आर्थिक तनाव सैक्स पर हावी तो नहीं

सैक्स केवल शारीरिक गतिविधि ही नहीं है वरन इस में भावनात्मक लगाव भी प्रमुख होता है. आर्थिक तनाव के कारण इमोशन के स्तर पर खासा प्रभाव पड़ता है. चिंता में डूबा मन शरीर का पूरी तरह साथ नहीं दे पाता है, जिस वजह से सैक्स लाइफ प्रभावित होती है. इस का प्रभाव केवल पतिपत्नी पर ही नहीं वरन घरपरिवार बच्चे और समाज पर भी पड़ता है. खराब सैक्स लाइफ का प्रभाव व्यक्ति की कार्यक्षमता पर भी पड़ता है.

वैसे तो हर तरह का तनाव सैक्स लाइफ पर असर डालती है. आर्थिक तनाव होने पर केवल खुद पर ही असर नहीं पड़ता साथी या पार्टनर पर भी असर पड़ता है. इस की वजह यह है कि पैसों की कमी के कारण डाक्टर और दवा दोनों मुश्किल हो जाते हैं.

पार्टनर को खुश रखने के लिए उपहार या घुमाना भी कठिन हो जाता है. जो लोग सालोंसाल से साथ होते हैं वे भी कमियां निकालने लगते हैं. कोविड 19 के समय आर्थिक तनाव का सब से बड़ा कारण मकान का किराया देना, नौकरी का चले जाना, पूरा वेतन न मिलना, समय पर वेतन न मिलना प्रमुख है.

कंपनियां तरहतरह के बहाने बना कर परेशान करती हैं ताकि कर्मचारी नौकरी छोड़ कर चला जाए. मंदी के कारण भले ही दूसरे हों पर इस का प्रभाव सैक्स पर पड़ रहा है, जिस की वजह से पतिपत्नी के बीच के स्वाभाविक रिश्ते खराग हो रहे हैं.

सामाजिक जीवन पर असर

आर्थिक तंगी में लोग बड़े शहर, बड़े घर और शहरों में रहने वाले अच्छे इलाके छोड़ कर कम खर्च वाली जगहों और शहरों में रहने के लिए मजबूर हो गए हैं. बच्चों को अच्छे स्कूलों से कम फीस वाले स्कूलों में एडमिशन कराने को मजबूर हो रहे हैं. आर्थिक तंगी का प्रभाव सामाजिक जीवन पर पड़ता है, जो तनाव का बड़ा कारण होता है.

महिलाओं पर यह असर अधिक पड़ता है. ऐसे में उस के सैक्स संबंध पति के साथ नहीं बन पाते. कई बार पति की तरफ से पहल होने पर भी पत्नी मना कर देती है.

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आर्थिक तनाव को खत्म करने के लिए लोग काम अधिक कर रहे जिस की वजह से सैक्स संबंधों के लिए समय भी नहीं मिल पा रहा है और थकान होती है वह अलग से सैक्स संबंधों की परेशानी जस की तस रह जाती है.

तनाव का प्रभाव महिलाओं पर अधिक

आर्थिक तनाव का प्रभाव महिलाओं पर पुरुषों से अधिक होता है. महिलाएं पुरुषों से ज्यादा पैसों की चिंता में उलझ रहती हैं. इन सभी बातों की चिंता के साथ उन का दिमाग सैक्स पर लग पाना और उस का मजा उठा पाना मुश्किल हो जाता है. आर्थिक तनाव सैक्स लाइफ को सब से अधिक प्रभावित करता है. इस तनाव में चाह कर भी व्यवहार पर कोई नियंत्रण नहीं होता.

तनाव के कारण कई तरह की शारीरिक परेशानियां बढ़ जाती हैं. जिन में सिरदर्द, पेट खराब होना, हाई ब्लड प्रैशर या सीने में दर्द जैसी कुछ प्रमुख हैं. ये परेशानियां बढ़ने से सैक्स लाइफ प्रभावित होती है. मानसिक स्वास्थ्य यानी मैंटल हैल्थ से डिप्रैशन, चिंता, पेनिक अटैक्स के साथसाथ इमोशनल प्रौब्लम्स भी काफी हद तक सैक्स लाइफ को प्रभावित करते हैं.

तनाव बढ़ने के कारण बौडी के हारमोंस मैटाबौलिज्म को प्रभावित करती हैं. तनाव के कारण दिमाग में नकारात्मक विचार पैदा होते हैं. इस के चलते बौडी में नैगेटिव इमेज बनने लगती है. इस से सैक्सुअल रिलेशन पर प्रभाव पड़ना स्वाभाविक है.

बिगड़ जाती है मैंटल हैल्थ

जब मन खुश नहीं होता, मूड खराब होता है, भावनात्मक उथलपुथल अधिक होती है तो सैक्स करने की इच्छा नहीं होती. एक की सैक्स लाइफ खराब होने का प्रभाव दूसरे की सैक्स लाइफ पर भी पड़ता है. आर्थिक तनाव का प्रभाव सब से पहले मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है. तनाव के कारण रिश्ते को ले कर कई तरह के खयाल मन में चलने लगते हैं. ऐसे में साथी भी परेशान होता है. वह रिश्ते पर ही सवाल करने लगता है.

कोई भी ऐसे इंसान के साथ बिस्तर पर नहीं जाना चाहेगा जो कि भावनात्मक रूप से स्थिर न हो. जब हम तनाव महसूस कर रहे होते हैं तो रिश्ते प्रभावित होते हैं.

कई बार इस तनाव के कारण आपसी बातचीत प्रभावित होती है. जो इस परेशानी को और भी बढ़ाता है.

सैक्स लाइफ को बेहतर करने के लिए तनाव को खत्म करना या अपनी सोच को बदलना जरूरी होता है. यह कहना आसान है, लेकिन शायद करना मुश्किल होता है. ऐसे में जरूरी है कि तनाव के प्रभाव को कम करने का प्रयास करें ताकि तनाव जीवन पर हावी न हो सके. ऐक्सरसाइज, काउंसलिंग के जरीए यह संभव हो सकता है.

इस से तनाव के स्तर को कम किया जा सकता है ताकि यह सैक्स लाइफ को प्रभावित  न कर सके. इसी वजह से कहा जाता है कि  जब बैडरूम में हों तो बाकी बातें बाहर ही छोड़ देनी चाहिए.

परेशानियां बढ़ाता है हारमोंस का असंतुलन

तनाव में होने के कारण शरीर में स्ट्रैस हारमोन कोर्टिसोल का स्तर बढ़ जाता है. कोर्टिसोल और एपिनेफ्रीन का स्तर बढ़ने से हैल्दी सैक्स लाइफ नहीं रह जाती. यह महिलाओं में सैक्सुअल क्षमता को कम कर देता है. जिस के कारण सैक्स लाइफ प्रभावित होती है.

कोर्टिसोल का स्तर बढ़ने से सैक्स हारमोन के रिलीज होने में परेशानी हो सकती है, जिसे सैक्स की इच्छा कम हो जाती है. इसलिए खुद को शांत और रिलैक्स रखें.

तनाव महिलाओं की माहवारी चक्र को भी प्रभावित करता है, जिस से माहवारी अनियमित हो जाती है. इस के कारण शरीर में हारमोनल बदलाव होते हैं, जो मूड स्विंग्स बढ़ा सकते हैं, जिस से तनाव बढ़ जाता है.

आर्थिक तनाव केवल शरीर के हारमोनल बैलेंस को ही प्रभावित नहीं करता है, बल्कि जब शरीर तनाव में होता है तो भावनात्मक रूप से भ लोगों पर प्रभाव पड़ता है. इस दौरान किसी से बात नहीं करने और लोगों से दूर जाने के अवसर ढूंढ़ रहे होते हैं.

