बेटी की पिता बनने की खुशी को अभिनेता मोहित रैना ने कैसे शेयर किया, पढ़ें इंटरव्यू

मोहित रैना एक मॉडल और अभिनेता है. उन्होंने कई टीवी धारावाहिकों, फिल्मों और वेब सीरीज में काम किया है. वे हर अभिनय को चुनौतीपूर्ण समझते है और उसे सजीव करने के लिए कड़ी मेहनत करते है. वर्ष 2002 मे वह मॉडलिंग से कैरियर की शुरुआत करने के लिए मुंबई आए, क्योंकि उन्हें लगता था कि मॉडलिंग उन्हें अभिनय में काम दिलाएगी और उन्होंने इसके लिए अपने 107 किलोग्राम के वजन को 29 किलोग्राम घटाया, ताकि वह साल 2005 ग्रासिम मिस्टर इंडिया मॉडलिंग प्रतियोगिता में भाग ले सकें. उन्होंने उस प्रतियोगिता भाग लिया और उसमें टॉप पांच प्रतियोगिता में रहे, जिससे उन्हें इंडस्ट्री में पहचान मिली.

मोहित का अभिनय कैरियर साल 2004 में साइंस फिक्शन टीवी धारावाहिक ‘अंतरिक्ष’ से शुरू हुआ. इसके बाद उन्हें कई धारावाहिकों में काम करने का अवसर मिला और उन्होंने अपनी एक पहचान बनाई. सीरियल ‘चक्रवर्ती अशोक सम्राट’ में भी उन्होंने वयस्क सम्राट अशोक की भूमिका निभाई थी, जिसे दर्शकों ने खूब पसंद किया था. हिंदी फिल्म द सर्जिकल स्ट्राईक में भी उन्होंने कर्नल करण कश्यप की भूमिका निभाई, जो काफी लोकप्रिय रही. मोहित रैना की कई वेब सीरीज को दर्शकों ने खास पसंद किया है, जिसमे  ‘काफिर’, ‘भौकाल’, ‘मुंबई डायरीज 26/11’ आदि शामिल हैं.

वर्ष 2022 को उन्होंने गर्लफ्रेंड अदिति शर्मा से शादी की, जिसकी जानकारी मोहित रैना ने खुद सोशल मीडिया अकाउंट पर तस्वीरें शेयर कर दिया था. साल 2023 में वे बेटी के पिता बने है और खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे है. सूत्रों की माने तो इससे पहले मोहित रैना का अफेयर मौनी रॉय के साथ था, लेकिन किसी वजह के चलते दोनों का ब्रेकअप हो गया.

मोहित रैना की वेब सीरीज ‘द फ्रीलांसर’, डिजनी + हॉट स्टार पर रिलीज हो चुकी है, जिसमे उनके अभिनय सभी को पसंद कर रहे है. उन्होंने खास गृहशोभा से बात की, पेश है कुछ अंश.

इस वेब सीरीज में काम करने की उत्सुकता के बारें में मोहित का कहना है कि मेरे लिए ये बहुत अधिक उत्साह बढ़ने वाला रहा है, क्योंकि मैंने इससे पहले कभी ऐसी भूमिका नहीं निभाई है. ये जीरो टू हीरो की भूमिका है, जिसमें मैं महाराष्ट्र की एक पुलिस की भूमिका निभा रहा हूँ, जिसके जीवन में कुछ ऐसे हादसे होते है, जिसकी वजह से वह जीवन के एक डार्क फेज में चला जाता है, जहाँ उसकी मुलाकात अनुपम खेर, एक मेंटर से होती है और वे उस फेज से उन्हें निकालते है. ये कहानी जीवन की कई भावनाओं से गुजरता है, ये चुनौतीपूर्ण कहानी है, जिसे करने में अच्छा लगा. इस चरित्र से मैंने बहुत कुछ सीखा हूँ, हर किसी को कभी न कभी किसी डार्क फेज से गुजरने के लिए तैयार रहना पड़ता है. मेरे लिए भी चरित्र को समझना कठिन था.

 संघर्ष

मोहित कहते है कि मेरे रियल लाइफ में भी कई बार डार्क फेज आये जब लगा था कि एक्टिंग में  कुछ नहीं होगा, लेकिन समय के साथ – साथ मैंने धीरज रखा और मैं आगे बढ़ा. शुरू में मैं मनोरंजन की दुनिया में काम करना चाहता था और मॉडलिंग से मैंने काम शुरू किया, लेकिन बहुत जल्दी समझ में आया कि लोगों तक पहुँचने के लिए मुझे कुछ अच्छा अभिनय करना पड़ेगा, जो मुझे मिला.

बेटी की पिता बनने का अनुभव

मोहित अब बेटी के पिता बन चुके है और अपने अनुभव को शेयर करते हुए कहते है कि बेटी की पिता बनने का अनुभव बेहतरीन है, इसे रोज सुबह और शाम को जीता हूँ. इससे मैं अपने पेरेंट्स की मेहनत को समझ पाता हूँ. ये सही है कि जब तक कोई उस दौर से नहीं गुजरता, पेरेंट्स की बातें समझ नहीं सकता. मेरा वही दौर चल रहा है, आज लगता है कि पेरेंट्स की डांट-फटकार के पीछे भी कई सारी अच्छी बातें होती है, जिसकी वजह से मैं आज एक अच्छा इंसान बन पाया. मैं भी एक अच्छा पिता बनने की कोशिश में हूँ और बेटी की डायपर भी बदल रहा हूँ. मैं बच्चे के सारे काम करता हूँ और उसके साथ समय बिताता हूँ.

मेकर्स की है जिम्मेदारी

वेब सीरीज की कहानी में बदलाव बनाए रखना कितना जरुरी है? पूछने पर वे कहते है कि मेरे हिसाब से हर प्लेटफॉर्म पर हर तरह की कहानियों का समावेश होता है. ये सभी प्लेटफॉर्म फोलो करते है, जिसमें थ्रिलर, रोमांस, कॉमेडी आदि सब जरुरी होता है. इसे सभी जेनरेशन के देखने लायक बनाना प्रोड्यूसर और डायरेक्टर चाहते है, लेकिन कभी – कभी मेकर्स से गलती हो जाती है. देखा जाय तो कोशिश हमेशा अच्छी कहानियों के कहने की ही होती है.

किसी को भी उस पर शक नहीं करना चाहिए, क्योंकि मेकर्स बहुत जिम्मेदार होते है. डिजिटल मीडिया इतना स्ट्रोंग होने की वजह से उन्हें ये मौका मिला है कि किताबों में बंद कहानियों को ओटीटी पर दिखाया जाने लगा है. इसे ‘फॉर ग्रांटेड’ नहीं लेना है. कहानियों को कहने में गलतियाँ करने पर दर्शक उसे रिजेक्ट कर देते है और इन गलतियों से मेकर्स को सीख भी मिलती है. जिसे सुधार कर आगे बढ़ना है. दर्शक सबसे बड़ी आलोचक है, उनके हिसाब से ही एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री चलती है, क्योंकि वे सब्सक्रिप्शन, पैसे देकर लेते है, समय निकालकर हमें देखते है. उनके पैसों की वैल्यू देना हर मेकर्स की जिम्मेदारी होती है.

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