Bollywood : मिस वर्ल्ड का खिताब पा चुकी ऐश्वर्या राय मॉडलिंग और अभिनय के चलते सिर्फ हिंदुस्तान तक ही सीमित नहीं रही, बल्कि उन्होंने करियर के शुरुआत से ही हिंदी फिल्मों के साथ-साथ साउथ की फिल्मों में भी अपने अभिनय के जौहर दिखाएं, गौरतलब है सन 2000 में अपने अभिनय करियर की शुरुआत ऐश्वर्या राय ने साउथ की फिल्म से ही की थी.
उसके बाद ऐश्वर्या राय ने हिंदी में कई हिट फिल्में दी जैसे हम दिल दे चुके सनम, ताल .हिंदी फिल्मों के अलावा ऐश्वर्या राय ने हॉलीवुड फिल्मों में भी अपने अभिनय की छाप छोड़ी उसी दौरान यह खबर जोर पकड़ने लगी कि ऐश्वर्या राय भारत छोड़कर विदेश में बसने का प्लान कर रही हैं. और हॉलीवुड में बस कर वहीं पर अपना करियर बनाएंगी, इसी सिलसिले में जब ऐश्वर्या से मीडिया ने हॉलीवुड में सेटल होने को लेकर सवाल पूछा तो वह गुस्से में तिलमिला उठी , और वह पत्रकार पर भड़कते हुए बोली आपके पास क्या सबूत है कि मैंने ऐसा कोई स्टेटमेंट दिया है.
मुझे सबूत दिखाइए कि मैं ऐसा कुछ कहा है किसी इंटरव्यू में? आपको कोई सवाल पूछना है तो पूछे लेकिन इस बयान का श्रेय मुझे बिल्कुल ना दे. मैंने हिंदी के अलावा बंगाली फिल्मों में भी काम किया है तो मैं जाकर साउथ में शिफ्ट नहीं हुई. ऐसे में अगर मैं हॉलीवुड फिल्म कर रही हूं तो जरूरी नहीं कि मैं उस इंडस्ट्री का हिस्सा बन रही हूं . या वहां बसने जा रही हूं.
ऐश्वर्या राय का यह पुराना वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है , जिसमें उन्होंने देश प्रेम की भावना को खुलकर व्यक्त किया है , और ऐश्वर्या की जन्म भूमि और कर्म भूमि मुंबई को सबसे ज्यादा प्राथमिकता दी है. उन्होंने इस बात को साफ तौर पर जाहिर किया है कि भले ही वह किसी भी भाषा में या विदेशी हॉलीवुड फिल्मों में काम करें , लेकिन वह रहेंगी हमेशा इंडियन, और उनका अपना देश छोड़ने का कोई इरादा नहीं है. ना पहले था ना अभी है.
देशभर में मेगास्टार अमिताभ बच्चन के पुत्र और पुत्रवधू अभिषेक ऐश्वर्या के अलगाव की कहानी चर्चा का विषय बनी हुई है. जब कोई बड़ा सैलिब्रिटी परिवार टूटने लगता है और सवाल खड़े होने लगते हैं तो लोग उस पर गुफ्तगू करने लगते हैं जोकि स्वाभाविक भी है. इन चर्चाओं के बीच सच और झूठ को समझ पाना आसान नहीं होता.
हम आज प्रयास करेंगे कि सामाजिक स्थितियों में चाहे अभिषेक ऐश्वर्या हों या आम आदमी, प्रेम, प्यार और अलगाव के घटनाक्रम को ले कर कुछ ऐसे मनोवैज्ञानिक सामाजिक तत्त्व आप के सामने प्रस्तुत करें कि आप इसे आसानी से समझ सकें और अपने जीवन को सुखमय बना सकें.
समझने वाली बात यह है कि ‘वह’ एक समय तो अत्यधिक ध्यान देते हैं और आगे दूरी बनाने लगते हैं. ‘वे’ आप को गहराई से जानने में रुचि नहीं रखते हैं.
‘वे’ आप की भावनाओं को खारिज या कम कर देते हैं और ‘वे’ आप की धारणा या याददाश्त को बदलने की कोशिश करते हैं. बातचीत में वे खुद के बारे में ही बात करते हैं, आप के बारे में नहीं. वे सीधे जवाब देने से बचते हैं या जानकारी छिपाते हैं. उन के शब्द उन के कार्यों से मेल नहीं खाते हैं. वे खुल कर दूसरों के साथ फ्लर्ट करते हैं. वे आप के प्रति अपमानजनक, आलोचनात्मक या खारिज करने वाले हैं. वे अकसर योजनाओं को रद्द करते हैं या अपने वादों को पूरा नहीं करते हैं. वे आप को प्रतिबद्धता में दबाव डालते हैं.
वह आप की जरूरतों या निजी स्थान की उपेक्षा करते हैं. वह आप को दोषी ठहराते हैं या मजबूर करते हैं. वह आप की गतिविधियों पर जासूसी करते हैं या निगरानी करते हैं. वह आप को दूसरों के साथ सामान्य रिश्ते निभाने से रोकते हैं.
ऐसी ही कुछ स्थितियां और हैं जिन पर अगर आप नजर डालें तो आप समझ सकते हैं कि परिस्थितियां क्या मोड़ ले रही हैं :
प्रयास की कमी : वे गतिविधियों की शुरुआत नहीं करते हैं या योजना नहीं बनाते.
अविश्वसनीय वादे : वे अकसर अपने वादों को तोड़ते हैं और एक नकली छवि प्रस्तुत करते हैं.
बेईमानी : वे झूठ बोलते हैं या सचाई को छिपाते हैं. स्वार्थ में वे अपने हितों को आप के ऊपर प्राथमिकता देते हैं.
विश्वास की समस्याएं : आप उन के इरादों पर लगातार सवाल उठाते हैं.
थकान महसूस करना : उन के साथ बातचीत करने से आप को भावनात्मक रूप से सहज महसूस नहीं होता है.
याद रखें, हरकोई कभीकभी इन में से कुछ लक्षण दिखाता है, लेकिन लगातार पैटर्न नकली रिश्ते का संकेत हो सकते हैं.
