एड़ियां फटने के क्या हैं कारण, इन तरीकों से रखें ख्याल

लेखिका-सोनिया राणा

बदलते मौसम में हम अपने चेहरे और हाथों की स्किन का तो खूब खयाल रखते हैं, लेकिन अकसर यह भूल जाते हैं कि हमारी पर्सनैलिटी में जितनी इंपौर्टैंस चेहरे और हाथों की खूबसूरती की है उतने ही अहम हमारे पैर भी हैं, जिन पर मौसम की मार सब से पहले पड़ती है, लेकिन हम उन्हीं को अपनी टेक केयर लिस्ट में सब से आखिर में रखते हैं. नतीजा यह होता है कि हमारी एडि़यां फट जाती हैं, पैर बेजान नजर आने लगते हैं.

 

आप अपने पैरों का खयाल कैसे रख सकती हैं और ऐसी कौन सी चीजें हैं, जो आप के पैरों में फिर से जान डाल देंगी, यही बताने के लिए हम यह लेख आप के लिए ले कर आए हैं.

एडि़या फटने के कारण

एडि़या फटने की सब से आम वजह है मौसम का बदलना, साथ ही मौसम के अनुरूप पैरों को सही तरीके से मौइस्चराइज न करना और जब मौसम शुष्क हो जाता है तो यह परेशानी और बढ़ जाती है.

देखा जाए तो अधिकतर महिलाएं फटी एडि़यों से परेशान होती हैं, क्योंकि काम करते समय अकसर उन के पैर धूलमिट्टी का ज्यादा सामना करते हैं इस के साथ ही इन कारणों की वजह से भी एडि़यां फटती हैं:

– लंबे समय तक खड़े रहना

– नंगे पैर चलना

– खुली एडि़यों वाले सैंडल पहनना

– गरम पानी में देर तक नहाना

– कैमिकल बेस्ड साबुन का  इस्तेमाल करना – सही नाप के जूते न पहनना.

बदलते मौसम के कारण वातावरण में नमी कम होना फटी एडि़यों की आम वजह है. साथ ही बढ़ती उम्र में भी एडि़यों का फटना आम बात है. ऐसे में कई बार एडि़यां दरारों के साथ रूखी हो जाती हैं. कई मामलों में उन दरारों से खून भी रिसना शुरू हो जाता है, जो काफी दर्दनाक होता है.

कैसे रखें पैरों का खयाल

अपने पैरों की खूबसूरती को बनाए रखने के लिए जरूरी है कि जैसे आप अपने चेहरे पर डैड स्किन हटा कर उसे मौइस्चराइज रखती हैं

ठीक वैसे ही अपने पैरों को भी प्लूमिक स्टोन से रगड़ कर एडि़यों से डैड स्किन को हटाना चाहिए.

उस के बाद पैरों को अच्छी तरह थिक क्रीम बेस्ड फौर्मूला, बाम या नारियल के तेल से अच्छी तरह मौइस्चराइज करना चाहिए.

इस तरीके से आप अपनी एडि़यों को फटने से बचा सकती हैं, लेकिन अगर आप की एडि़यों में दरारें आ चुकी हों और उन में दर्द या खून रिसने लगा हो तो आप को उस के लिए डाक्टर से सलाह ले कर उस का उपचार कराना चाहिए, क्योंकि डायबिटीज, हाइपोथायराइडिज्म, एटौपिक डर्मैटाइटिस समेत ऐसी कई बीमारियां हैं, जिन के कारण एडि़यां फट जाती हैं.

पैट्रोलियम जैली, ग्लिसरीन और लेनोलिन युक्त क्रीम से मिलेगी राहत. अगर आप फटी एडि़यों से परेशान हैं तो ऐसी फुट क्रीम का इस्तेमाल करें, जिस में पैट्रोलियम जैली, ग्लिसरीन और लेनोलिन, कैलेंडुला, चमेली के फूल और कोकम बटर के इस्तेमाल किया गया हो. इस से आप को फटी एडि़यों से राहत मिलेगी और इस के नियमित इस्तेमाल से आप भविष्य में भी इस परेशानी से बची रहेंगी.

6 टिप्स: फेस के साथ स्किन से ऐसे हटाएं टैनिंग

गर्मियों के दिनों की सबसे आम परेशानी और शिकायत यही होती है कि, चेहरे के साथ स्किन से टैन को कैसे हटाया जाए. लम्बे समय तक सूरज के सम्पर्क में रहने से हमारी स्किन को काफी कुछ सहन करना पड़ता है. जिसमें से एक परेशानी है टैनिंग की. जी हां ये ऐसी परेशानी है, जो एक बार पीछा पकड़ ले तो जल्दी छोड़ती नहीं. फिर स्किन बेहद भद्दी और काली नजर आती है. आज हम आपको कुछ ऐसी रेमिडी के बारे में बताएंगे, जिससे आपका चेहरे और बाकि की स्किन टैन फ्री हो जाएगी.

