भारतीय संस्कृति में हर त्यौहार का अपना महत्व है.हर त्यौहार एक जश्न होता है.इस जश्न को मनाने के लोगो के अपने अपने अंदाज है.बौलीवुड में तो यह पैसे के दिखावे का त्यौहार/उत्सव रहा है.बौलीवुड में दीवाली के दिन मां लक्ष्मी का पूजन करने से अधिक जष्न मनाने व एक दूसरे को उपहार देने का उत्सव ज्यादा है, जिसमें हर धर्म के कलाकार शिरकत करते हैं.अमिताभ बच्चन,अनिल कपूर,शाहरुख खान, आमीर खान,एकता कपूर,भूषण कुमार सहित कई फिल्मी हस्तियां ‘दीवाली पार्टी का आयोजन कर दीवाली का जश्न मनाते हैं.जी हाॅ! कई बॉलीवुड सितारे दिवाली पार्टी के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर देते हैं. इन सितारों को दिवाली जश्न काफी शानदार और देखने लायक होता है.इनकी पार्टी में बौलीवुड के तमाम सितारे भी शामिल होते हैं.
दिवाली से एक सप्ताह पहले या दिवाली के दिन जिस कलाकार की फिल्म प्रदर्शित हो और वह सफल हो जाए, उसके यहां दीवाली का जश्न देखते ही बनता है.मगर अफसोस की बात यह है कि इस बार दीवाली से पहले जितनी फिल्में प्रदर्शित हुई हैं,वह सभी फिल्में बुरी तरह से असफल हो चुकी है.जिसके चलते बौलीवुड में उदासी का माहौल है. मगर शाहरुख खान अति उत्साहित हैं. इस वर्ष उनकी दो फिल्में ‘पठान’ व ‘जवान’ बाक्स आफिस पर धमाल मचा चुकी हैं.और उन्हे पूरा यकीन है कि 22 दिसंबर को प्रदर्शित होने वाली उनकी फिल्म ‘डंकी’ सफलता के नए रिकार्ड बनाएगी.फिल्म ‘डंकी’ का निर्माण शाहरुख खान ने खुद राज कुमार हिरानी व जियो स्टूडियो के साथ मिलकर किया है.तो वहीं दीवाली के दिन यानी कि रविवार,12 नवंबर को सलमान खान की फिल्म ‘‘टाइगर 3’’ प्रदर्शित होगी. इस फिल्म को लेकर कोई उत्साह नजर नही आ रहा है.इससे पहले सलमान खान की बतौर अभिनेता और बतौर अभिनेता सात आठ फिल्में बुरी तरह से बाक्स आफिस पर दम तोड़ चुकी हैं.इससे भी सलमान खान उत्साहित नही है.वैसे ‘टाइगर 3’ का निर्माण ‘यशराज स्टूडियो’ ने किया है और इसके निर्देशक मनीष शर्मा हैं.यह पहला मौका है,जब ‘यशराज फिल्मस’ दीवाली का बहाना कर अपनी फिल्म ‘टाइगर 3’ का ‘प्रेस शो’ भी नहीं करेगा. इसलिए सलमान खान कैंप में दीवाली के जष्न को लेकर फिलहाल खामोशी है. माना कि बौलीवुड में बाक्स आफिस पर फिल्मों की लगातार असफलता के चलते उदासी है,फिर भी बौलीवुड के कलाकारों ने दीवाली उत्सव मनाने की तैयारियां कर ली हैं.
आइए,जानते है कि इस बार दीवाली पर बौलीवुड के सितारे क्या करने वाले हैं
‘‘दीवाली पर हमारे मन्नत में ‘अतिरिक्त चमक-दमक‘ होगी.’’ –शाहरुख खान
‘‘हमारे लिए तो दीवाली का त्यौहार खुशियो का त्याहार है.हम खुशियां बांटने में यकीन करते हैं.हम त्योहारों का आनंद लेते है क्योंकि त्योहार हमें अपने प्रियजनों के साथ समय बिताने का मौका देते हैं.इस अवसर पर हमारे मन्नत में ‘अतिरिक्त चमक-दमक‘ होगी.मुझे लगता है,त्योहारों में,आप सिर्फ परिवार के एक साथ रहने और कुछ जश्न मनाने और कुछ का इंतजार करने की उम्मीद करते हैं.अगर और कुछ नहीं, तो बस घर में ढेर सारी मिठाइयाँ रखना, कुछ वजन बढ़ाना और ताश खेलना.साथ रहने का मजा ही कुछ और है परिवार और घर को सजाना, इसलिए मैं इसके लिए उत्सुक हूं.दीवाली का त्योहार उपहार देने व लेने का दिन है.वैसे भी हम तो हर त्यौहार मनाते हैं.दिवाली के दिन हम अपने परिचितों को ‘दिवाली उपहार’ भेजते हैं.हम चाहते हैं कि सभी इस त्योहार में खुश होकर जश्न मनाए.हम अपनी कंपनी ‘रेड चिल्ली’ के दफ्तर जाकर सभी कर्मचारियों के संग भी दिवाली मनाते हैं.इस बार भी हम यह सब करने वाले हैं.’’
