Eye Makeup: आंखें हमारे शरीर का सब से सैंसिटिव हिस्सा होती हैं. ऐसे में मेकअप करते समय उन्हें नुकसान न पहुंचे इस बात का खास खयाल रखना चाहिए. दरअसल, बाजार में तरहतरह के काजल, आइलाइनर, आई शैडो, मसकारा आदि मौजूद हैं, जिन्हें अपनी जरूरत के हिसाब से लड़कियां खरीदती हैं और प्रयोग में लाती हैं. इन में कुछ आई मेकअप प्रोडक्ट्स हैं जिन्हें ओकेजनल प्रयोग में लाया जाता है जबकि कुछ प्रोडक्ट का प्रयोग डेली यूज के लिए भी किया जाता है.
ऐसे में इन के प्रयोग से पहले कुछ जरूरी बातों को ध्यान में रखना बहुत ही जरूरी है. जैसेकि आंखों का मेकअप करते हुए जरूरी है कि अपने हाथों को अच्छी तरह से साफ करें. और हां, गलती से भी दूसरों का मेकअप इस्तेमाल न करें. हो सकता है उन्हें किसी चीज की एलर्जी या इन्फैक्शन होगी, तो वह आप को भी हो सकती है.
अगर आप भी आई मेकअप करती हैं तो किनकिन बातों को ध्यान में रखें :
ऐक्सपायर हो चुके आई प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल से बचें
पुराने व ऐक्सपायर हो चुके या किसी और के आई ड्रौप्स, आई मेकअप या कौन्टैक्ट लेंस इस्तेमाल करने से बैक्टीरिया फैल सकते हैं और संक्रमण हो सकता है. इसलिए आई ड्रौप्स, काजल, मसकारा या किसी भी आंखों से जुड़े उत्पाद की ऐक्सपायरी डेट हमेशा जांच लें.
आई मेकअप शेयर करने से बचें
अपने मेकअप या आंखों की देखभाल के सामान को दूसरों के साथ, यहां तक कि परिवार के सदस्यों के साथ भी शेयर करने से बचें. इस के कारण एक से दूसरे को इन्फैक्शन फैल सकता है.
नियमित रूप से उत्पाद बदलें
मसकारा और आईलाइनर जैसे क्रीमी या लिक्विड उत्पादों में बैक्टीरिया पनपते हैं. इन्हें हर 3-6 महीने में बदल दें.
बहुत गरम जगह पर ब्यूटी प्रोडक्ट न रखें
कई लोगों की आदत होती है अपने ब्यूटी प्रोडक्ट को वे किचन या फिर कहीं ऐसी जगह रख देते हैं जो बहुत गरम होती है. इस से उन में बैक्टीरिया पैदा हो सकता है. जैसे की आंखों की आईड्रौप को हमेशा फ्रीज में रखना चाहिए. इसी तरह आई लैंस को भी वहां न रखें जहां धूप आती हो. कुछ चीजों को आप जरूरत के अनुसार फ्रीज में भी रख सकते हैं. वैसे, मेकअप प्रोडक्ट को हमेशा ठंडी, सूखी जगह पर रखना चाहिए.
आई मेकअप अच्छे ब्रैंड का ही यूज करें
आजकल लोग बिना समझे किसी भी लोकल ब्रैंड का सामान मार्केट से कम दाम पर खरीद लेते हैं. इस के कारण कई बार हमारी आंखों को बहुत नुकसान पहुंचता है. लोकल और खराब ब्रैंड का समान यूज करने से बचें और सिर्फ अच्छे ब्रैंड का समान ही खरीदें. आंखों पर कुछ भी यूज करने से पहले पैच टेस्ट जरूर करें. इस से आप को पता चल जाएगा कि कहीं आप की स्किन और आंखों को किसी चीज से एलर्जी तो नहीं हो रही है
कौन्टैक्ट लेंस का यूज करते हुए ध्यान रखें
फेस को क्लीन करने के बाद कोई भी प्रोडक्ट अप्लाई करने से पहले आप को अपने लैंस लगाने हैं. बहुत सी महिलाएं सबसे लास्ट में लैंस लगाती हैं. ऐसा करना सही नहीं है. इस से कई बार आंखों में जलन और रैडनेस की समस्या आती है. वहीं, मेकअप जब उतारें तो इस बात का खयाल रखें कि सब से पहले आप को लैंस ही उतारने हैं. यह लैंस लगाने का बेसिक रूल है. इस के आलावा भी कुछ बातों का ध्यान दें :
-कौन्टैक्ट लेंस पहनने से पहले आंखों का पूरा मेकअप करें
-कौन्टैक्ट लेंस केस खोलने से पहले अपने हाथों को अच्छी तरह धोएं.
