सुमन को लग रहा था कि उस की जिंदगी अब खत्म हो चुकी है. जिस आदमी से शादी करने के लिए उस ने अपने पूरे खानदान से लड़ाई मोल ली, जिस के लिए उस ने अपना शानदार कैरियर छोड़ दिया. अपना शहर छोड़ दिया, आज किसी और के साथ जिस्मानी संबंध बनाए बैठा है.

इस खुलासे ने सुमन को तोड़ कर रख दिया. अपनी दोस्त तसनीम से फोन पर अपना दुख सुना कर सुमन बहुत रोई. तसनीम सुमन की बचपन की दोस्त है. दोनों एकदूसरे से तमाम बातें शेयर करती हैं. सुमन और जगदीश ने जब परिवार वालों की मरजी के खिलाफ कोर्ट मैरिज की, तब भी गवाह के तौर पर तसनीम साथ खड़ी थी और जब सुमन ने उसे बताया कि जगदीश के संबंध किसी दूसरी औरत से हैं तो वह सहसा यकीन नहीं कर पाई.

एक बच्चे का बाप बनने के बाद जगदीश सुमन को धोखा कैसे दे सकता है? वह तो सुमन से बहुत प्यार करता है और अपने बच्चे पर तो जान छिड़कता है.

तसनीम ने सुमन से डिटेल में पूरी बात जाननी चाही तो सुमन ने बताया कि जगदीश के औफिस बैग की चोर पौकेट में उसे कंडोम का पैकेट मिला है, जबकि उन दोनों के बीच शादी के बाद कभी इस का इस्तेमाल नहीं हुआ.

दरअसल, सुमन को सब्जी वाले को खुले पैसे देने थे और उस के पास खुले पैसे नहीं थे. सुमन ने यह सोच कर जगदीश का बैग खंगाला कि किसी पौकेट से चेंज मिल जाए तो उस के हाथ कंडोम का पैकेट लग गया, जिसे देख कर उस के होश उड़ गए.

सुमन ने जगदीश के सामने वह पैकेट रख कर जवाब मांगा तो वह घबरा गया. उस के चेहरे पर हवाइयां उड़ने लगीं. एकाएक चोरी पकड़े जाने से जगदीश हड़बड़ा उठा और तेजी घर से बाहर निकल गया. देर रात जब लौटा तो सुमन उस पर फट पड़ी. बात बहुत बढ़ गई तो जगदीश ने भी उस से कह दिया कि जब घर में खाना न मिले तो आदमी कहीं तो भूख शांत करेगा.

आखिर सुमन के सामने बात पूरी तरह साफ हो गई कि जगदीश का किसी अन्य औरत से संबंध है. कई दिन से दोनों के बीच बातचीत बंद है. रिश्ते में दरार पड़ गई है. जगदीश अपने 6 माह के बच्चे से भी अब उस तरह नहीं खेलता जैसे पहले खेलता था. सुमन जब रोरो के थक गई तब उस ने अपना दर्द तसनीम को बताया.

गलती किस की

तसनीम और उस के पति हारून ने जगदीश को अपने घर बुला कर बात की तो जो वजह सामने आई उस में सुमन की गलती ज्यादा लगी. दरअसल, प्रैगनैंट होने के बाद से ले कर डिलिवरी तक सुमन और जगदीश अपने होने वाले बच्चे को ले कर बहुत खुश और उत्साहित थे. दोनों ने उस के लिए खूब शौपिंग भी की थी. पूरी प्रैगनैंसी में जगदीश ने सुमन का भरपूर खयाल रखा.

इस बीच जगदीश ने कभी सुमन से सहवास की मांग नहीं की. मगर बच्चे के 6 महीने का होने के बाद भी सुमन पति से दूर ही रहती है. कभी थकान का बहाना तो कभी बच्चे की देखभाल का. वह जगदीश के साथ संबंध बनाने को तैयार ही नहीं है. आखिर जगदीश अपनी इच्छाओं को कब तक मारता. वह तंग आ कर एक सैक्स वर्कर के घर जाने लगा. इन्फैक्शन वगैरह से बचने के लिए उस ने कंडोम रखना शुरू कर दिया.