नकली रिश्ते हमारे जीवन में बहुत बड़ा प्रभाव डाल सकते हैं. ये रिश्ते हमें भावनात्मक रूप से थका सकते हैं, हमारे आत्मविश्वास को कम कर सकते हैं और हमें अपने जीवन के उद्देश्य से दूर कर सकते हैं.
लेकिन नकली रिश्तों को पहचानना मुश्किल हो सकता है, खासकर जब हम उन में गहराई से शामिल होते हैं. इसलिए, यह महत्त्वपूर्ण है कि हम नकली रिश्तों के चेतावनी संकेतों को पहचानें और खुद को बचाएं.
नकली रिश्तों में अकसर भावनात्मक असंगति होती है. यदि आप का साथी एक दिन अत्यधिक ध्यान देता है और अगले दिन दूरी बना लेता है, तो यह एक गंभीर संकेत हो सकता है.
स्वार्थ के नाते रिश्ते
यदि आप का साथी आप को गहराई से जानने में रुचि नहीं रखता है, तो यह एक संकेत हो सकता है. यदि वह आप की भावनाओं को खारिज या कम कर देते हैं, तो यह एक और संकेत हो सकता है.
नकली रिश्तों में अकसर संचार में समस्याएं होती हैं. यदि आप का साथी सीधे जवाब देने से बचता है या जानकारी छिपाता है, तो यह एक संकेत हो सकता है.
इस के अलावा, यदि आप का साथी अपने शब्दों और कार्यों में असंगति दिखाता है, तो यह भी एक संकेत हो सकता है. यदि वे आप के साथ खुल कर फ्लर्ट करते हैं या दूसरों के साथ फ्लर्ट करते हैं, तो यह एक और संकेत हो सकता है.
नकली रिश्तों में अकसर सीमाओं की उपेक्षा होती है. यदि आप का साथी आप को प्रतिबद्धता में दबाव डालता है या आप की जरूरतों या निजी स्थान की उपेक्षा करता है, तो यह एक संकेत हो सकता है.
इस के अलावा, यदि आप का साथी आप को गाहेबगाहे गलत ठहराता है या फिर मजबूर करता है, तो यह भी एक संकेत हो सकता है. यदि वे आप की गतिविधियों पर जासूसी करते हैं या निगरानी करते हैं, तो यह एक और संकेत हो सकता है.
नकली रिश्तों में अकसर काररवाई में समस्याएं होती हैं. यदि आप का साथी गतिविधियों की शुरुआत नहीं करता है या योजना नहीं बनाता है, तो यह एक संकेत हो सकता है.
इस के अलावा, यदि आप का साथी अपने वादों को तोड़ता है या आप के साथ विश्वासघात करता है, तो यह भी एक संकेत हो सकता है.
यदि वे आप के साथ सार्वजनिक और निजी व्यवहार में अंतर दिखाते हैं, तो यह एक और संकेत हो सकता है.
नकली रिश्तों में अकसर अंतर्ज्ञान में समस्याएं होती हैं. यदि आप को लगता है कि कुछ सही नहीं है, तो यह एक संकेत हो सकता है.
इस के अलावा, यदि आप को लगता है कि आप का साथी आप के प्रति विश्वासघात कर रहा है, तो यह भी एक संकेत हो सकता है.
यदि आप को लगता है कि आप का साथी आप को भावनात्मक रूप से थका रहा है, तो यह एक और संकेत हो सकता है.
असहज रिश्तों से बचने के लिए यह महत्त्वपूर्ण है कि आप अपने विवेक पर भरोसा करें और अपने साथी के व्यवहार पर ध्यान दें. यदि आप को लगता है कि आप का साथी दुरावछिपाव कर रहा है, तो यह महत्त्वपूर्ण है कि आप अपने रिश्ते को समाप्त करें और स्वयं को बचाएं.
इस के अलावा, यह महत्त्वपूर्ण है कि आप अपनेआप को मजबूत बनाएं और अपने आत्मविश्वास को बढ़ाएं. नकली रिश्तों से बचने के लिए यह महत्त्वपूर्ण है कि आप अपनेआप को प्राथमिकता दें और अपने जीवन के उद्देश्य पर ध्यान दें।
नकली रिश्तों से बचने के लिए कुछ और सुझाव यह हैं :
अपनेआप को जानेंसमझे: नकली रिश्तों से बचने के लिए यह महत्त्वपूर्ण है कि आप अपनेआप को जानें और अपने मूल्यों और सीमाओं को समझें.
सावधानी अनिवार्य: नकली रिश्तों से बचने के लिए यह महत्त्वपूर्ण है कि आप सावधानी से अपने साथी का चयन करें.
संवाद आवश्यक है: नकली रिश्तों से बचने के लिए यह महत्त्वपूर्ण है कि आप अपने साथी के साथ खुल कर और ईमानदारी से संवाद करें.
अपनेआप को प्राथमिकता देनी चाहिए: नकली रिश्तों से बचने के लिए यह महत्त्वपूर्ण है कि आप अपनेआप को प्राथमिकता दें और अपने जीवन के उद्देश्य पर ध्यान दें.
आप को मदद लेनी चाहिए: यदि आप नकली रिश्ते में फंस गए हैं, तो यह महत्त्वपूर्ण है कि आप मदद लें. आप अपने दोस्तों, परिवार के सदस्यों या एक पेशेवर परामर्शदाता से मदद ले सकते हैं.
नकली रिश्तों से बचने के लिए यह महत्त्वपूर्ण है कि आप अपनेआप को मजबूत बनाएं और अपने आत्मविश्वास को बढ़ाएं. आप अपने जीवन के उद्देश्य पर ध्यान दें और अपनेआप को प्राथमिकता दें.
यदि आप नकली रिश्ते में फंस गए हैं, तो यह महत्त्वपूर्ण है कि आप मदद लें और अपनेआप को बचाएं. नकली रिश्तों की समस्या एक हकीकत है, जो हमें अपने अस्तित्व और संबंधों के बारे में सोचने पर मजबूर करता है.