इस के चलते साथी से भी भावनात्मक तौर पर अलगाव महसूस करने लगते हैं. सैक्स केवल शारीरिक गतिविधि नहीं है, इस में इमोशंस भी शामिल होते हैं. इस कारण आर्थिक तनाव में खुद को इस के लिए तैयार कर पाना मुश्किल होता है. आर्थिक तनाव के कारण आपस में इंटिमेसी कम हो जाती है. यह संबंधों के लिए और अधिक खतरनाक हो जाता है.

तनाव से कैसे निबटें

आर्थिक तनाव को दूर करने के लिए जरूरी होता है कि पैसे की परेशानियों को जीवन से दूर करें. जब तक आर्थिक हालात खराब बने रहते हैं तब तक आपस में बातचीत जरूर करते रहें. मन को मजबूत करें और यह सोचें कि जल्द ही कोई न कोई उपाय होगा. जो चीजें तनाव दे रही हैं उन से भागने के बजाय उन का सामना करें और उन्हें सुलझने की कोशिश करें.

अपने साथी को समय, साथ और भरोसा दें. अपनी क्षमता के अनुसार कहीं घूमने जाएं. घूमने से तनाव कम होता है, मूड ठीक होता है. तनाव को दूर करने के लिए ऐक्सरसाइज सब से अच्छा उपाय है. रिलैक्सिंग म्यूजिक भी माहौल को सुधारने का काम करती है.

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आर्थिक तनाव की हालत में मानसिक रूप से मजबूत रहना जरूरी होता है. मूड और बिहेवियर को समझने की कोशिश करें. इस से परेशानियों का सामना करना आसान हो जाता है. अपने साथी से बातचीत कर उसे समझाएं कि हमेशा एक जैसे दिन नहीं रहते हैं. उसे इस समय सहयोग करने के लिए कहें.

वे काम करें जो आप को खुशी देते हों. अपनी रुचियों को समय दें जैसे किताबें पढ़ना, गार्डनिंग, पेंटिंग या कुकिंग करना. इस से आप को अच्छा महसूस होगा. तनाव के अत्यधिक बढ़ने पर इसे अनदेखा न कर डाक्टर से सलाह लें. मनोवैज्ञानिक से मिलें. काउंसलिंग बहुत मददगार होती है.

ये 8 चीजें आप के पार्टनर में तो नहीं

जल्दबाजी में न लें कोई फैसला

बढ़ती उम्र में एकदूसरे के प्रति आकर्षण होना आम बात है. यह आकर्षण कब सैक्स संबंधों में परिवर्तित हो जाता है पता ही नहीं चलता. ऐसे में जरूरी है कि आप अपने पार्टनर को परखने में जल्दबाजी न करें, बल्कि देखें कि वह आप की कद्र करता है, ईमानदार है, उस के विचारों में परिपक्वता है, ओपन माइंडेड है, कूल है, आप को दिल से प्यार करता है, हमेशा आप पर अपना हक नहीं जताता है, आप पर भरोसा करता है, आप को बराबर का महत्त्व देता है, आप को अपने तरीके से जीने का मौका देता है, अगर ये सब गुण उस में हैं तो आप उसे अपना लाइफ पार्टनर बनाने के बारे में सोच सकते हैं.

आजकल जितनी तेजी से प्रेम संबंध बनते हैं, उतनी ही तेजी से टूटते भी हैं, क्योंकि इस रिश्ते में अधिकतर प्यार को पाने, एकदूसरे को समझने, एकदूसरे की भावनाओं की कद्र करना, अपना हर पक्ष अपने पार्टनर को बताने से ज्यादा उस के साथ संबंध बनाने की जल्दी होती है और फिर एक बार मतलब निकल जाने के बाद रिश्ते में कुछ नहीं बचता है और संबंध टूट जाता है.

यही कारण है कि आज प्रेम संबंध ज्यादा टिकते नहीं हैं. ऐसा आप के साथ न हो, इसलिए हम आप को बताते हैं ऐसी 8 बातों के बारे में, जिन्हें जान कर आप समझ जाएंगी कि आप का प्रेमी आप से प्यार नहीं बस टाइम पास कर रहा है.

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जिस्मानी संबंध बनाने की जल्दी

आप की दोस्ती को अभी महीना भी नहीं हुआ है और आप अभी एकदूसरे को अच्छी तरह जाने भी नहीं हैं. लेकिन आप का पार्टनर जब भी मिलता हो तो आप से हमेशा सैक्स की ही बात करता हो कि यार हम कब सैक्स करेंगे, मेरे फ्रैंड ने तो अपनी गर्लफ्रैंड के साथ कई बार संबंध बना लिए हैं. तुम बताओ कब तक इंतजार करवाओगी.

ऐसे में आप के कुछ नहीं बोलने पर पार्टनर द्वारा मुंह बना लेता है, आप से बात करना बंद कर देता है और समझने पर भी नहीं समझता है तो समझ जाएं कि आप का पार्टनर आप से सिर्फ जिस्मानी संबंध बनाने के लिए ही दोस्ती किए  हुए है.

बातबात पर शक

किसी भी रिश्ते की नींव विश्वास पर टिकी होती है और जब एक बार किसी भी रिश्ते से विश्वास खत्म हो जाता है तो उस रिश्ते को टूटने में देर नहीं लगती. आप का पार्टनर अगर आप पर छोटीछोटी बातों को ले कर शक करे, जैसे जब मैं तुम्हें कौल कर रहा था तब तुम किस से बात कर रही थीं, तुम्हारा फोन अकसर बिजी क्यों आता है, कहीं तुम्हारा किसी और के साथ अफेयर तो नहीं चल रहा, मैं जब भी तुम्हें बुलाता हूं तो तुम्हें आने में इतनी देर कैसे हो जाती है.

अगर इस पर आप के सफाई देने के बाद भी वह बारबार आप पर शक करे तो समझ जाएं कि यह रिश्ता ज्यादा दिन नहीं चलेगा. इसलिए समय रहते छोड़ने में ही समझदारी है, क्योंकि जिस रिश्ते में विश्वास नहीं उस रिश्ते की नींव हमेशा ही कमजोर रहती है.

अंकुश लगाने की कोशिश

यह सच है कि प्रेमी के लिए अपने बाकी दोस्तों को नहीं छोड़ा जा सकता. लेकिन अगर आप का पार्टनर आप से आप के बाकी दोस्तों को छोड़ने के लिए कहे, उन के साथ मूवी देखने पर रोक लगाए, उन के साथ आउटिंग पर जाने से रोके, यहां तक कि उन से फोन पर बात करना भी उसे अच्छा न लगे तो समझ जाएं कि वह आप को अपने हाथों की कठपुतली बना कर रखना चाहता है, जबकि यही सब चीजें वह खुद करता है और तब आप उसे नहीं रोकती हैं.

ऐसे में आप उसे प्यार से समझ दें कि मैं अपने प्यार और अपने दोस्तों के बीच बैलेंस बना कर चलना जानती हूं और अगर तुम्हें मेरे दोस्तों पर एतराज है तो मैं शायद इस रिश्ते को और आगे न बढ़ा पाऊं. ऐसे में अगर उसे अपनी गलती का एहसास हो जाए तो ठीक है वरना उसे बाय कहने में ही समझरी है.

आप के पैसों में रखे इंटरैस्ट

हो सकता है कि आप के पार्टनर ने आप से प्यार का नाटक सिर्फ आप से पैसे ऐंठने की खातिर ही किया हो. ऐसे में अगर पार्टनर आप से बारबार कोई न कोई बहाना बना कर पैसे लेने की कोशिश करे, आप को महंगे रैस्टोरैंट में ले जा कर आप से ही बिल पे करवाए, आप से ही महंगेमहंगे गिफ्ट्स वसूले, बातोंबातों में आप के नाम क्या प्रौपर्टी है व आप का बैंक बैलेंस कितना है पूछने की कोशिश करे और जब देने की बारी आए तो पैसों का रोना रोने लगे तो समझ जाएं कि उस ने आप से दोस्ती ही पैसों के लिए की है.

