क्रिएटिव लाइफस्टाइल की डिजाइनर रितु जानी बताती हैं कि जींस 1800 के आसपास फैशन में आई थी. उस समय कार्गो जींस चलन में थी. इसे फैक्टरियों के कर्मचारी अधिक पहनते थे. धीरेधीरे यह फैशन बन कर हाई क्लास लोगों के वार्डरोब तक पहुंच गई. इस की वैराइटी की बात की जाए तो लगभग 20 तरह के वाश्ड स्टाइल बाजार में उपलब्ध हैं. इस की टैक्स्चर भी बहुत वैराइटी में मिलती है. मौनसून को ध्यान में रखते हुए डैनिम की कई ड्रैसेज बाजार में उपलब्ध हैं, जो हलकी हैं. ये भीग जाने पर भी जल्दी सूख जाती हैं.

  1. डैनिम सभी के आकर्षण का केंद्र है. हाई वैस्ट डैनिम अगर सफेद टीशर्ट के साथ पहनी जाए तो कैजुअल के साथसाथ स्मार्ट लुक भी देती है.
  2. कंटैंपररी डैनिम बौटम, जिस में खासकर पैंट्स, प्लाजो पैंट्स, कैप्रीज आती हैं, मौनसून में काफी प्रयोग की जाती है. इस की पैंट्स किसी भी टौप के साथ आकर्षक लगती हैं.
  3. क्लासिकल डैनिम शर्ट को आप किसी भी प्रकार की स्कर्ट या फिर पैंट के साथ पहन सकती हैं.
  4. डैनिम जैकेट्स आजकल बाजार में खूब प्रचलित हैं. इन्हें इंडियन विमंस को खास ध्यान में रख कर बनाया गया है. इस जैकेट को किसी भी परिधान के साथ पहना जा सकता है.

आजकल कई प्रकार के डैनिम उत्पाद बाजार में उपलब्ध हैं. कई बड़ीबड़ी कंपनियों ने डैनिम की आकर्षक ट्यूनिक शर्ट्स, जैकेट्स आदि निकाली हैं. डैनिम के ये कपड़े बाकी डैनिम फैब्रिक से अलग होते हैं. इसे वाटर रैजिस्टैंट डैनिम कहते हैं. इस फैब्रिक को बनाने के बाद ट्रीटमैंट के द्वारा इस पर अलग तरीके से मोम की कोटिंग की जाती है. यह डैनिम पानी को सोखती नहीं है, बल्कि पानी इस पर फिसल कर बह जाता है. अधिकतर यूथ बाइक चलाते समय इसे पहनना पसंद करते हैं. इसे धोया भी आसानी से जा सकता है. साथ ही प्रेस करने पर इस की पानी प्रतिरोधक क्षमता और बढ़ जाती है. हां यह थोड़ी महंगी जरूर है, इसीलिए कम लोग ही इसे खरीदते हैं.

डिजाइनर रितेश बताते हैं कि पहले डैनिम की हार्ड फैब्रिक की जो अवधारणा थी वह अब बदल चुकी है. आजकल सौफ्ट डैनिम उपलब्ध है, जिस पर ऐंब्रौयडरी कर उसे नया लुक दिया जाता है. कौटन और मलमल जैसे फैब्रिक के साथ डैनिम को मिला कर डिजाइनर्स ड्रैसेज डिजाइन करा रहे हैं. इसे कैरी करना भी आसान है. डैनिम की चोली के तौर पर प्रयोग कर ग्लैमरस लुक दिया जा सकता है. इतना ही नहीं, डिजाइनर्स ने लैगिंग्स और डैनिम को मिला कर जौगिंग रेंज भी पेश की है, जो लड़कियों को खूब पसंद आ रही है.

चले सालोंसाल

डैनिम एक यंग फैब्रिक है, जिसे धीरेधीरे सब के पहनने लायक बनाया जा रहा है. डिजाइनर अनिता डोंगरे बताती हैं कि पहले जींस की मोटाई 14 औंस होती थी. लेकिन अब 8-9 औंस की डैनिम ट्रैंड में है. डैनिम शर्ट फिर से फैशन में है. डैनिम ड्रैस हर मौसम में पहनी जा सकती है. डैनिम ड्रैस को धोना और सुखाना भी बहुत आसान है. ऐलिफैंट पैंट और फ्लेयर्ड हेम स्कर्ट में भी डैनिम का प्रयोग होता है. मौनसून में वाश्ड और कलर्ड डैनिम का प्रयोग अधिक किया जाता. इस में थ्रीफोर्थ और टूफोर्थ ड्रैसेज की मांग ज्यादा है. डैनिम सालोंसाल चलती है. इस की सही तरह से देखभाल की जाए तो इस की चमक हमेशा बनी रहती है. सही देखभाल के कुछ टिप्स इस तरह हैं:

डैनिम को हमेशा मोड़ कर रखें. कुछकुछ दिनों के बाद अगर इसे अलगअलग तरीके से मोड़ कर रखेंगी तो इस का रंग फेड नहीं होगा.

अगर आप रोज पहन रही हैं तो हफ्ते या 15 दिन में 1 बार ही धोएं और छाया में ही सुखाएं. धूप में कभी न सुखाएं वरना रंग उड़ सकता है.

इसे धोते वक्त पानी में ब्लीच न डालें. इस से कपड़े खराब हो सकते हैं.

अगर आप की जींस का रंग गाढ़ा है और उसे बचाए रखना चाहती हैं तो उसे नमक या सिरके के घोल में 3-4 घंटे भिगोए रखें. फिर साफ पानी से धो लें.

अधिक रगड़ कर न धोएं वरना यह कमजोर पड़ जाती है.

अगर डैनिम गहरे रंग की है तो उसे मशीन में अलग से धोएं.

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