Female Friendship: सोचिए एक ऐसी दोस्त जो बिना कुछ कहे आप के चेहरे के ऐक्सप्रैशन से ही समझ जाए कि आप परेशान हैं, जो आप के साथ बैठ कर चुपचाप आइसक्रीम खा ले और बस इतना कहे, ‘‘मैं समझती हूं,’’ यही होती है एक फीमेल फ्रैंड. वह सिर्फ दोस्त नहीं होती, वह कभी बहन जैसी, कभी मां जैसी, कभी पार्टनर जैसी और कभी जस्ट एक हमराज बन जाती है. हम अकसर कहते हैं कि जिंदगी में एक अच्छा पार्टनर मिलना बहुत जरूरी है लेकिन उतनी ही जरूरत एक अच्छी फीमेल फ्रैंड की भी होती है. वह इमोशनली भी सपोर्ट करती है, समझती है, बिना जज किए सुनती है और कभीकभी वह सलाह देती है जो कोई और नहीं दे सकता.

जब कोई समझे बिना कहे वह होती है फीमेल फ्रैंड

फीमेल फ्रैंडशिप की सब से बड़ी खासीयत यही होती है कि उस में शब्दों की जरूरत नहीं होती. कई बार हम कुछ बोल भी नहीं पाते लेकिन हमारी फ्रैंड समझ जाती है कि हम अंदर से टूटे हुए हैं या खुश हैं. पहला उदाहरण मेघा और नूपुर की दोस्ती स्कूल के दिनों से थी. एक दिन मेघा औफिस से लौटते वक्त बहुत परेशान थी. बस में आंखों से आंसू बह रहे थे. वह कुछ बताना नहीं चाहती थी. नूपुर बस उस के घर आ गई. उस के फैवरिट मोमो ले कर और दोनों चुपचाप बालकनी में बैठ कर खाती रहीं. उस दिन मेघा को कोई सलाह नहीं चाहिए थी, सिर्फ एक साथ चाहिए था और वही नूपुर ने दिया बिना बोले, बिना पूछे.

सलाह जो दिल से आती है

फीमेल फ्रैंड्स की सलाह किताबों जैसी नहीं होती. वह आप की सिचुएशन को समझ कर आती है. चाहे ब्रेकअप हो, कैरियर का कन्फ्यूजन या घर वालों से टकराव एक फीमेल फ्रैंड अकसर प्रैक्टिकल और इमोशनल दोनों तरह की समझ रखती है. उस की सलाह में एक अपनापन होता है. वह आप को सहीगलत की जानकारी देने के साथसाथ आप की साइड भी लेती हैं. कई बार वह आप को आईना भी दिखा देती है लेकिन प्यार से.

बातें जो सब के सामने नहीं कह सकते वहां शेयरिंग का रिश्ता बनता है

कई बार हमारे मन में कुछ ऐसी बातें होती हैं जिन्हें हम किसी और से नहीं कह सकते जैसे अपनी बौडी इमेज से जुड़ी बातें, पीरियड्स के अनुभव, रिलेशनशिप की डिटेल्स या फिर अपने डर. लेकिन एक फीमेल फ्रैंड के साथ ये बातें शेयर करना आसान हो जाता है. क्यों? क्योंकि वह खुद भी वह सब महसूस कर चुकी होती है या कर रही होती है, इसलिए उसे समझना नहीं पड़ता, वह समझती है.

कपड़े, लिपस्टिक, मूड सबकुछ शेयर होता है

फीमेल फ्रैंड्स की एक बहुत प्यारी बात यह होती है कि वह एकदूसरे के साथ कपड़े, मेकअप, मूड और म्यूजिक. सबकुछ शेयर करती है. एक ड्रैस जिसे आप ने बस एक बार पहना हो, आप की फ्रैंड उसे पार्टी में पहनती है तो आप को खुशी होती है. कभीकभी एक ही लिपस्टिक दोनों इस्तेमाल करती हैं, कभी बैग ऐक्सचेंज करती हैं. ये चीजें भले ही छोटी लगें लेकिन इन्हीं से रिश्तों की नींव मजबूत होती है.

