सवाल-

मैं 24 वर्षीय युवती हूं और मेरा पूरा दिन औफिस में कंप्यूटर पर काम करते बीतता है. कुछ दिनों से मेरी आंखों में रिड़कन रहती है और कभीकभी आंखों में दर्द  होने लगता है. कृपया उचित समाधान बताएं?

जवाब-

घंटो कंप्यूटर पर काम करने वाले लोगों में ड्राई आई की समस्या आम है. दरअसल, यह समस्या कंप्यूटर स्क्रीन पर आंखें एकटक लगातार गड़ाए रखने से उपजती है. इस के फलस्वरूप पलक झपकने की कुदरती गति धीमी पड़ जाती है और आंखों की बाहरी सतह को प्राकृतिक रूप से नम रखने वाली आंसुओं की सूक्ष्म धारा टूट जाती है. नतीजतन आंखें शुष्क पड़ जाती हैं.ड्राई आई की समस्या से उबरने के लिए जरूरी है कि आप पलकें समयसमय पर झपकाती रहें. काम करते हुए बीचबीच में कुछ देर के लिए कंप्यूटर छोड़ कर कोई दूसरा काम कर लें.चाहें तो खिड़की से ही बाहर झांक लें या दूर लगी तसवीर को निहार लें. जब कभी फोन परबात कर रही हों, तो अपनी आंखें मूंद लें. इतना करने भर से आंखों की नमी लौट आएगी और उन्हें राहत मिलेगी.आंखों को नम बनाए रखने के लिए दिन में 3-4 बार आंखों में टीयरप्लस या रिफ्रैश जैल आई ड्रौप्स भी इस्तेमाल में ला सकती हैं. समस्या फिर भी जस की तस रहे तो बेहतर होगा कि किसी आंख के डाक्टर से परामर्श कर लें. 

गरमी की तपन के बाद बारिश की रिमझिम फुहारें बड़ा सुकून देती हैं. लेकिन इस मौसम में नमी और उमस बढ़ने के कारण रोगाणु और बैक्टीरिया भी बड़ी संख्या में पनपने लगते हैं. इन के कारण आंखों के संक्रमणों जैसे स्टाई, फंगल इंफेक्शन, कंजक्टिवाइटिस और दूसरी कईं समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है. आंखें हमारे शरीर का बहुत ही नाजुक और महत्वपूर्ण अंग हैं, इसलिए मानसून में हमें अपनी आंखों का विशेष ध्यान रखना चाहिए. जानिए इस मौसम में आंखों की कौनकौन सी समस्याएं हो जाती हैं और इन्हें स्वस्थ्य रखने और संक्रमण से बचाने के लिए क्या करें.

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