-अगर आप के नाखून लंबे हैं, तो कौन्टैक्ट लेंस पहनने से बचें क्योंकि वे आंखों में लग कर उन्हें नुकसान पहुंचा सकते हैं.
-मेकअप रिमूव करने से पहले ध्यान रखें कि सब से पहले कौन्टैक्ट लेंस हटा दें.
-आप चाहे कितने भी थके हुए क्यों न हों लेकिन रात को सोने से पहले लैंस को हटा कर ही सोएं.
मेकअप ब्रश का भी रखें खास खयाल
लिपस्टिक, आईलाइनर जैसे मेकअप प्रसाधनों को हमेशा ब्रश से ही लगाएं और यूज के बाद ब्रश को मेकअप क्लीनर से क्लीन जरूर करें. इस के अलावा आप चाहे तो वन टाइम यूज डिस्पोजेबल ब्रशेज का प्रयोग भी कर सकते हैं. आजकल हर ब्रैंड के मेकअप क्लीनर मार्केट में मिल रहें हैं. इन के प्रयोग से हर बार मेकअप ब्रशेज को यूज करने के बाद नियमित रूप से साफ जरूर करना चाहिए. इस से स्किन इन्फैक्शन होने का खतरा नहीं रहता है. लिप लाइनर, काजल तथा आईब्रो पेंसिल जैसे उत्पादों को हर यूज के बाद शार्पेन कर लें जिस से कि उन का उपयोग किया हुआ लेयर उतर जाए और वे फिर से नए हो जाएं.
सोने से पहले काजल और मेकअप जरूर हटाएं
रातभर काजल लगा कर सोने से या अधूरे काजल के साथ सोने से हो सकता है कि आप की आंखों में इन्फैक्शन हो जाए या सुबह उठने के बाद आप की आंखें सूजी हुई लगें.
लोकल फैशन का पीछा न करें
बाजार में समयसमय पर कई फैशन ट्रेंड्स आते रहते हैं, जो थोड़े दिन रहते हैं और फिर बदल जाते हैं. ऐसे में किसी की देखादेखी कोई भी फैशन ट्रेंड को फौलो न करें. अपने व्यक्तित्व और रुचि को ध्यान में रख कर ही इसे अपनाएं. विशेषरूप से आंखों का मेकअप करते हुए तो इस बात का खास खयाल रखें क्योंकि जरूरी नहीं कि जो आई मेकअप आप की फ्रैंड पर जंच रहा है, वह आप पर भी जंचे. इस के अलावा तरहतरह के प्रोडक्ट इस्तेमाल करने से पहले उसे अपने स्किन पर परख लें. इस से आप किसी भी तरह की एलर्जी और इन्फैक्शन से तो बचेंगी ही, साथ ही आपको यह भी पता चल जाएगा कि अपनी आंखों की खूबसूरती को बढ़ाने के लिए आप ने जिन प्रोडक्ट्स का चयन किया है, वह आप की स्किन के अनुरूप है या नहीं.
लंबे समय तक आई मेकअप रखना
मसकारा और आईलाइनर का लंबे समय तक इस्तेमाल करने से पलक की जड़ों में रुकावट आ सकती है. इस से बाल झड़ने लगते हैं और सूजन (स्टाई) जैसी समस्या हो सकती है. इसी तरह, वाटरलाइन (आंखों की भीतरी लाइन) पर मेकअप लगाने से आंसू ग्रंथियों के छिद्र बंद हो सकते हैं, जिस से आंखों में सूखापन और जलन बढ़ सकती है.
इन बातों का भी रखें खयाल
मेकअप ब्रश और अप्लिकेटर को नियमित रूप से साफ करना भी बेहद जरूरी है. इन्हें गंदा छोड़ने से बैक्टीरिया बढ़ते हैं और यह सीधा आंखों तक पहुंच सकते हैं.
ध्यान दें
-हर 3 महीने में आंखों के मेकअप की नई पैकिंग बदलें.
-मेकअप लगाने से पहले अपना चेहरा अच्छी तरह धो लें.
-उस आंखों के मेकअप का उपयोग जारी न रखें जिस से आप की आंखों में जलन हो.
-बिस्तर पर जाने से पहले आंखों का मेकअप हटा लें.
-अपनी लैशलाइन से दूर आईलाइनर लगाएं.
-मेकअप ब्रश और ऐप्लीकेटर को रोजाना साफ करें.
–आईलाइनर पेंसिल को नियमित रूप से तेज करें.
-जहां तक संभव हो खुदरा दुकानों पर ट्रायल मेकअप किट का उपयोग करने से बचें.
-सौम्य मेकअप हटाने वाले उत्पादों का उपयोग करें.
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