मुश्किल वक्त में सब से पहले साथ देने वाली

जब पूरी दुनिया आप के खिलाफ हो, तब जो आप के पास खड़ी रहती है, वह सच्ची दोस्त होती है. फीमेल फ्रैंड्स इस मामले में बहुत भरोसेमंद होती हैं. चाहे ब्रेकअप हो, परिवार में लड़ाई हो या नौकरी में दिक्कत वह आप को अकेला महसूस नहीं होने देती. दूसरा उदाहरण रिया की शादी टूटने के बाद उस का आत्मविश्वास पूरी तरह खत्म हो गया था. घर वाले उसे लगातार दोष दे रहे थे. ऐसे में उस की बचपन की दोस्त सुरभि हर वीकैंड उस के साथ रहने आई. कभी उसे बाहर ले गई, कभी मनपसंद खाना बनाया और हमेशा याद दिलाती रही कि वह टूटी नहीं है, बस थकी हुई है. 1 महीने में रिया फिर से खुद को थोड़ाथोड़ा ठीक महसूस करने लगी.

उम्र के साथ बदलते रिश्ते पर दोस्ती वैसी ही रहती है

कई बार हमारी जिंदगी की दिशा बदल जाती है. कोई शादी कर लेता है, कोई विदेश चला जाता है, कोई मां बन जाती है. लेकिन अगर दोस्ती सच्ची है तो वह दूरी नहीं लाती बल्कि और मजबूत हो जाती है. फोन पर एक ‘तू ठीक है न?’ सुन कर ही दिन बन जाता है. वह दोस्त जो जानती है कि तुम कब चुप हो जाती हो और क्यों, वही असली दोस्त होती है. कोई जो तुम्हारे छोटेबड़े सपनों पर भी फर्क करे हरकोई आप को बड़े सपनों पर तो बधाई देता है लेकिन आप की फीमेल फ्रैंड उस दिन भी खुश होती है जब आप पहली बार अकेले मूवी देखने जाते हो या जब आप जौब इंटरव्यू में रिजैक्ट हो कर भी कौन्फिडैंट रहते हो. वह छोटीछोटी चीजों में आप की जीत देखती है और मन से आप के लिए खुश होती है.

कोई जो तुम्हारी इमेज या मेकअप के पीछे का असली ‘तुम’ जानता हो

आप कितने भी तैयार हो जाएं, सामने से लोग कहें वाऊ. लेकिन आप की दोस्त जानती है कि आप आज अंदर से खुश नहीं हो. वही दोस्त आप की आंखों में देख कर कहती है, ‘‘क्या हुआ, दिल भारी क्यों है?’’ ये कनैक्शन किसी मेकअप, किसी स्टाइल या किसी सोशल मीडिया पोस्ट से नहीं आता. यह दिल से आता है.

वे बहसें जो रिश्ते और मजबूत करती हैं

कई बार हम अपनी दोस्तों से लड़ भी लेते हैं, नाराज हो जाते हैं, हदें पार कर जाते हैं लेकिन फिर भी वापस उसी दोस्त के पास जाते हैं क्योंकि हमें पता होता है कि उस दोस्त के बिना बात अधूरी लगेगी. यह रिश्ता कमजोर नहीं होता बल्कि लचीला होता है. खिंचता है लेकिन टूटता नहीं.

फीमेल फ्रैंड्स सिर्फ ‘गर्ल गैंग’ नहीं वे इमोशनल बैकबोन होती हैं

सोशल मीडिया पर हम अकसर गर्ल गैंग की तसवीरें देखते हैं- लाफ्टर, डांस, आउटिंग्स. लेकिन असली फ्रैंडशिप उस की पीछे की रातों में होती है, जब किसी की मम्मी बीमार होती है और दोस्त दुआ कर रही होती है या जब कोई किसी बुरे रिलेशन से बाहर आता है और दोस्त बस हर रात कौल पर उस का साथ देती है. निष्कर्ष: जिंदगी में एक अच्छी फीमेल फ्रैंड का होना मतलब है एक ऐसा रिश्ता जिस में कोई शर्त नहीं होती, कोई दिखावा नहीं होता और जहां आप जैसे हैं वैसे ही स्वीकार किए जाते हैं. वह दोस्त जरूरी नहीं कि हर दिन आप के साथ हो, लेकिन जब भी जरूरत हो वो सब से पहले आप के पास खड़ी मिलती है तो अगर आप के पास एक ऐसी फीमेल फ्रैंड है तो उसे आज ही कौल कर के कहिए, ‘‘तू बहुत जरूरी है मेरी लाइफ में.’’ और अगर अभी तक कोई ऐसी दोस्त नहीं है तो खुले दिल से दोस्ती निभाना शुरू कीजिए क्योंकि यह रिश्ता सिर्फ खूबसूरत ही नहीं, बहुत ज्यादा जरूरी भी है.

