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फैमिली स्टोरी

दरबदर: मास्साब को कौनसी सजा मिली

4 शादियां कर के सईद मास्साब ने अपनी जिंदगी को रंगीन बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी, लेकिन अपनी मनमरजी पर जीने वाले मास्साब भूल गए थे कि खुदगर्जी की सजा उन्हें कभी न कभी तो भुगतनी ही पड़ेगी.

  • Digital Team
  • ,
  • Apr 15, 2022
भाग - 1

इंग्लिश के अच्छे टीचर के अलावा सईद मास्साब स्कूल की कल्चरल, स्पोर्ट्स और सोशल ऐक्टिविटीज में हमेशा आगे रहते.

भाग - 2

अधेड़ उम्र की कमाऊ, कुंआरी लैक्चरर सईद मास्साब का नया शिकार थी. शहर से दूर यूनिवर्सिटी कैंपस में रफीका मैडम बिलकुल अकेली रहती थीं.

भाग - 3

सईद मास्साब के लिए बीवियों ने तो दरवाजे बंद कर लिए. छोटा भाई, जो उन का स्कूल चला रहा था, उन्हें अपने घर ले आया.

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