ऐसे में जो रिश्ता सिर्फ पैसों पर टिका होता है उस में न ही प्यार होता है और न ही रिश्ते की अहमियत का एहसास. इसलिए ऐसे रिश्ते को ढोने से अच्छा है छोड़ देना.

तुलना कर के नीचा दिखाने की कोशिश

अधिकांश लड़कों की यह आदत होती है कि उन्हें खुद की चीजों से संतुष्ट न हो कर दूसरों की चीजें ज्यादा अच्छी लगती हैं. यही बात उन की गर्लफ्रैंड पर भी लागू होती है. भले ही उन की गर्लफ्रैंड काफी स्मार्ट हो, लेकिन फिर भी उन्हें दूसरी लड़कियां ही ज्यादा स्मार्ट लगती हैं. इतना ही नहीं वे यह बात अपनी गर्लफ्रैंड से कहने से भी नहीं हिचकिचाते कि यार देखो तुम उस की तरह हौट क्यों नहीं रहती, देखो वह कितने सैक्सी कपड़े पहनती है और एक तुम हो कि हमेशा आंटी लुक में ही रहती हो.

अगर आप ने उस के लिए अपने लुक को बदल भी लिया, फिर भी यही बातें आप को सुनने को मिल रही हैं तो समझ जाएं कि ऐसा कर के वह आप को बस नीचा ही दिखाने की कोशिश करता है. इसलिए ऐसे इंसान के साथ रह कर अपने कौन्फिडैंस को लूज करने से अच्छा है कि उस से दूर हो जाएं.

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सीरत से ज्यादा सूरत से प्यार

अगर रिश्ते में सिर्फ सूरत ही देखी जा रही है और सीरत नहीं यानी आप की अच्छाइयों की जरा भी परवाह न हो तो समझ जाएं कि यह रिश्ता सिर्फ तब तक ही टिका है जब तक आप के पार्टनर को आप से ज्यादा सुंदर कोई और नहीं मिल जाता.

फिर जिस रिश्ते में सिर्फ और सिर्फ सुंदरता को ही महत्त्व दिया जाता है, उस रिश्ते की नींव पक्की नहीं होती है, जिस के कारण उसे ढहने में देर नहीं लगती. इसलिए आप सिर्फ खुद की सुंदरता के कारण ही किसी के साथ खुद को शेयर न करें वरना बाद में चोट लगने पर खुद को संभालना मुश्किल हो जाएगा.

कैरियर के लिए प्रमोट नहीं करना

सच्चा प्यार वही होता है, जिस में मस्ती के साथसाथ कैरियर जैसे गंभीर विषयों पर भी चर्चा होती हैं ताकि एकदूसरे के दिशानिर्देशों से आगे बढ़ने में सहायता मिल सके. लेकिन अगर आप का पार्टनर सिर्फ और सिर्फ आप के साथ मस्ती करना चाहता है और उसे आप के कैरियर से कोई मतलब नहीं है और आप की राय मांगने के बाद भी आप को सिर्फ यही जवाब दे कि यार पढ़लिख कर क्या करोगी, तुम तो सिर्फ किचन और हमें खुश करने के लिए बनी हो तो समझ जाएं कि आप का पार्टनर आप के कैरियर को ले कर बिलकुल भी सीरियस नहीं है. उसे सिर्फ अपनी मस्ती से मतलब है.

परवाह नहीं करना

प्यार में रूठनामनाना चलता रहता है. लेकिन आप का पार्टनर अगर आप की खुशी के समय साथ दे और आप के परेशान होने पर आप का हालचाल भी न पूछे तो आप के लिए यह इशारा काफी है कि यह रिश्ता सिर्फ आप की खुशी तक आप के साथ है.

इसलिए ऐसे रिलेशन से अच्छा है कि आप बाकी चीजों पर अपना फोकस कर के इस तरफ से अपना ध्यान हटा लें.

मंगेतर शादी से पहले संबंध बनाना चाहता है, मैं क्या करुं?

सवाल-

मैं 25 वर्षीय युवती हूं. 2-3 महीने बाद मेरी शादी होने वाली है. मंगेतर एक बड़ी कंपनी में अच्छे ओहदे पर कार्यरत है. मगर इस के बावजूद एक चिंता भी है. दरअसल, मंगेतर शादी से पहले संबंध बनाना चाहता है. इतना ही नहीं वह मोबाइल पर पोर्न वीडियो भी भेजता रहता है और जब भी बात करो तो सैक्स पर बातचीत अधिक करना चाहता है. वीडियो कौल के दौरान वह मुझे न्यूड होने के लिए भी बोलता है. कहीं मेरा मंगेतर किसी मानसिक विकृति का शिकार तो नहीं है? मुझे क्या करना चाहिए, कृपया सलाह दें?

जवाब

शादी से पहले सैक्स संबंध बनाना कतई उचित नहीं है. अगर आप का मंगेतर आप पर इस के लिए दबाव डाल रहा है, तो उसे साफ मना कर दें. रही बात उस के किसी मानसिक विकृति से ग्रस्त होने की तो यह तभी जाना जा सकता है जब कोई उस के नजदीक रहे.

अगर आप का मंगेतर सिर्फ सैक्स की ही बात करता है, पोर्न फिल्में देखने का शौकीन है, तो जाहिर है यह एक विकृति ही है, जिसे सैक्स ऐडिक्शन कहते हैं.

सैक्स ऐडिक्शन यानी सैक्स की लत एक मानसिक रोग है, जो न सिर्फ मानसिक स्वास्थ्य, बल्कि कैरियर के साथसाथ रिश्तों को भी प्रभावित करता है.

शोधकर्ता मानते हैं कि इस से पीडि़त व्यक्ति सैक्स फैंटेसी में खोया रहता है और उसे सैक्स पर बातें करना, पोर्न मूवी देखना, सैक्स करना अच्छा लगता है.

शोधकर्ताओं का मानना है कि सैक्स के मामले में खुद पर काबू नहीं रखने वाले लोग अपने साथसाथ दूसरों की जिंदगी भी प्रभावित कर देते हैं. यदि ऐसा व्यक्ति खुद को परेशान या तनाव में महसूस करता है तो वह बारबार सैक्स करना चाहता है ताकि उस का तनाव यानी स्ट्रैस कम हो सके.

आप का मंगेतर सैक्स ऐडिक्शन से पीडि़त है, यह तभी जाना जा सकता है जब वह खुद बताए या उस का कोई नजदीकी.

आप जो भी करें सोचसमझ कर और सावधानीपूर्वक. शादी गुड्डेगुडि़यों का खेल नहीं है. अगर आप को मंगेतर के व्यवहार से किसी विकृति का पता लग रहा हो तो आप यह खुद निर्णय लें कि आप को उस के साथ शादी करनी है अथवा नहीं.

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क्या महिला कंडोम सुरक्षित है?

सवाल

मैं 24 वर्षीय शादीशुदा महिला हूं. मेरी शादी हाल ही में हुई है. हम फिलहाल बच्चा नहीं चाहते. गर्भनिरोध के लिए पति कंडोम का इस्तेमाल करते हैं. सैक्स को आनंददायक बनाने के लिए यों तो बाजार में कई प्रकारों व फ्लेवर्स में कंडोम्स उपलब्ध हैं पर मैं ने महिला कंडोम के बारे में भी सुना है. क्या यह सुरक्षित है और सैक्स को मजेदार बनाता है?

जवाब-

पुरुष कंडोम की तरह महिला कंडोम भी गर्भनिरोध का आसान व सस्ता विकल्प है. महिला कंडोम न सिर्फ प्रैगनैंसी को रोकने में सक्षम है बल्कि यह सैक्स के पलों को भी रोमांचक बनाता है.

