बतौर कोरियोग्राफर अपने कैरियर की शुरुआत करने वाली डांसर, मौडल और अभिनेत्री डेजी शाह ने एक तमिल फिल्म में छोटी सी भूमिका निभाई थी. इस के बाद उन्हें फिल्म ‘जय हो’ मिली, जिस में उन्होंने सलमान खान के साथ मुख्य भूमिका निभाई. फिल्म में उन के काम को सराहना मिली. उन्होंने ‘हेट स्टोरी 3’ फिल्म में काम किया. डेजी को ‘रेस 3’ में भी अहम किरदार निभाने का मौका मिला. पेश हैं, डेजी से हुए कुछ सवालजवाब.
फिल्मों में इतने चरित्रों के साथ काम करने पर कितना प्रैशर रहता है?
प्रैशर नहीं होता, क्योंकि हर किसी का अपना ट्रैक होता है. उसी में अभिनय करना होता है. सब मिल कर ही फिल्म को अच्छा बनाते हैं. मेरे चरित्र में शारीरिक रूप से फिट रहना बहुत जरूरी रहा है. इसीलिए किक बौक्सिंग, मार्शल आर्ट आदि सीखने पड़े.
फिल्मों में आना इत्तफाक था या बचपन से ही शौक रखती थीं?
यह इत्तफाक था. मैं ने कभी नहीं सोचा था कि मैं फिल्म इंडस्टी में आऊंगी. मेरे परिवार से कोई भी फिल्म इंडस्ट्री में नहीं है. डांसिंग पौकेट मनी के लिए शुरू की थी, फिर कब यह प्रोफैशन बन गई, पता ही नहीं चला. इतने मैं ने इंडस्ट्री में कई साल निकाल दिए हैं. अब यही मेरी डैस्टिनी है.
परिवार का कितना सहयोग रहा?
मैं एक गुजराती परिवार से हूं, जहां लड़कियों की एक उम्र के बाद शादी करा दी जाती है. शुरू में मातापिता को समझाना मुश्किल था, लेकिन बाद में वे मान गए. अब वे पूरापूरा सहयोग देते हैं.
पहले आप लीड डांसर के पीछे डांस करती थीं अब आगे कर रही हैं, इसे कैसे देखती हैं?
मेरे हिसाब से डांस के लिहाज से यह केवल 4 स्टैप का अंतर है, लेकिन स्टेटस वाइज एक पुल की तरह है. मैं ने कभी सोचा नहीं था कि मैं हीरोइन बनूंगी. हां, इतना जरूर है कि मुझे जो भी काम मिला मैं ने उसे एक चुनौती के रूप में लिया और मन से किया.
अब तक के सफर में कितना ग्रो किया?
मेरे पिता के पास एक गाड़ी थी और वे एक ड्राइवर थे. आज मैं एक ऐक्ट्रैस हूं और काफी लोग मुझे जानते हैं. ऐसे में मुझे लगता है कि अगर एक ड्राइवर की बेटी यहां तक अकेले पहुंच सकती है, तो किसी की भी बेटी कुछ भी बन सकती है. हां, इस के लिए साहस और मेहनत की बहुत जरूरत होती है. रही ग्रो करने की बात तो मैं ने काफी ग्रो किया.
कोई खास ड्रीम?
अभी तो शुरुआत है. मुझे बहुत आगे जाना है. मैं हमेशा अलग भूमिका करने को तैयार रहती हूं.
आप की वीकनैस और स्ट्रौंग पौइंट क्या है?
मेरी वीकनैस और स्ट्रौंग पौइंट दोनों ही ईमानदारी हैं. मैं बहुत मुंहफट हूं, जिसे इंडस्ट्री में अच्छा नहीं माना जाता, लेकिन मैं खुद को रोक नहीं पाती.
इस से आप को कभी परेशानी नहीं आई?
बहुत परेशानी आई. मुझे कई प्रोजैक्ट नहीं मिले, लेकिन मैं खुश हूं कि मुझे जो अच्छा लगा मैं ने वही किया.
फैशन कितना पसंद करती हूं?
मैं वही पहनना पसंद करती हूं, जो मुझ पर जंचे और साथ ही वह आरामदायक भी हो.
दृश्य करने में कितनी सहज रहती हैं?
इंटिमेट सीन तो कभी नहीं रहती हूं, लेकिन अगर कहानी की मांग हो तो करना पड़ता है. फिर आज के दर्शक भी रिऐलिस्टिक फिल्में देखना पसंद करते हैं.