तनावमुक्त व स्वस्थ जीवन जीने के लिए जरूरी है शुद्ध और साफ हवा का घर में आना. लेकिन बढ़ते  प्रदूषण से आज हरकोई किसी न किसी बीमारी से ग्रस्त है. प्रदूषण घर के बाहर ही नहीं बल्कि घर के अंदर भी होता है क्योंकि घर के ही भीतर कुछ ऐसी विषैली गैसें होती हैं जो प्रदूषण फैलाती हैं. जिन का नतीजा अच्छी नींद का न आना, भूख न लगना, हमेशा थकान महसूस होना वगैरह है.

डब्ल्यूएचओ के अनुसार 42 लाख लोगों की मौत खुले स्थानों पर वायु प्रदूषण की चपेट में आने से होती है. इस के अतिरिक्त 38 लाख लोगों की मौत घरों से निकलने वाले धुएं के कारण होती है. प्रीमैच्योर बर्थ, हृदयरोग, क्रौनिक औब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज और फेफड़ों का  कैंसर जैसी बीमारियों का कारण बढ़ता प्रदूषण भी है.

प्रदूषण से बचने के लिए हम मास्क व एअर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन हमारे शरीर को अधिक जरूरत होती है प्रकृतिक वातावरण की, जिसे आप कुछ पौधों को अपने घर में लगा कर पा सकते हैं. ये पौधे बाथरूम से निकलने वाली अमोनिया गैस, कूड़ेकरकट से फौर्मेल्डिहाइड गैस, डिटर्जैंट से बैंजीन, फर्नीचर से ट्राईक्लोरोइथीलीन, गैसस्टोव से कार्बन मोनोऔक्साइड के प्रभाव को कम करते हैं.

नवंबर माह में पराली जलाए जाने से प्रदूषण का स्तर इस कदर बढ़ जाता है कि खुली हवा में सांस लेना भी मुश्किल हो जाता है. समय रहते इन पौधों को अपने घर में लगाएं और बढ़ते प्रदूषण से खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित बनाएं :

1.इंग्लिश आइवी 

यह पौधा  94% तक हवा को शुद्ध कर सकता है. यह बैंजीन, टोल्यूनि, औक्टेन और ट्राइक्लोरोइथिलीन जैसे वीओसी के प्रभाव को कम करता है. जब रात में सारे पौधे कार्बन डाइऔक्साइड गैस छोड़ते हैं तब यह हमें औक्सीजन देता है. बेहतर नींद के लिए आप इसे अपने बैडरूम में भी लगा सकते हैं. अस्थमा के मरीजों के लिए यह काफी अच्छा साबित हो सकता है.

2. स्पाइडर प्लांट 

इस पौधे को पानी की जरूरत कम होती है. यह पौधा बैंजीन, फौर्मेल्डिहाइड, कार्बन मोनोऔक्साइड और जाइलिन, चमड़े, रबड़ और मुद्रण उद्योगों में इस्तेमाल होने वाले नुकसानदेह गैसों से हमें सुरक्षित रखता है.

3. पीस लिली

यदि आप अपने घर को महकाना चाहते हैं तो इस पौधे को घर के भीतर लगा सकते हैं. हफ्ते में एक बार पानी व कम रौशनी ही इसे पसंद होते हैं. यह पौधा वायु प्रदूषण को रोकने की अद्भुत क्षमता रखता है. यह आप के घर के भीतर साबुन, डिटर्जैंट से निकलने वाली बैंजीन गंध, कूड़े की गंध को सोखने की क्षमता रखता है.

4. ऐरेका पाम 

यह पौधा लगभग 3-5 फीट की ऊंचाई तक बढ़ता है. इसे हलकी रौशनी व कम पानी की ही जरूरत होती है. किसी मरीज या गर्भवती महिलाओं के कमरे में इसे लगाने से उन की सेहत पर अच्छा असर पड़ता है. यह हवा से जाइलिन, कार्बन मोनोऔक्साइड, फौर्मेल्डिहाइड, टोल्यूनि, नाइट्रोजन डाइऔक्साइड और ओजोन के प्रभाव को कम करता है.

5. स्नैक प्लांट (सैंसेवीरिया ट्रीफैसिया) 

यह पौधा फौर्मैल्डिहाइड और बैंजीन जैसे विषैले पर्दार्थों को हटा कर आप के घर को अंदर से साफ रखता है. यह पौधा नाइट्रोजन औक्साइड और प्रदूषित हवा को अपने अंदर खींच लेता है। यह दिनरात औक्सीजन देने वाला पौधा है.

6. ऐलोवेरा (घृतकुमारी) 

यह घर के अंदर व बाहर हलके सूरज की रोशनी और थोड़ी नम मिट्टी में लगाया जा सकता है. यह हवा से फौर्मेल्डिहाइड और बैंजीन को साफ करने में मदद करता है. यह रात को औक्सिजन छोड़ता है जिस का सकारात्मक असर सेहत पर पङता है। यह औषधीय गुणों से भरपूर पौधा है.

7. वीपिंग फिग

यह पत्तेदार पौधा लंबे समय तक जीवित रहता है. इस की पूर्ण लंबाई 10 फीट तक होती है. इसे बढ़ने में समय लगता है, लेकिन इस की अच्छी देखभाल हो तो यह हमें परदे, कालीन और फर्नीचर से निकलने वाली धूल तक से बचाता है. इसे उज्ज्वल, अप्रत्यक्ष रोशनी में रखें जिस से इस की पत्तियों को नुकसान न हो.

और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...