जीवन में नकली रिश्ते एक प्रकार का मायाजाल है, जो अपने सच्चे स्व को भूलने और दूसरों की अपेक्षाओं के अनुसार जीने के लिए मजबूर करता है. यह एक प्रकार की भावनात्मक दासता है, जो हमें अपने जीवन के उद्देश्य से दूर कर देती है. लेकिन नकली रिश्तों से बचने के लिए अपनेआप को जानने और अपने मूल्यों और सीमाओं को समझने की आवश्यकता है. अपने जीवन के उद्देश्य पर ध्यान देना होगा और अपनेआप को प्राथमिकता देनी चाहिए.
ऐश्वर्या राय की बेटी का लुक अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट के प्री-वेडिंग सेलिब्रेशन में बहुत चर्चा में रहा। हमेशा कैजुअल दिखने वाली आराध्या ने स्ट्रेट बालों वाली वाइट-पिंक लहंगा पहना था। अभिषेक-ऐश्वर्या की बेटी बहुत सुंदर लगती थी। सोशल मीडिया पर आराध्या चर्चा में है, जबकि कुछ लोग गलत टिप्पणी करने से बाज नहीं आए। ऐसे में बहुत से लोगों ने ट्रोल्स को जमकर लताड़ लगाई और पॉक्सो कानून की मांग की।
अराध्या सुन्दर दिख रही थी
ऐश्वर्या राय की बेटी आराध्या ने अपने परिवार के साथ अंबानी परिवार के फंक्शन में भाग लिया। उनकी कई सुंदर तस्वीरें और वीडियोज वहाँ से सामने आए। आराध्या की लंबी हाइट पहले ही चर्चा में थी, लेकिन उनके नए बालों से उनका रूप पूरी तरह बदल गया। आराध्या की फोटो सोशल मीडिया पर बहुत से कमेंट्स मिल रहे हैं। नकारात्मक टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया भी देखने को मिल रही है।
She is just a child. This post and all those who have replied in an absurd way need to be booked under POCSO Act.
आराध्या की उम्र सिर्फ बारह वर्ष है। यही कारण है कि बच्ची के लिए ऐसा लिखने वालों के खिलाफ पॉक्सो कानून लागू करने की मांग की जा रही है। लोगों का कहना है कि बच्चन परिवार को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए। एक यूजर ने आराध्या की फोटो के साथ लिखा, “फिर क्या, अगले दिन ऐश्वर्या अपने मोहल्ले में आई, सॉरी उसकी बेटी आई।”
बच्चन परिवार को भी लोगों ने घेर लिया
वह एक बच्ची है, टीम से ऑफिशियल रिपोर्ट है। इस लेख और घटिया प्रतिक्रिया देने वालों के खिलाफ पॉक्सो कानून के तहत मुकदमा चलाना चाहिए। अमिताभ बच्चन और अभिषेक बच्चन दोनों ने दिल्ली पुलिस को टैग किया है। कुछ लोग बच्चन फैमिली को टैग करके लिखते हैं कि बाहर के लोग उनकी बच्ची से अधिक परेशान हैं। वे लोग क्या कर रहे हैं? कुछ महिलाएं लिख रही हैं कि आराध्या को सर्जरी करवाई गई है, जिस पर भी उनका आलोचना हुई है।
Aishwarya Rai Bachchan Dance video: बॉलीवुड के गलियारों से इन दिनों एश्वर्या राय बच्चन के ससुराल से अलगाव होने की खबरें काफी फैल रही है. सोशल मीडिया पर कहा जा रहा है कि एश्वर्या राय बच्चन की ससुरालवालों के संग काफी अनबन की खबरें आ रही है. हालांकि अभी तक एश्वर्या और उनके ससुरालवालों ने इस पर कोई बयान नहीं दिया है. फिलहाल इन सबके बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी वायरल हो रहा है. इस वीडियो में वह अपने ससुर अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan), शाहरुख खान (Shah Rukh Khan), करण जौहर (Karan Johar) सहित तमाम स्टार्स के साथ डांस करती नजर आ रही हैं.
आपको बता दें कि, मुंबई के धीरूभाई इंटरनेशनल स्कूल के एनुअल फंक्शन के मौके पर ये स्टार्स नजर आए और डांस किया. इन स्टार्स का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद फैंस जमकर रिएक्शन दे रहे हैं.
ऐश्वर्या और अभिताभ ने किया डांस
दरअसल, मुंबई के धीरूभाई इंटरनेशनल स्कूल में बॉलीवुड के तमाम सितारें के बच्चे पढ़ते है. स्कूल के एनुअल फंक्शन के मौके पर शाहरुख खान, ऐश्वर्या राय बच्चन, करीना कपूर खान, करण जौहर, शाहिद कपूर सहित तमाम स्टार्स अपने बच्चों को लेकर पहुंचे थे. इन स्टार्स ने अपने बच्चों की परफॉर्मेंस देखी और जमकर तारीफ की. इसके वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहे है. वहीं धीरूभाई इंटरनेशनल स्कूल से सामने से एक वीडियो आया जो काफी वायरल हो रहा है. इस वीडियो में ऐश्वर्या बच्चन, अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान, करण जौहर और सुहाना खान सहित तमाम सितारे डांस करते नजर आ रहे हैं. ये सभी शाहरुख खान की फिल्म ‘ओम शांति ओम’ के गाने ‘दीवानगी-दीवानगी’ पर झूम रहे हैं.
एश्वर्या राय बच्चन की ससुरालवालों के संग अनबन की खबरें
दरअसल, एश्वर्या राय बच्चन अपने ससुराल यानी बच्चन हाउस को छोड़कर अलग रहने की खबरे काफी सुर्खियों में है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एश्वर्या राय बच्चन ने जलसा हाउस छोड़ दिया है और अलग रह रही हैं. रिपोर्ट में बताया गया है कि ऐश्वर्या राय बच्चन की अपनी सास जया बच्चन के साथ बातचीत नहीं हो रही है और इसी वजह से परिवार में झगड़ा हुआ है. वहीं, जलसा में उनकी ननद श्वेता बच्चन के परमानेंट शिफ्ट होने की वजह से झगड़ा बढ़ गया है.
