Megha Ray: ब्यूटी ब्लौगर से कैरियर की शुरुआत करने वाली खूबसूरत, हंसमुख और विनम्र अभिनेत्री मेघा रे मुंबई की हैं. अभिनय के क्षेत्र में उन्होंने धारावाहिक ‘दिल ये जिद्दी है’ से कदम रखी और आगे बढ़ीं. मेघा को हमेशा से ही स्टाइलिश रहना पसंद है.
इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने कुछ दिनों तक जौब भी किया. उसी दौरान उन्होंने ब्लौगिंग की शुरुआत की, जिस में उन्होंने ब्यूटी और स्टाइल को काफी महत्त्व दिया. अभिनय की शौक को पूरा करने के लिए उन्होंने कारपोरेट का जौब छोड़ दिया, जिस में उन के पेरैंट्स का काफी सहयोग रहा है.
इन दिनों मेघा सन नियो की शो ‘दिव्य प्रेम : प्यार और रहस्य की कहानी’ में मुख्य भूमिका निभा रही हैं, जिसे ले कर वे काफी उत्सुक हैं.
उन्होंने खास गृहशोभा के लिए बात की. पेश हैं, कुछ खास अंश :
इस शो को करने की खास वजह के बारे में पूछने पर मेघा कहती हैं कि यस फैमिली ओरिएंटेड फैंटेसी शो है, जिसे बच्चे से ले कर वयस्क सभी पसंद कर रहे हैं. प्यार, रोमांस के अलावा इस में ऐक्शन भी है. इस शो में तैयारी करने का अधिक समय नहीं मिलता कौस्ट्यूम ट्रायल पर काम होता है, सब कुछ सैट के फ्लोर पर ही सीन के आधार पर हो जाता है. यह शो काल्पनिक ही बनाया गया है.
सुपर हीरो का किरदार निभाना कठिन
मेघा को रियल लाइफ में सुपर हीरो की फिल्में और शोज बहुत पसंद हैं. उन्होंने ‘शक्तिमान’, ‘बैटमैन’, ‘सुपरमैन’ की फिल्में बचपन में काफी देखी हैं. वे कहती हैं कि मुझे सुपर वूमन बनने की भी इच्छा थी, जिसे मैं ने इस शो में किया है. मेरे लिए यह बहुत मजेदार है. ऐक्शन करना मुझे अच्छा लगता है. इस शो को करते हुए एक बार मेरे एंकल में इंज्यूरी आ गई थी, उस व्यक्त शो को रोकना संभव नहीं था, मुझे उसी अवस्था में शूट करना पड़ा था. चोट के साथ ऐक्शन करना मेरे लिए काफी कठिन था.
नहीं करती रिलेट
मेघा रियल लाइफ में बहुत शांत स्वभाव की हैं और ड्रामा उन्हें बिलकुल पसंद नहीं. वे कहती हैं कि मैं रियल लाइफ में खुश और शांत रहना पसंद करती हूं. मेरी भूमिका से मैं खुद को रिलेट नहीं कर पाती.
मिली प्रेरणा
मेघा कहती हैं कि मैं ने पढ़ाई इंजीनियरिंग में की है, लेकिन ऐक्टिंग मेरा पैशन था. मैं ने औडिशन देना शुरू किया और बहुत जल्दी मुझे ‘दिल ये जिद्दी है’ शो मिला. उसी से मेरी जर्नी शुरू हुई, मुझे लोगों ने जानापहचाना और काम मिलते गए. मेरी जर्नी बहुत अच्छी रही. मुझे हमेशा से परफौर्म करना पसंद रहा है.
परिवार का सहयोग
परिवार का सहयोग मेघा के साथ हमेशा रहा है. अगर कुछ उन्हें समझ में नहीं आता है तो मेघा उन्हें क्लीयर कर देती हैं और काम की बारीकियां बताती हैं. वे कहती है कि मैं उड़ीसा की हूं, लेकिन मैं मुंबई में पलीबड़ी हुई हूं. शुरू में मैं ने जब ऐक्टिंग की इच्छा उन्हें बताई तो वे बहुत कन्फ्यूज्ड थे, क्योंकि यह एक अनिश्चित फील्ड है, जहां कभी भी कुछ भी हो सकता है और उस वक्त मैं जौब कर रही थी, लेकिन उन का मुझ पर भरोसा रहा और पूरा सहयोग दिया. मुझे भी खुद पर विश्वास रहा है कि मैं कुछ अच्छा ही करने जा रही हूं और हुआ भी.