‘‘पति व बेटी के साथ दीवाली का जश्न मनाउंगी,दिए जलाउंगी..’’ –आलिया भट्ट
आलिया भट्ट कहती हैं-‘‘बचपन से अब तक मैने दीवाली का जश्न अलग अलग शहरों में मनाती आयी हूं.मेरे पापा हमेशा दीवाली के दिन जश्न मानते आए हैं.मैं जब से समझदार हुई हूं या यूं कहें कि पिछले कुछ वर्षों से दीवाली का त्योहार अपने दोस्तों व सहेलियों के साथ मनाते आए हैं.दीवाली के दिन हम सभी मिलते हैं और एक साथ मिलकर दिए जलाते हैं.अच्छा, मीठा व स्वादिष्ट भोजन करते हैं.कई तरह के गेम खेलते हैं.मौज मस्ती करते हैं.हाॅ! इस दिन हम सभी परंपरा गत भारतीय पोशाक ही पहनते हैं.मैं तो हर दीवाली के दिन अति खूबसूरत लाल रंग या पीले रंग की साड़ी पहनकर ही दिए जलाती हूं.
लेकिन इस बार की दीवाली मेरे लिए कुछ खास मायने रखती है.यह दीवाली मेरी शादी के बाद की दूसरी दीवाली होगी,जब मैं अपने पति रणबीर कपूर व ससुराल के सदस्यों के साथ मनाउंगी,वहीं मेरी सबसे बड़ी खुशी यह दीवाली मेरी बेटी की पहली दीवाली होगी,जो छह नवंबर को एक वर्ष की हुई है.तो इस बार हम दीवाली सही मायनों में खुशी के लिए मनाएंगे.हम कलाकार वैसे भी पटाखा चलाने से दूर रहते हैं.इस बार तो हम अपनी बेटी की वजह से भी ऐसा नही करेंगे.तीसरी बात हम तो हर मुंबई वासी से आग्रह करना चाहते हैं कि वह पटाखे कम जलाकर प्रदूषण पर रोक लगाए.क्योकि इन दिनों मुंबई में प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ा हुआ है.
‘हमारे लिए यह पांच दिन का महोत्सव है..’’ –अनन्या पांडे
अनन्या पांडे कहती हैं-‘‘हमारे लिए दीवाली का त्यौहार पाॅच दिन का होता है.हम धनतेरस से भईयादूज तक दिवाली का पांच दिवसीय महोत्सव मनाते हैं.धनतेरस से पहले ही हम घर को खूबसूरती से सजाते हैं.इस बार के लिए मेरे मन में घर को सजाने की कई तरकीबें मेरे दिमाग में हैं.मिठाइयां भी बांटूॅंगी.घर के अंदर ही दीवाली के दिन अपने दोस्तों व परिवार के लोगों के लिए एक छोटी सी पार्टी रखने वाली हूं,पर यह पार्टी परंपरागत भारतीय षैली मंे ही होगी.मेरे मन मे इस बार की दीवाली बहुत खास बनाने की कई योजनाएं हैं,अभी से उनकी चर्चा नहीं करना चाहती.
‘‘ मैं तो दिवाली के त्यौहार को काफी इंज्वाॅय करती हूं.’’–जया ओझा
मुंबई की दीवाली की बात ही कुछ और होती है.जब कोई त्यौहार आता है तो लगता है कि जैसे स्वर्ग उतर आया हो.पर इस बार अभी तक तो दीवाली पर महंगाई का असर नजर आ रहा है.लोग इस बार टैंशन फ्री होकर मस्ती के साथ दिवाली नही मना पाएंगे,पर मैं तो दिवाली के त्यौहार को काफी इंज्वाॅय करती हूं.इस बार भी पारंपरिक शैली में लक्ष्मी पूजन,दिए जलाने व पटाके फोड़कर दिवाली मनाउंगी.’’
‘‘रंगोली बनाने का शौक..’’ –अनुस्मृति सरकार
‘‘मुझे रंगोली बनाने का बड़ा शौक हैं.मैं हर दिवाली तरह तरह की रंगोली बनाती हूं.दिवाली की अलग अलग तरह की प्रतिमाएं बनाती हूं दिवाली मैं हमेशा अपने रिश्तेदारों के साथ उनके यहां जाकर हर एक पल को इंज्वाॅय करती हूं.पर उनका आशिर्वाद लेती हूं.मैं अपने प्रशंसकों वाॅर्म और हैप्पी दिवाली कहना चाहूंगी.सभी का जीवन खुशियों,तरक्की और मस्ती से परिपूर्ण रहें.’’