सदी के महानायक का अभी हाल ही में 11 अक्टूबर को 81वां जन्मदिन मनाया गया है. इस बीच बिग बी की बेटी श्वेता बच्चन इन दिनों काफी सुर्खियों में है. दरअसल, श्वेता को सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल किया जा रहा है. वहीं श्वेता की बेटी नव्या ने हाल ही में पेरिस फैशन वीक में रैंप डेब्यू किया था. जिसका वीडियो उन्होंने शेयर किया था. इस फैशन वीक का हिस्सा ऐश्वर्या राय भी रही थीं. लेकिन श्वेता ने उस वीडियो में ऐश्वर्या को टैग नहीं किया. इसी वजह से उन्हें काफी ट्रोल किया जा रहा है. ऐसा पहली बार नहीं है श्वेता और ऐश्वर्या बीच अनबन देखी जा रही है. श्वेता एक बार बता चुकी है उन्हें ऐश्वर्या के बारे में क्या बिल्कुल पसंद नहीं है.
ऐश्वर्या की इस चीज से नफरत करती है
अभिषेक बच्चन एक बार अपनी बहन के साथ करण जौहर के शो कॉफी विद करण में गए थे. जहां करण ने अपने चैट शो में श्वेता से ऐश्वर्या के बारे में सवाल पूछे थे. करण ने श्वेता से पूछा था कि वह ऐश्वर्या के बारे में कया पसंद करती हैं, क्या झेलती हैं और क्या नफरत करती हैं. श्वेता ने ऐश्वर्या के बारे में कहा कि वह सेल्फ मेड, स्ट्रॉन्ग वुमेन और एक बहुत अच्छी मां हैं. वहीं वह ऐश्वर्या के टाइम मैनेजमेंट को झेलती है. इस बात से नफरत करती हैं कि वह कॉल और मैसेज का जवाब देने में बहुत टाइम लेती हैं.
ऐश्वर्या ने फोटो किया क्रॉप
हाल ही में अमिताभ बच्चन का जन्मदिन मनाया गया है. अमिताभ के जन्मदिन पर पूरा परिवार एक साथ था. जिसमें नव्या, अगस्तय, आराध्या और जया बच्चन नजर आए थे. वहीं ऐश्वर्या ने ये फोटो शेयर की थी तो उसमे उन्होंन सभी को क्रॉप कर दिया था सिर्फ आराध्या और अमिताभ उस फोटो में नजर आ रहे थे. फोटो में आराध्या बिग बी को हग करती नजर आ रही है.
गणेश चतुर्थी के अवसर पर, मुकेश अंबानी और नीता अंबानी ने मुंबई में अपने निवास एंटीलिया में उत्सव की मेजबानी की, जिसमें बॉलीवुड के तमाम सितारों ने शिरकत की. शाहरुख खान अपने परिवार के साथ अंबानी के गणपति दर्शन के लिए पहुंचे, जबकि सलमान खान ने अपने ट्रेडिशनल लुक में स्टाइलिश एंट्री मारी. इस जश्न में ऐश्वर्या राय बच्चन अपनी बेटी आराध्या के साथ शामिल हुईं.
आराध्या हुई ट्रोल
दरअसल, ऐश्वर्या राय बच्चन और उनकी बेटी आराध्या भी अंबानी परिवार के गणपति उत्सव में शामिल हुईं. मां-बेटी की जोड़ी ने पटियाला सूट पहनना और वायरल वीडियो में मुस्कुराहट के साथ ऐश्वर्या अपनी बेटी के साथ पोज देना वास्तव में एक प्यारा इशारा था. ऐश्वर्या ने स्काई ब्लू रंग का खूबसूरत सूट पहना था, जबकि आराध्या चमकीले पीले रंग के सूट में बेहद मनमोहक लग रही थीं. अपने आउटफिट को पूरा करते हुए इन दोनों ने पारंपरिक बैग को चुना. अभिनेत्री ने अपने सिग्नेचर पार्टीशन हेयरस्टाइल में नजर आई, जबकि उनकी बेटी ने पूरे कार्यक्रम में सुंदरता बिखेरते हुए बैंग्स बनाए रखे. वीडियो में आराध्या का हेयर स्टाइल हर बार की तरह सेम लग रहा है. उनके वायरल वीडियो में यूजर्स कमेंट कर रहे हैं.
ऐश्वर्या राय अंबानी हाउस में गणेश उत्सव में पहुंची वह अपनी बेटी के साथ नजर आई. वायरल वीडियो में आराध्या ने बैंग्स बनाए रखे है, जिसको लेकर यूजर आराध्या को काफी ट्रोल कर रहे है. एक यूजर ने लिखा है कि, मुझे मरने से पहले आराध्या का फोरहेड देखना है. वहीं दूसरे ने लिखा- लगता है इनको लोहड़ी का इनविटेशन मिल गया था गलती से. वहीं एक ने लिखा- प्लीज इनका हेयरकट चेंज करवा दो.
पहले भी हेयरस्टाइल को लेकर ट्रोल हुई आराध्या
ऐसा पहली बार नहीं है कि आराध्या ट्रोल हुई है. अक्सर आराध्या हेयरस्टाइल को लेकर ट्रोल होती रहती है. यूजर्स हर वीडियो में उनकी हेयरस्टाइल चेंज करने की मांग करते है. तो कभी आराध्या का हाथ पकड़कर चलने की वजह से भी ट्रोल हुई है.