महिला कंडोम ‘टी’ शेप में होता है, जिसे वैजाइना में इंसर्ट करना होता है. शुरूशुरू में यह प्रक्रिया जटिल जरूर लग सकती है पर इस का इस्तेमाल बेहद आसान है और यह सैक्स को आनंददायक बनाता है. यह पूरी तरह सुरक्षित भी है. इस की डबल कोटिंग मेल स्पर्म को आसानी से सोख लेती है.

वैजाइना में इंसर्ट के दौरान इस की आंतरिक रिंग थोड़ी लचीली हो जाती है और बाहरी रिंग वैजाइना से 1 इंच बाहर रहती है.

सैक्स के दौरान इस कंडोम की बाहरी रिंग वैजाइना की बाहरी त्वचा को गजब का उत्तेजित करती है और सैक्स के पलों को मजेदार बनाती है.

इसे सैक्स से कुछ घंटे पहले भी लगाया जा सकता है. सब से अच्छी बात यह है कि कंडोम लगाए हुए बाथरूम भी जाया जा सकता है.

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महान मनौवेज्ञानिक सिगमंड फ्रौयेड ने कहा था, ‘कोई महिला-पुरुष जब आपस में शारीरिक सम्बन्ध बनाते हैं, तो उन दोनों के दिमाग में 2 और व्यक्ति मौजूद रहते हैं. जो उसी लम्हे में हमबिस्तर हो रहे होते हैं.’ इस बात को पढ़ते हुए मैं अचरज में था कि क्या ऐसा सच में होता है? अगर होता है तो ऐसा क्यों होता है?

यह साल था 2007. मैं उस वक्त 15 साल का टीनेज था और 9वीं क्लास में पढ़ रहा था. मुझे आज भी याद है, पहली बार क्लास में मेराएक क्लासमैटएक ‘पीले साहित्य की किताब’ ले कर आया था. जिस के कवर पेज पर एक जवान नग्न महिला की तस्वीर थी. किसी महिला को इस तरह नग्न देखना शायद मेरा पहला अनुभव था. जिसे देख कर उत्तेजना के साथ घबराहट भी होने लगी थी. आज के नवयुवक पीला साहित्य से परिचित नहीं हों तो उन्हें बता दूं यह आज के विसुअल पोर्न का प्रिंटेड वर्जन था.

पूरी खबर पढ़ने के लिए- आपकी पोर्न यात्रा में रुकावट के लिए खेद है…

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स्मार्ट वुमंस के लिए बेहद काम की हैं ये एप्स

आजकल के बिजी लाइफस्टाइल में जहां लेडिज घर और औफिस के बीच पिसती जाती हैं. वहीं अपनी हेल्थ को नजरअंदाज करके खिलवाड़ करती है. हेल्दी रहना हर किसी के लिए जरूरी है, लेकिन महिलाएं रोजाना घर और परिवार की देखभाल के कारण अपने खानपान और हेल्थ पर ध्यान नहीं दे पाती. इसीलिए अब टैक्नोलौजी इतनी बदल गई है कि महिलाएं अपने घर-परिवार का ख्याल रखते हुए अपनी हेल्थ का ध्यान रख पाएंगी. एंड्रौयड फोन्स में आजकल कई ऐसे एप आ गए हैं, जो महिलाओं की हेल्थ और पर्सनल प्रौब्लम को ध्यान में रखकर बनाए गए हैं, जो उनकी हेल्थ के साथ-साथ उनकी पर्सनल प्रौब्लम्स की भी जानकारी रखेगा, जिसे वह किसी के साथ शेयर नही कर सकती.

1. पीरियड ट्रैकर एप है जरूरी

ट्रैकिंग पीरियड, फर्टीलिटी और ओव्यूलेशन के अलावा, यह एप आपके मूड, दवाओं और यहां तक कि उन दिनों पर भी नज़र रखता है जब आप अपने पार्टनर के साथ इंटीमेट होते हैं.

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2. क्लू एप है आपकी हेल्थ के लिए परफेक्ट

यह एप महिलाओं को उनके सर्कल पर नज़र रखने में मदद करता है. लेडिज जितना ज्यादा डेटा एप में डालती है, और जितना ज्यादा वह एप का उपयोग करती है, उतना ही यह एप उपयोगी हो जाता है.

3. कईं लेडिज ने अपनाया है ज्ञान ज्योति एप

मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा) द्वारा बनाया गया यह एप शादीशुदा गांव की महिलाओं को वीडियो के जरिए उनके गर्भनिरोधक औप्शन्स के बारे में बताता है. ब्लूमबर्ग स्कूल औफ पब्लिक हेल्थ के जौन हौपकिंस विश्वविद्यालय द्वारा किए गए एक स्टडी के अनुसार, एप ने कुछ ही महीनों में मौर्डन परिवार नियोजन विधियों का उपयोग करने वाली महिलाओं की संख्या बढ़ाई है.

4. हेल्थ साथी एप का करें ट्राई

इस एप में महिलाओं और बच्चों के लिए बहुत सारी सर्विसें हैं और इसका उद्देश्य पूरे परिवार के लिए एक हेल्दी साथी होना है. यह बच्चों की देखभाल की सर्विस देता है.

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5. सेक्स और पर्सनल प्रौब्लम्स के लिए ट्राय करें लवडोक्टर एप

यह एक वर्चुअल काउंसलिंग प्लेटफौर्म है जहां महिलाएं अपने सेक्स और पर्सनल प्रौब्लम्स के बारे में प्रौफेशनल्स से बात कर सकती हैं. महिलाओं के लिए बनाई गई एक नौकरी पोर्टल साइट शेरोस (Sheroes) ने हाल ही में इसका अधिग्रहण किया था. कंपनी ने हाल ही में दुनिया का पहला स्नैपचैट चैनल लौन्च किया है जो उन टीनेजर्स को एडवाइस देते हैं, जो अब्यूसिव रिलेशन में हैं.

लव या लस्ट: 5 आसान तरीकों से जानें अपने रिश्ते का सच

चलिए आपको पहली नजर का पहला प्यार हो गया है. दिन-रात रोमांस और करवटें बदलने में गुजर रहे हैं. उन्हें हर दिन देखने के लिए इंतजार करना मुश्किल हो रहा है. आपके दिल और दिमाग में घर चुके उस प्यार को अब जीवनसाथी बना ही लिया जाए, ऐसा सोच रही हैं.

लेकिन जरा अपने दिमाग के रोमांटिक घोड़े को लगाम दीजिये और यह तो चेक कर लीजिए कि जिसे आप प्यार करती या करते हैं वो भी आपको love करता है या फिर आप उसके Lust (वासना) का सामान मात्र ही हैं.

यानी जब उसे सेक्स करना हो तभी आपकी याद आती हो ऐसा तो नहीं. हो भी सकता है और नहीं भी. क्योंकि लव और लस्ट में फर्क करना आसान नहीं होता. उलटे कई बार तो लस्ट में डूबा पार्टनर असली लवर से भी ज्यादा सीरियस रिएक्शन देता है.

इसलिए आप का प्यार भी कहीं प्यार और वासना के बीच उलझन में तो नहीं है, यह जानने के 5 आसान तरीके हैं. इन्हें अपने पार्टनर पर आजमा कर देखिये और लस्ट का लस्ट और लव का लव कर डालिए.

1. जब अंखियों में न झांके सैयां

पहली नजर का प्यार आंखों से ही शुरु होता है और लस्टबाज लवर की पकड़ भी आंखों से ही होती है. अगर आपको लगता है कि आपका प्यारा प्यार आपकी आंखों में झांकने में फेल हो जाता हो तो समझ जाइये उसे आपसे नहीं आपके फिगर और सेक्सुअल परफौर्मेंस से प्यार है.

