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फैमिली स्टोरी

अहंकार के दायरे: क्या बेटे की खुशियां लौटा सके पिताजी

बाबूजी ने स्वयं को झूठे अहंकार के दायरे में रख कर न केवल अपने जीवन में दुखों का समावेश किया बल्कि अपने बेटे की खुशियां तक ताक पर रख दीं.

  • Digital Team
  • ,
  • Jun 2, 2022
story in hindi
भाग - 1

नीरा ने अपना कांपता हुआ हाथ पति के हाथ पर रख कर उसे अपनी मौन स्वीकृति दी थी.

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भाग - 2

नीरा परेशान रहने लगी. उसे समझ नहीं आ रहा था कि इस समस्या को कैसे सुलझाए.

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भाग - 3

बाबूजी एचएएल का नाम सुन कर खामोश हो गए. यतीन भी तो यहां इसी फैक्टरी में  काम करता था.

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