1. एक्सफोलिएशन-

एक्सफोलिएशन एक ऐसी तकनीक है, जिसकी मदद से आप अपनी स्किन से डेड स्किन को हटा सकती हैं. इससे आपको बेहतर रिजल्ट देखने को मिलेंगे.

2. केमिकल पील-

हां ये थोड़े खतरनाक हो सकते हैं.लेकिन बेहतर रिजल्ट के लिए ये आपकी मदद भी कर सकते हैं. इससे स्किन में अतिरिक्त मेलेनिन को हटाने में मदद मिलती है. एक बार केमिकल पील को इस्तेमाल करने के बाद आपकी स्किन पहले की तरह अपने रंग में वापस आने लगेगी. इसके ट्रीटमेंट के बाद आप अपनी स्किन को हर रोज मॉइस्चराइज़ करें.

3. लेजर ट्रीटमेंट-

इस तरह का ट्रीटमेंट आप अपनी स्किन को इवन करने के लिए कर सकती हैं. इससे स्किन की डेड परत हट जाती है. लेजर ट्रीटमेंट आजकल काफी चलन में भी है.

4. ब्लीचिंग भी विकल्प-

टैन को हटाने के लिए ब्लीचिंग भी आजकल काफी चलन में है. इससे चेहरा तुरंत चमकने लगता है. इससे रंग भी एक समान हो जाता है. लेकिन आपको नियमित ब्लीचिंग से बचना चाहिए. क्योंकि इससे स्किन काफी बुरी तरह से प्रभावित हो सकती है.

5. हाइड्रेटिंग ट्रीटमेंट-

इस तरह का ट्रीटमेंट स्किन को सॉफ्ट बनाता है. साथ ही स्किन को टोन भी करता है. इससे स्किन से डेड परत को आसानी से हटाने में मदद मिलती है.

6. घरेलू उपाय भी हैं मददगार-

आजकल हर तीसरा इंसान टैन की समस्या से परेशान है. इससे निजात पाने के लिए कुछ घरेलू उपचार भी हैं, जो अचूक हैं. तो चलिए जानते हैं घरेलू उपचारों के बारे में.

• टमाटर करेगा मदद-

टमाटर में फाइटोकेमिकल्स भरपूर मात्रा में होते हैं. जिनके अंदर हानिकारक यूवी किरणों से लड़ने की क्षमता होती है. साथ ही ये टैन को भी हल्का करते हैं. इसका पैक बनाने के लिए टमाटर में नीबू का रस मिलाकर पेस्ट बनाना होगा. फिर उसे चेहरे समेत स्किन में अप्लाई करना होगा. 20 से 30 मिनट के बाद इसे ठंडे पानी से धो दें. आप इसे हफ्ते में कम से कम दो बार आजमा सकती हैं.

• नींबू करेगा कमाल-

जैसा कि सभी जानते हैं कि विटामिन सी की भरपूर मात्रा नींबू में ही होती है. इससे टैन को कम किया जा सकता है और रंगत भी निखरी लगती है. इसका पैक बनाने के लिए नीबू के रस को कॉटन पैड में लेकर अपने चेहरे और प्रभावित अंगों में लगाएं और 20 से 25 मिनट के बाद धो दें. आप इसे हफ्ते में दो बार करेंगी तो फायदा अच्छा होगा.

• एलोवेरा भी फायदेमंद-

शायद ही कोई हो जिसे एलोवेरा के फायदों के बारे में पता ना हो. बालों से लेकर स्किन तक के लिए एलोवेरा किसी वरदान से कम नहीं है. इसमें टायरोसिनेस से लड़ने के गुण होते हैं. इसका पैक बनाने के लिए एलोवेरा जैल में खीरा और शहद मिलाकर ब्लेंड करना लें. इस पेस्ट को प्रभावित क्षेत्रों में 15 से 20 मिनट तक लगाकर धो लें. अआप इसे हफ्ते में दो से ज्यादा बार भी आजमा सकती हैं.

• पपीता करे कमाल-

पपीते में एक्सफोलिएंट होता है. जो स्किन की सतह तक जाकर अपना काम करता है और डेड स्किन को हटाता है. इससे नेचुरली आपकी स्किन का रंग भी निखरता है और टोन भी होती है. इसका पैक बनाने के लिए पके पपीते में नींबू को ब्लेंड करके टैनिंग वाले हिस्से में लगाएं. 10 से 15 मिनट लगाकर इसे अच्छे से धो लें. आप हफ्ते में इसे एक से दो बार दोहरा सकते हैं.