‘‘दिवाली परिवार के साथ..’’ –एकता जैन
अभिनेत्री एकता जैन कहती हैं- ‘‘दिवाली का मजा नही आता, अगर हम उसे अपने परिवार के साथ नहीं मनाते हैं.दिवाली के मौके पर धनतेरस से लेकर दिवाली की पूजा तक मेरा पूरा परिवार एक साथ रहता हैं.दिवाली के दिन हम पूजा करने के बाद एक साथ बैठकर भोजन करते हैं.उसके बाद पटाकें फोड़ते हैं.खुले आकाष के नीचे मिठाइयां खाते हैं.दिवाली के समय मैं अपने हाथों में फुलझड़ी जलाना पसंद करती हूं.मैं तो दिवाली के त्यौहार को काफी इंज्वाॅय करती हूं .इस बार भी पारंपरिक शैैली में लक्ष्मी पूजन,दिए जलाने व पटाके फोड़कर दिवाली मनाउंगी. हर वर्ष की तरह इस बार भी हम दिन में अनाथाश्रम जाकर अनाथ बच्चों के साथ इस जश्न को मनाने वाली हॅूं.इस बार हम अपने पारिवारिक ‘एनजीओ’ की तरफ से दूसरो की जिंदगी में दीवाली के अवसर पर उजाला भरने वाले हैं,पर उसको लेकर अभी हम बात नही करना चाहते. ’’
‘‘ सभी की दिवाली बहुत ही खुशनुमा व तरक्की से भरपूर हो.’’ –पंकज झा
अपने घर में अभी से ढेर सारे दिए लाकर रख दिए है,जिनसे दिवाली के दिन मैं अपने पूरे घर को रोशन करुॅंगा.मुझे तो रंगोली बनाना और आकाश कैंडिल बनाना भी आता है.मैं दिवाली के दिन पैसों की देवी लक्ष्मी को अपने घर लाने का पूरा प्रयास करुॅंगा.इसलिए इस दिवाली मैं अपने घर पर ही रहकर उनका स्वागत करना चाहूंगा. दिवाली ढेर सारे नए कपड़ों,पटाकों और मिठाइयों को दोस्तों व रिश्तेदारों के साथ मिलकर मनाने का त्यौहार है.वह बहुत ही स्पेशल समय होता है,जब सभी दोस्त व रिष्तेदार मजा करने के लिए इकट्ठा होते हैं.सभी की दिवाली बहुत ही खुशनुमा व तरक्की से भरपूर हो.’’
‘‘हम सपरिवार लक्ष्मी पूजन करेंगे..’’ –सुरेंद्र पाल
दिवाली का त्यौहार तो पूरे पारिवारिक सुख का अहसास करने का त्यौहार है.मैं हर साल दिवाली का त्यौहार अपने ही घर पर रहकर अपने तीनों बच्चों के साथ मनाता हॅंू.इस बार भी हम सपरिवार लक्ष्मी पूजन करेंगे.दिये जलाएंगे,पटका फोड़ेंगे..हम मां लक्ष्मी की आराधना करने में कोई कसर बाकी नहीं रखेंगे.’’
‘‘यह दीवाली मेरे लिए दोहरी खुशी लेकर आयी है..’’ –सिमरत कौर
‘गदर 2’फेम अदाकारा सिमरत कौर कहती हैं-‘‘मेेरे लिए दीवाली का त्यौहार का मतलब सदैव लक्ष्मी पूजा का त्यौहार, रोषनी, मिट्टी के दिये और बहुत सारी मिठाइयां ही रहा है.मेरे पास बहुत सारी अच्छी बचपन की यादें हैं कि कैसे हम इस त्यौहार को सेलीबे्रट करते थे.लक्ष्मी गणेश पूजा के बाद हमारा पहला काम मिट्टी के दियों को जलाना और पटाका फोड़ना होता था.हमारे घर में दिवाली के दौरान पान रखने की परंपरा हैं.यह दीवाली मेरे लिए दोहरी खुषियां लेकर आयी है.मेरी फिल्म ‘गदर 2’ ने जबरदस्त सफलता हासिल की है.इसके अलावा मुझे नाना पाटेकर के साथ एक नई फिल्म ‘जर्नी’ भी मिल गयी है। इस वजह से इस बार दीवाली मेरे लिए ढेर सारी खुशियां लेकर आयी है.’’
‘‘लोग दीवाली मिल जुलकर प्यार मोहब्बत के साथ मनाएं’’ –दिव्या दत्ता
हम चाहते हैं कि इस बार दीवाली लोग मिल जुलकर प्यार मोहब्बत के साथ बिना पटाखे फोडे़ मनाएं.मिल जुल कर,एक साथ बैठकर भोजन करें,मिठाई का सेवन करे और लोगों के बीच मिठाई बांटें.अच्छी अच्छी बातें करे,अच्छा उपहार दें.दीवाली का त्योहार दो दिए जलाकर, एक अनार फोड़कर,एक फुलझड़ी जलाकर भी मनाया जा सकता है.कम से कम मैं तो इसी तरह से दीवाली मनाउंगी.जो लोग दिखावे के लिए बोरी भरकर पटाखे लेकर आते हैं और अपने घर के सामने फोड़ते हंै,वह सबसे पहले अपने घर के अंदर प्रदूषण को निमंत्रण देते हैं,फिर मोहल्ले और पूरे शहर में कम से कम इससे बचने का प्रयास तो किया ही जाना चाहिए. ’’