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दरअसल रिलेशनशिप एक्सपर्ट मानते हैं कि आंखें किसी की नीयत समझने के लिए खिड़की जैसी होती हैं. जब कोई आपको प्यार करता है, तो वे आपको आंखों में निसंकोच देखेगा और अपनी दिल की बातें/भावनाएं जाहिर कर देगा, लेकिन अगर आंख में देखने के बजाए उसकी नजर आपके शरीर के अन्य हिस्सों जैसे स्तन, नितम्ब, जांघ पर केंद्रित है तो आप उसके लव नहीं बल्कि यौन रूचि पूरी करने का आसान रास्ता भर है. सो बी अलर्ट.

2. दोस्ती नहीं तो Sex Slave हैं आप….

दोस्ती प्रेम पर आधारित हर रिलेशनशिप की बहुत मजबूत नींव होती है, जब आप किसी से प्यार करते हैं, तो आप उसके दोस्त जरूर होते हैं. दोस्तों की तरह अपने लव पार्टनर के साथ हैंग आउट करना पसंद करते हैं. उसके साथ जोक्स शेयर करते हैं. जरूरत पड़ने पर एक-दूसरे के लिए हमेशा खड़े होते हैं और आपसी मतभेदों का सम्मान करते हैं. अगर आपके लव रिलेशनशिप से दोस्ती के पहलू को हटा दें तो फिर आपका सबंध उसके साथ मास्टर-स्लेव सरीखा हो जाता है.

जहां मालिक की इच्छा पूर्ति ही आपका इकलौता योगदान होता है रिलेशनशिप के नाम पर. अगर आपका पार्टनर आपसे दोस्त की तरह पेश नहीं आता और लव के नाम पर आपसे सेक्स करता है तो समझ जाइए कि आपका रिश्ता लस्ट की नींव पर टिका है. जो कभी भी भरभरा कर गिर सकता है.

3. सेक्स का 2.0  तो नहीं

जब दो लोग प्यार करते हैं, सेक्स सिर्फ एक फिजिकल एक्ट होता है. असली रिश्ता उसके बाद शुरू होता है और आपको इसका एहसास उसके स्पर्श करने के तरीके, बाहों में भरने और चुंबन के अंदाज से हो जाता है. सेक्स ही हो तो यह एक यांत्रिक यानी रोबोटिक रिलेशन बनकर रह जाता है जहाँ हम मशीनी कमांड की तरह सिर्फ सेक्स को ही तरजीह देते हैं. इसलिए प्यार अगर मशीनी होता जा रहा है तो चिंता की बात है.

साथ ही वह आपकी राय सम्मान करता है या नहीं? आप को भी सेक्सुअल प्लेज़र देने में दिलचस्पी रखता है? सिर्फ अपनी ही भूख मिटाता है? सेक्स के क्षणों में ही उत्साहित या आपके साथ हंसकर पेश आता है? जैसे फैक्टर भी तय करते हैं कि वह आपसे लव करता है लस्ट. सेक्स एक्सपर्ट मानते हैं कि सेक्सुअल एक्ट के बाद अगर आपका पार्टनर आपकी जिदगी से जुड़े असली मुद्दों पर ध्यान नहीं देता है और क्षणिक संतुष्टि पर फोकस रखता है तो ऐसे रिश्ते का कोई भविष्य नहीं होता.

4. फ से फ्यूचर…

यदि आपका रिश्ता पूरी तरह से वासना पर आधारित है, तो आपका पार्टनर भविष्य के बारे में कोई भी बात करने से बचेगा. जैसे पेरेंट्स से कब और कैसे मिलना है, उन्हें शादी के लिए कैसे मनाना है, शादी कब, कैसे करेंगे, घर कहां लेंगे, बच्चों के नाम क्या होंगे आदि.

दरअसल जो प्यार करते हैं वे एक एक-दूसरे के साथ भविष्य के सपने बुनते हैं. बिना फ्यूचर टाक के कोई भी रिश्ता टिकाऊ नहीं हो सकता है. यदि आपको भी उस से सेक्स से ही मतलब है तब कोई बात नहीं लेकिन अगर आपको उसके साथ अपना फ्यूचर नजर आता है जरा फिर से सोचिए. क्योंकि फ से फ्यूचर आपके लिए हो सकता है उसके लिए तो F से कुछ और ही होगा.

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5. तू किसी और से मिलके तो देख…

जो सिर्फ आपके शरीर से प्यार करते हैं और इस रिश्ते को लेकर गंभीर नहीं वे अक्सर आपको अकेले में ही मिलने के लिए फ़ोर्स करेंगे. यानी जब सेक्स की चाह होगी तो मिलेंगे लेकिन आपको अपने दोस्तों और परिवार से मिलाने से परहेज करेंगे. हमेशा कोई न कोई बहाना बनाकर अपने और आपके घरवालों से मिलने से बचेंगे. सब कुछ रहस्यजनक रहेगा. रिश्ते को निजी रखने की कोशिश का दिखावा कर आपको सब से अलग रखेंगे और सेक्स का आनंद लेंगे. इसलिए, अगर आपका साथी आपके सामने अपने परिवार और दोस्तों की बात नहीं करता तो यह प्यार नहीं है, बल्कि वासना है. दरअसल उनकी भावनाएं वासना की ओर हैं, वे सिर्फ आपके शरीर से प्यार करते हैं और कोई भावनात्मक कनेक्शन फील नहीं करते.

उम्मीद है इशारा समझ रहे होंगे और अगर 5 ट्रिक्स पढ़ ली हैं तो काफी हद तक अनुमान भी लगा लिया होगा कि आपका पार्टनर Lover है या Luster.

मेरी मां का व्यवहार मेरे साथ ठीक नही है, क्या कोई ऐसी संस्था है, जो मेरी मदद कर सकती है?

सवाल
मैं 19 वर्षीय युवती हूं. अपने घर से भाग आई हूं और अपनी एक सहेली जो पीजी में रहती है के साथ रह रही हूं. दरअसल, मैं 2 सालों से अपने घर में अपनी मां का व्यभिचार देख कर कुढ़ती रही हूं. पहले नाराजगी दिखा कर और फिर साफसाफ विरोध करने पर वे मुझे बरबाद करने या किसी के भी साथ शादी कर के घर से दफा करने की धमकी देने लगीं. इसलिए मुझे मजबूरन घर छोड़ना पड़ा.

मेरी मां बहुत ही बदचलन हैं. उन का एक नहीं 2-2 आदमियों के साथ चक्कर चल रहा है. मेरे पिता अकसर दौरे पर रहते हैं. उन्हें अपनी पत्नी पर अंधविश्वास है. देरसवेर वे मुझे ढूंढ़ लेंगी. मैं दिल्ली में रहती हूं. क्या कोई ऐसी संस्था है, जो मेरी मदद कर सकती है?

जवाब
आप बालिग हैं, इसलिए आप की मां आप के साथ कोई जबरदस्ती नहीं कर सकतीं. आप को अपनी मां के दुश्चरित्र की बात अपने पिता से करनी चाहिए थी या अपने किसी नजदीकी रिश्तेदार से. पर ऐसा न कर के आप घर छोड़ आई हैं. यदि आप को अपनी मां से खतरा है, तो आप स्थानीय पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराएं. सहेली का पता न दें वरना उसे परेशानी होगी.

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अवैद्य संबंधों के चक्कर में न बहकें कदम

पिछले दिनों एक समाचारपत्र में खबर आई थी कि एक विवाहित महिला का एक युवक से प्रेमसंबंध चल रहा था. दुनिया की आंखों में धूल झोंक कर दोनों अपने इस संबंध का पूरी तरह से आनंद उठा रहे थे. महिला के घर में सासससुर, पति और उस के 2 बच्चे थे. पति जब टूअर पर जाता था, तो सब के सो जाने पर युवक रात में महिला के पास आता था. दोनों खूब रंगरलियां मना रहे थे.

