कई बार ऐसा होता है जब आपको कोई घड़ी या ज्वैलरी पसंद आती है, लेकिन उसकी कीमत आपके पर्स में रखी नकदी से दोगुनी होती है. ऐसी सूरत में हम इन कीमती सामानों को खरीदकर इसका पेमेंट क्रेडिट कार्ड से झट कर देते हैं. अचानक किसी बड़े खर्चे के आ जाने पर हम अपनी क्षमता से ज्यादा किसी दोस्त, रिश्तेदार या औफिस में साथ काम करने वाले व्यक्तियों से पैसे भी उधार लेने में भी संकोच नहीं करते हैं.

इंस्टेट लोन या क्रेडिट कार्ड या किसी अन्य माध्यम की उपलब्धता के कारण आमतौर पर लोग अपनी उधारी चुका पाने की क्षमता से ज्यादा का उधार ले लेते हैं. ऐसे में आपकी आय का एक बड़ा हिस्सा पैसे चुकाने में ही जाने लगता है. परेशान होकर आप घर की संपत्ति को बेचने लगते हैं और अंतत: दिवालियापन की स्थिति आ जाती है. उधारी के समय ये सोचने की भूल न करें कि यह आसानी से मिल जाता है तो यह आसानी से चुकता भी हो जाएगा. तो हम आपको अपनी इस खबर में जानकारी दे रहे हैं कि आपको उधार लेते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.

बजट: हर जरूरी काम को पूरा करने के लिए बजट तैयार करना सबसे अहम होता है. आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आप किसी भी तरह के कर्ज के जाल में न फंसे. अगर आप अपने बजट को सही ढंग से तैयार कर लेंगे तो आप इस तरह की समस्या से आसानी से बच पाएंगे. सबसे पहले आपको यह कैलकुलेट करना चाहिए कि ईएमआई और अन्य बिल के बाद आपके अकाउंट में कितने पैसे बचेंगे. इसके बाद ही आपको किसी खर्चे का फैसला करना चाहिए.

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