डॉन माफिया पर बनीं है बॉलीवुड की ये फिल्में

कुछ ही दिनों में गैंगस्टर अरुण गवली की जिंदगी पर बनी फिल्म डैडी रिलीज होने वाली है. अर्जुन रामपाल ने इस फिल्म में मुख्य किरदार निभाया है.

अर्जुन रामपाल की फिल्‍म ‘डैडी’ कुछ ही दिनों में रिलीज होने वाली है. इस फिल्‍म में अर्जुन, मुंबई के जानेमाने ‘डैडी’ यानी अरुण गवली के किरदार में नजर आने वाले हैं. 44 साल के एक्टर ने इस किरदार को निभाने के लिए काफी मेहनत की है. अरुण गवली गैंगस्‍टर से राजनेता बने हैं और उनकी बेटी गीता गवली भी अब पार्षद हैं.

हम आपको बताते चलें कि यह पहला मौका नहीं है जब बॉलीवुड में किसी डॉन माफिया के उपर कोई फिल्म बनी होगी. गौरतलब है की बॉलीवुड में ऐसी भी फिल्में हैं, जो रियल लाइफ विलेन को पर्दे पर हीरो दिखाती हैं. आइए देखते हैं ऐसी ही कुछ फिल्में जो रियल लाइफ विलेन से प्रेरित हैं.

रईस

इस साल रिलीज हुई फिल्म ‘रईस’ गुजरात के गैंगस्टर अब्दुल लतिफ से प्रेरित है. अब्दुल पर शराब के अवैध कारोबार का आरोप है. फिल्म में रईस आलम बनें शाहरुख खान का किरदार अंडरवर्ल्ड डॉन अब्दुल लतिफ से प्रेरित था.

बैंडिट क्वीन

डकैत फूलन देवी के जीवन पर आधारित इस फिल्म में सीमा बिस्वास मुख्य किरदार में है. शेखर कपूर की इस को सर्वश्रेष्ठ फिल्म के राष्ट्रीय पुरस्कार फिल्मफेयर के सर्वश्रेष्ट फिल्म और सर्वश्रेष्ठ निर्दशन का भी पुरस्कार मिला था.

पान सिंह तोमर

एक सैनिक और एथलीट से बाघी डकैत बने पान सिंह तोमर के जीवन पर आधारित यह फिल्म बेहद शानदार है. तिग्मांशु धुलिया की इस फिल्म में इरफान खान मुख्य भूमिका में हैं. नेश्नल गेम्स में गोल्ड जीतने वाले पान सिंह तोमर की फिल्म को भी नेश्नल अवॉर्ड मिला.

शूटआउट एट लोखंडवाला

शूटआउट एट लोखंडवाला एटीएस के चीफ ए. ए. खान की कहानी है जो 16 नवंबर 1991 को 400 पुलिसकर्मियों के साथ लोखंडवाला कॉम्प्लैक्स में एक कुख्यात गैंगस्टर माया दोलास का एंकाउंटर करते हैं. अपूर्व लाखिया की इस फिल्म में विलेन ही असली हीरो हैं.

वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई

मिलन लथूरिया की यह फिल्म मुंबई अंडरवर्ल्ड की दुनिया को बेहद करीब से दिखाती है. हाजी मस्तान और दाउद इब्राहिम के जीवन पर बनी इस फिल्म ने अंडरवर्ल्ड की काली दुनिया पर राज करने वाले डॉन की अच्छाई और उसूलों को दर्शाया था. फिल्म बेहद सफल रही थी.

शूटआउट एट वडाला

2013 में आई संजय गुप्ता की यह फिल्म देश में पहले दर्ज एंकाउटर पर आधारित है. मुंबई पुलिस ने सबसा पहला एंकाउंटर मान्या सुर्वे का डॉं अंबेडकर कॉलेज, वडाला में जनवरी 11, 1982 को किया था. फिल्म काफी हिट रही थी.

रक्त चरित्र

आंध्र प्रदेश के राजनेता के जीवन पर बनी इस फिल्म में विवेक ऑबेरॉय मुख्य किरदार में हैं. एक नेता की असल जिंदगी में तमाम-उतार चढ़ाव और सत्ता तक पहुंचने की उसके सफर को इस फिल्म में अच्छे ढंद से दिखाया गया है.