एक रात महिला अपने प्रेमी के साथ हमबिस्तर थी, तभी उस का पति उसे सरप्राइज देने के लिए रात में लौट आया. आहट सुन कर महिला और युवक के होश उड़ गए. महिला ने फौरन युवक को वहां पड़े एक खाली ट्रंक में लिटा कर उसे बंद कर दिया. पति आ गया. वह उस से सामान्य बातें करती रही. काफी देर हो गई. पति को नींद नहीं आ रही थी. महिला को युवक को ट्रंक से बाहर निकालने का मौका ही नहीं मिला. बहुत घंटों बाद उस ने ट्रंक खोला. ट्रंक में दम घुटने से युवक की मृत्यु हो चुकी थी.

उस के बाद जो हुआ, उस का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है. चरित्रहीनता का प्रत्यक्ष प्रमाण, तानेउलाहने, पुलिस, कोर्टकचहरी, परिवार, समाज की नजरों में जीवन भर के लिए गिरना. क्या कुछ नहीं सहा उस महिला ने. बहके कदमों का दुष्परिणाम उस ने तो सहा ही, युवक का परिवार भी बरबाद हो गया. बहके कदमों ने 2 परिवार पूरी तरह बरबाद कर दिए.

कभी न भरने वाले घाव

ऐसा ही कुछ मेरठ में हुआ. 2 पक्की सहेलियां कविता और रेखा आमनेसामने ही रहती थीं. दोनों की दोस्ती इतनी पक्की थी कि कालोनी में मिसाल दी जाती थी. दोनों के 2-2 युवा बच्चे भी थे. पता नहीं कब कविता और रेखा के पति विनोद एकदूसरे की आंखों में खोते हुए सब सीमाएं पार कर गए. कविता के पति अनिल और रेखा को जरा भी शक नहीं हुआ. पहले तो विनोद रेखा के साथ ही कविता के घर जाता था. फिर अकेले भी आने लगा.

कालोनी में सुगबुगाहट शुरू हुई तो दोनों ने बाहर मिलना शुरू कर दिया. बाहर भी लोगों के देखे जाने का डर रहता ही था. दोनों हर तरह से सीमा पार कर एक तरह से बेशर्मी पर उतर आए थे. अपने अच्छेभले जीवनसाथी को धोखा देते हुए दोनों जरा भी नहीं हिचकिचाए और एक दिन कविता और विनोद अपनाअपना परिवार छोड़ घर से ही भाग गए.

रेखा तो जैसे पत्थर की हो गई. अनिल ने भी अपनेआप को जैसे घर में बंद कर लिया. दोनों परिवार शर्म से एकदूसरे से नजरें बचा रहे थे. हैरत तो तब हुई जब 10 दिन बाद दोनों बेशर्मी से अपनेअपने घर लौट कर माफी मांगने का अभिनय करने लगे.

रेखा सब के समझाने पर बिना कोई प्रतिक्रिया दिए भावशून्य बनी चुप रह गई. बच्चों का मुंह देख कर होंठ सी लिए. विनोद को उस के अपने मातापिता और रेखा के परिवार ने बहुत जलील किया पर अंत में दिखावे के लिए ही माफ किया. सब के दिलों पर चोट इतनी गहरी थी कि जीवन भर ठीक नहीं हो सकती थी.

कविता को अनिल ने घर में नहीं घुसने दिया. उसे तलाक दे दिया. बाद में अनिल अपना घर बेच कर बच्चों को ले कर दूसरे शहर चला गया. लोगों की बातों से बचने के लिए, बच्चों के भविष्य का ध्यान रखते हुए रेखा का परिवार भी किसी दूसरे शहर में शिफ्ट हो गया. रेखा को विनोद पर फिर कभी विश्वास नहीं हुआ. दोस्ती से उस का मन हमेशा के लिए खट्टा हो गया. उस ने फिर किसी से कभी दोस्ती नहीं की. बस बच्चों को देखती और घर में रहती. विनोद हमेशा एक अपराधबोध से भरा रहता.

क्षणिक सुख

दोनों घटनाओं में अगर अपने भटकते मन पर नियंत्रण रख लिया जाता, तो कई घर बिखरने से बच जाते. कदम न बहकें, किसी का विश्वास न टूटे, इस तरह के विवाहेत्तर संबंधों में तनमन को जो खुशी मिलती है वह हर स्थिति में क्षणिक ही होती है. इन रिश्तों का कोई वजूद नहीं होता. ये जितनी जल्दी बनते हैं उतनी ही जल्दी टूट भी जाते हैं.

अपनी बेमानी खुशियों के लिए किसी के पति, किसी की पत्नी की तरफ अगर मन आकर्षित हो तो अपने मन को आगे बढ़ने से पहले ही रोक लें. इस रास्ते पर सिर्फ तबाही है, जीवन भर का दुख है, अपमान है. परपुरुष या परस्त्री से संबंध रख कर थोड़े दिन की ही खुशी मिल सकती है. ऐसे संबंध कभी छिपते नहीं.

यदि आप के वैवाहिक रिश्ते में कोई कमी, कुछ अधूरापन है तो अपने जीवनसाथी से ही इस बारे में बात करें, उसे ही अपने दिल का हाल बताएं. पति और पत्नी दोनों का ही कर्तव्य है कि अपना प्यार, शिकायतें, गुस्सा, तानेउलाहने एकदूसरे तक ही रखें.

स्थाई साथ पतिपत्नी का ही होता है. पतिपत्नी के साथ एकदूसरे के दोस्त भी बन कर रहें तो जीने का मजा ही और होता है. अपने चंचल होते मन पर पूरी तरह काबू रखें वरना किसी भी समय पोल खुलने पर अपनी और अपने परिवार की तबाही देखने के लिए तैयार रहें.

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किसी और की जरूरत कब

वैवाहिक जीवन में सैक्स की अहम भूमिका होती है. लेकिन यदि पति किसी ऐबनौर्मल सैक्सुअल डिसऔर्डर से ग्रस्त हो, तो पत्नी की जिंदगी उम्र भर के लिए कष्टमय हो जाती है. सैक्सोलौजिस्ट डा. सी.के. कुंदरा ऐबनौर्मल सैक्सुअल डिसऔर्डर के बारे में बताते हुए कहते हैं कि उन की क्लीनिक में शादी के बाद कृष्णानगर की मृदुला अपनी मां के साथ आई. हुआ यह था कि शादी के बाद मृदुला एकदम बुझीबुझी सी मायके आई, तो उस की मां उसे देख कर परेशान हो गईं. लेकिन मां के लाख पूछने पर भी उस ने कोई वजह नहीं बताई. उस ने अपनी सहेली आशा को बताया कि वह अब ससुराल नहीं जाना चाहती, क्योंकि उस के पति महेश उस से संबंध बनाने के दौरान उस के यौनांग में बुरी तरह से चिकोटी काटते हैं और पूरे शरीर को हाथ फेरने के बजाय नाखूनों से खरोंचते हैं. जिस से घाव बन जाते हैं, हलका खून निकलता है. उसे देख कर महेश खुश होते हैं. फिर संबंध बनाते हैं. यह कह कर मृदुला रोने लगी. डा. कुंदरा ने आगे बताया कि आशा ने जब उस की मां को यह बात ताई तो वे मृदुला को ले कर मेरे पास आईं.

मृदुला की तरह कई महिलाएं अपनी पीड़ा को व्यक्त नहीं कर पाती हैं. मृदुला का पति ऐबनौर्मल सैक्सुअल डिसऔर्डर से ही पीडि़त था. इस स्थिति में स्त्री के लिए पूरी जिंदगी ऐसे पुरुष के साथ बिताना असंभव हो जाता है. उसे ऐसे किसी व्यक्ति की जरूरत महसूस होने लगती है, जो उस के मन की बात को समझे और उसे क्या करना चाहिए, इस के बारे में बताए.

कारण

सैक्सोलौजिस्ट डा. रामप्रसाद शाह के मुताबिक, ऐबनौर्मल सैक्सुअल डिसऔर्डर से व्यक्ति कई कारणों से ग्रसित होता है:

सैक्सफेरामौन: यानी गंध के प्रति कामुकता. ऐेसे पुरुष स्त्री देह की गंध से उत्तेजित हो कर सैक्स करते हैं. ऐसे में कोई भी स्त्री, जिस की देह गंध से ऐसा व्यक्ति उत्तेजित हुआ हो, उसे हासिल करने के लिए वह किसी भी हद तक जा सकता है.