जब तसनीम ने सुमन से उस की सैक्स लाइफ के बारे में पूछा तो वह बोली, ‘‘बेबी होने के बाद मेरा मन ही नहीं होता. अजीब वितृष्णा सी हो गई है. एक तो बच्चा सारी रात जगाता है. फिर दिन में घर का काम और बच्चे का काम उसे इतना थका देता है कि मुझे ऊपर से सैक्स बहुत बो?ा दिखाई देता है.’’

तसनीम ने जब जगदीश की जरूरत उसे सम?ाई तो सुमन को भी इस बात का एहसास हुआ कि गलती उस की भी है. डेढ़ साल से ऊपर हो गया मगर एक बिस्तर पर होते हुए भी दोनों एकदूसरे से कितनी दूर हो गए हैं.

अनेक कारण हैं

सुमन जैसी कहानी कई महिलाओं की है. बच्चा होने के बाद बहुत सारी महिलाओं से सैक्स ड्राइव मंद पड़ जाती है. वैसे तो डाक्टर्स गर्भावस्था के दौरान भी सैक्स से नहीं रोकते हैं जब तक महिला को कोई मैडिकल परेशानी न हो. नौर्मल डिलिवरी के 2 महीने बाद स्त्री का शरीर सहवास के लिए तैयार हो जाता है, मगर अनेक महिलाएं बच्चा होने के बाद सैक्स से दूर हो जाती हैं और उन के पति अपनी शारीरिक जरूरत पूरी करने के लिए बाहर भटकने लगते हैं.

आखिर बच्चा होने के बाद औरत सैक्स के लिए उस तरह क्यों तैयार नहीं हो पाती है जैसे पहले होती थी. इस के अनेक कारण हैं. गाइनोकोलौजिस्ट डा. नीना बहल कहती हैं, ‘‘डिलिवरी के बाद औरत के शरीर में बहुत बदलाव आते हैं. नौर्मल डिलिवरी हो या सिजेरियन, मां के शरीर में खून और ताकत की काफी क्षति होती है. फिर इस समय महिलाओं को हारमोनल बदलाव के कारण डिप्रैशन भी महसूस होता है. इस की वजह से नई मांओं में सैक्स ड्राइव कम हो जाती है. आमतौर पर यह देखने को मिलता है कि शिशु को जन्म देने के बाद अधिकतर महिलाओं की सैक्स में इच्छा बिलकुल नहीं होती है.

जिन के 1-2 बच्चे हो चुके होते हैं वे जिंदगी की दूसरी जरूरतों जैसे बच्चों की परवरिश, उन की पढ़ाई, उन्हें स्कूल से लाना ले जाना, उन के खाने, कपड़े का ध्यान रखना आदि में ज्यादा इन्वौल्व हो जाती हैं क्योंकि उन के पति इन कामों में उन की कोई मदद नहीं करते हैं. वे सोचते हैं कि बच्चा पैदा करने और पालने की जिम्मेदारी सिर्फ पत्नी की है. ऐसे में पत्नी पति को वक्त नहीं दे पाती है.’’

शारीरिक बदलाव और समय की कमी के अलावा भी कई कारण हैं जो महिलाओं में सैक्स के प्रति अरुचि पैदा करते हैं जैसे:

  1. थकान

दिनभर और रात में भी बारबार जाग कर शिशु की देखभाल में लगे रहने की वजह से अकसर मांओं को हर वक्त शारीरिक और मानसिक थकान बनी रहती है. डिलिवरी के बाद महिलाएं अपनी जिंदगी में बाकी चीजों पर ध्यान नहीं देती हैं और सारा समय अपने नवजात की देखभाल में लगी रहती हैं. इस से मांओं की यौनइच्छा में कमी आती है. पति को यह बात सम?ानी चाहिए कि उस की पत्नी ही सिर्फ मां नहीं बनी है बल्कि वह भी बाप बना है तो बच्चे के प्रति उस की भी कुछ जिम्मेदारी बनती है. अगर बच्चे की थोड़ी देर पति भी देखभाल कर ले तो पत्नी को रिलैक्स होने के लिए कुछ समय मिल जाएगा.