ओए लक्की, लक्की ओए

‘सुपरचोर’ कहलाने वाले देवेंद्र बंटी की जिंदगी से प्रेरित इस फिल्म को लोगों ने काफी पसंद किया. एक चोर अपने शातिर दिमाग से कैसे लोगों और पुलिस वालों को बेवकूफ बना सकता है. अमीर लोगों के घरों से गाड़ियां, गहने, टीवी, म्युजिक सिस्टम के साथ यह चोर पालतू जानवरों को भी चुरा सकता है.

डर्टी पॉलिटिक्स

राजस्थान के कुख्यात भंवरी देवी मर्डर केस पर बनी इस फिल्म को दर्शकों ने कोई खास तवज्जो नहीं दी. राजनैतिक दबावों के चलते फिल्म ने रिलीज से पहले ही दम तोड़ दिया और फिल्म असलियत से भटक गई. कमजोर स्क्रिप्ट के कारण फिल्म फ्लॉप रही.

आपके टैवल ट्रिप पर क्या होगा जीएसटी का असर

जीएसटी लागू होने के बाद इसका असर रोजमर्रा की चीजों के साथ-साथ आपके ट्रैवल प्लान्स पर भी काफी पड़ सकता है. कुछ चीजें महंगी हो जाएंगी तो वहीं कुछ चीजों पर टैक्स में हुई कमी की वजह से कीमतें घटेंगी. जानें घूमने-फिरने पर क्या होगा जीएसटी का असर.

ट्रैवल

इकॉनमी क्लास में हवाई यात्रा करना सस्ता होगा. पहले के 6% की तुलना में 5% टैक्स लगाया जाएगा. लेकिन बिजनेस क्लास की टिकट महंगी होगी. अभी के 9% की जगह 12% जीएसटी लगेगा. तो वहीं ट्रेन जर्नी की बात करें तो स्लीपर क्लास की टिकट पर तो कोई असर नहीं पड़ेगा लेकिन एसी क्लास के रेल पैसेंजरों की जेब पर जीएसटी भारी पड़ने जा रहा है. जीएसटी लागू होने के बाद रेल किराए पर 5% टैक्स लगेगा.

टैक्सी

टैक्सी से इधर-उधर घूमना सस्ता हो जाएगा क्योंकि ओला और ऊबर जैसी कैब उपलब्ध कराने वाली कंपनियों पर सर्विस टैक्स पहले के 6 प्रतिशत की तुलना में 5 प्रतिशत हो जाएगा.

रेस्तरां

अब आप कहीं घूमने जाएंगी तो जाहिर सी बात बाहर रेस्तरां में ही खाएंगी. ऐसे में आपको बाहर खाने के लिए पहले से ज्यादा पैसा चुकाना होगा क्योंकि मौजूदा 6 प्रतिशत (भोजन पर टैक्स छूट मिलने के बाद) सर्विस टैक्स और वैट की जगह जीएसटी लागू हो जाएगा. हालांकि, सरकार का कहना है कि वास्तव में खाने पर खर्च नहीं बढ़ेगा. बहरहाल, होटल जो सर्विस चार्ज वसूला करते हैं, वह आगे भी जारी रहेगा.

होटल स्टे

होटल स्टे की बात करें तो बिल पर लगने वाले सर्विस टैक्स और लग्जरी टैक्स जैसे स्थानीय करों की जगह अब जीएसटी ही लगेगा. जीएसटी काउंसिल ने तय किया है कि 1,000 रुपये प्रतिदिन तक के किराए वाले होटलों से टैक्स न लिया जाए. लेकिन इसके बाद जीएसटी की दरें लागू हो जाएंगी और 5,000 के ऊपर के होटल स्टे पर जीएसटी बढ़कर 28% तक पहुंच जाएगा. यानी अगर आप 1 हजार रुपये प्रतिदिन की कीमत से ज्यादा वाले रूम में ठहरते हैं तो आपकी जेब को जीएसटी का भार उठाना पड़ेगा.

