Holi 2023: खास दिन पर 6 बातें रखेंगी आपकी सेहत का ख्याल

होली मौज-मस्ती, हर्ष-उल्लास, उधम-कूद, भागा-दौड़ी का त्योहार है. वसंत ऋतु में आने वाले इस पर्व की अलग की रौनक होती है. इस दौरान बनने वाले खास खाने, मिठाइयां, ठंडई, पकवान इसे और अधिक खास बनाते हैं.

अक्सर इस मौज मस्ती में लोग अपने और अपनो का ख्याल रखने से चूक जाते हैं. रंगों की मौज मस्ती में, खाने पीने में बहुत सी ऐसी लापरवाहियां हो जाती हैं जो होली के उमंग को फीका कर देती हैं. ऐसे में हम होली खेलने के दौरान और खानपान के बारे में कुछ खास टिप्स बताएंगे जिनको ध्यान में रख कर आप इस होली को यादगार और मजेदार बना सकती हैं. तो आइए शुरू करें

1. बचें सिंथेटिक रंगों से

होली में सिंथेटिक रंगों से बच कर रहें. इनमें लेड आक्साइड, मरकरी सल्फाइड ब्रोमाइड, कापर सल्फेट आदि भयानक केमिकल मिले होते हैं जो कि आंखों की एलर्जी, त्वचा में खुजली और अंधा तक बना देते हैं. इन रंगों के दूरी बनाने की कोशिश करें.

2. एलर्जी के मरीज रहें सतर्क

बहुत से लोगों को रंगों से एलर्जी होती है. उन्हें खास कर के इन रंगों से दूर रहना चाहिए. इसके अलावा जिन लोगों को त्वचा संबंधित परेशानियां हैं उन्हें भी इससे दूर रहना चाहिए. एक और जरूरी बात, रंग खेलने से पहले शरीर पर नारियल या सरसो का तेल लगा लें. इससे त्वचा पर रंग नहीं चिपकेगा और आप सुरक्षित रहेंगी.

3. अपने चोट-घाव को बचाएं

जिन लोगों को पहले से चोट या घाव लगी हो उन्हें ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है. लंबे समय तक पानी के संपर्क में रहने से चोट के बढ़ने का खतरा होता है. ऐसे में अपने चोट पर एंटीसेप्टिक लगा कर रहें.

4. तेल लगाना ना भूलें

रंग खेलते वक्त बालों में खूब तेल लगा लें और सिर को रुमाल या स्कार्फ से ढंक लें. सिंथेटिक रंग आपकी बालों के लिए हानिकारक होते हैं.

5. भांग पीने से बचें

इस मौके पर कोशिश करें कि आप ज्यादा पानी में भींगे नहीं. इससे आपको बुखार, जुकाम जैसी परेशानियां हो सकती हैं.

6. गुब्बारे वाली होली ना खेलें

गुब्बारे वाली होली ना खेलें. इससे आपकी आंखे चोटिल हो सकती हैं.

Holi 2023: इन बातों का रखें ख्याल, होली होगी और मजेदार

होली उमंग, उल्लास, उधम-कूद, भाग दौड़ का त्योहार है. मस्ती के इस मौके पर हमारी एक छोटी सी लापरवाही से किसी का बड़ा नुकसान हो सकता है. ऐसे में हम आपको कुछ खास बाते बताने वाले हैं, जिनको ध्यान में रख कर आप बेहतर ढंग से होली का लुत्फ उठा सकती हैं.

शुगर पर रखें काबू

इस बात का ख्याल रखना खासा जरूरी है. खास कर के जो लोग शुगर के मरीज हैं. त्योहारों में तेल और शक्कर से बने हुए पकवानो की भरमार होती है. डायबिटीज के मरीजों के लिए तेल और चीनी, दोनों ही नुकसानदायक होते हैं. मौज मस्ती में इन पकवानो का अधिक सेवन बाद में आपके लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं. इस लिए जरूरी है कि आप अपने खानपान पर अत्धिक ध्यान रखें और संयामित हो कर कुछ भी खाएं.