कलाकारः ऐश्वर्या राय बच्चन , विक्रम , कार्ति , जयम रवि , तृषा , शोभिता धूलिपाला , ऐश्वर्य लक्ष्मी , शरत कुमार और प्रभु और प्रकाश राज
अवधिः दो घंटे 45 मिनट
किसी भी उपन्यास को सिनेमा के दृष्य श्राव्य माध्यम में बदलना आसान नही होता है. अब तक लगभग हर फिल्मकार ऐसा करने मे मात खाता आया है.लेकिन मूलतः तमिल फिल्मकार मणिरत्नम के पास दोनों माध्यमों की समझ व संवेदनशीलता है.इसके बावजूद वह कल्की कृष्णमूर्ति के पांच भागों के बृहद उपन्यास ‘‘पोन्नीयिन सेलवन’’ को सिनेमा में ढालते हुए न्याय नही कर पाए.जब इंसान अपने काम के प्रति इमानदार न हो और एक खास विचारधारा के तहत कम करता हो,पर पैसा कमाने के लिए कुछ भी कर ले,तो उसकी कृति गड़बड़ हो जाती हैं.मणिरत्नम हिंदी भाषा के प्रबल विरोधी हैं.मगर पैसा व षोहरत कमाने के लिए उन्होने फिल्म‘‘पोन्नियिन सेलवन 2’’ को तमिल, तेलगू, कन्नड़ ,मलयालम के साथ ही हिंदी में भी प्रदर्षित किया है.मगर उनका हिंदी विरोध फिल्म के प्रचार के दौरान भी जारी रहा.मणि रत्नम और उनकी टीम ने हिंदी में एक भी षब्द नहीं कहा,तमिल या अंग्रेजी में ही जवाब दिए.जबकि कन्नड़ व तेलुगू फिल्म इंडस्ट्ी के कलाकार मुंबई की मीडिया संग हिंदी में बात करने का पूरा प्रयास करते हैं.हमने मलयालम सुपर स्टार ममूटी से भी हिंदी में बात की है.
जब इंसान का मन साफ न हो तो वह अच्छा रचनात्मक काम नही कर सकता.रचनात्मक इंसान व कलाकार को हर भाषा का सम्मान करना चाहिए. मणि रत्नम ने सिनेमाई स्वतंत्रता के नाम पर कल्की कृष्णन के उपन्यास के साथ खिलवाड़ किया है,जिसे लोग पचा नही सकते.वैसे चियान विक्रम की माने तो इस उपन्यास के बारे मंे मंगलोर के अलावा दूसरे हिस्से के लोग कम परिचित हैं.इस उपन्यास को पढ़ चुके लोगों का मानना है कि यह ऐतिहासिक उपन्यास महज काल्पनिक कहानी नही बल्कि में कुछ साक्ष्य-आधारित तथ्य हैं.मगर हिंदी विरोध की रोटी सेंकने वाले जब जब केवल धन कमाने के लिए अपनी फिल्म को हिंदी में भी प्रदर्षित कर रहे हो,तो स्वाभाविक तौर पर आतंरिक कपट उनके काम मंे भी उभरकर आ गया.यदि यह कहा जाए कि मणि रत्नम ने पंद्रहवीं सदी में लिखे गए उपन्यास की हत्या की है,तो कुछ भी गलत नही होगा. इसी उपन्यास पर आधारित मणि रत्नम निर्देषित फिल्म ‘‘पोन्नियिन सेलवन एक’’ कुछ हद तक महाकाव्य को स्थापित करने का प्रयास था,मगर दूसरे भाग में मणि रत्नम पूरी तरह से भटक गए हैं,इसकी मूल वजह यह नजर आती है कि मणि रत्नम ने इस भाग में कहानी का केंद्र नंदिनी व आदित्य कारिकालन की प्रेम कहानी और नंदिनी के अंदर चोल साम्राज्य को समाप्त कर प्रतिषोध लेने की दहक रही अग्नि ही है.परिणामतः उपन्याय के बाकी किरदार एकदम हाषिए पर चले गए हैं.अफसोस वह नंदिनी व उसकी मंा मंदाकिनी की कहानी को भी सही ढंग से कहने की बजाय भटक गए हैं.
कहानीः
कहानी चोल सम्राज्य की है जिसमें सम्राट सुंदर चोल (प्रकाश राज) शासन कर रहे हैं,लेकिन उनकी सेहत ठीक नहीं रहती.ऐसे में वह चाहते हैं कि उनका बड़ा बेटा आदित्य कारिकालन (चियान विक्रम) चोल सम्राज्य का शासक बने.जबकि सुंदर चोल की बेटी कुंदवई (तृषा कृष्णन) चाहती है कि छोटे भाई अरूणमुरी वर्मन अर्थात पोन्नियन सेलवन (जयम रवि) को राजा बनाया जाए. राजकुमार आदित्य के साथी हैं वल्लावरायन (कार्ति) जो चोल सम्राज्य के खिलाफ रचे जा रहे षडयंत्र का पता लगाते हैं.दूसरी ओर पेरिया पाझुवेतरायर (आर. सारथकुमार) और चिना पाझुवेतरायर(आर. प्रथिबान) भाईयों की जोड़ी चोल साम्राज्य को हथियाने की योजना बना रही है.वह सुंदर चोल के भाई के बेटे मधुरंथगन को राजा बनाना चाहते हैं.वहीं पेरिया पाझुवेतरायर की पत्नी नंदिनी (ऐश्वर्या रॉय बच्चन) प्रतिषोध की आग में जल रही हैं और चोल सम्राज्य को समाप्त होते देखना चाहती है.नंदिनी, पांडियन के साथ उसी दिन राजा सुंदर चोल (प्रकाश राज) और आदित्य करिकलन को मारने का फैसला करती है.वह मधुरंधगन (रहमान) के साथ एक सौदा करने के बहाने अदिता करिकलन को कदंबुर किले में आमंत्रित करती है, जिसने चोल साम्राज्य के सिंहासन का दावा करते हुए एक विद्रोह का गठन किया है. एक समय था जब नंदिनी और आदित्य कारिकालन एक दूसरे से प्रेम करते थे.लेकिन दोनों का रिश्ता जिस तरह से टूटा,उसके जख्म आज भी ताजा हैं.क्यांेकि अनाथ नंदिनी को राज्य से बाहर कर दिया गया था.तो वहीं कहानी का एक सिरा नंदिनी की मां मंदाकिनी से जुड़ा है.जब दर्षकों के सामने यह सच आता है कि नंदिनी अनाथ नही है.नंदिनी की मां मंदाकिनी के संग राजा संदुर चोल ने प्यार किया था,पर एक साजिष के तहत षादी नहीं हो पायी थी.