2. डिप्रैशन

कई महिलाएं डिलिवरी के बाद डिप्रैशन का शिकार हो जाती हैं. प्रसव के बाद स्ट्रैस, ऐंग्जाइटी और थकान सब मिल कर महिला के मानसिक स्वास्थ्य पर असर डालते हैं. इस से महिला की यौनइच्छा में कमी आती है. डिलिवरी के बाद शरीर में आए बदलावों, हारमोन, शिशु की जिम्मेदारी और पति के साथ रिश्ते में थोड़ी दूरी आने की वजह से मानसिक स्ट्रैस तो बढ़ ही जाता है, कभीकभी यह गहरे अवसाद का रूप भी ले लेता है. इस का सीधा असर सैक्स लाइफ पर पड़ता है. औरत में सैक्स की इच्छा तभी होती है जब उस का मन हलका और उमंग से भरा हो, शरीर में ऊर्जा महसूस हो और अपने पति से उसे प्रेम हो.

3. हारमोनल बदलाव और ब्रैस्ट फीडिंग

डिलिवरी के बाद हारमोनल लैवल में बहुत बड़ा बदलाव आता है. ऐस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरौन जैसे हारमोन तेजी से गिरते हैं जिस से नैचुरल लूब्रिकेशन की प्रक्रिया में गड़बड़ी होती है. इस से महिलाओं की यौनइच्छा में कमी आती है. ब्रैस्ट फीडिंग कराने वाली माताओं की यौनइच्छा में कमी आना आम बात है. ब्रैस्ट फीडिंग ऐस्ट्रोजन हारमोन बनाने को प्रभावित करता है और इस से महिलाओं में सैक्स के प्रति अरुचि पैदा होती है.

4. मोटापे की चिंता

प्रैगनैंसी के दौरान हर महिला का कम या ज्यादा वजन बढ़ता ही है. शरीर और लुक में आए इस बदलाव को देख कर अकसर महिलाएं टैंशन में रहती हैं. ऐसे मोठे थुलथुल शरीर को पति के सामने खोलने में उन्हें हिचकिचाहट होती है. वे इस चिंता में रहती हैं कि किस तरह जल्दी से जल्दी बढ़े वजन को घटा कर पहले जैसी शेप में आ जाएं. बढ़े वजन के कारण उन के मन में असुरक्षा और बौडी इमेज को ले कर चिंता घर कर लेती है. इस तरह के स्ट्रैस में होने पर भी सैक्स की इच्छा में कमी आती है.

अपनी सैक्स ड्राइव कम होने के संबंध में आप किसी ऐक्सपर्ट या फिर किसी सहेली की सलाह ले सकती हैं. इस बात का ध्यान रखें कि शिशु को जन्म देना एक खास एहसास है और इस के बाद आने वाले बदलावों में कोई बुरी बात नहीं है इसलिए अपने वेट या किसी और बौडी चेंज को ले कर चिंता करने की जरूरत नहीं है.

5. एकदूसरे को समझें

अगर महिलाएं खुद पर थोड़ा ध्यान दें, तो वे अपनी सैक्स लाइफ को फिर से पहले की तरह ऐंजौय कर सकती हैं. हारमोनल चेंज के कारण उत्पन्न अवसाद के लिए डाक्टर की सलाह पर दवा ली जा सकती है ताकि बदलाव पर कंट्रोल हो सके. इस के अलावा अपने पार्टनर से बात कर अपनी फीलिंग्स के बारे में बताएं. बच्चे की देखभाल में पति की भी मदद लें. पति को एहसास अवश्य कराएं कि बच्चे को पालना उनकी भी जिम्मेदारी है.

रात में बच्चे के रोने पर हर बार आप ही जागें यह जरूरी नहीं. आप का पार्टनर भी उठ कर बच्चे को सुला सकता है. इस से पति को आप की थकान का एहसास भी हो सकेगा.

इस तरह मिलजुल कर बच्चे की देखभाल करने से दोनों के बीच निकटता आएगी. आप एकदूसरे की फीलिंग्स से भी रूबरू होंगे और आप की सैक्स लाइफ पुन: पटरी पर लौट आएगी.

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