निवेश और रिटर्न के लिहाज से फिक्स्ड डिपौजिट को एक बेहतर विकल्प माना जाता है. फिक्स्ड डिपौजिट की सुविधा बैंक और पोस्ट औफिस दोनों ही देते हैं. अगर आप यह जानना चाहते हैं कि बैंक और पोस्ट औफिस की एफडी में से कौन ज्यादा बेहतर है तो यह खबर आपके काम की है. हम अपनी इस खबर में आपको एसबीआई की ओर से उपलब्ध करवाई जाने वाली एफडी और पोस्ट औफिस की एफडी के बीच तुलना करके बता रहे हैं कि इन दोनों में से आपके लिए कौन ज्यादा बेहतर है.

फिक्स्ड डिपौजिट चाहे बैंक की ओर से उपलब्ध करवाई जाए या फिर पोस्ट औफिस से दोनों ही निवेश और रिटर्न के लिहाज से व्यवहारिक होती हैं. यह उन निवेशकों के लिए बेहतर विकल्प होता है जो अपने पैसे खोने का जोखिम उठाना पसंद नहीं करते हैं. एफडी में निवेशकों को एक निश्चित रिटर्न उपलब्ध करवाया जाता है.

वहीं बाजार में कुछ टैक्स सेविंग एफडी भी उपलब्ध होती हैं जो कि आपको आयकर की धारा 80सी के अंतर्गत टैक्स छूट का फायदा देती हैं. वहीं बैंक और पोस्ट औफिस की ओर से उपलब्ध करवाई जाने वाली एफडी में से आप मैच्योरिटी से पहले भी कुछ पैसों की निकासी कर सकते हैं हालांकि यह निकासी कर के दायरे में आ जाती है.

पोस्ट औफिस टर्म डिपौजिट इंटरेस्ट रेट

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निवेश इंडिया पोस्ट (भारतीय डाकघर) की ओर से उपलब्ध करवाई जाने वाली फिक्स्ड डिपौजिट स्कीम में भी निवेश कर सकते हैं. निवेशक यहां पर इंडीविजुअल और ज्वाइंट फिक्स्ड डिपौजिट अकाउंट खुलवा सकते हैं. निवेशक इसके लिए इंडिया पोस्ट की वेबसाइट पर जाकर जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं.

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