• शहद देगा टोन स्किन-

शहद में उपस्थित पॉलीफेनोल्स यूवी किरणों से लड़ने में मदद करते हैं. इससे स्किन सॉफ्ट, टोन और मॉइस्चराइज़ भी रहती है. इसका पैक बनाने के लिए नींबू के रस में शहद मिलाकर चहेरे और आस पास के टैनिंग एरिया में लगाकर 20 से 25 मिनट के बाद धो लें. आप इसे हफ्ते में दो से तीन बार लगा सकती हैं.

7. टैनिंग को कैसे रोकें-

अमूमन कई लोगों का सवाल यही होता है कि वो टैन को कैसे रोकें. तो यहां हम आपको बता दें कि टैनिंग को रोकने के लिए आप कम से कम सूर्य के सम्पर्क में रहें. अगर आपको बाहर निकलना ही है तो कुछ बातों का ख्याल रखें.

• टैनिंग को रोकने के लिए चश्मा, टोपी, स्कार्फ और फुल स्लीव्स के कपड़े ही पहनें.
• धूप में कहीं बाहर जाना है तो सनस्क्रीन का इस्तेमाल जरुर करें.
• बाहर निकलने के कम से कम दो घंटे पहले सनस्क्रीन लगाएं.
• धूप से लौटने के बाद अपना चेहरा चार से पांच बार धोएं.
• खुद को हाइड्रेट रखें.

अगर आप भी टैनिंग से परेशान हैं तो हमारी बताई हुई इन टिप्स को जरुर आजमाएं. आपको अच्छा रिजल्ट मिलेगा. यहां आपको पेशेंस की भी जरूरत पड़ेगी. क्योंकि स्किन टोन होने में अपना समय लेगी.

7 टिप्स: नहाते समय न करें गलतियां

आम तौर पर नहाना किसे अच्छा नहीं लगता है और खासकर बात गर्मियों में नहाने की हो तो क्या कहना? लेकिन नहाते समय अगर आप भी करते हैं ऐसी गलतियां तो हो जाइए सावधान क्योंकि नहाते समय होने वाली ये छोटी-छोटी गलतियां आप पर पड़ सकती हैं भारी!

स्वस्थ रहने के लिए सबसे जरुरी चीज होती है साफ-सफाई और गर्मी के मौसम में इंसानों के सबसे बड़े दुश्मन होते हैं पसीने जो ना केवल आपको अनकंफर्ट फील कराते हैं बल्कि बीमार भी कर देते हैं. जिसके चलते कई लोगों को दिन में कई बार नहाने की आदत हो जाती है.

हालांकि शरीर की साफ-सफाई के लिए नहाना बेहद जरुरी होता है लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखकर आप नहाने के दौरान होने वाली गलतियों से बच सकते हैं. इसलिए आज हम आपको बता रहे हैं वो बातें जो नहाते समय जरुर याद रखनी चाहिए.

1. आम तौर पर कुछ लोगों को लंबे समय तक नहाना अच्छा लगता है लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ये ना केवल आपकी स्किन बल्कि आपके हेल्थ के लिए हार्मफुल होता है.

2. लंबे समय तक पानी में रहने से स्किन में होने वाला नेचुरल ऑयल खत्म हो जाता है जिससे आपकी स्किन रुखी हो जाती है. इसलिए कभी भी नहाने के दौरान 10 मिनट से ज्यादा समय तक पानी में ना रहें.

3. केवल इतना ही नहीं अगर आप नहाने के दौरान किसी का भी स्क्रबर यानी लोफा यूज कर लेते हैं तो सावधान क्योंकि किसी और का स्क्रबर यूज करना आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है.

4. आपका स्क्रबर बहुत पुराना या गंदा हो गया है तो उसे तुरंत बदल दें क्योंकि लंबे समय तक यूज होने से स्क्रबर में बैक्टीरिया और कीटाणु हो जाते हैं.

5. साथ ही साथ साबुन या शैम्पू से नहाते समय इस बात का ध्यान जरुर रखें कि शैंम्पू या साबुन शरीर पर से अच्छे से छूट गया है या नहीं क्योंकि कई बार ऐसी चीजें स्किन के पोर्स में रह जाती है जिससे बाद में मुंहासे या दाने हो जाते हैं.

6. तो वहीं कुछ लोंगो को गर्म पानी से नहाना अधिक पसंद होता है. हालांकि गर्म पानी से नहाने से मांसपेशियों को आराम मिलता है लेकिन बहुत ज्यादा गर्म पानी त्वचा को सीधे तौर पर नुकसान भी पहुंचाता है.