लड़कियों की दोस्ती में एक अलग ही जादू होता है: वे न तो फिल्मी लव स्टोरी जैसी होती है, न ही मोमबत्तियों वाली रोमांटिक फीलिंग लेकिन फिर भी उस में एक खास अपनापन, भरोसा और सुकून होता है और कई बार यह रिश्ता उन अधूरी लव स्टोरीज से कहीं ज्यादा गहरा होता है, जिन में हम उलझ जाते हैं. सच कहें तो जैसी मुहब्बत हमारी फीमेल फ्रैंड्स हम से करती हैं, वह असली स्टैंडर्ड है प्यार का.

रोमांटिक रिलेशनशिप्स को इन से सीखना चाहिए: और जब एक बार आप ने इस तरह का प्यार महसूस कर लिया, तो आप समझ जाते हैं कि अब इस से कम कुछ भी मंजूर नहीं. वे हमेशा साथ होती हैं चाहे कुछ भी हो जाए कभी गौर किया है कि आप की फ्रैंड्स को कैसे पता चल जाता है कि आप ठीक नहीं हैं? आप ने बस इतना कहा, ‘‘मैं ठीक हूं,’’ और वे एकदम अलर्ट हो जाती हैं. फिर चाहे वे 15 बार मैसेज करें, वीडियो कौल करें या आइसक्रीम और वह ड्रेस ले कर आप के दरवाजे पर पहुंच जाएं जो आप ने उन्हें 3 महीने पहले दी थी. उन्हें आप के ठीक होने का कोई इशारा नहीं चाहिए होता. वे बस आप के लिए होती हैं.

न कोई सवाल, न कोई शिकवा. सिर्फ सच्चा साथ और बिना शर्त का प्यार. यह रहा पूरे पैराग्राफ का सरल और भावनात्मक हिंदी अनुवाद आम बोलचाल की भाषा में. वे आप के रोने की भी जगह बनाती हैं और आप की चमकने की भी. आप की फीमेल फ्रैंड्स ने आप के हर रूप को देखा होता है. जब आप बिखरे होते हो, जब आप टूटे हुए होते हो, जब आप कन्फ्यूज होते हो, जब आप सब से ज्यादा कौन्फिडैंट और खूबसूरत लगते हो और जब आप जिंदगी में वाकई तरक्की कर रहे होते हो.

उन्हें पता होता है कब आप को चुपचाप सुनना है, कब आप को आईना दिखाना है और कब आप को बस गले लगा कर सब ठीक कर देना है. ऐसी इमोशनल समझदारी बहुत कम लोगों में होती है. यह तो कई रोमांटिक रिश्तों में भी नहीं मिलती. वे आप को सीमाएं और माफ करना सिखाती हैं.

लड़कियों की दोस्ती में हम सीखते हैं कि हैल्दी बौंडिंग कैसी होती है. कभीकभी ऐसा भी होता है कि आप कुछ दिन बात नहीं करते, कभी किसी बात पर नाराज हो जाते हैं या अलगअलग सोच रखते हैं लेकिन उस प्यार में कभी कमी नहीं आती. इस रिश्ते में ईमानदारी की भी जगह होती है और एकदूसरे को बेहतर बनने की भी. और जब चीजें थोड़ी उलझ जाती हैं क्योंकि कभीकभी ऐसा होता है तो इस दोस्ती में सुधार करने, दोबारा जुड़ने और आगे बढ़ने की पूरी गुंजाइश होती है. वे आप को आप की अहमियत याद दिलाती हैं.

फीमेल फ्रैंडशिप की शायद सब से ख़ूबसूरत बात यही होती है. आप की दोस्त कभी आप को खुद की वैल्यू भूलने नहीं देतीं. चाहे आप खुद ही खुद को कम समझ रहे हों, चाहे किसी हार्टब्रेक से गुजर रहे हों. वे आप को बाहर निकालती हैं. बताती हैं कि आप झठन जैसे रिश्तों के लायक नहीं हैं और जब आप अपने स्टैंडर्ड गिराने लगते हैं तो वही दोस्त आप को फिर से ऊपर उठाती हैं.

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