ठंड में मेरे जोड़ों में कसाव और दर्द महसूस होता है, मै क्या करूं?

सवाल-

मेरी उम्र 40 साल है. ठंड में मेरे जोड़ों में कसाव और दर्द महसूस होता है. आराम के बाद भी दर्द कई बार गंभीर हो जाता है, जिस के कारण कोई काम नहीं कर पाती हूं. कृपया इस समस्या का समाधान बताएं?

जवाब-

आप की उम्र में हड्डियों की समस्याएं होना सामान्य बात है. ठंड में धूप की कमी के कारण हड्डियों और जोड़ों से संबंधित समस्याएं बढ़ जाती हैं. तापमान में गिरावट के साथ हड्डियों का लचीलापन कम हो जाता है, जिस के कारण जकड़न और दर्द की समस्या होती है. ठंड के मौसम में दर्द से बचने के लिए खास ध्यान रखना पड़ता है. गरम कपड़े पहन कर रखें, हड्डियों व जोड़ों की सिंकाई करें, कुनकुने तेल से मालिश करें. हलकी ऐक्सरसाइज की मदद से हड्डियों में जकड़न की समस्या दूर होगी. हड्डियों में लचीलापन आने से दर्द में खुदबखुद राहत मिल जाएगी. चूंकि आप की उम्र ज्यादा है, इसलिए आप को मैडिकल ट्रीटमैंट की आवश्यकता भी है. किसी अच्छे हड्डी विशेषज्ञ से परामर्श लें.

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फरीदाबाद, हरियाणा के एशियन इंस्टिट्यूट औफ मैडिकल साइंसैस के सीनियर कंसल्टैंट और और्थोपैडिक्स विभाग के प्रमुख डा. मृणाल शर्मा का कहना है कि युवतियों को समस्याओं पर गौर करना चाहिए ताकि वे स्वस्थ जिंदगी जी सकें.

मीनोपौज की मार

आमतौर पर दुनियाभर में महिलाओं को मीनोपौज 45 से 55 वर्ष की उम्र में होता है, लेकिन हाल ही में द इंस्टिट्यूट फौर सोशल ऐंड इकोनौमिक चेंज के सर्वे से पता चला है कि करीब 4 फीसदी भारतीय महिलाओं को मीनोपौज 29 से 34 साल की उम्र में ही हो जाता है, वहीं जीवनशैली मेें बदलाव के चलते 35 से 39 साल के बीच की महिलाओं का आंकड़ा 8 फीसदी है.

एस्ट्रोजन हार्मोन महिलापुरुष दोनों में पाया जाता है और यह हड्डियों को बनाने वाले औस्टियोब्लास्ट कोशिकाओं की गतिविधियों में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है. मीनोपौज के दौरान महिलाओं का एस्ट्रोजन स्तर गिर जाता है, जिस से औस्टियोब्लास्ट कोशिकाएं प्रभावित होती हैं. इस से महिलाओं की हड्डियां कमजोर होने लगती हैं.

शरीर में एस्ट्रोजन की कमी से कैल्शियम सोखने की क्षमता कम हो जाती है और हड्डियों का घनत्व गिरने लगता है. इस से महिलाओं को औस्टियोपोरोसिस और औस्टियोआर्थ्राइटिस जैसी हड्डियों से जुड़ी बीमारियां होने की आशंका बढ़ जाती है.

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