7. आपको बता दें कि इससे त्वचा का प्राकृतिक तेल गायब हो जाता है. जिसके चलते कई बार खुजली और रुखापन आ जाता है. इसलिए हल्के गर्म पानी का ही इस्तेमान करें या फिर इतना गर्म हो जितना त्वचा पर कोई नुकसान ना हो.

हाथों की देखभाल के लिए अपनाएं ये 7 टिप्स

क्या आप भी अपने हाथों पर पूरा-पूरा ध्यान देती हैं, फिर भी वे सुंदर नजर नहीं आते? ऐसा इसलिए, क्योंकि उन्हें सही देखभाल की आवश्यकता है. अब चूंकि सर्दी पड़ रही है इसलिए भी तो हाथों का बारबार रूखा होना स्वाभाविक है. ऐसा हाथों में कम औयल ग्लैंड्स होने के कारण होता है. कपड़े और बरतन धोते-धोते हाथों की स्थिति काफी खराब नजर आने लगती है. ऐसे में जरूरत है कि हाथों को नियमित तौर पर ऐक्सफोलिएट और मौइश्चराइज किया जाए. हाथों पर लगाने के लिए बहुत से पैक आप घर पर भी तैयार कर सकती हैं.

1. लाइम सौफ्टनर

1 बड़ा चम्मच नीबू का रस, 1 छोटा चम्मच चीनी और थोड़ा पानी मिला कर पेस्ट बना लें. इस मिक्सचर को हाथों पर 5 मिनट के लिए लगा कर छोड़ दें. फिर हाथों को गरम पानी से साफ कर के सुखा लें.

2. शुगर ऐक्सफोलिएट

वैजिटेबल/सनफ्लावर/बेबी या औलिव औयल के 2 बड़े चम्मच के साथ 3 बड़े चम्मच चीनी मिला कर पेस्ट बना लें. इस पेस्ट को अपने हाथों पर 3-4 मिनट तक रगड़ती रहें. फिर गरम पानी से धो कर सुखा लें.

3. हनी एग सौफ्टनर

एक बाउल में थोड़ा सा शहद, अंडे का सफेद हिस्सा, 1 चम्मच ग्लिसरीन और 1 चम्मच बार्ली पाउडर लें. सब को अच्छी तरह मिला कर हाथों पर लगाएं. कुछ मिनट तक हाथों पर लगा रहने के बाद पानी से साफ कर लें.

4. टोमैटो लाइम सौफ्टनर

यदि आप के हाथ बेहद रूखे हैं, तो 1 नीबू और 1 टमाटर का जूस निकाल कर अच्छी तरह मिला लें. फिर 2-3 चम्मच ग्लिसरीन मिलाएं और इस पेस्ट से हाथों का मसाज करें. 4-5 मिनट के बाद गरम पानी से साफ कर लें.

5. नेल सौफ्टनर

औलिव आयल से नाखूनों की मसाज करें. इस के बाद गरम पानी में डुबाएं. इस से रक्तसंचार भी सुचारु रहता है और नाखून भी साफ व स्वस्थ रहते हैं.

6. नरिशिंग क्रीम

1/3 कप ग्लिसरीन और 2/3 कप गुलाबजल को मिला लें. इसे बोतल में भर कर फ्रिज में रख दें. जब भी हाथ रूखे लगें तो इस से हाथों की मसाज कर लें.

7. क्यूटिकल सौफ्टनर

औलिव औयल को गरम कर के क्यूटिकल्स पर लगाएं, लेकिन स्नान के बाद. क्यूटिकल्स पर मसाज करते हुए उंगली की टिप से उन्हें पीछे धकेलें.

5 टिप्स: यूं पाएं खिली खिली स्किन

अगर सुंदर और जवां दिखने की चाहत रखती हैं तो आपको कुछ सिंपल टिप्‍स अपनाने होंगे, जिससे आप साफ, अंदर से ग्‍लोइंग और खिली खिली त्वचा पा सकें. तो आइए जानते त्वचा की सफाई से संबंधित कुछ खास टिप्स के बारें में.

1. सफाई का तरीका

जैसा कि हम सभा जानते हैं शरीर में स्‍किन पोर के दा्रा पसीना निकलता है. इसलिये अपनी स्‍किन पोर को हमेशा खुला रखने के लिये ऐसे क्रीम और लोशन का प्रयोग करें जो पोर्स को बंद ना कर के बल्कि उन्‍हें खुला रखें. ऐसा करने के लिए रोजाना अपनी स्‍किन को क्‍लींजर से साफ करें और फिर फेस वाश से धो लें. कोशिश करें कि रात को सोते समय अपनी त्वचा पर किसी भी प्रकार की क्रीम ना लगाएं. कभी-कभी स्‍किन को सांस लेने के लिये भी छोड़ देना चाहिये.