क्रेडिट कार्ड

क्रेडिट कार्ड रखना कभी भी आसान नहीं रहा है. अगर आप बाहर घूमने फिरने जाने पर क्रेडिट कार्ड से बिल चुकाते हैं तो जीएसटी लागू होने के बाद यह भी आपकी जेब पर भारी पड़ेगा. 1 जुलाई के बाद से जीएसटी 18% होगा जो पहले 15% ही था.

नेल पेंट लगाने के हैं कई नुकसान

हाथों की खूबसूरती बढा़ने में नाखून अहम भूमिका निभाते हैं. अपने नाखूनों को एट्रैक्टिव बनाने के लिए लड़कियां रोजाना नेल पेंट लगाती हैं. मगर इसका लगातार इस्तेमाल करना आपके लिए हानिकारक हो सकता है. कुछ समय के लिए तो नेल पेंट नाखूनों को खूबसूरत बनाता है लेकिन आगे चल कर यह नाखूनों को कई नुक्सान भी पहुंचा सकता है.

केमिकल

नेल पेंट में टालुईन नाम का केमिकल मिला होता जो आपके नाखूनों को रूखा बनाता है. इससे सिर दर्द और त्वचा संबंधी समस्याएं होती हैं. इसीलिए उन नेल पेंट का इस्तेमाल करें जिनकी क्वालिटी अच्छी हो. इसे लगाते समय ध्यान रखें कि यह आपकी आंख, नाक, मुंह और त्वचा से दूर रहे.

एलर्जी

नेल पेंट में फार्मेल्डिहाइड नामक केमिकल होता है. इसे नेल पेंट को चिपचिपा बनाने में उपयोग किया जाता है. इसकी वजह से खुजली की समस्या हो सकती है. आगे जा कर यह समस्या काफी बढ. जाती है.

नाखूनों को टूटना

कई लड़कियां हमेशा नाखुनों पर नेल पेंट लगा कर रखती हैं. इस वजह से नाखूनों की परत पतली होती है और जल्दी टूटने लगते हैं. इसलिए बीच के कुछ दिन नाखूनों को बिना नेल पेंट लगाए छोड़ दें और रोज 10-15 मिनट के लिए आपने नाखूनों को गर्म पानी में डुबो कर रखें. इससे वो हाइड्रेट होंगें.

बेस कोट

बेस कोट के बिना नेल पेंट लगाने से नाखून पीले पड़ जाते हैं. ऐसे में हमेशा नेल पेंट लगाते वक्त उसके ऊपर बेस कोट जरूर लगाएं.

नेल पेंट रिमूवर

नेल पेंट बदलने के लिए नेल पेंट रिमूवर का इस्तेमाल किया जाता है. इसमें एसिटोन नामक केमिकल होता है जो नाखूनों के नैचुरल ऑयल और नमी को सोख लेता है और आस-पास की त्वचा को रुखा बनाता है.

सिनेमा इंडस्ट्री पर क्या होगा जीएसटी का असर

देशभर में 1 जुलाई से वन नेशन, वन टैक्स के अंतर्गत जीएसटी लागू हो गया है. जिसे लेकर देशभर में लोगों के मन में आशंकाएं पनप रही हैं. ऐसा ही हाल फिल्म इंडस्ट्री का भी है, जहां लोगों के मन में मनोरंजन कर को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं. जीएसटी काउन्सिल ने मनोरंजन कर 18 और 28 फीसदी तय किया है, जिसके अंतर्गत बॉलीवुड सिनेमा और रीजनल सिनेमा का समावेश होगा.

जीएसटी को लेकर फिल्मों के शौकीन भी परेशान हैं कि जीएसटी लागू होने के बाद मूवी देखने में उनकी जेब कितनी कटेगी. जहां बॉलीवुड फिल्में बनाने में लागत बढ़ने की बात से परेशान है, वहीं बॉलीवुड फैन्स को टेंशन है कि फेवरेट एक्टर की फिल्म देखने के लिए उनको ज्यादा जेब ढीली करनी पड़ेगी.

