मैं क्रैश डाइटिंग कर रही हूं लेकिन मां कहती हैं कि इससे कमजोरी आएगी, क्या यह सही है?

सवाल

मैं 29 साल की कामकाजी महिला हूं और अगले साल शादी करने की योजना बना रही हूं. मैं क्रैश डाइटिंग कर रही हूं लेकिन मेरी मां कहती हैं कि इस से कमजोरी आएगी और आगे चल कर सेहत खराब होगी. क्या यह गंभीर बात है?

जवाब-

क्रैश डाइट वजन कम करने के लिए तेज और अपेक्षाकृत आसान समाधान है. खाना और कैलोरी खाने पर इस तरह के कठोर प्रतिबंध लंबे समय तक टिकते नहीं हैं. इसलिए वापस ऐसी चीजें खाना शुरू कर देने में बहुत ज्यादा समय नहीं लगता, जिस से उन का वजन बढ़ता है. सेहत पर क्रैश डाइट के संभावित जोखिम पड़ते हैं. लो ब्लड शुगर लेवल के कारण आप थका, चिड़चिड़ा महसूस करते हैं, एकाग्रता में कमी आती है, कमजोर इम्युनिटी, डिहाइड्रेशन, चक्कर आना, सिरदर्द, बालों का पतला होना जैसी समस्याएं भी होती हैं.

यदि आप वाकई अपनी सेहत और फिटनैस को ले कर चिंतित हैं तो जीवनशैली के लंबे समय तक चलने वाले सेहतमंद विकल्पों को अपनाएं. यदि आप डाइट पर जा रहे हैं तो शुरुआत करने और रुकने की तारीख होनी चाहिए. इस का अर्थ है कि आप केवल इन समयों के दौरान जो भी खाते हैं उसे बदलें न कि पूरी तरह से खाना बंद करें.

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अमूमन ऐसा देखा जाता है कि डाइट पर रहने वाले लोग घी, तेल से तो दूरी बना ही लेते हैं, अपनी थाली को भी बड़ा बोरिंग बना देते हैं. न ज्यादा नमक, न चीनी. केवल सैलड और जूस. इस चक्कर में वो अपना फिटनेस प्लान ज्यादा दिनों तक फॉलो नहीं कर पाते, लेकिन हमारा मानना है कि एक हेल्दी डाइट स्वादिष्ट भी हो सकता है.

अगर आपकी भी ऐसी ही कोई समस्या है तो हमें इस ईमेल आईडी पर भेजें- submit.rachna@delhipress.biz
 
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