2. ड्राय बौडी ब्रश

यह बेहतरीन तरीका स्‍किन से गंदगी को निकालने का अच्‍छा काम करता है. यह रक्त परिसंचरण और लसीका प्रणाली को बढ़ा देता है. इसके प्रयोग से आपको ग्‍लोइंग स्‍किन मिलेगी और शरीर से डेड स्‍किन भी हटेगी. इस तरह से आप साफ और चमकने लगेंगी और आपके स्‍किन पोर्स भी खुल जाएंगे.

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3. बौडी स्‍क्रब

हफ्ते में एक बार अपने शरीर को स्‍क्रब करना बहुत ही जरुरी है. इससे रूखी और मृत्‍य त्‍वचा साफ हो जाती है, जिससे स्‍किन ग्‍लो करने लगती है. आप चाहें तो दाल के पाउडर को स्‍क्रब के रूप में प्रयोग कर सकती हैं. इससे स्‍किन पोर्स खुल जाएंगे.

4. क्‍ले पैक

त्‍वचा से गंदगी को साफ करने और उसे चमकदार बनाने में क्‍ले पैक बहुत फायदेमंद होता है. क्‍ले पाउडर लीजिये और उसमें थोड़ा सा ग्‍लीसरीन मिलाइये. इस पेस्‍ट को पूरे शरीर पर लगाइये और जब सूख जाए तब छुड़ा लीजिये. इस तरह से आप स्‍वस्‍थ्‍य और सुंदर त्‍वचा पा सकती हैं.

5. एप्‍पल साइडर वेनिगर

यह ना केवल हमारे स्‍वास्‍थ्‍य के लिये ही अच्‍छा माना जाता है बल्कि त्‍वचा को सुंदर बनाने में भी लाभदायक है. नहाने के लिये एक बाल्‍टी गरम पानी में आधा कप वेनिगर मिलाइये और इससे नहाइये. अगर अच्‍छा रिजल्‍ट चाहिये तो इस विधि को हफ्ते में तीन बार कीजिये. यह आपको एक्‍ने से राहत दिलाएगा और खूबसूरत व जवां बनाएगा.

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टीनऐजर्स एंड वैक्सिंग

टीनऐजर्स की स्किन सौफ्ट होती है, छोटी उम्र में वैक्सिंग बिलकुल नहीं, हाथपैर खराब हो जाएंगे, सैंसिटिव स्किन पर रैशेज पड़ने का डर रहेगा, वैक्स करवाने से स्किन लटक जाएगी आदि बातें की जाती हैं.

सचाई यह है कि प्यूबर्टी के कारण शारीरिक व मानसिक रूप से काफी परिवर्तन होते हैं. खासकर, बालों की ग्रोथ तेजी से बढ़ती है. इस का कारण हार्मोनल चैंजेस होते हैं. ऐसे में टीनऐजर्स अपने शरीर में हुए इन बदलावों को स्वीकार नहीं कर पाते हैं और खुद की तुलना दूसरी लड़कियों से कर के कौंपलैक्स के शिकार होने लगते हैं. वैक्सिंग व उन की स्किन की सही जानकारी ले कर उन की इस समस्या का समाधान करें.

कैसी है स्किन

आप की स्किन की सौफ्टनैस व लचीलापन सिर्फ इस बात पर निर्भर नहीं करता है कि आप कैसा प्रोडक्ट इस्तेमाल करती हैं, बल्कि इस के लिए एक्स्टर्नल व इंटरनल दोनों कारण जिम्मेदार होते हैं.

जैसे, स्किन की इलास्टिसिटी कितना वाटर रिटेन करने में सक्षम है इस बात पर डिपैंड करती है तो वहीं सीबम के उत्पादन पर स्किन की सौफ्टनैस निर्भर करती है. स्किन की सैंसिटिविटी के लिए हमारा खानपान व हार्मोंस जिम्मेदार होते हैं, इसलिए स्किन टाइप को ध्यान में रख कर ही हमेशा वैक्सिंग करवानी चाहिए ताकि किसी तरह के रिऐक्शन का डर न हो. लेकिन ऐसा तभी हो पाएगा जब आप को इस की जानकारी होगी.

स्किन टाइप के हिसाब से वैक्सिंग

नौर्मल स्किन : नौर्मल स्किन वालों में वाटर व लिपिड कंटैंट काफी अच्छा होता है, जिस के कारण उन की स्किन ड्राई नहीं होती. यह अतिरिक्त सीबम का उत्पादन भी करता है. इस से स्किन पर किसी भी तरह का रिऐक्शन नहीं होता. ऐसी स्किन वाले टीनऐजर्स के लिए सौफ्ट व हार्ड वैक्स बैस्ट विकल्प है, जो उन की स्किन को नरिश करने का काम करता है.