जीएसटी के तहत दर्शकों को 100 रुपए या उससे कम की टिकिट पर 18 प्रतिशत टैक्स चुकाना पड़ेगा, वहीं 100 रूपए से अधिक की टिकिट पर 28 प्रतिशत टैक्स चुकाना पड़ेगा.

ऐसे में डिस्ट्रिब्यूटर्स का मानना है कि सिंगल थियेटर पर जीएसटी का असर मल्टीप्लेक्स के मुकाबले कम होगा. दरअसल, 100 रुपये का टिकट रेट फिलहाल सिंगल स्क्रीन पर मिल सकता है. ऐसे में अगर यहां की टिकट के दाम जीएसटी लगने के बाद कम रहते हैं तो सिंगल स्क्रीन सिनेमा पर फिल्म देखने वालों की भीड़ लौट सकती है.

जैसा कि आप जानते हैं अब तक फिल्मों पर मनोरंजन कर निर्धारित करना राज्यों के हाथों में था, जिसके तहत अलग-अलग राज्यों में टैक्स की दरें अलग-अलग थीं, जहां झारखंड में 110 प्रतिशत, तो उत्तप्रदेश में 60 प्रतिशत टैक्स लिया जाता था.

इसके अलावा आंध्र प्रदेश में मनोरंजन कर 20 प्रतिशत ही देना पड़ता था. इस हिसाब से देखा जाए, तो कुछ राज्यों में टिकिट दरें सस्ती, तो कुछ में महंगी हो सकती हैं. उत्तर प्रदेश में 60 प्रतिशत दर लगाई गई थी, वहां टिकिट दरों पर जीएसटी का फायदा लोगों को होगा.

कयास लगाए जा रहे हैं कि जीएसटी का असर बॉलीवुड से ज्यादा क्षेत्रीय फिल्मों पर पड़ेगा. दरअसल इन फिल्मों पर एंटरटेनमेंट टैक्स कम लगता है. कन्नड़ फिल्मों पर तो एंटरटेनमेंट टैक्स लगाया ही नहीं जाता है. लेकिन अब इन पर जीएसटी लगने से टिकट के दाम बढ़ जाएंगे जिनके चलते कम दर्शक इन फिल्मों को देखने सिनेमा हॉल पहुंचेंगे.

इस बिल को लेकर भले ही सरकार खुश हो, लेकिन फिल्म इंडस्ट्री के कुछ कलाकारों ने इसका विरोध किया है. इसमें कमल हसन और आर, माधवन का नाम सबसे ऊपर हैं. इन अभिनेताओं का मानना है कि 28 प्रतिशत के दर से अगर रीजनल सिनेमा पर टैक्स लगेगा, तो लोग आगे चलकर ऐसी फिल्में नहीं बनाएंगे.

एक इवेंट में एक्टर कमल हासन ने इस बारे में सरकार पर भी उंगली उठाई थी. उनका कहना था- इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म पर रीजनल सिनेमा ही अवॉर्ड जीतकर लाता है. ऐसे में सरकार ने इन फिल्मों को बॉलीवुड की हाई बजट फिल्मों के साथ हाई रेट टैक्स स्लैब में रखकर सही नहीं किया है.

इसके पीछे उन्होंने तर्क देते हुए उन्होंने बताया कि रीजनल सिनेमा के लिए प्रत्येक राज्य मनोरंजन कर में छूट देता है, जिसमें महाराष्ट्र में बॉलीवुड फिल्मों पर 45 प्रतिशत, तो मराठी फिल्मों में मात्र 7 प्रतिशत टैक्स लगता था. अब जीएसटी के मुताबिक इन फिल्मों पर मनिरंजन कर बढ़ जाएगा.

आपको बताते चलें कि फिल्में बनाने में भले ही भारत सबसे आगे है. लेकिन यहां फिल्म इंडस्ट्री के हालात अच्छे नहीं हैं. जिस तरह का बजट है, उस तरीके से फिल्में कमाई नहीं कर रही हैं. इसकी सबसे बड़ी वजह है पायरेसी.

