साड़ी का फौल साड़ी की हिफाजत करता है, उस की उम्र बढ़ाता है. यह लंबा व मजबूत रंगीन या सफेद कपड़ा होता है, जिस में कोई जोड़ नहीं होता. यह टैरीकौट, कौटन, रूबिया और सिल्क के कपड़ों में हर रंग में उपलब्ध होता है. क्यों न हम इस के और उपयोग कर के देखें.

गर्भावस्था में कमर व पेट बढ़ने लगते हैं. कभीकभी तो प्रसव के बाद भी ये बहुत समय तक बढ़े रहते हैं. आप ने बहुत शौक से पेटीकोट, सलवार आदि अपनी नाप के बनवाए थे. अब सब टाइट होते जा रहे हैं. एक पेटीकोट 100 से 200 तक में बनता है. कभीकभी तो और भी महंगा होता है. घबराइए नहीं, मैचिंग कलर का एक फौल खरीद लीजिए. उसे रात भर पानी में भिगो कर रखिए और सुबह प्रैस कर लीजिए.

पेटीकोट की कली की एक सिलाई उधेड़ लीजिए. उस कली से 1 या 2 पट्टियां फौल की जोड़ लीजिए. यदि कमर पर पेटी/बैल्ट है, तो उसे भी इसी फौल के कपड़े से बढ़ा लीजिए. बस, थोड़ी सी मेहनत और बहुत कम कीमत में आप का पेटीकोट चौड़ा हो जाएगा. मशीन का भी झंझट नहीं. हाथ से ही रनिंग स्टिच द्वारा जोड़ लीजिए. इसी प्रकार सलवार के घेरे को भी बढ़ाया जा सकता है.

ड्रैस को बनाएं आकर्षक

आप का ड्रैसिंग गाउन या कुरता कमर से टाइट हो गया है, तो उस में भी छाती से नीचे दोनों ओर (आगेपीछे) 4 कट्स लगा लें. मैचिंग रंग के फौल से 4 कलियां काट कर इन कट्स में सिल लें. उन पर कढ़ाई कर लें. लेस या सितारे टांक लें. कुरते/डै्रसिंग गाउन में नई जान आ जाएगी.

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