ड्राई स्किन : ड्राई स्किन पर्याप्त मात्रा में सीबम का उत्पादन करने में सक्षम नहीं होती है, जिस से स्किन ड्राईड्राई सी लगती है. इस के लिए वैक्सिंग से पहले स्किन को ऐक्सफौलिएट करने की जरूरत होती है ताकि डैड स्किन रिमूव हो कर स्मूद हो सके.

ऐसी स्किन वालों के लिए हनी व कोको वैक्स बेहतर औप्शन है, जो स्किन को मौइश्चर प्रदान करने के कारण सौफ्ट फील देता है.

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औयली स्किन : औयली स्किन में वाटर लैवल अच्छाखासा होता है. लेकिन अतिरिक्त सीबम औयली स्किन के लिए परेशानी का कारण बनता है. इसलिए स्किन पर वैक्सिंग से पहले पाउडर अप्लाई किया जाता है ताकि अतिरिक्त औयल को पाउडर सोख सके और वैक्स एक बार में ही अपना काम कर दे. ऐसी स्किन पर क्रीम वैक्स अच्छा रिजल्ट देती है.

सैंसिटिव स्किन : सैंसिटिव स्किन को खास केयर की जरूरत होती है क्योंकि ऐसी स्किन पर एलर्जी पनपने के चांसेज ज्यादा रहते हैं. इस के लिए लो मैल्ट वाली हाई वैक्स अच्छी रहती है, जो स्किन को सेफ रखने के साथसाथ स्मूद बनाए रखती है.

सभी स्किन के लिए बैस्ट है क्रीम वैक्स

क्रीम वैक्स को सभी स्किन टाइप के लिए उपयुक्त माना जाता है क्योंकि यह कम हीट पर पिघलती है और बाकी वैक्स की तुलना में चिपकती भी कम है. यह विभिन्न औयल व मिल्क से बनी होने के कारण स्किन को नरिश करने का काम करती है.

पतली स्किन की ज्यादा केयर

बड़ों की तुलना में टीनऐजर्स की स्किन थोड़ी पतली होती है, जिस से स्किन को नुकसान पहुंचने का डर बना रहता है. ऐसे में अगर आप अपने बच्चे की वैक्सिंग खुद घर पर करने की सोच रही हैं तो आप का यह निर्णय सही नहीं है, क्योंकि आप को स्किन व वैक्स के बारे में सही जानकारी नहीं होने के कारण हो सकता है कि आप ज्यादा गरम वैक्स स्किन पर लगा दें, जिस से स्किन जल भी सकती है.

ऐसे में प्रोफैशनल की देखरेख में ही इसे करवाना उपयुक्त रहता है. टीनऐजर्स की स्किन को देख कर ही पता लगा लेते हैं कि उन की स्किन पर किस तरह की वैक्स की जरूरत है, जिस से दर्द भी कम हो व बाल भी जड़ से निकल जाएं. उन की देखरेख में स्किन जलने, काली पड़ने का डर नहीं रहता, जो शायद घर पर संभव न हो. वे फ्री व पोस्ट वैक्सिंग केयर का भी खास ध्यान रखते हैं.

भूल कर भी हेयर रिमूवल क्रीम्स नहीं

हेयर रिमूवल क्रीम्स भले आसानी से उपलब्ध होने के साथसाथ शरीर से अनचाहे बालों को हटाने का बहुत ही आसान सा उपाय हैं लेकिन इस में मौजूद कैमिकल्स से स्किन काली पड़ने के साथसाथ उन पर रैशेज, दागधब्बे भी पड़ जाते हैं. साथ ही, 3-4 दिनों में ही काले व मोटे बाल आने शुरू हो जाते हैं, जो स्किन की सौफ्टनैस को खत्म करने का काम करते हैं.

वैक्सिंग से ग्रोथ भी कम

हेयर रिमूवल क्रीम की तुलना में वैक्सिंग जड़ से बालों को निकालने का काम करती है, जिस से लंबे समय तक बाल नहीं आते और जब आते हैं तो बहुत ही सौफ्ट ग्रोथ आती है. खास बात यह है कि यह स्किन की टैनिंग को रिमूव करने के साथ स्किन के टैक्स्चर को भी इंप्रूव करती है.

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लेजर ट्रीटमैंट भी कारगर

हर लड़की खूबसूरत दिखना चाहती है. लेकिन कई बार मासिकधर्म शुरू होने या एंड्रोजन हार्मोन (जो पुरुष हार्मोन होता है) की मात्रा महिला के शरीर में बढ़ने से चेहरे पर अनचाहे बाल आने लगते हैं, जिस से उन्हें लोगों को फेस करने में शर्मिंदगी महसूस होती है और इस से छुटकारा पाने के लिए कभी वे चोरीछिपे थ्रेड चलवाती हैं तो कभी रेजर का इस्तेमाल करती हैं, जिस से चेहरा खराब होने लगता है.