दंगल हो या बाहुबली-2, तमाम फिल्में रिलीज के साथ ही इंटरनेट पर आ जाती हैं. इससे फिल्मों की कमाई को खासा नुकसान पहुंचता है. ऐसे में अगर जीएसटी से बढ़े रेट दर्शकों की ज्यादा जेब काटने लगे तो पायरेसी की डिमांड और होगी. इसके लिए इंडस्ट्री के साथ ही सरकार को भी अभी से अलर्ट होने की जरुरत है.

अब देखना ये है कि सरकार का ये फैसला फिल्म इंडस्ट्री के लिए फायदेमंद साबित होता है या नहीं.

अगर आप भी खाती हैं चॉकलेट तो आसानी से समझिए जीएसटी

जब से जीएसटी (GST) लागू करने का निर्णय लिया गया है तभी से लोगों के मन में एक सवाल रह-रह कर उठ रहा है, क्या है जीएसटी? शायद आप भी इसी सवाल को लेकर परेशान रहती हैं. इस सवाल के पीछे पूरा देश है, कुछ अर्थशास्त्रियों को छोड़ दें तो इस सवाल से सभी परेशान हैं. जीएसटी की टैक्स प्रक्रिया को सभी समझना चाह रहे हैं कि, आखिर एक देश में एक टैक्स सिस्टम कैसे काम करेगा.

जीएसटी को लेकर एक बहुत ही रोचक वीडियो आया है जिसे ‘ग्रेट इंडियन पॉलिटिक्स’ नामक यू-ट्यूब चैनल ने अपलोड किया है. इस वीडियो में जानी जानी-मानी अभिनेत्री पल्लवी जोशी ने बेहद आसान शब्दों में जीएसटी के बारे में बताया है.

अभिनेत्री पल्लवी जोशी ने इतने आसान शब्दों में जीएसटी की व्याख्या की है कि उसे एक छोटा बच्चा भी समझ जाए. अब आपने भी ऊपर वीडियो देख लिया होगा और समझ गए होंगे कि जीएसटी क्या है और इससे देश की कर प्रणाली में कैसे बदलाव आएगा.

फिर भी अगर आप जीएसटी से जुड़े तथ्यों और टैक्स सिस्टम को बारीकी से समझना चाहते हैं तो देखें ये वीडियो.

 

बिग बॉस को मिलने वाला है नया होस्ट!

पहले सोनी और फिर कलर्स चैनल पर आनेवाला लोकप्रिय शो बिग बॉस लगातार 10 सालों से टीवी पर धमाल मचाता आ रहा है. इस शो के 11वें सीजन की शुरुआत में अभी कुछ समय बाकी है और इसके कंटेस्टेंट्स पर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं.

लेकिन इसी बीच खबर आ रही है कि पिछले सात सीजन से यह शो होस्ट कर रहे बॉलीवुड के दबंग सलमान खान ने इस शो को अलविदा कह दिया है.

एक फिल्मी वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक, इस सीजन ‘बिग बॉस’ के होस्ट सलमान नहीं बल्कि अक्षय कुमार होंगे. रिपोर्ट में कहा गया है कि सलमान बहुत दिनों से ‘बिग बॉस’ छोड़ना चाहते थे. हर साल वह इस बात के संकेत भी दे देते थें. लेकिन शो के प्रोमोटर्स हर बार उन्हें मना लेते थे.

सलमान के ‘बिग बॉस’ छोड़ने के पीछे सबसे बड़ी वजह यह बतायी जा रही है कि उनकी प्राथमिकताओं की सूची में कई फिल्में और एंडोर्समेंट्स होते हैं और ‘बिग बॉस’ की वजह से उनका बहुत समय जाया चला जाता है.

ऐसे में सलमान ने इस साल ‘बिग बॉस’ छोड़ने का फैसला किया है. शो के प्रोमोटर्स अक्षय कुमार में सलमान खान का बेहतर विकल्प तलाश कर रहे हैं. और जहां तक खबरें आ रही हैं, अक्षय कुमार के साथ ‘बिग बॉस’ की बात बन गयी है.

