Wedding Stress: शादी के दिन की खुशी हर लड़की के लिए खास होता है. इस दिन वह आत्मविश्वास से दमकने के साथसाथ सुनहरे सपने को साकार करती है. ऐसे में कई महीनों से शादी की तैयारी, जिस में रातभर जागना, परिवार के साथ समय बिताना आदि कई सारी चीजें शामिल होती हैं.
इस के अलावा आजकल अधिकतर लड़कियां वर्किंग हैं और लगातार शादी की तैयारियों से वे इतनी थक जाती हैं कि शादी को अंत तक ऐंजौय नहीं कर पातीं.
असल में आज की लड़की आजादी पसंद करती है. ऐसे में शादी के बाद आने वाले कमिटमैंट्स और परिवर्तन से कुछ हद तक स्ट्रेस पाल लेती हैं. ऐसे में अकसर शादी से कुछ हफ्ते पहले उन में कई प्रकार की समस्या दिखने लगती है, मसलन नींद न आना, शादी से जुड़े देर तक चलने वाले कार्यक्रम में भाग लेने की स्ट्रेस, आखिरी मिनट की खरीदारी और भावनाओं का एक निरंतर भंवर चलता रहता है.
यही वजह है कि उत्साह और खुशी होने के बावजूद कई दुलहनें खुद को थका हुआ, चिंतित या कभीकभी अस्वस्थ भी महसूस करती हैं.
इस बारे में मुंबई की कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी हौस्पिटल की इंटर्नल मैडिसिन और ऐग्जीक्यूटिव हैल्थ चेकअप कंसल्टेंट, डाक्टर संदीप दोशी कहते हैं कि शादी के पहले की इस अवस्था को ‘ब्राइडल फटीग’ यानि शादी की तैयारियों के दौरान होने वाली थकान कहते हैं.
इस के पीछे के मुख्य कारण बहुत ही स्पष्ट और सरल हैं- अनियमित समय पर खाना, सोना और अनुचित आहार लेना.
डाक्टर कहते हैं कि शादी की तैयारियों की भागदौड़ में कई बार फंक्शन, सोशल इवेंट्स या उपवास आदि परंपराओं के कारण खाना न खाना या देर से खाना आम बात है, लेकिन जब शरीर को पर्याप्त प्रोटीन और तरल पदार्थ नहीं मिलते हैं, तो ऊर्जा का स्तर कम हो जाता है. एक दुलहन के आहार में दूध, दही और प्रोटीन पर्याप्त मात्रा में होने चाहिए, ताकि उस की ताकत और चमक बनी रहे.
सही नींद लेना
इस के आगे डाक्टर कहते हैं कि शादी से पहले दुलहन के लिए पर्याप्त नींद लेना जरूरी होता है. इसे शादी से 1 महीने पहले से शुरू कर देना चाहिए, जो तकरीबन 8 घंटे का आराम होना चाहिए. सोने के लिए आदर्श समय रात 11 बजे से सुबह 7 बजे तक है और इस दिनचर्या का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए. सही और पर्याप्त आराम न केवल शरीर को तरोताजा करता है, बल्कि भावनाओं और मानसिक स्पष्टता को संतुलित करने में भी मदद करता है.
करवाएं जांच
अच्छे स्वास्थ्य की शुरुआत जागरूकता से होती है. शादी से कम से कम 1 महीने पहले कुछ सरल ब्लड टेस्ट करवाना सही होता है, जैसे, आयरन, विटामिन बी12, विटामिन डी, फोलिक एसिड की जांच करवा लेना चाहिए. ये परीक्षण किसी भी कमी या पोषण की कमी को जल्दी पहचानने में मदद करते हैं. सही सप्लिमेंट्स और उपचार के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है. इस के अलावा जिन दुलहनों को पहले से ही डायबिटीज या थायराइड जैसी स्वास्थ्य समस्याएं हैं, उन्हें शादी के दिन से काफी पहले यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उन की इन दोनों बीमारियों का स्तर नियंत्रण में है, ताकि उन्हें बाद में अधिक भागदौड़ से थकान का अनुभव न हो.
करें हलकीफुलकी वर्कआउट
सही खानपान और पूरी नींद के बाद रोजाना हलकीफुलकी कसरत और आराम को अपनी दिनचर्या में शामिल करने से आप के स्वास्थ्य में जबरदस्त सुधार हो सकता है. 45 से 50 मिनट तक किए जाने वाले कार्डियो व्यायाम जैसे तेज चलना, जौगिंग, तैरना या साइकिल चलाना सही है. तेज चलने की गति 5.5 किलोमीटर प्रति घंटा हो. इस दौरान स्ट्रेंथ ट्रेनिंग या भारी वजन उठाने की सलाह नहीं दी जाती, क्योंकि मांसपेशियों को बढ़ाने के बजाय स्टैमिना और लचीलेपन पर ध्यान केंद्रित होना चाहिए.
वजन कम करने की न करें कोशिश
दुलहनों की अकसर की जाने वाली एक सब से बड़ी गलती आखिरी वक्त में वजन कम करने की कोशिश होती है. क्रैश डाइट या अचानक शुरू किए गए कीटो प्लान से कमजोरी, चक्कर आना आदि के अलावा कुछ बीमारी भी हो सकती है. असली फिटनैस और खूबसूरती पोषण से आती है, न कि खुद को खाने से दूर रखने से संभव होता है.
यदि वजन कम करने की आवश्यकता है, तो इस की योजना आखिरी 4 हफ्तों में नहीं, बल्कि महीनों पहले से बना लेनी चाहिए.
भावनात्मक रूप से बने मजबूत
शादी जिंदगी को बदलने वाला और खुशी देने वाला कदम है. ऐसे में भावनात्मक उतारचढ़ाव, तनाव और चिंता होना बहुत स्वाभाविक होता है.
ऐक्सपर्ट की सलाह ले कर शादी से पहले होने वाले तनाव को बेहतर ढंग से संभाला जा सकता है. इस से एक लड़की भावनात्मक रूप से मजबूत महसूस करेगी और शादी की तैयारियों और पूरी प्रक्रिया का उत्साह और खुशी के साथ आनंद ले सकेगी.
करवाएं जांच
शादी से 1 महीने पहले स्वास्थ्य की जांच पर विचार करना सब से अधिक महत्त्वपूर्ण है क्योंकि इस से किसी भी संभावित आनुवंशिक विकारों या पुरानी संक्रामक बीमारियों का पता लगाने में मदद मिलती है. इस का उद्देश्य संक्रामक रोगों या यौन संचारित रोगों के होने के जोखिम को रोकना होता है. अगर स्वास्थ्य संबंधी कोई बीमारी है, तो उस का इलाज पहले किया जा सकता है.
इस प्रकार शादी से करीब 1 महीने पहले हर लड़की को शारीरिक और मानसिक मजबूती को बनाए रखने के लिए ऐक्सपर्ट की राय लेनी चाहिए, ताकि आप शादी की पूरी प्रक्रिया का भरपूर आनंद ले सकें.
इन सभी आदतों को फौलो कर लेने से शादी के दिन दुलहन न केवल सुंदर दिखती है, बल्कि अंदर और बाहर, दोनों तरफ से आत्मविश्वासी और खिली हुई महसूस करती है.
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