ऐसे में जब बात चेहरे की आए तो मांओं को चाहिए कि वे अपने बच्चों को अच्छे डर्मेटोलौजिस्ट को दिखाएं ताकि चेहरे पर आने वाले अनचाहे बालों का कारण ज्ञात हो सके. हार्मोंस में गड़बड़ी होने पर उसे दवाइयों से कंट्रोल किया जा सकता है. वहीं चेहरे पर अनचाहे बालों को लेजर ट्रीटमैंट से भी ठीक किया जा सकता है, जो काफी सेफ व इफैक्टिड तरीका है.

यह तकनीक चेहरे, गरदन, हाथपैरों या शरीर के किसी भी भाग से बालों को हटाने में सक्षम है. इस के लिए 7-8 सिटिंग्स दी जाती हैं. लेकिन रिजल्ट काफी बेहतर मिलता है. और फिर बारबार वैक्सिंग करवाने से भी छुटकारा मिल जाता है.

इसलिए मांएं वैक्सिंग को हौआ न बनाएं बल्कि वैक्सिंग की तकनीक की सही जानकारी रख कर अपने बच्चों की जरूरतों के साथ उन की भावनाओं को सम  झें ताकि उन्हें अनचाहे बालों के कारण किसी के सामने शर्मिंदा न होना पड़े.

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Valentine’s Special: हेयर रिमूवल के लिए क्या करें क्या नहीं

ऐसा ही प्रियांशा ने भी किया. उस ने जानकारी के अभाव में अपने फेशियल हेयर को रिमूव करने के लिए हेयर रिमूवल क्रीम के विकल्प को चूज किया, लेकिन जानकारी के अभाव में न तो सही तकनीक अपनाया और न ही तरीका, जिस के कारण उस की स्किन क्लीन व खूबसूरत बनने के बजाय खराब हो गई.

ऐसा सिर्फ प्रियांशा के साथ ही नहीं हुआ बल्कि अधिकांश लड़कियों को इस परेशानी का सामना करना पड़ता है. लेकिन यहां हम आप को कुछ तकनीक के साथसाथ उस के संबंध में क्या करें, क्या न करें इस से भी अवगत करवाएंगे ताकि आप को उस तकनीक का पूरा फायदा मिलने के साथसाथ आप की स्किन खूबसूरत भी बन सके.

हेयर रिमूवल क्रीम

अगर बात हो हाथपैरों के अनचाहे बालों को रिमूव करने की तो उस के लिए आप हेयर रिमूवल क्रीम के औप्शन को चूज कर सकती हैं क्योंकि एक तो आप घर बैठे इसे अप्लाई कर सकती हैं और दूसरा इस से हेयर जड़ से निकलते हैं और मिनटों में बिना दर्द के आप को सौफ्ट, क्लीन व स्मूद स्किन मिल जाती है.

लेकिन इस के लिए सही क्रीम का चयन करने की जरूरत होती है जैसे अपनी स्किन टाइप को ध्यान में रख कर प्रोडक्ट का चयन करना, प्रोडक्ट में किस तरह के इनग्रीडिएंट्स का इस्तेमाल किया गया है, प्रोडक्ट के बारे में कस्टमर्स के रिव्यू क्या हैं बगैराबगैरा.

क्या करें

– अपने हेयर और स्किन टाइप को देखें.

– क्रीम अप्लाई करने से पहले पैच टैस्ट जरूर करें.

– क्रीम के पैक पर दिए गए दिशानिर्देशों को अच्छे से पढ़ें.

– ऐक्सपायरी चैक जरूर करें.

– हमेशा अच्छी दुकान या औनलाइन स्टोर से ही खरीदें.

– लगाने से पहले अपनी स्किन को अच्छे से क्लीन जरूर करें.

क्या न करें

– क्रीम को हमेशा हलके हाथों से साफ करें न की रब कर के.

– जरूरत से ज्यादा समय तक क्रीम को अप्लाई

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न करें.

– क्रीम लगाने से अगर स्किन पर जलन या रैडनैस दिखे तो तुरंत हटा लें.

– ऐक्सपायरी क्रीम कभी न लगाएं.

– बारबार एक ही जगह पर क्रीम अप्लाई न करें.

– जल्दीजल्दी क्रीम अप्लाई न करें. 20-25 दिन बाद ही अप्लाई करें.

वैक्सिंग

वैक्सिंग हेयर रिमूवल का बहुत ही कौमन व इफैक्टिव मैथड है क्योंकि इस से हेयर तो रिमूव होते ही हैं, साथ ही यह स्किन को ऐक्सफौलिएट करने में भी मदद करती है.

