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एक सुबह सुमित सो रहा था, उस का मोबाइल साइलैंट था, पर जब कविता नाम उस की स्क्रीन पर बारबार चमकता रहा, आरोही ने धीरे से फोन उठाया और दूसरे कमरे में जा कर जैसे ही हैलो कहा, फोन कट गया. आरोही ने यों ही व्हाट्सऐप चैट खोल ली और जैसेतैसे फिर कविता और सुमित की चैट पढ़ती गई, साफ हो गया कि दोनों का जबरदस्त अफेयर चल रहा है, गुस्से के मारे आरोही का खून खौल उठा.

साफसाफ सम  झ आ गया कि सुमित की बेरुखी का क्या कारण है. वह चुपचाप सोफे पर बैठी कभी रोती, कभी खुद को सम  झाती, सुमित के जागने का इंतजार कर रही थी, सुमित जब सो कर उठा, आरोही के हाथ में अपना फोन देख चौंका. आरोही का चेहरा देख उसे सब सम  झ आ गया. बेशर्मी से बोला, ‘‘क्या हुआ?’’

‘‘तुम बताओ, यह सब क्या चल रहा है?

‘‘तो तुम भी तो शादी से पहले लिव इन रिलेशनशिप में रही थी?’’

आरोही हैरान रह गई. बोली, ‘‘ये सब तो शादी से पहले की बात है और तुम्हें सब पता था. मैं ने तुम्हें शादी के बाद तो कभी धोखा नहीं दिया? तुम तो मु  झे अब धोखा दे रहे हो...’’

‘‘असल में मैं तुम से अलग होना चाहता हूं... मैं अब कविता से शादी करना चाहता हूं.’’

आरोही ने गुस्से से कहा, ‘‘तुम्हें जरा भी शर्म नहीं आ रही है?’’

‘‘तुम्हें आई थी लिव इन में रहते हुए?’’

‘‘पहले की बात अब इतने दिनों बाद करने का मतलब? अब अपनी ऐय्याशी छिपाने के लिए मु  झ पर ऊंगली उठा रहे हो?’’

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