Serum: अकसर हम अपनी स्किन की देखभाल में फेसवाश, टोनर और क्रीम तक ही सीमित रहते हैं. लेकिन आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में जहां धूप, धूल और स्ट्रैस हर दिन त्वचा पर असर डालते हैं सिर्फ क्रीम काफी नहीं होती. यहीं पर आता है सीरम, आप की स्किन का वह दोस्त जो चुपचाप लेकिन गहराई से काम करता है.
सीरम आखिर होता क्या है
सीरम असल में बहुत हलका लेकिन ताकतवर फौर्मूला होता है, जिस में ऐक्टिव इनग्रीडिऐंट्स की मात्रा क्रीम या लोशन से कहीं ज्यादा होती है. यह त्वचा की गहराई तक जा कर काम करता है यानी ऊपर से नहीं बल्कि अंदर से सुधार लाता है. इस की कुछ बूंदें ही पूरे चेहरे पर असर दिखाने के लिए काफी होती हैं.
सीरम क्यों लगाना चाहिए
हमारी स्किन हर दिन बहुत कुछ झेलती है जैसे सूर्य की किरणें, प्रदूषण, मेकअप और स्टाइलिंग प्रोडक्ट्स तक. ऐसे में सिर्फ मौइस्चराइजर लगाना कभीकभी सतही देखभाल रह जाती है, जबकि सीरम स्किन की असली जरूरतों को पहचान कर सीधे उन पर काम करता है. अगर किसी को पिगमैंटेशन हैं तो ब्राइटनिंग सीरम, रिंकल्स हैं तो ऐंटीएजिंग सीरम और अगर पिंल्स की समस्या है तो क्लैरिफाइंग सीरम यानी हर जरूरत के लिए एक अलग सीरम बना है.
सीरम के बड़े फायदे गहराई तक असर: सीरम के बहुत छोटे कण स्किन की अंदरूनी परतों तक पहुंच कर सैल्स को पोषण देते हैं.
कम में ज्यादा फायदा: बस कुछ बूंदें काफी होती हैं, जिस से स्किन पर कोई हैवीनैस भी महसूस नहीं होती.
स्किन रिपेयर: इस में मौजूद ऐंटीऔक्सीडैंट और विटामिस स्किन को डलनेस से बचाकर उसे फ्रैश और यंग बनाए रखते हैं.
एजिंग पर कंट्रोल: नियमित इस्तेमाल से झुर्रियां, फाइन लाइन्स और अनइवन टोन धीरेधीरे कम दिखने लगती है.
नेचुरल ग्लो: कुछ हफ्तों में ही स्किन का टैक्स्चर निखर जाता है और एक हलकी सी नैचुरल चमक आने लगती है.
आप के लिए कौनसा सीरम सही है
– अगर आप की स्किन ड्राई है तो ह्यालूरानिक ऐसिड या विटामिन ई वाला सीरम लीजिए जो नमी बढ़ाए.
– औयली स्किन वालों के लिए नियासिनामाइड या टी ट्री सीरम अच्छा रहेगा जो ऐक्सैस औयल कंट्रोल करे.
– पिगमैंटेशन या डलनैस में विटामिन सी या लीकोरिस सीरम बहुत असरदार होता है.
– अगर ऐजिंग साइन दिखने लगे हैं तो पैप्टाइड या रैटिनोल सीरम से बेहतर कुछ नहीं.
सीरम कब लगाना चाहिए
सीरम हमेशा साफ त्वचा पर लगाना चाहिए. चेहरा धोने के बाद जब स्किन थोड़ी सी नम हो तब 2-3 बूंदें हथेलियों में ले कर हलके हाथों से चेहरे और गरदन पर लगाएं. उस के बाद मौइस्चराइजर लगाएं ताकि सीरम की नमी लौक हो जाए. रात का समय सीरम के लिए सब से अच्छा होता है क्योंकि रात में स्किन खुद को रिपेयर करती है. आजकल हर्बल और आयुर्वेदिक बेस वाले सीरम बहुत ट्रेंड में हैं. इन में सैफरन रोज ऐलोवेरा ग्रीन टी या सैंडलवुड जैसे इनग्रीडिऐंट्स होते हैं जो स्किन को बिना कैमिकल्स के स्वस्थ चमक देते हैं. अगर आप की स्किन सैंसिटिव है तो ऐसे सीरम ज्यादा जैंटल रहते हैं.
जरूरी टिप्स
सीरम को कभी रगड़ें नहीं, बस हलके हाथों से टैप करें.
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