रही चुनौतियां
मेघा किसी भी चुनौती का सामना करने में थोड़ी घबराती अवश्य हैं, लेकिन कोशिश जारी रखती हैं. वे कहती हैं कि मैं ने अपने पेरैंट्स से कुछ समय अभिनय के क्षेत्र में कोशिश करने के लिए मांगा था, लेकिन बहुत जल्दी मुझे ब्रेक मिल गया. हालांकि पहला ब्रेक मिलना मेरे लिए कठिन था, क्योंकि मेरा कोई गौडफादर यहां नहीं है, लेकिन मैं ने मेहनत की है. इंडस्ट्री को समझना, खुद को ग्रूम करना, औडिशन देना वगैरह करतेकरते करीब 3 महीने में मुझे पहला ब्रेक मिल गया था.
अभिनय की मेरी तैयारी बचपन से ही अनजाने में शायद चल रही थी, क्योंकि मैं आईने के सामने हो या डांस क्लासेज आदि, सभी जगहों पर ऐक्टिंग की कोशिश करती थी. इस से मुझे इस क्षेत्र में आने में सफलता मिली. साथ ही मेरे साथ काम करने वाले लोग जिन्होंने मेरे टेलैंट को पहचाना और ऐक्टिंग का अवसर दिया.
काम मिलना जरूरी
हिंदी फिल्मों और वैब सीरीज में काम करने की इच्छा मेघा को हमेशा से रही है, लेकिन वे वैसी भूमिका तलाश कर रही हैं, जो सब से अलग और खास हो.
मेघा कहती हैं कि मैं ने पहले बहुत सारी चीजें सोची थी, लेकिन वैसा कुछ हुआ नहीं, क्योंकि इंडस्ट्री में जब भी कोई अपरच्युनिटी मिलती है, तभी तुरंत ग्रैब करना पड़ता है. अधिक समय सोचने के लिए नहीं मिलता, क्योंकि कंपीटिशन यहां बहुत होता है. मुझे फैंटेसी और ऐक्शन पसंद है, जो मुझे इस धारावाहिक में मिला है. रियल स्टोरी में मैं तब काम करना चाहूंगी, जब उसे करने में मजा आ जाए.
इंटीमेट सीन्स करने में सहज नहीं
मेघा कहती हैं कि इंटीमेट सीन्स करने में मैं सहज नहीं, लेकिन कुछ दृश्य में इंटीमेट सीन्स करने पड़ते हैं. ऐसे में मैं इंटीमेट सीन्स के कोआर्डिनेटर का सहारा लेना पसंद करूंगी, ताकि सीन्स को एथिकली शूट किया जा सके.
इंडस्ट्री के बारे में
मेघा कहती हैं कि इंडस्ट्री के बारे में लोगों की भावनाएं काफी अलग हैं. बाहर से इंडस्ट्री ग्लैमरस लगती है, जबकि मेरी लाइफ ऐक्ट्रैस बनने से पहले काफी ग्लैमरस थी. यहां लाइफ आसान नहीं होती, सोने तक का समय नहीं मिलता. आमतौर पर 12 घंटे सैट पर होते हैं फिर ट्रैफिक में अटकते हुए घर पहुंचते हैं और 14-16 घंटे यों निकाल जाते हैं. घर पहुंच कर केवल एकदूसरे की शक्ल ही देख पाते हैं.
खुद की डाइट और लाइफस्टाइल को ले कर बहुत डिसप्लिन में रहना पड़ता है. इस के अलावा यहां के लोग और और कारपोरेट के लोगों में अंतर कुछ नहीं है, क्योंकि मैं ने दोनों जगहों पर काम किया है. यहां लोगों का प्यार अधिक होता है, लेकिन कुछ अलग नहीं होता. मैं यहां अब खुद को काफी हंबल फील करती हूं.
सुपर पावर मिलने पर
मेघा का मानना है कि दुनिया में बहुत सारी चीजें गलत हो रही हैं. आज भी वूमन सैफ्टी पूरे विश्व में कम है. सैफ्टी पर मैं काम कर उसे बदलना चाहती हूं, ताकि एक सुंदर और सुरक्षित वातावरण बन सकें.
Megha Ray