मणि रत्नम बेहतरीन निर्देषक हैं, इसमें कोई दो राय नही.मगर ‘‘‘पोन्नियिन सेलवन एक’’ के मुकाबले ‘‘पोन्नियिन सेलवन दो’’ यानी कि ‘‘पी एस दो’’ काफी निम्न स्तर की फिल्म है.पूरी भटकी हुई पटकथा है.फिल्म का क्लायमेक्स काफी भ्रमित करने वाला है.चोल षासन के खिलाफ वास्तव में कौन है? यह समझना मुष्किल हो जाता है.आदित्य करिकलन के मित्र पार्थिबेंद्रन पल्लवन (विक्रम प्रभु), चोल षासन के खिलाफ क्यों हो जाते हैं? यह बस एक छोटा सा भ्रम था.
अगर पार्थिबेंद्रन ने बुद्धिमानों की बात पर ध्यान दिया होता, तो एक अनावश्यक युद्ध टल जाता.अब यह किताब का हिस्सा है या फिल्मकार की सिनेमाई स्वतंत्रता है,पता नहीं.षिल्प के प्रति इमानदार होने के बावजूद मणि रत्नम कथानक के साथ न्याय नही कर पाए.जबकि मणि रत्नम इसके सह निर्माता व सह लेखक भी हैं.
फिल्म के भव्य सेट जरुर नयन सुख देते हैं.केवल भव्य सेट और बेहतरीन स्पेषल इफेक्ट आदि से आप फिल्म दर्षक तक नही पहुॅचा सकते.मगर फिल्मकार ने पूरी फिल्म में आकर्षक स्थानों पर चोल राज्य की कहानी को स्थापित कर दर्षकों को टिकट खरीदने के लिए मजबूर किया है,पर वह इसमें सफल नही रहे,इसका सबूत पहले दिन कई शो रद्द होने से मिल गया.
फिल्म की कहानी के साथ दर्षक के न जुड़ पाने की अन्य कई वजहें हैं.कल्की कृष्णमूर्ति का उपन्यास ‘‘पोन्नीयिन सेलवन’’ बहुत बड़ा उपन्यास हैं,जिसमें पूरे चोल साम्राज्य के इतिहास व अन्य घटनाक्रमों का वर्णन है. इतनी विषाल कहानी को महज तीन घ्ंाटे की फिल्म में समेटना असंभव है. दूसरी बात इस कहानी से दर्षक परिचित नही है,तो उसे हर किरदार को सही ढंग से समझाना पड़ेगा,जिसे करने में मणि रत्नम बुरी तरह से विफल रहे हैं.
जी हां! जिसने किताब नहीं पढ़ी है,वह फिल्म देखते समय कहानी का अनुसरण नही कर पाता. तीसरी अहम समस्या यह है कि इस फिल्म से जुड़े दक्षिण के कलाकारों को हिंदी भाषी दर्षक नही पहचानता,इस कारण भी फिल्म देखते समय उसे सब कुछ गडमड ही नजर आता है.ऐसी स्थिति में फिल्म की पटकथा लेखन के समय सावधानी बरती जानी चाहिए थी,पर वैसा नहीं किया गया.
फिल्म की कहानी की षुरूआत आदित्य करिकलन (विक्रम) और नंदिनी (ऐश्वर्या राय) के किशोर वय की प्रेम कहानी के फ्लैषबैक से होती है.इस कहानी की उनकी जो कल्पना है,वह नयनसुख जरुर देती है.मगर इस प्रेम कहानी को भी बहुत बेहतर तरीके से पेष नही किया जा सका.इस प्रेम कहानी मे राजा व राजकुमार की अपनी कुछ मजबूरियां होती हैं,उसकी वजह से जो जटिलता आती है,उसे चित्रित नही किया जा सका.
वंधियावन व कुंधवई की प्रेम कहानी को भी ठीक से चित्रित नही किया गया. फिल्म के कुछ दृष्य काफी अच्छे बन पड़े हैं.एक वह दृष्य जब पांडियन बौद्ध मठ जाकर पूर्णिमा के महोत्सव के अवसर पर पोन्नियिन सेलवन को मारने की साजिष रचते हैं.तब जिस तरह से पोन्नियिन सेलवन हाथी से बात कर हाथी पर सवार हो जाते हैं और अपनी हत्या करने आए महावत को हाथी की सूंड़ से तिस तरह से मौत देते हैं,कमाल का दृष्य बना है.
तो वहीं नंदिनी (ऐश्वर्या राय बच्चन) के मकसद को समझने के बावजूद आदित्य करिकलन (विक्रम) उनके बुलावे पर कदंूबर जाते हैं और जिस तरह से अपने बीच के अजीब रिष्ते की सारी पेचीदगियों को सामने लाते हैं, जो कि जुनून और प्रतिशोध का एक खतरनाक कॉकटेल है.कमाल का दृष्य बन पड़ा है.इस दृष्य में दो लोग हैं,जिन्हें एक दूसरे से कटु अनुभव हुए हैं,फिर भी एक-दूसरे से नफरत करने में असमर्थ हैं.
जबकि प्यार की खातिर करिकलन अपनी जिंदगी देकर प्रायष्चित करना चाहता है क्योंकि नंदिनी के निवेदन के बावजूद कलिकरन ने वीर पांडियन की हत्या कर दी थी.तो वही तीसरा दृष्य राजा संुदर चोल (प्रकाष राज )को अपने साथियों के संग मारने पहुॅची मंदाकिनी(ऐश्वर्या राय) राजा सुंदर चोल के प्यार के आगे अपने ही साथियों के बाणों को झेलकर राजा को बचाते हुए अपने प्राणों की आहुति देती है.
एक तरफ मंदाकिनी प्यार के सच का अहसास कर अपनी जान देकर प्रायष्चित करती है,तो वहीं आदित्य कलिकरन भी प्यार में प्रायष्चित करते हुए अपनी जिंदगी खो देता है.मगर फिल्मकार व पटकथा लेखक यह भूल गए कि यह कहानी महज नंदिनी व आदित्य कलिकरन या पोन्नियिन सेलवन के बारे में नहीं है.
