हम सभी को कभी न कभी डॉक्टर के पास जाना ही पड़ता है. अक्सर देखा जाता है कि डॉक्टर का प्रिस्क्रिप्शन लेकर हम मेडिकल स्टोर पर जाते हैं और दवा लेना प्रारम्भ कर देते हैं. कई बार कुछ दवाइयां बच भी जाती हैं और हम उन्हें उठाकर रख देते हैं. घर में परिवार के किसी अन्य सदस्य को वैसी ही बीमारी होने पर हम वही दवा उसे भी दे देते हैं. या फिर प्रिस्क्रिप्शन देखकर अक्सर मेडिकल स्टोर से बिना सोचे बिचारे दवा खरीदकर खा लेते हैं.
कई बार असर उल्टा भी हो जाता है और लेने के देने पड़ जाते हैं. कुछ दवाइयां ऐसी होतीं हैं जिन्हें विशेष बीमारियों के लिए ही दिया जाता है और इनके पत्तों पर कुछ निशान बने होते हैं जिन पर हम कभी ध्यान ही नहीं देते. जब कि इन्हें जानना अत्यंत आवश्यक होता है. ऐसी कोई भी दवाई आपके घर में है तो इन्हें लेने से पूर्व डॉक्टरी सलाह अवश्य लें.
-लाल रंग की लाइन
सभी एंटीबायोटिक दवाइयों पर साइड में लाल रंग की एक धारी होती है जिसका तात्पर्य होता है कि इन्हें डॉक्टर के पर्चे के बिना बेचा और खरीदा नहीं जा सकता. ये दवाइयां टी. वी.,मलेरिया, यूरिनरी इन्फेक्शन और एच आई वी जैसी गम्भीर बीमारियों में दी जातीं हैं. लाल धारी बने होने का उद्देश्य ही इनकी खुली बिक्री पर रोक लगाना है.
ये भी पढ़ें- बहुत आरामदायक है ये मौड्यूलर किचन
-Rx(आर एक्स)
कुछ दवाइयों के नाम के सबसे ऊपर साइड में Rx लिखा होता है इसका मतलब है कि ऐसी दवाइयों का सेवन केवल डॉक्टर की सलाह से ही किया जा सकता है. इसे केवल वही खरीद सकता है जिसे डॉक्टर ने अपने पर्चे पर लिखकर दिया हो.
-NRx(एन आर एक्स)
यह भी दवाई के नाम के सबसे ऊपर ही लिखा होता है चूंकि ये नशीली दवाइयां होतीं है इन्हें केवल वही डॉक्टर प्रिस्क्रिप्शन पर लिख सकते हैं जिन्हें इन्हें लिखने का लाइसेंस प्राप्त हो और लाइसेंस धारी मेडिकल स्टोर ही बेच सकते हैं. मस्तिष्क सम्बन्धी और मिर्गी जैसी बीमारियां इसी केटेगिरी में आतीं हैं.
-XRx(एक्स आर एक्स)
इन्हें मेडिकल स्टोर से नहीं खरीदा जा सकता. ये केवल उन डॉक्टरों के पास होतीं हैं जिनके पास इनका लाइसेंस है. इसे डॉक्टर सीधे मरीज को दे सकते हैं. एनेस्थीसिया में दी जाने वाली दवाइयां इसी श्रेणी में आतीं हैं.
इसी प्रकार जब हम डॉक्टर को दिखाने जाते हैं तो डॉक्टर अपने प्रिस्क्रिप्शन पर दवाइयों के नाम के आगे कुछ कोड वर्ड लिखता है जो दवाइयों को लेने का तरीका बताता है परन्तु हम उस पर भी विशेष ध्यान नहीं देते. आमतौर पर मेडिकल स्टोर वाला दवाइयों को लेने का तरीका बताता तो है परन्तु कई बार उसकी भाषा समझ में नहीं आने या इंक फैल जाने पर हमारे लिए मुसीबत खड़ी हो जाती है. तो आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ कोड वर्ड के बारे में-
ये भी पढ़ें- बड़े काम के हैं ये 6 किचन एप्लायंसेज
1-क्यू ओ डी (qOD)-एक दिन छोड़कर
2-क्यू एच(qH)-प्रति एक घण्टे पर
3-एस(S)-दूध या पानी के बिना
4-सी(C)-दूध या पानी के साथ
5-एस ओ एस(SOS)-आवश्यकता पड़ने पर
6-ए सी(A C)-भोजन से पहले
7-पी सी(P C)-भोजन के बाद
8-बी आई डी(BID)-दिन में दो बार
9-टी आई डी(TID)-दिन में तीन बार
10-क्यू आई डी(QID)-दिन में चार बार
11-ओ डी(OD)-दिन में एक बार
12-बी टी(BT)-सोते समय
13-बी बी एफ(BBF)-नाश्ते से पहले
14-बी डी(BD)-रात को भोजन से पहले
15-टी डब्ल्यू(Tw)-सप्ताह में दो बार
16-क्यू ए एम(QAM)-हर सुबह
17-क्यू पी(QP)-हर रात
18-क्यू 4एच(Q4H)-हर चार घण्टे में
19-एच एस(HS)-सोते समय
20-पी आर एन(PRN)-जरूरत के अनुसार
21-आर एक्स(Rx)-उपचार
22-क्यू(q)-प्रत्येक
23-क्यू डी(qD)-प्रतिदिन