अब इस खबर का सच बताते हैं हम. यह महज अफवाह है. ऐसा कुछ भी नहीं है. कलर्स ने इन तमाम खबरों का खंडन किया है. सूत्रों की मानें तो कलर्स के पीआरओ ने बताया कि इन सभी अफवाहों में कोई सच्चाई नहीं है और बिग बॉस-11 के होस्ट सलमान ही रहेंगे.

बोटिंग का लेना है मजा तो जाएं यहां

अगर आप कहीं घुमने की तैयारी कर रही हैं और साथ ही बोटिंग की शौकीन हैं तो आपको इन जगहों पर जरूर जाना चाहिए. आप यहां बोटिंग का मजा लेने के साथ साथ प्रकृति के करीब भी आ सकती हैं.

एलेप्‍पी व कुमारकोम झील, केरला

वैसे अगर बोटिंग की बात करें तो सबसे पहले दिमाग में केरला आता है. यहां एलेप्‍पी व कुमारकोम झील बोटिंग के लिए सबसे अच्‍छी जगह हैं. केरला में हाउस बोट काफी मशहूर हैं. अपने व्‍यस्‍त शेड्यूल से समय निकालकर यहां सुकून के पल बिताना काफी शानदार रहेगा. आस-पास पानी और चारों तरफ शांति, क्‍या खूबसूरत वो पल होगा इसकी आप कल्‍पना कर सकते हैं. एसी और नॉन-एसी दोनों तरह के बोट यहां उपलब्‍ध हैं.

नैनी झील, नैनीताल

नैनीताल स्थित नैनी झील इस शहर के आकर्षण का मुख्‍य केंद्र है. इस झील के नाम पर ही इस शहर का नाम नैनीताल पड़ा है. यह झील पहाड़ों के बीचों-बीच है. यह जगह इतनी खूबसूरत है कि यहां आकर आपका वापस जाने का मन नहीं करेगा. इस झील में बोटिंग करना आपको काफी पसंद आएगा.

डल झील, श्रीनगर

कश्‍मीर की बेहद खूबसूरत वादियों के बीच श्रीनगर की डल झील का जिक्र करना कैसे भूल सकते हैं. यह भारत के मशहूर झीलों में शुमार है और इसकी खूबसूरत व खामोशी का तो हर कोई कायल है. इसीलिए यह बोटिंग के लिए भी बहुत मशहूर जगह है. यहां आकर आपको काफी सुकून मिलेगा और बोटिंग के साथ खूबसूरत वादियों को निहारने का अपना एक अलग ही मजा है.

दमदमा झील, हरियाणा

अगर आप दिल्‍ली-एनसीआर में रहती हैं तो आपके लिए यह बहुत अच्‍छा विकल्‍प है. यह हरियाणा के गुड़गांव जिले में अरावली की पहाडि़यों के बीच स्थित है और चारों तरफ हरियाली भी है. एडवेंचर पसंद करने वालों को यहां जरूर मजा आएगा. आप यहां रो बोट, पैडल बोट और मोटर बोट इत्‍यादि से बोटिंग का लुत्‍फ उठा सकते हैं. यहां जाने का सबसे अच्‍छा मौसम विंटर है, क्‍योंकि गर्मियों में अक्‍सर दमदमा झील सूख जाती है.

पिछोला झील, उदयपुर

राजस्‍थान के उदयपुर शहर का यह झील ऐतिहासिक है. यहां पिछोली गांव के निकट इस झील का निर्माण राणा लाखा के काल (14वीं शताब्दी के अंत) में किसी बनजारे ने करवाया था. महाराणा उदय सिंह द्वितीय ने इस शहर की खोज के बाद इस झील का विस्तार कराया था.

झील में दो द्वीप हैं और दोनों पर महल बने हुए हैं. एक है जग निवास, जो अब लेक पैलेस होटल बन चुका है और दूसरा है जग मंदिर. आप यहां आसानी से बोटिंग का मजा ले सकते हैं. यहां सोलर पावर्ड मोटर बोट उपलब्‍ध हैं, ऐसे में आप इको-फ्रेंडली तरीके से बोटिंग कर सकती हैं.