यह वंधियाधवन,रवि पंडायन,पूंगुकुजाहली,नारीवादी कुंदवी (त्रिशा कृष्णन) , वानथी (शोभिता धूलिपाला) और सुमतिराजकुमारी (ऐश्वर्या लक्ष्मी के बारे में भी है. पंद्रहवीं सदी में कल्की कृष् णन ने अपने उपन्यास में जिस तरह से सामजिक संरचना व नारी को सषक्त रूप में पेष किया है,उसका आज हम दस प्रतिषत भी अनुकरण नही कर रहे हैं.डाक्टर बाबा साहेब आंबेडकर ने संविधान लिखते समय जिन बातों को लिखा है,वह सब कल्की कृष्णन के पंद्रहवीं सदी के उपन्यास ‘‘पोन्नियिन सेलवन’’ में लिखा हुआ है.
अफसोस मणि रत्नम किताब को सेल्यूलाइड पर उतारते समय इस बात को गहराई के साथ पेष करने में असमर्थ रहे हैं.फिल्मकार मंदाकिनी,नंदिनी ,राजकुमारी कंुदवाई आदि चरित्रों के साथ न्याय नही कर पाए. हर राज्य /षासन में छल,कपट,धोख, विष्वासघात, स्वामी भक्ति का होना अनिवार्य है.यही सब इस फिल्म का भी हिस्सा है.
थोटा थरानी की प्रोडक्शन डिजाइन और रवि वर्मन की फोटोग्राफी जरुर राहत देती है.तो वहीं संगीतकार ए आर रहमान ने बुरी तरह से निराष किया है.जबकि ए आर रहमान का दावा है कि वह अपना सर्वश्रेष्ठ सिर्फ मणि रत्नम की फिल्मों में देते हैं.
बौद्ध मठ में पोन्नियिन सेलवन के व्यवहार से उनकी धार्मिकता और अटूट नैतिक संहिता उभर कर आती है.तो वही यह बात भी सामने आती है कि वह अपने भाई आदित्य करिकालन की तरह अच्छा योद्धा जरुर नही है,पर वह ऐसा नेता है,जो समय की नजाकत को पहचान कर सही रास्ता अपनाना जानता है.वह तलवारबाजी की तुलना में कहीं अधिक वीर है.वह जिस तरह से खुद को राजकुमार की बजाय अपने तात मधुरंताका (रहमान )को यह पद सौंपता है,उससे आज के नेताओं को सबक लेने की जरुरत है.
मंदाकिनी को वृद्धावस्था में दिखाते समय फिल्मकार ने ऐष्वर्या राय के सिर्फ बाल सफेद किए हैं.लेकिन उनकी आवाज में अंतर नजर नही आता. चाल ढाल में कोई अंतर नजर नही आता.
अभिनयः
अपनी पहली फिल्म ‘इरुवर’ से लेकर ‘पोन्नियिन सेल्वन’ की मंदाकिनी व नंदिनी तक ऐश्वर्या राय बच्चन ने अपने अभिनय कौशल की जिस उड़ान का प्रदर्शन सुनहरे पर्दे पर अब तक किया है, उसमें एक पूरा अध्याय ही मणिरत्नम के नाम का है. यह फिल्म देखने के बाद यह बात समझ में आ जाती है कि ऐष्वर्या राय बच्चन के अंदर की अभिनय प्रतिभा को केवल मणि रत्नम ही परदे पर ला सकते हैं.
सौंदर्य को उसकी पूरी गरिमा और पूरी आभा के साथ पेश करना ऐश्वर्या राय बच्चन से उनके इस किरदार से सीखा जा सकता है और फिल्म ‘हम दिल दे चुके सनम’ की नंदिनी को भी भला कौन भूल सकता है? निष्कपट नंदिनी से कपटपूर्ण नंदिनी तक की ऐश्वर्या राय बच्चन की यह अभिनय यात्रा कमाल की है.
आदित्य करिकालन के किरदार में विक्रम अपने रौद्र, क्रोध और उद्वेग से अपनी पहचान छोड़ने में सफल रहे हैं.जयम रवि,कार्ति,त्रिषा कृष्णन,षोभिता धूलिपाला, ऐष्वर्या लक्ष्मी,प्रकाष राज के हिस्से करने को कुछ खास रहा नहीं.
उम्र के 45वें पड़ाव को पार करने के बाद भी ऐश्वर्या की खूबसूरती पर कोई फर्क नहीं पड़ा है. नैचुरल रूप से खूबसूरत विश्वसुंदरी ऐश्वर्या का मेकअप और हेयरस्टाइल हमेशा आकर्षक होता है. ऐश्वर्या राय न केवल औनस्क्रीन शानदार दिखती हैं बल्कि उन के रैड कारपेट लुक भी मेकअप लवर्स के लिए ब्यूटी लैसंस का जरीया होते हैं. आप ऐश्वर्या से सीख सकती हैं कि मेकअप से अपनी प्राकृतिक सुंदरता में चार चांद कैसे लगाए जाएं:
विंग्ड आई मेकअप:
आंखों का यह मेकअप आप की आंखों को अच्छी शेप देने में मदद करता है खासकर बादाम के आकार की आंखों वाली महिलाओं को विंग्ड आईलाइनर जरूर ट्राई करना चाहिए. ऐश्वर्या की आंखें विंग्ड आईलाइनर के प्रयोग से और भी खूबसूरत व लंबी दिखती हैं. इस के साथ ही उन की घनी पलकें उन के लुक को और अधिक खूबसूरत बना देती हैं.
ब्लो ड्राई हेयर:
ऐश्वर्या हमेशा क्लासिक सिंपल ब्लो ड्राई हेयर में दिखती हैं. यह एवरग्रीन हेयरस्टाइल न केवल उन्हें सूट करता है बल्कि किसी को भी अट्रैक्ट कर सकता है. एक क्लासिक लुक के लिए आप भी ऐश की तरह एक बाउंसी ब्लो ड्राई हेयर स्टाइल चुन सकती हैं. इस से आप के बाल शाइनी और घने दिखेंगे, साथ ही स्मूद भी होंगे.
ओवरऔल ग्लो:
ज्यादातर महिलाएं चीकबोन, नाक और ब्रो बोन पर हाइलाइटर लगाती हैं, लेकिन ऐश्वर्या ओवरऔल ग्लो पर विश्वास रखती हैं. उन के हर लुक में यह देखने को भी मिलता है. यह एक ऐसा ट्रिक है जिस से उन के चेहरे का बीच का हिस्सा ग्लो करता है और यह वही हिस्सा होता है जिस पर सब से ज्यादा लाइट पड़ती है. इस से वे हमेशा पिक्चर परफैक्ट लुक में दिखती हैं.
