आम तौर पर आपको कई बैंकों की ओर से क्रेडिट कार्ड के ऑफर आते होंगे. बैंक के एग्‍जीक्‍यूटिव आपको फ्री क्रेडिट कार्ड का ऑफर देते हैं. लेकिन वास्‍तव में क्रेडिट कार्ड पर आपको कई तरह का चार्ज देना पड़ सकता है. ऐसे में अगर आप को कोई बैंक फ्री केडिट कार्ड का ऑफर देता है तो आपको चार्जेज के बारे में पूरी जानकारी लेने के बाद ही क्रेडिट कॉर्ड का ऑफर स्‍वीकार करना चाहिए.

क्रेडिट कार्ड पर होते हैं किस तरह के चार्जेज

ज्‍यादातर बैंक ऑफर के तहत शुरूआती कॉस्‍ट और सालाना फीस माफ कर देते हैं. लेकिन बैंक ग्राहकों से एनुअल मेनेटेनेंस फीस चार्ज करते हैं. ऐसे में आपको क्रेडिट कार्ड पवर एनुअल मेनटेनेंस फीस चुकानी होगी. बैंक क्रेडिट कार्ड के डुप्‍लीकेट स्‍टेटमेंट, कैश विदड्राल और ऐसी स्‍पेशल सेवाओं के लिए चार्ज ले सकते हैं. कुछ खास ट्रांजैक्‍शन जैसे इंटरनेशनल खरीदारी पर एडिशनल ट्रांजेक्‍शन चार्ज लग सकता है. अगर आप क्रेडिट कार्ड बकाए का समय पर भुगतान नहीं करते हैं तो इस पर पर लगने वाला इंटरेस्‍ट और पेनल्‍टी के तौर पर लगने वाला चार्ज अलग होता है.

इंटरेस्‍ट चार्ज

अगर आपने क्रेडिट कार्ड से शॉपिंग की है और आपने क्रेडिट कार्ड बिल का समय पर भुगतान नहीं किया है तो बैंक बकाया राशि पर इंटरेस्‍ट चार्ज करते हैं. अलग अलग बैंकों क्रेडिट कार्ड पर 2.5 फीसदी प्रतिमाह से 4 फीसदी प्रतिमाह तक इंटरेस्‍ट चार्ज करते हैं.

लेट पेमेंट चार्ज

अगर आप क्रेडिट कार्ड का बिल ड्यू डेट के बाद जमा करते हैं तो बैंक या क्रेडिट कार्ड कंपनी इंटरेस्‍ट के अलावा लेट पेमेंट चार्ज करती है. लेट पेमेंट एक निश्चित राशि या मिनिमम आउटस्‍टैंडिंग बैलेंश का निश्चित फीसदी होता है. हालांकि यह अलग अलग क्रेडिट कार्ड कंपनी के लिए अलग-अलग हो सकता है.

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