छाले किस कारण होते हैं और छुटकारा पाने के लिए मुझे क्या करना होगा?

सवाल-

मैं 22 साल की युवती हूं. यूनिवर्सिटी में एमए की छात्रा हूं. बीते कई महीनों से मैं मुंह में बारबार छाले हो जाने से परेशान हूं. मां कहती हैं कि जरूर मैं दोस्तों के साथ उठतेबैठते किसी का जूठा खा लेती हूं. उसी से यह परेशानी हो रही है. जब से मां ने टोका है मैं इस बाबत पूरी सावधानी बरत रही हूं, पर छाले हैं कि परेशान करने से बाज ही नहीं आते. कृपया बताएं कि छाले किस कारण होते हैं और उन से छुटकारा पाने के लिए मुझे क्या करना होगा?

जवाब-

मुंह का छालों से भर जाना आम बात है. मुंह के भीतर, गालों के अंदरूनी हिस्से, होंठ और जीभ की निचली तरफ ये कहीं भी पैदा हो जाते हैं. कई बार तो उन की झड़ी सी लग जाती है. पहला छाला ठीक नहीं होता कि दूसरा निकल आता है और परेशानी बनी रहती है. गनीमत यह है कि ज्यादातर लोगों में ये कुछ दिन परेशान कर खुदबखुद खत्म हो जाते हैं और अपने पीछे कोई बुरा असर नहीं छोड़ते.

यह ठीकठीक बता पाना मुश्किल है कि छाले क्यों होते हैं? उन की उपज कई चीजों से जुड़ी हो सकती हैं. कई बार कोई हलकीफुलकी अस्वस्थता या छोटेमोटे बुखार के साथ ही छाले हो जाते हैं, तब उन का संबंध बुखार पैदा करने वाले वायरस से होता है. समय बीतने पर ये अपनेआप गायब हो जाते हैं.

कुछ स्त्रियों में कभीकभी महीना शुरू होने से पहले भी ये निकल आते हैं और चंद दिनों तक परेशानी दे खत्म हो जाते हैं. इन का संबंध शरीर के हारमोनल उतारचढ़ाव से जोड़ा गया है.

किसीकिसी में मसला थोड़ा गंभीर होता है. शरीर में फोलिक ऐसिड और विटामिन बी12 की कमी, ऐनीमिया, आंतों की बीमारी, हर्पीज सिंपलैक्स, विषाणु संक्रमण आदि सभी से छाले हो सकते हैं. पर यह मात्र समाज में फैला एक मिथक है कि छाले किसी का जूठा खाने से उपजते हैं.

छालों से उबरने के लिए कुछ सरल घरेलू नुसखे हैं:

कुनकुने पानी में नमक मिला कर कुल्ला करें: गिलास भर कुनकुना पानी लें. उस में 1/2 छोटा चम्मच नमक मिलाएं और उस की घूंट मुंह में भर उसे धीरेधीरे मुंह में चलाएं. दिन में 3-4 बार यह क्रिया दोहराएं. इस छोटे से उपाय से छालों का तला साफ बना रहता है और छाले जल्द भर जाते हैं.

हलकीफुलकी दवाएं हैं काम की: कैमिस्ट से हाइड्रोकौर्टिसोन की चूसने वाली गोलियां या मुंह के अंदर हाइड्रोकौर्टिसोन वाला माउथजैल लगाने से छालों से जल्द आराम मिलता है.

कुछ ऐसे माउथजैल भी मिलते हैं जिन में लोकल ऐनैस्थैटिक मिला रहता है. उन्हें छालों पर लगाने से दर्द और जलन आसानी से मिट जाती है. मुंह में रुई के फाहे से बोरोग्लिसरीन लगाने या देसी घी या मक्खन लगाने से भी छालों में हो रही जलन से आराम पाया जा सकता है.

दर्दनिवारक दवा कभी: अधिक दर्द होने पर कोई साधारण दर्दनिवारक दवा जैसे 500 मिलीग्राम पैरासिटामौल लेना आरामदेह हो सकता है. पर बेहतर हो कि कोई मैडिसिन तब ली जाए जब विशेषज्ञ उस की सलाह दें.

मल्टीविटामिन कैप्सूल: शरीर में फोलिक ऐसिड और विटामिन बी12 की कमी होने या बहुत स्ट्रैस के दिनों में कुछ रोज मल्टीविटामिन कैप्सूल और गोलियां लेने से भी फायदा हो सकता है.

छोटामोटा परहेज भी बरतें: जिन दिनों छाले परेशान करें, उन दिनों खट्टे रसीले फलों, मिर्चमसाले वाले चीजों और चौकलेट आदि से परहेज बरतें.

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