आंखों का रखें ख्याल

होली में खेले जाने वाले रंग रसायन से मिल कर बने होते हैं. अगर ये आंख में चले जाएं तो तेज जलन और कौर्निया को नुकसान पहुंचा सकते हैं. जो लोग लेंस लगात हैं, वो रंग खेलते वक्त अपने लेंस उतार लें. ऐसा ना करना उनकी आंखों के लिए खतरनाक हो सकता है.

दिल का रखें ध्यान

दिल की बीमारी झेल रहे लोगों को मिठाइयों, तेल के पकवानो से दूरी बनानी चाहिए. होली पर बनने वाले पकवान उनकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकते हैं. भारी खानपान से बेहतर कुछ हल्का फुल्का खाएं. त्योहार के उत्साह में कुछ भी ऐसा ना करें जिससे दिल पर जोर पड़े या धड़कन तेज हो जाए. अपनी दवाइयों को लेना ना भूलें.

किसी के नाक में ना जाए रंग

होली खेलते हुए हमें इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए कि रंग किसी की नाक में ना जाए. ये रंग आर्टिफीशियल होते हैं और तरह तरह के रसायनो से बने होते हैं. ऐसे में अगर रंग नाक में जाएगा तो गंभीर परेशानियां हो सकती हैं.

Holi Special 2020 : रंगों के त्योहार पर रखें इन बातों का खास ख्याल

होली खुशियों का त्योहार है. लोग इसके उमंग उल्लास में इस कदर डूब जाते हैं कि अपनी सेहत का नुकसान कर बैठते हैं. ज्यादा तेल का खाना, अधिक मिठाई खाना, अनहाइजीन व्यंजनों का सेवन और भी ना जाने कितनी लापरवाहियां इस त्योहार की रौनक को कम कर देती हैं. ऐसे में हम आपको कुछ खास टिप्स बताने वाले हैं जिनकी मदद से आप इस होली को और भी बेहतर ढंग से एंजौय कर पाएंगी.

ओवर ईटिंग से बचें

होली में तरह तरह के पकवान और मिठाइयां बनते हैं. इस चक्कर में आप कुछ ना कुछ खाती रहती हैं. ये सेहत के लिए काफी नुकसानदायक होता है. त्योहारों में बनने वाले व्यंजन काफी तेल वाले होते हैं, ये तले और भुने होते हैं, ये आसानी से नहीं पचते. इससे फूड प्वाइजनिंग की समस्या हो सकती है.

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पानी खूब पिएं

होली में हम खाते अधिक हैं पर पानी पीना भूल जाते हैं. खाने और होली की हुड़दंग से शरीर में पानी की कमी होती जाती है. इसका असर पाचन पर भी होता है. इस भागा दौड़ी में पानी पीना ना भूलें. दिन भर में कम से कम 8 गिलास पानी जरूर पिएं.

इसके अलावा इन बातों का भी रखें ख्याल:

  • ज्यादा मसालेदार और तले-भुने मसालों से दूर रहें.
  • भांग, ठंडई और किसी भी तरह के नशे से दूर रहें.
  • गुजिया का अधिक सेवन ना करें, ये मैदा और खोए से बने होते हैं. इनका अधिक सेवन सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है.
  • ड्राई फ्रूट्स का सेवन करें. ये सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं.
  • बाजार की मिठाइयों से दूर रहें. ये मिलावट वाली हो सकती है, इनके सेवन से आपके स्वास्थ पर नकारात्मक प्रभाव हो सकता है.

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जानिए प्रेग्नेंसी में बढ़े वजन को कम करने के आसान तरीके

प्रेग्नेंसी के बाद शरीर में बहुत से बदलाव आते हैं. इसमें सबसे बड़ी चुनौती होती है वजन को कम करना. हम आपकी इस परेशानी की उपाय ले कर आए हैं. हम आपको कुछ बेहद आसान टिप्स बताएंगे जिनकी मदद से प्रेग्नेंसी के बाद बढ़ रहे वजन को कम करना आसान होगा.

अच्छी नींद और अच्छी खाना है जरूरी

तनाव कम लें, अच्छी नींद लें और संतुलित मात्रा में आहार लें. वजन कम करने के लिए ये चीजें बेहद आवश्यक है. बाहर का खाना बिलकुल बंद कर दें, घर का बना हल्का-फुल्का खाना खाएं और पर्याप्त नींद लें. छोटी-छोटी बातों के लिए स्ट्रेस न लें. योग इसमें आपकी मदद कर सकता है.