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ऐक्सेसिव डिजायर: दीपक की उम्र 60 साल से ऊपर है. इस के बावजूद भी वह घर से बाहर सब्जी बेचने वाली, घरों में काम करने वाली और सस्ती कालगर्ल से कभीकभी सुबह तो कभी रात भर रख कर संबंध बनाता है. संबंध बनाने के लिए वह शराब का भी सहारा लेता है. घर वाले उस से परेशान रहते हैं, इसलिए उस से अलग और दूर रहते हैं. ऐसे शारीरिक संबंध बनाने वाला व्यक्ति ऐक्सेसिव डिजायर से पीडि़त होता है.

फेटिशिज्म: इस में व्यक्ति उन चीजों के प्रति आकर्षित रहता है, जो उस की सैक्स इच्छाओं को पूरा करने में सहायक होती हैं. जैसे सैक्सी किताबें, महिलाओं के अंडरगारमैंट्स और दोस्तों से सैक्स की बातें करना.

लक्ष्मी नगर की निशा का कहना है कि उस के पति दिनेश हमेशा दोस्तों के साथ किनकिन महिलाओं के साथ सहवास कबकब और कैसेकैसे किया जैसी बातें हमेशा करते हैं. उस के बाद वह निशा से संबंध बनाने की कोशिश करते हैं. ऐसे व्यक्ति महिलाओं को छिप कर देखने के साथ उन के साथ संबंध बनाने के लिए आतुर भी रहते हैं. 

बस्टियैलिटी: ऐसे पुरुष पर सैक्स इतना हावी हो जाता है कि वह किसी से भी सहवास करने में नहीं झिझकता.

जयपुर का रमेश अपनी इसी आदत की वजह से अपनी साली की 14 साल की लड़की से शारीरिक संबंध बना बैठा. ऐसे पुरुषों द्वारा अकसर रिश्तों की मर्यादा को ताक पर रख कर ऐसे संबंध बनाए जाते हैं. ऐसे में असहाय महिलाएं, लड़कियां, यहां तक कि पशु भी गिरफ्त में आ जाते हैं.

ऐग्जिबिशनिज्म: इस से ग्रस्त व्यक्ति अपने गुप्तांग को महिला या छोटेछोटे बच्चेबच्चियों को जबरदस्ती दिखाता है. इस से उसे खुशी के साथ संतुष्टि भी मिलती है. लेकिन इस से अप्रत्यक्ष रूप से ही सही हानि होती है इसलिए इसे अब गैरकानूनी की धारा में रखा जाता है. इस में जुर्माना और कैद भी है.

पीडोफीलिया: इस सैक्सुअल डिसऔर्डर से पीडि़त पुरुष अकसर छोटी उम्र की लड़कियों व लड़कों से संबंध बना कर अपनी कामवासना को संतुष्ट करता है. नरेंद्र की उम्र 50 के ऊपर हो चुकी थी पर वह बारबार 14 से 15 साल की नाबालिग लड़की से शारीरिक संबंध बनाने की लालसा रखता था. आखिर उस ने नाबालिग से संबंध बना ही डाला और कई दिनों तक सहवास करता रहा. अंत में पकड़े जाने पर नेपाल की जेल में 14 साल की सजा काट रहा है.

वैवाहिक रेप

हालांकि यह अजीब सा लगता है कि विवाह के बाद पति द्वारा पत्नी का रेप. लेकिन इस में कोई दोराय नहीं कि आज भी कई विवाहित महिलाओं को इस त्रासदी से गुजरना पड़ता है, क्योंकि अकसर पति अपनी पत्नी की इच्छाओं, भावनाओं को भूल कर जबरन यौन संबंध बनाता है. यह यौन शोषण और बलात्कार की श्रेणी में आता है. हिंदू विवाह अधिनियम की धारा 375 और 379 के तहत पत्नी को अधिकार है कि वह ऐसा होने पर कानूनी तौर पर तलाक ले सकती है.

समाधान

सैक्सोलौजिस्ट डा. रामप्रसाद शाह का कहना है कि ऐसी स्थिति में नईनवेली दुलहन को संयम से काम लेना चाहिए. वह पति की उपेक्षा न कर के व ताना न दे कर प्यार से उसे समझाए.

सामान्य सहवास के लिए प्रेरित करे. ऐसे लोगों का मनोचिकित्सक द्वारा इलाज किया जा सकता है. ऐसे मरीज की काउंसलिंग की जाती है और बीमारी किस हद तक है पता चलने पर सलाह दी जाती है. अगर पति तब भी ठीक न हो और मानसिक व शारीरिक पीड़ा पहुंचाए, तो पत्नी तलाक ले कर अपनी जिंदगी को नई दिशा दे सकती है.

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वैज्ञानिकों का मानना है कि मस्तिष्क में स्थित न्यूरो ट्रांसमीटर में किसी प्रकार की खराबी, मस्तिष्क में रासायनिक कोशिकाओं में कमी, जींस की विकृति आदि इस समस्या की वजहें होती हैं और अकसर 60 साल से ज्यादा उम्र के व्यक्ति इस के शिकार होते हैं. गलत संगत, अश्लील किताबें पढ़ना, ब्लू फिल्में देखना आदि भी इस में सहायक होते हैं.

संबंध को कैसे रखें बरकरार

शुरूआती  दौर में जोशीला अंदाज की हवा संबंध पुराने होने पर क्यों नही टिक पाती  और इस तरह के अनोको सवाल जो आपको आपके पार्टनर से दूरि यां बनाने पर उकसाती है और आपके यौन क्रीडा को उबाऊ बनाती है. उनसे कैसे निकले और आपने पार्टनर के साथ नित्य नए अंदाज में सहवास के अंतिम पल तह मेज मस्ती कैसे करे..

कुछ मूलभूत बदलाव कर बदला जा  सकता है यौन संबंध :-

शुरूआती  दौर के प्यार का नाजुक दौर का होता है , कुछ समय के बाद कठोर होने लगता है , इसके पीछे नित्य एक ही अंदाज से एक ही स्थान पर , एक ही स्टाईल के साथ यौन क्रीडा करने के कारण होता है. आपने पार्टनर को बदलने का तो कोई सवाल की पैदा नही होता ,लेकिन पार्टनर के साथ आनंद लेने के लिए  अंदाज , संबंध और कुछ मूलभूत बदलाव कर बदला जा  सकता है , मस्ती से भरपूर,जोशीला और शक्तिपूर्ण यौन संबंध.

हर पल करे पहले मुलाकात की बात :-

आप जब भी पहली बार एक दुसरे से मिले होगे तो आपकी बाते कुछ अलग होगी. कुछ ऐसी बात जो आपने अपने पार्टनर से कहा और वह मस्ती से हंस पड़ी या कुछ इसी तरह की बात जो आपको अपने पार्टनर के बारे में अधिक जानने को मौका दिया होगा,  इस तरह के बातों को याद कर आप हार रात को सुहाग रात की तरह बना सकते है , बशर्ते आपको पार्टनर और आपके बीच वही पहली रात वाली बात बरकरार  करनी पड़ेगी.

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समझे बदलाव को : 

आपका मूड नही है और आपकी पार्टनर जोशीला अंदाज में आप पर टूट पड़ती है , आपका उस वक्त कभी न मत करे  कहे , ना कहने का तरीका अलग होना चाहिए. आप ऐसा भी कर सके है, आलिंगन करते हुए समझाए कि डियर / प्रिय / जान आज नही. अगर फिर भी वह नही मानती है तो उसके लिए उससे संबंध बना ले. क्योकि इस तरह के नाजुक पालो का संबंध पर दूर गामी प्रभाव पड़ता है. अपने पार्टनर  के मुड को हर पल भापने की कोशिश करे.

