सवाल

मेरी उम्र 29 साल है. मेरे हाथ सर्दियों में तो फट ही जाते हैं गरमियों में भी रूखे रहते हैं. मुझे क्या करना चाहिए?

जवाब

सब से पहले तो इस बात का ध्यान रखें कि नहाने व हाथ वगैरह धोने के लिए जो साबुन का इस्तेमाल करती हैं चैक करें कहीं वह हाथों को ड्राई करने वाला तो नहीं. आप जो वाशिंग पाउडर का इस्तेमाल करती हैं उसे भी चैक करें कि क्या वह आप के हाथों को ड्राई तो नहीं करता. अगर ऐसी कोई बात है तो साबुन और वाशिंग पाउडर बदल कर देखें. मौइस्चराइजर युक्त साबुन का इस्तेमाल करें.

अपने बाथरूम व किचन में मौइस्चराइजिंग क्रीम जरूर रखें ताकि जब भी आप पानी का काम करें तो काम खत्म होते ही टौवेल से हाथों को सुख लें और बिना भूले मौइस्चराइजर लगा लें. रात को सोते हुए किसी किस्म की पोषक क्रीम का इस्तेमाल जरूर करें. घर में हाथों को मौइस्चराइज करने के लिए नीबू के रस में चीनी और थोड़ा शहद डाल कर अपने हाथों पर धीरेधीरे रगड़े ताकि चीनी के दाने खुल जाएं. उस के बाद ताजा पानी से हाथ धो लें.

ऐसा आप रोज कर सकती हैं. इस से आप के हाथ मौइस्चराइज हो जाएंगे और ड्राइनैस नहीं लगेगी. महीने में 1 या 2 बार किसी अच्छे ब्यूटी क्लीनिक में मैनीक्योर जरूर करवा ले. इस से हाथों की मृत त्वचा हटेगी और कोमलता आएगी. इस के अलावा आप रोज नहाने से पहले हाथों को बेबी तेल से मसाज करें और नहाने के बाद मौइस्चराइजर जरूर लगाएं. हफ्ते में 1 या 2 बार उबटन का भी इस्तेमाल कर सकती हैं. उबटन घर में बनाने के लिए चोकर, बेसन हनी, मलाई व हलदी मिला कर धीरेधीरे हाथों पर मलें और फिर 3-4 मिनट बाद हाथों को धो लें.

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मैं 24 साल की हूं. अभी से मेरे चेहरे पर बहुत झुर्रियां पड़ गई हैं. मुझे लगता है कि मैं बहुत ही कम उम्र में बुढि़या जैसी दिखने लगूंगी. कृपया मेरी मदद करें झुर्रियों का सब से बड़ा कारण है रूखी त्वचा.

इस किस्म की त्वचा के भीतर उपस्थित फाइबर की लचक कम होती है जिस के कारण ?ार्रियां जल्दी आ जाती हैं. रूखी त्वचा या तो जन्मजात होती है या फिर नमी और तेल की कमी से त्वचा में रूखापन आ जाता है जिस से फाइबर्स के सिरे सूख जाते हैं और लचक कम होने से वहां की त्वचा ढीली पड़ जाती है. कम उम्र में ?ार्रियां पड़ना आप की अपने स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही को दर्शाता है. आप प्रोटीन, विटामिन ए बी सी और आयरन युक्त पौष्टिक आहार लें. इस के लिए आप दूध, दही, अंकुरित अनाज, अंडे और हरी सब्जियां पालक, मेथी, खीरा, बंदगोभी आदि प्रचुर मात्रा में लें.

एक अन्य कारण अल्ट्रावायलेट रेज भी हैं. आप खुद को  धूप से बचा कर रखें. जब भी घर से निकलें शरीर के खुले हिस्सों पर सनस्क्रीन लगाना न भूलें. धूप का चश्मा और छाते का भी इस्तेमाल करें. मानसिक तनाव के कारण भी झुर्रियां पड़ जाती हैं. अपनी चिंता का कारण ढूंढ़ें और समस्या को हल करें. हमेशा खुश रहने की कोशिश करें. लगातार बीमार रहने और ज्यादा अंगरेजी दवाइयां खाने के कारण भी झुर्रियां पड़ जाती हैं. कोशिश करें कि सिरदर्द या हलकी सी शारीरिक तकलीफ में अंगरेजी दवा लेने की जगह घरेलू इलाज खोजें. हां, अगर समस्या गंभीर है तो दवाइयां लेनी ही पड़ेंगी.

जो लोग हमेशा एसी में रहते हैं उन की त्वचा में लगातार नमी कम होती जाती है. इस से भी झुर्रियां पड़ने का खतरा रहता है. ऐसे में आप मौइस्चराइजर जरूर लगाएं.घरेलू इलाज के तौर पर खूबानी मसल कर चेहरे और गरदन पर लगा लें. 10 मिनट बाद उसे धो लें. 2 चम्मच पका केला और2 चम्मच मलाई मिला कर चेहरे पर लगा लें. 10 मिनट बाद धो लें. रूखी त्वचा की झुर्रियों के लिए चेहरे और गरदन पर जैतून के तेल की मालिश करें. गरदन पर हमेशा नीचे से ऊपर की तरफ मालिश करें.

 

 

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