बच्चे को कराएं ब्रेस्ट फीड

कई  जानकारों का भी मानना है कि ब्रेस्ट फीड कराने वाली महिलाओं का वजन डिलीवरी के बाद जल्दी कम होता है. आपको बता दें कि ब्रेस्ट फीड कराने से शरीर  की 300 से 500 कैलोरी खर्च होता है. इस मसले पर हुए एक शोध की माने तो स्तनपान महिलाओं में प्रसव के बाद अतिरिक्त वजन कम करने में मददगार साबित होता है.

पानी पिएं

पानी पीने से वजन तेजी से कम होता है. प्रेग्नेंसी के बाद भी वजन को कम करने के लिए पानी काफी लाभकारी होता है. एक रिपोर्ट की माने तो रोजाना 10 से 12 गिलास पानी पीना वजन कम करने में काफी लाभकारी होता है.

टहलें जरूर

प्रेग्नेंसी के बाद वजन कम करने के लिए वौक बेहद कामगर है. अमेरिका में प्रकाशित एक रिपोर्ट की माने तो वौक करने से प्रेग्नेंसी के बाद वजन घटाना आसान हो जाता है.

मिलावट वाले रंगों से रहें सावधान, करते हैं बड़ा नुकसान

कोई भी त्योहार मौज-मस्ती, खुशी-उल्लास, भागा-दौड़ी के बगैर अधूरा है. होली में लोग एक दूसरे पर रंग गुलाल डाल कर मनाते हैं. पर क्या आपको पता है कि होली में इस्तेमाल होने वाले रंग कई बार सेहत पर बुरा असर कर जाते हैं. बाजार में मिलने वाले रंग सिथेंटिक होते हैं. आर्टिफीशियल तरीके से बने ये रंग सेहत के लिए बेहद हानिकारक होते हैं. कई बार इनके परिणाम घातक हो जाते हैं.

कुछ डाक्टरों और जानकारों की माने तो बाजार में मिलने वाले अधिकतर रंग सस्ते होते हैं और इनको बनाने के लिए कुछ हानिकारक सामाग्रियों का इस्तेमाल होता है. इन रंगों को बनाने के लिए कुछ निर्माता डीजल, इंजन औयल, कौपर सल्फेट और सीसे का पाउडर आदि का इस्तेमाल करते हैं. इससे लोगों को चक्कर आता है, सिरदर्द और सांस की तकलीफ होने लगती है. जानकारों के अनुसार ये तत्व हमारी सेहत के लिए बेहद हानिकारक होते हैं. इन  रंगों में ऐसे रसायन मिले होते हैं जिनसे सेहत का काफी नुकसान होता है. एक विशेषज्ञ की माने तो काले रंग के गुलाल में लेड औक्साइड मिलाया जाता है जो गुर्दों को प्रभावित कर सकता है. हरे गुलाल के लिए मिलाए जाने वाले कौपर सल्फेट के कारण आंखों में एलर्जी, जलन, और अस्थायी तौर पर नेत्रहीनता की शिकायत हो सकती है.

जागरुकता के अभाव में अक्सर छोटे दुकानदार रंगों की गुणवत्ता की जानकारी के बिना इन रंगों को बेचते हैं. कई बार औद्योगिक इस्तेमाल के लिए बनाए गए रंगों को भी होली में इस्तेमाल किया जाता है जिनसे सेहत का काफी नुकसान होता है.

बाजार में हर्बल सामग्रियों से बनाए गए सूखे रंग उपलब्ध हैं. आपको बता दें कि तिहाड़ जेल की महिला कैदियों ने भी इस बार गुलाब के फूल जैसी हर्बल सामग्रियों की मदद से रंग गुलाल बनाए हैं.

तिहाड़ की महिला कैदियों के साथ पिछले पंद्रह सालों से कार्यरत्त दिव्य ज्योति जागृति संस्थान (डीजेजेएस) के प्रवक्ता विशाल नंद ने बताया कि इस रंग में अरारोट पावडर, खाने वाले रंग और प्राकृतिक सुगंध आदि का इस्तेमाल किया गया है और इनसे त्वचा को कोई नुकसान नहीं होता.

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