झटपट बनाएं रसियन सलाद

सलाद बनाना बेहद आसान और काफी प्रसिद्ध है. रसियन सलाद भारत में बहुत प्रसिद्ध है. रसियन सलाद को ऑलीवर सलाद भी कहते हैं. इस सलाद को मेयोनीज ड्रेसिंग में बनाया जाता है. हम जैसे शाकाहारी लोगों के लिए यह रसियन सलाद का शाकाहारी रूप है. अगर आप चाहें तो इस सलाद को बनाने के लिए बाजार में मिलने वाली मेयोनीज सौस का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.

सामग्री

खीरा- 1 मध्यम

उबले आलू- 2 मध्यम

गाजर- 2 मध्यम

स्वीट कॉर्न- 1/3 कप

मेयोनीज सौस- ½ कप

नमक- ½ छोटा चम्मच

काली मिर्च स्वादानुसार

नींबू का रस- 1 छोटा चम्मच

शक्कर- ½ छोटा चम्मच (वैकल्पिक)

विधि

खीरे का छिलका हटा कर उसे अच्छे से धो लें. अब खीरे को लगभग आधा इंच के टुकड़ों में काट लें. आलू का छिलका हटा कर उसे भी लगभग आधा इंच के टुकड़ों में काट लें. गाजर को छीलकर धो लें और आधा इंच के टुकड़ों में काट लें. स्वीट कॉर्न को धोकर साफ कर लें.

एक कप पानी में दो चुटकी नमक डालकर उबालें. अब इसमें कटी गाजर और स्वीट कॉर्न डालें और दो मिनट के लिए उबालें. छलनी में डालकर पानी हटा दें और गाजर और स्वीट कॉर्न को अलग रखें.

एक बड़े कटोरे में सभी सब्जियां लें. अब इसमें ठंडी मेयोनीज सौस, नमक, काली मिर्च, नींबू का रस डालें, और अगर आप डालना चाहते हैं तो शक्कर डालें और सभी सामग्री को अच्छे से मिलाएं.

रसियन सलाद अब तैयार है. आप चाहें तो इस सलाद को क्रिस्प ब्रेड के साथ सर्व कर सकती हैं, या फिर मेन कोर्स के साथ सर्व करिए.

लकड़ी की कंघी है आपके बालों के लिए फायदेमंद

अपने बालों की देखभाल के लिए आप हजारों रुपये खर्च करती होंगी और घंटों पार्लर में समय बर्बाद करती होंगे. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आप जिस कंघी का इस्तेमाल करती हैं वह आपके बालों पर क्या असर करता है.

बालों को सवारने के लिए कई तरह की कंघी या ब्रश बाजार में उपलब्ध हैं, लेकिन आपने कभी यह सोचा कि आपके बालों के लिए क्या फायदेमंद रहेगा? आज हम आपको ऐसी ही एक बारीकी के बारे में बताएंगे.

आपको शायद ही पता हो कि बालों को संवारने के लिए लकड़ी की कंघी का इस्तेमाल फायदेमंद साबित हो सकती है. लकड़ी की कंघी से आप अपने बालों की बढ़िया देखभाल कर सकती हैं. आइए जानते हैं इसके फायदों के बारे में.

बालों की ग्रोथ

चूंकि लकड़ी एक नेचुरल पदार्थ है इसलिए इसके इस्तेमाल से बालों की भी अच्छी ग्रोथ होती है. इसके अलावा बोलों की मजबूती के लिए भी यह एक बढ़िया उपाय है. वहीं एक्सपर्ट का यह भी मानना है कि इसके इस्तेमाल से बाल डैमेज भी नहीं होते. गीले बालों में लकड़ी की कंघी घुमाने से भी बाल किसी साधारण कंघी के इस्तेमाल के मुकाबले कम टूटते हैं.

स्कैल्प के लिए फायदेमंद

लकड़ी एक प्राकृतिक पदार्थ है और इसका इस्तेमाल बालों को संवारने के लिए काफी पहले से होता रहा है. इसका इस्तेमाल आपके स्कैल्प को स्वस्थ बनाता है. इसे प्रयोग करने से स्कैल्प पर गर्मी बनती है जो सिर की ब्लड सर्क्युलेशन को बढ़ाता है. स्कैल्प स्वस्थ होने से बाल भी अच्छे बनते हैं.

