Nisha Noor: ग्लैमर वर्ड की चकाचौंध, महंगी लाइफस्टाइल, खूबसूरत कपड़े, ज्वेलरी, महंगी कारों में घूमना, करीबन हर लड़की का सपना होता है और इस सपने को पूरा करने के लिए कई सारी लड़कियां हर दिन फिल्म इंडस्ट्री के दरवाजे खटखटाती है ताकि उन को भी इस ग्लैमर वर्ल्ड का हिस्सा बनने का मौका मिले. इन में से कई को सफलता मिल भी जाती है लेकिन इस सफलता की कीमत कितनी महंगी होती है इस सफलता को पाने के लिए क्या कुछ खोना पड़ता है कितना दुख झेलना पड़ता है यह छोटे शहर से आई लड़कियां ही बहुत अच्छे से जानती हैं जिन्होंने इस मुंबई शहर में ग्लैमर वर्ल्ड में अपना मुकाम हासिल करने के लिए बहुत कुछ झेला है बॉलीवुड हो या साउथ इंडस्ट्री यहां पर हीरोइन बनना आसान नहीं है.
अगर हीरोइन बन भी गए तो उस पोजीशन को संभाल के रखना उस से भी ज्यादा मुश्किल है. ऐसी ही एक दर्दनाक कहानी एक ऐसी हीरोइन की है जो साउथ सिनेमा में कई लोगों के दिलों पर राज करती थी इस एक्ट्रेस का नाम निशा नूर है. जिस का साउथ इंडस्ट्री में काफी नाम था. इस एक्ट्रेस ने कमल हसन से ले कर रजनीकांत जैसे साउथ के दिग्गज स्टार के साथ फिल्मों में काम किया है लेकिन निशा नूर की जिंदगी में एक ऐसा समय आ गया जब उन को काम मिलना बंद हो गया, ऐसे में अपना स्टेट्स मैंटेन रखने के लिए निशा नूर जिस्मफरोशी के धंधे में उतर गई.
1995 में लोकप्रिय यह हीरोइन अचानक ही एक्टिंग की दुनिया से गायब हो गई और बदनसीब के चलते जिस्मफरोशी से नाता जोड़ लिया.
12 साल तक यह हीरोइन दुनिया की नजर से दूर रही और एक दिन अचानक 2007 में तमिलनाडु के नागुर दरगाह के पास इस हीरोइन की लाश मिली. जिस में कीड़े पड़ चुके थे, इस हीरोइन की दर्दनाक मौत देख कर वहां मौजूद लोगों के रोंगटे खड़े हो गए.
जांच पड़ताल के बाद उस की असली पहचान मिली तो उस के परिवार वालों को सूचित किया गया लेकिन परिवार वालों ने भी उस हीरोइन की बॉडी लेने से इनकार कर दिया.
एक समय की प्रसिद्ध हीरोइन निशा नूर को जब अस्पताल पहुंचाया गया तो पता चला उसे ऐडस जैसी जानलेवा बीमारी हो गई थी, इस के बाद उस के परिवारवालों ने भी उससे नाता तोड़ लिया था.
निशा नूर घर से भाग कर फिल्मों में आई थी 1980 में तमिल फिल्म मंगला नायागी से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी इस फिल्म के बाद उन्हें और कई फिल्में मिली तो उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा. ऐसे में जब उनका बुरा वक्त आया तो परिवार सहित सभी ने उनसे मुंह मोड़ लिया.
1980 से 1995 के बीच निशा ने करीबन 17 फिल्मों में काम किया, हालांकि फिल्मों में वह बतौर हीरोइन नहीं बल्कि सह कलाकार के रूप में पहचान बना चुकी थी, लेकिन एक समय ऐसा आ गया की निशा नूर की वह पहचान भी खो गई. और ऐसे में आर्थिक तंगी से गुजरने के लिए वह जिस्मफरोशी के धंधे में चली गई लेकिन यह किसी को नहीं पता था की दरगाह के पास मिलने वाली लाश जिस में कीड़े पड़ चुके थे वह साउथ की नामी एक्ट्रेस निशा नूर की लाश है.
निशा नूर के इस बुरे दौर में एक एनजीओ ने उनकी मदद की थी उसे एनजीओ ने निशा का इलाज कराने की कोशिश भी की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. आखिरकार एक दर्दनाक मौत के साथ इस अभिनेत्री का अंत हो गया.
साउथ की इस एक्ट्रेस की दर्दनाक मौत से उन सभी लड़कियों को सीख लेनी चाहिए जो ग्लैमर के नशे में चूर होकर बिना सोचे समझे किसी भी हद तक जाने को तैयार हो जाती हैं. जबकि सच्चाई यह है कि गलत रास्ते पर चलकर सफलता पाने के बजाय अगर सही तरीका अपना कर कोशिश की गई तो देर से ही सही लेकिन सफलता जरूर कदम चूमेगी. वरना कामयाबी पाने के लिए कुछ भी कर गुजरने वाली लड़कियों का हाल इस हीरोइन की तरह इतना खराब हो जाता है कि आगे बढ़ने के लिए उनके पास कोई रास्ता नहीं रहता.
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