करे पार्टनर की  बढ़ाई :

आप जिसके साथ है ,उसके लिए आपकी हार बात फूलो और काँटों के सामान होती है , अत: आप अपने पार्टनर की वहा वाही जम कर करना और होसके तो जो भी बोले उसे पहले से तैयार रखे ,क्योकि आपके मुह से अगर मजाक में भी गलती से पार्टनर की बुरी निकलती  है तो काफी बुरा होगा.

सेक्स गेम को बढ़ावा दे :

अगर आपका मन यौन कीड़ा से उबने लगा है  और आप कुछ नया चाहते हो तो उस हालत में आप सेक्स से जुड़कर खेल- खेल सकते हो.जैसे कि आप शतरंज खेलो और शर्त रखो , कि जितने वाला हराने वाले के आदेश के  अनुसार चुम्बन करेगा. इस तरह के खेल सेक्स के प्रति आपको नया जोश भरने का काम तो करती ही है, साथ ही साथ आपसी आत्म विश्वास को बढाती है.

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नए जगह का चुनाव करे:

आपने पार्टनर के साथ नित्य एक ही बर्ड पर ,एक ही वातावरण में यौन संबध बनाने से थोड़ी सी उबाऊ माहौल बन जाता है.आप को हार बार यह कोशिश करना चाहिए की साल में काम से काम दो बार किसी जगह घुमाने जाना चाहिए और नए परिवेश में संबंध बनाना चाहिए. इससे आपके अन्दर नए ऊर्जा का समावेश होता है.

मेरी जांघ पर छोटा सा सफेद दाग है, क्या ये बात होने वाले पति को बतानी चाहिए?

सवाल

मैं 24 वर्षीय युवती हूं. सगाई हो चुकी है. इसी साल के अंत तक मेरी शादी होने वाली है. मैं अपनी शादी को ले कर बिलकुल भी उत्साहित नहीं हूं, क्योंकि मेरे घर वालों ने मेरे मंगेतर और उस के घर वालों को यह नहीं बताया कि मेरी जांघ पर छोटा सा सफेद दाग है. मैं ने 2 साल तक इस की दवा ली थी, इसलिए यह फैला नहीं. इसलिए मेरे माता पिता का कहना है कि इस के बारे में लड़के वालों को बताने की कोई जरूरत नहीं है. मैं अब तक चुप रही हूं पर भयभीत हूं कि शादी के बाद यदि पति को यह बात पता चलेगी तो उन का व्यवहार कैसा होगा? मैं उन की नजरों में गिर जाऊंगी. कृपया बताएं कि मुझे क्या करना चाहिए?

जवाब

रिश्ता तय होने से पूर्व दोनों पक्षों को वास्तव में एकदूसरे से कोई बात नहीं छिपानी चाहिए. पर चूंकि आप के माता पिता ने आप के भावी ससुराल वालों से यह बात छिपाई है और हो सकता है कि भविष्य में इस बात पर कोई विवाद भी न हो पर तब तक आप चिंतित रहेंगी. अगर डाक्टर ने कहा है कि चिंता की कोई बात नहीं तो आप को यह रहस्य खोलने की जरूरत नहीं. इस तरह की बीमारियां किसी को भी किसी भी आयु में हो सकती हैं.

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शादी के बाद धोखा देने के क्या होते हैं कारण

धोखा देना इंसान की फितरत है फिर चाहे वह धोखा छोटा हो या फिर बड़ा. अकसर इंसान प्यार में धोखा खाता है और प्यार में ही धोखा देता है. लेकिन आजकल शादी के बाद धोखा देने का एक ट्रेंड सा बन गया है. शादी के बाद लोग धोखा कई कारणों से देते हैं. कई बार ये धोखा जानबूझकर दिया जाता है तो कई बाद बदले लेने के लिए. इतना ही नहीं कई बार शादी के बाद धोखा देने का कारण होता है असंतुष्टि. कई बार तलाक का मुख्‍य कारण धोखा ही होता है. लेकिन ये जानना भी जरूरी है कि शादी के बाद धोखा देना कहां तक सही है, शादी के बाद धोखे की स्थिति को कैसे संभालें. क्या करें जब आपका पार्टनर आपको धोखा दे रहा है.

शादी के बाद धोखा देने के कारण

असंतुष्टि- कई बार पुरूष को अपनी महिला साथी से संभोग के दौरान असंतुष्टि होती है जिसके कारण वह बाहर की और जाने पर विविश हो जाता है और जल्दी ही वह दूसरी महिलाओं के करीब आ जाता है, नतीजन वो चाहे-अनचाहे अपनी महिला साथी को धोखा देने लगता है.

खुलापन- समाज में आ रहे खुलेपन के कारण भी पुरूष अपनी महिला साथी को धोखा देने से नहीं चूकता. दरअसल, समाज में खुलापन आने के कारण लोग खुली मानसिकता के हो गए हैं जिससे उन्हें विवाहेत्तर संबंध बनाने में भी कोई दिक्कत नहीं होती और महिलाएं भी बहुत बोल्ड हो गई हैं. इस कारण भी पुरूष अपनी महिला साथी का धोखा देते हैं.

संभावनाओं के कारण- आजकल विवाहेत्तर संबंध बनने की संभावनाएं अधिक हैं यानी विवाहेत्तर संबंध आसानी से बन जाते हैं. जिससे पुरूष अपनी पत्नी को धोखा देने लगते हैं, यह सोचकर कि उन्हें कुछ पता नहीं चलेगा.

आपसी वार्तालाप ना होना- पुरूष अकसर चाहते हैं कि वो अपनी पत्नी से खूब बातें करें और उनकी पत्नी भी अपनी बातें शेयर करें लेकिन जब आपसी वार्तालाप या संवाद की स्थिति खत्म हो जाती है तो रिश्तों में दरार आने और धोखा देने की संभावना अधिक बढ़ जाती है.

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प्रयोगवादी होना- लोग आजकल नए-नए एक्सपेरिमेंट करते हैं. जब कोई पुरूष रिश्तों से उबने लगता है तो वह एक्सपेरिमेंट करने से नहीं चूकता. लेकिन जब पत्नी इसमें सहयोग नहीं देती तो पुरूष धोखा देने लगते हैं.

महिलाओं का शादी के बाद धोखा देने के कारण

अफेयर होना- आमतौर पर महिलाएं शादी के बाद पुरूषों को इसीलिए धोखा देने लगती हैं, क्योंकि उनका शादी से पहले किसी से अफेयर होता है या फिर उनका पहला प्रेमी उन्हें परेशान और ब्लैकमेल करता है जिससे वे धोखा देने पर मजबूर हो जाती हैं.

विश्वास ना होना- इसीलिए कुछ महिलाएं धोखा देने लगती हैंक्योंकि उनका पति उन पर विश्वास नहीं करता या फिर बिना किसी वजह शक करता है.

बोरियत होना- कई बार महिलाएं घर में रहकर या फिर एक ही तरह के रूटीन से बोर हो जाती हैं और अकेले रहते-रहते वे बाहर की और आकर्षित होती हैं. नतीजन कई बार उनके इससे विवाहेत्तर संबंध भी बन जाते हैं.

साथी से विचार ना मिलना- कई बार पति से विचार ना मिलना या फिर हर समय घर के झगड़े के कारण भी महिलाएं बाहर की ओर आकर्षित होती हैं.

इसके अलावा भी बहुत से कारण हैं जिससे महिलाएं और पुरूष शादी के बाद भी अपने साथी को धोखा देने लगती हैं.

अगर आपकी भी ऐसी ही कोई समस्या है तो हमें इस ईमेल आईडी पर भेजें- submit.rachna@delhipress.biz
 
सब्जेक्ट में लिखे…  गृहशोभा-व्यक्तिगत समस्याएं/ Personal Problem
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