फर्नीचर आपके घर का शान होता है. केवल अलमारी और दराज ही नहीं बल्कि लकड़ी के बने डिजाइनर मल्टीयूज शोकेस भी आपके घर की खूबसूरती को बढ़ाते हैं. यही कारण है कि लोग घर के फर्निचर पर न ज्यादा से ज्यादा खर्च करते हैं. खर्च करने के साथ-साथ फर्निचर का ख्याल रखना भी जरुरी है, जिससे आपका फर्निचर कई सालों तक चल सकें. इसके लिए आज आपको टिप्स बताते है.

फर्नीचर पर जमे तेल को हटाने के लिए बराबर-बराबर मात्रा में अमोनिया और गर्म पानी लें और एक स्पंज उसमें डुबोकर एक्स्ट्रा पानी निकालें और चिकनाई को पोंछें. उसके तुरंत बाद ही किसी सूखे कपड़े से फर्नीचर को पोछ दें, ताकि वो नमी न सोख पाएं.

अलमारी या सोफे को चमकाने के लिए फर्नीचर वैक्स का इस्तेमाल न करें. इस चिकनाई की वजह से धूल-मिट्टी चिपकती रहती है, जिससे आपका फर्नीचर चमकने के बजाय खराब होने लगता है. इसलिए अपनी अलमारी आदि को चिकनाई से दूर रखें. बेकिंग सोडा में पानी मिलाकर गाढ़ा-सा घोल बना लें. अब इस घोल को दाग लगे हुए स्थान पर लगाकर कुछ देर के लिए छोड़ें. फिर उसे हल्के से पोंछ दें.

घर में इस्तेमाल होने वाले ज्यादातर फर्नीचर वार्निश वुड के होते हैं, इसलिए इनको धूल और गंदगी से दूर रखना जरूरी है. इन्हें वैक्यूम क्लीनर या सूखे और नर्म कपड़े से साफ करते रहें. लकड़ी के फर्नीचर को पानी या अन्य लिक्विड जैसे एल्कोहाल, खाने की चीजें आदि से बचाएं.

महीने में एक बार नींबू के रस से फर्नीचर की सफाई करने से भी फर्नीचर में नई चमक आ जाती है. पुराने फर्नीचर को आप मिनरल औयल से पेंट करके भी नया बना सकती हैं. अगर संभव हो, तो वुडेन फर्नीचर को हर साल वैक्स्ड या वार्निश करवाएं. इससे फर्नीचर नमी नहीं सोखता है.

सर्दियों में नमी की वजह से दरवाजों से आवाज आती है. दराज की स्लाइडिंग में भी भारीपन आने लगता है. आपके कैबिनेट से चरचराने की आवाज आ रही हो, तो कौटन में सरसों या तारपीन का तेल डुबोकर स्लाइडिंग को पोंछ दें, लेकिन पेट्रोलियम वाले प्रोडक्ट से दूर रहें.

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