर का किरदार  निभाने वाले अभिनेता क्रिस हेम्सवर्थ ने ग्यारह वर्ष पहले पहली बार इस किरदार को निभाया था. और अब तक वह आठ बार थोर का किरदार निभा चुके हैं. मगर बतौर सोलो हीरो ‘थोरः लव एंड थंडर’ उनकी चैथी फिल्म है. शुरूआत में थोर उद्दंड और मनमौजी था, लेकिन वक्त के साथ उसमंे बदलाव आता गया.

कहानीः

प्यार में बार बार दिल तुड़वाने और अपनों को खोने के बाद थोर अपना जीवन इस गैलेक्सी की रक्षा के लिए समर्पित कर देता है और ब्रह्मांड में जहां भी उसकी मदद की जरूरत पड़ती है,  वह हमेशा ‘गार्डियंस अॉफ गैलेक्सी’ के साथ निकल पड़ता है. इसी कड़ी में उसे पता चलता है कि गोर द गॉड बुचर (क्रिश्चियन बेल) ने प्यास से अपनी बेटी के मरने के बाद देवताओं का खात्मा करने के मिशन पर है और उसने बहुत से देवताओं की निर्मम हत्या कर दी है. वास्तव में भीषण सूखे व पानी के लिए तरसते लोग मौत के मुॅह में समा जाते है. पृथ्वी पर अब केवल गोर द गॉड बुचर व उसकी छोटी बेटी ही बची है और बिना पानी के वह भी मुत्यु के कगार पर है. गोर हर देवता से अपनी बेटी को जिंदा रखने के लिए पानी की गुहार लगाता है. मगर उसकी मदद करने के लिए कोई देवता सामने नही आता. अंततः गोर की बेटी काल के मुॅह में समा जाती है, तब गोर द गॉड बुचर सभी देवताओे के विनाश के मिशन पर निकल पड़ता है.  यही नहीं,  उसका अगला निशाना थोर का ऐशगार्ड है,  जहां के बच्चों को उसने किडनैप कर लिया है. अब थोर, ज्यूस (रसल क्रो) सहित बाकी देवताओं को एकजुट करके गोर को खत्म करने का निर्णय लेता है. मगर ज्यूस उसका मजाक बनाता है. पर थोर अपनी यात्रा पर निकल पड़ता है. इस यात्रा में थोर की मुलाकात एक बार फिर अपने आठ वर्ष पुराने प्यार जेन फोस्टर होती है,  जो कैंसर के चैथे स्टेज पर है,  पर थोर के हथौड़े की ताकत से खुद माइटी थोर बना चुकी है. तो वहीं वलकैरी (टेसा थॉम्पसन) और स्टोनी क्रॉल भी उसका साथ देते हैं. अब सवाल है कि क्या थोर अपने मकसद में कामयाब होता है? इसके लिए फिल्म देखनी ही पड़ेगी.

लेखन व निर्देशनः

यूं तो निर्देशक टाइका वाइटीटी ने अपने काम को बाखूबी अंजाम दिया है. लेकिन फिल्म हिचकाले लेकर ही आगे बढ़ती है. शुरूआत में जब एक भक्त गोर अपनी निजी नुकसान के बदले देवताओं से बदला लेने के तहत देवताओं के विनाश के मिशन पर निकलता है, तो शुरूआती दृश्य सिहरा देते है. मगर फिर फिल्म पटरी से उतर जाती है. फिल्म में एक्शन,  इमोशन के साथ- साथ कॉमिडी का भरपूर तड़का है. मगर इस बार थोर की एडवैंचर व रोमांच की जो पहचान है, वह इस फिल्म में गायब है. इसे लेखक व निर्देशक की कमजोरी ही कही जाएगी. तों वही थोर व जेन की प्रेम कहानी भी बहुत ही सपाट है. आठ वर्ष बाद मुलाकात होने पर दोनों के बीच जो गर्मजोशी होनी चाहिए, उसका घोर अभाव है. एक्शन दृश्य भी कमाल के ेनही बन पाए हैं. वास्तव में लेखको ने गोर के शैतानी दिमाग व उसकी शैतानी हरकतांे को ठीक से विस्तार ही नही दिया है.

अभिनयः

थोर के किरदार में क्रिस हेम्सवर्थ ने अपने अभिनय से आकर्षण कायम रखा है. मगर नताली उनसे इक्कीस साबित हुई है. जी हॉ!माइती थोर के किरदार में नताली पोर्टमैन का अभिनय काफी सशक्त हैं. उन्होंने क्रिस हेम्सवर्थ को भी मात दे दी है. यह क्रिस हेम्सवर्थ के लिए खतरे की घंटी है और उन्हे अपने अभिनय को निखारने के लिए नए सिरे से विचार करना होगा. गोर का किरदार निभाने वाले अभिनेता क्रिश्चियन बेल अपने अभिनय की छाप छोड़ने में सफल रहे हैं, जबकि उनके किरदार को ठीक से विकसित नही किया गया. गोर का किरदार निभाने वाले अभिनेता क्रिश्चियन बेल अपने अभिनय की छाप छोड़ने में सफल रहे हैं, जबकि उनके किरदार को ठीक से विकसित नही किया गया.

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