डैंड्रफ से दिलाए छुटकारा

डैंड्रफ होने की वजह बाल नहीं बल्कि खराब स्कैल्प होता है. ऐसे में आप लकड़ी की कंघी के इस्तेमाल से स्कैल्प को स्वस्थ बना सकती हैं और डैंड्रफ की समस्या से छुटकारा पा सकती हैं.

क्या आप या आपके किसी खास को है नींद में बड़बड़ाने की आदत?

कुछ लोगों को नींद में खर्राटे लेने की आदत होती है, तो वहीं कुछ लोगों को नींद में बड़बड़ाने की आदत होती है. ऐसे लोग नींद में खर्राटे लेकर या फिर बड़बड़ाकर चैन की नींद सोते हैं लेकिन इनके आसपास के लोगों की नींद हराम हो जाती है.

हालांकि नींद में बड़बड़ाने की आदत के कई कारण हो सकते हैं लेकिन इससे छुटकारा पाने के लिए लोगों को डॉक्टर के पास जाना पड़ता है, क्योंकि उनके सामने इसके सिवा और कोई दूसरा रास्ता नहीं नजर आता है.

यहां हम आपको बता दें कि आप कुछ घरेलू नुस्खों का इस्तेमाल करके भी, इस समस्या से निजात पा सकती हैं. तो चलिए हम आपको बताते हैं वो 5 आसान घरेलू नुस्खे जिनकी मदद से आप नींद में बड़बड़ाने की आदत से छुटकारा पा सकती हैं.

1. आराम करें और भरपूर नींद लें

कई बार थकान की वजह से लोग नींद में बड़बड़ाने लगते हैं. इसलिए इससे बचने के लिए आराम करना बेहद जरूरी है. इसके साथ ही आपको भरपूर नींद लेनी चाहिए और अगर आपको ऐसी कोई बीमारी है तो दिन में समय मिलते ही कम से कम आधे घंटे की नींद लेने की आदत डालनी चाहिए.

2. शराब की आदत को कहें अलविदा

शराब पीने की आदत से भी नींद में बड़बड़ाने की समस्या हो सकती है इसलिए अगर आप शराब पीने की आदी हैं तो फिर आपको इस आदत से छुटकारा पाना होगा. अगर आप अपनी इस आदत को एकदम से नहीं छोड़ पा रही हैं तो धीरे-धीरे इसका सेवन कम कर दें.

3. तनाव मुक्त रहने की कोशिश करें

कई बार तनाव की वजह से भी लोग नींद में बड़बड़ाने लगते हैं. इसलिए अगर आप अपनी इस समस्या से छुटकारा पाना चाहती हैं तो आपको तनाव मुक्त रहने की कोशिश करनी चाहिए. अपने ऑफिस की टेंशन को ऑफिस में ही छोड़ आएं और घर पर मेडिटेशन या योगा का सहारा लें इसके अलावा ऐसा काम करें जिससे आपको खुशी महसूस होती है.

4. रात में चाय-कॉफी ना पिएं

नींद में बोलने की समस्या से छुटकारा पाने के लिए आपको रात में कैफीन वाली चीजें जैसे चाय या कॉफी का सेवन करने से बचना चाहिए. रात के वक्त चाय या कॉफी पीने से नींद में बाधा आती है और थकान महसूस होती है.

5. डॉक्टर की सलाह जरूर लें

तमाम कोशिशों और उपायों को आजमान के बाद भी अगर आपको इस समस्या से छुटकारा नहीं मिल रहा है तो फिर आपको डॉक्टर से परामर्श जरूर लेना चाहिए. डॉक्टरी सलाह से भी आप अपनी इस समस्या को काफी हद तक दूर कर सकती हैं.

ये घरेलू नुस्खे एकदम तेजी से दवा की तरह असर नहीं दिखाते बल्कि इनका असर धीरे-धीरे दिखाई देता है. इसलिए अगर आपको जल्दी ही इस समस्या से छुटकारा पाना है तो फिर इन घरेलू उपायों के साथ डॉक्टर की राय लेना ना भूलें.

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