शेप्ड आईब्रोज:
आजकल लड़कियों और सैलिब्रिटीज की पहली पसंद हेवी और स्ट्रेट ब्रोज हैं. लेकिन ऐश्वर्या हमेशा शेप्ड आईब्रोज के औप्शन को ही चुनती हैं. यह सच है कि अगर ब्रोज ठीक से शेप में न हों तो चेहरे का आकर्षण कम हो जाता है. मगर शेप्ड आईब्रोज लुक को स्मार्टनैस देता है.
रैड लिप्स:
ओवरऔल मेकअप कैसा भी हो, मगर ऐश्वर्या रैड लिप्स पसंद करती हैं. आप उन्हें रैड लिपस्टिक के लगभग सभी शेडस में देख चुकी होंगी. डार्क रैड हो, वाइन रैड हो या फायरी रैड शेड, हर एक मौके के लिए रैड कलर परफैक्ट होता है.
बौलीवुड में कपूर खानदान का नाम बहुत मशहूर हैं. हाल ही में राजकपूर की बेटी ऋतु नंदा का बीते दिन निधन हो गया था. मीडिया में खबर फैलने के बाद से कई बौलीवुड सितारों ने उनके निधन पर शोक जताया है. वहीं ऋतु नंदा के अंतिम संस्कार में भी बौलीवुड के बड़े सितारे समेत कई लोग पहुंचे. आइए आपको दिखाते हैं ऋतु नंदा के अंतिम संस्कार की फोटोज…
अंतिम दर्शन में पहुंची कपूर फैमिली
एक्टर ऋषि कपूर को जैसे ही ऋतु नंदा के निधन की जानकारी मिली, वैसे ही वो अंतिम विदाई देने के लिए निकल पड़े. रणधीर कपूर की बेटी ऋद्धिमा कपूर भी ऋतु नंदा के अंतिम दर्शन करने पहुंची. इसी के साथ रणबीर कपूर के फुफेरे भाई आदर जैन भी ऋतु नंदा की अंतिम यात्रा का हिस्सा बने.
ऋतु नंदा, श्वेदा नंदा की सास थीं, जिस कारण ऐश्वर्या राय बच्चन भी अंतिम संस्कार का हिस्सा बनने के लिए पहुंची. वहीं अपनी समधन के अंतिम विदाई देने के लिए अभिषेक बच्चन, ऐश्वर्या राय बच्चन के साथ पहुंचे थे. ऋतु नंदा के अंतिम दर्शन करके लौटे अभिषेक बच्चन के चेहरे पर उदासी नजर आई.
ऋतु नंदा के निधन के बाद बौलीवुड सेलेब्स ने सोशल मीडिया पर अपने दर्द को बयां करते हुए काफी पोस्ट शेयर किए, जिनमें नीतू कपूर का नाम भी शामिल है. नीतू कपूर ने ऋतु नंदा की पुरानी फोटो शेयर की.
ऐश्वर्या राय बच्चन फिल्मों से दूर इन दिनों परिवार के साथ टाइम स्पेंड कर रही हैं. हालांकि इस बीच वो सोशल मीडिया पर फोटोज शेयर कर सुर्खियों में रहती हैं. अब हाल ही में ऐश्वर्या ने अपनी कुछ फोटोज शेयर की हैं जिसमें वो व्हाइट गाउन पहने नजर आई हैं. ऐश्वर्या इस वाइट गाउन में काफी सुंदर लग रही हैं. ऐश्वर्या ने इस आउटफिट में 3 फोटोज शेयर की हैं और इन फोटोज को देखकर फैन्स भी उनकी खूबसूरती के कायल हो गए हैं. फैन्स सोशल मीडिया पर कमेंट कर रहें खूबसूरती की देवी. तो कोई कह रहा है आप वर्ल्ड की खूबसूरत महिला हैं.
ऐश्वर्या के मैनेज के लहंगे में लगी आग, शाहरुख ने बचाया…
दिवाली के मौके पर अमिताभ बच्चन ने पार्टी दी थी. इस पार्टी में सारे बौलीवुड सेलेब्स पहुंचे थे. लेकिन पार्टी में एक हादसा हो गया था. दरअसल, पार्टी में ऐश्वर्या की मैनेज अर्चना सदानंद के लहंगे में दिये की वजह से आग लग गई थी. अर्चना को आग में देखकर सभी चौंक गए थे और किसी को कुछ समझ ही नहीं आया लेकिन शाहरुख तुरंत आए और अपनी जैकेट से आग बुझाने लगे. आग बुझाते वक्त शाहरुख के हाथ भी थोड़े जल गए थे.
ऐश्वर्या की प्रोफेशनल लाइफ की बात करें तो वो लास्ट फिल्म फन्ने खां में नजर आई थीं. इस फिल्म में उनके साथ अनिल कपूर और राजकुमार राव लीड रोल में थे. हालांकि ये फिल्म बौक्स औफिस पर फ्लॉप साबित हुई थी. ऐश्वर्या इस फिल्म के बाद से बड़े पर्दे पर नजर नहीं आई हैं. हालांकि उन्होंने हाल ही में मेलफिशेंट फिल्म के सीक्वल में अपनी आवाज दी है. मेलफिशेंट में ऐश्वर्या की आवाज सुनने के लिए फैन्स भी काफी एक्साइटेड थे.
ऐश्वर्या ने इस बारे में बात करते हुए कहा था कि आराध्या को जब ये बात पता चली थी कि वो इस फिल्म में आवाज दे रही हैं तो वो काफी खुश हुई थीं. ऐश्वर्या ने कहा था, आराध्या ने जब इस फिल्म का नाम मेरे मुंह से सुना तो उसने मुझसे पूछा कि क्या मैं ये फिल्म कर रही हूं. जब उसे ये पता चला कि मैं इस प्रोजेक्ट पर काम कर रही हूं तो उसकी आंखें चमक उठी थी. वो मेरे इस फैसले से बहुत खुश थी.