इस से न सिर्फ आप हाथपैरों के बालों को रिमूव कर सकती हैं बल्कि इस से चिन, फोरहैड, अपरलिप्स, बिकिनी एरिया, यहां तक की शरीर के अनचाहे बालों को भी रिमूव कर सकती हैं. लेकिन जरूरी है सही वैक्स के चुनाव करने की.

सौफ्ट वैक्स: इस का इस्तेमाल हाथपैरों के हेयर के रिमूव करने के लिए किया जाता है. इसमें स्किन पर वैक्स की पतली लेयर फैलाकर हेयर को रिमूव किया जाता है. यह वैक्स अकसर बड़े एरिया जैसे हाथपैरों, अंडरआर्म्स के हेयर को रिमूव करने के लिए इस्तेमाल की जाती है.

हार्ड वैक्स: इसका इस्तेमाल अकसर सैंसिटिव एरिया जैसे चिन, बिकिनी एरिया, अपरलिप्स, फेशियल हेयर को रिमूव करने के लिए किया जाता है. इस का फायदा यह है कि यह वैक्स सिर्फ हेयर को बाइड करती है न कि स्किन को. इस के एक ऐप्लीकेशन मात्र से ही स्किन से हेयर जड़ से रिमूव हो जाते हैं  और दर्द भी कम होता है.

फ्रूट वैक्स: जिस में हैं फू्रट्स की खूबियां. ये ऐंटीऔक्सीडैंट्स व विटामिंस में रिच होने के कारण आप की स्किन को नौरिश करने के साथसाथ उस की ऐक्स्ट्रा केयर करने का काम भी करती है.

चौकलेट वैक्स: यह वैक्स काफी डिमांड में रहती है. इस में गैलेरिन व औयल होने के साथ है ऐंटीइनफ्लैमेटरी प्रौपर्टीज, जो खास कर के सैंसिटिव स्किन व जिन की स्किन वैक्सिंग से रैड होने का डर रहता है, उन के लिए डिजाइन की गई है.

क्या करें

– वैक्सिंग से पहले स्किन पर जमी गंदगी को स्क्रब की मदद से ऐक्सफौलिएट करें.

– वैक्सिंग से पहले स्किन पर हलकाहलका पाउडर अप्लाई करें. इस से स्किन का ऐक्स्ट्रा औयल ऐब्जौर्ब होने से हेयर को निकालने में आसानी होती है.

– स्किन को टाइट होल्ड करें. इस से कट पड़ने का डर नहीं रहता है.

– हमेशा वैक्स को हेयर की उलटी दिशा में ही खींचना चाहिए.

– अपने स्किन टाइप के हिसाब से ही वैक्सिंग के टाइप का चयन करें.

– वैक्सिंग के बाद स्किन को वाइप्स की मदद से साफ कर पानी से क्लीन कर के मौइस्चराइज जरूर करें.

– फेस पर छोटेछोटे हिस्सों में ही वैक्स करें.

– नैचुरल इनग्रीडिऐंट्स व स्किन को कूलिंग इफैक्ट देने वाली वैक्स का ही इस्तेमाल करें.

क्या न करें

– अगर स्किन पर चोट या खरोंचें हो, तो भूल कर भी वैक्सिंग न करवाएं.

– एक ही जगह पर बारबार वैक्सिंग न करें.

– वैक्सिंग करवाने के तुरंत बाद यूवी किरणों के संपर्क में न आएं.

– वैक्सिंग करवाने के बाद 6-7 घंटे तक स्किन पर साबुन का इस्तेमाल न करें.

– वैक्स स्ट्रिप को तेजी से पुल न करें.

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लेजर हेयर रिमूवल

जो महिलाएं रोजरोज वैक्सिंग, शेविंग के झंझट से छुटकारा पाना चाहती हैं, उन के लिए लेजर हेयर रिमूवल ट्रीटमैंट किसी वरदान से काम नहीं है. यह अनचाहे बालों को हटाने की एक कौस्मैटिक प्रक्रिया है. इस में लेजर लाइट के जरीए हेयर फोलिकल्स को नष्ट करने की कोशिश की जाती है.

भले ही यह ट्रीटमैंट थोड़ा लंबा होता है, लेकिन इस का रिजल्ट बहुत ही अच्छा होता है. इस से आप को कुछ सीटिंग्स के बाद ही अनचाहे बालों से छुटकारा मिल जाता है. सीटिंग्स व लेजर ट्रीटमैंट आप के बालों के एरिया व उन की मोटाई पर निर्भर करता है.

क्या करें

– लेजर ट्रीटमैंट करवाने के 2-3 हफ्ते पहले से आप को वैक्सिंग, ब्लीच व हेयर को प्लक करना पूरी तरह से अवौइड करना होगा.

– यूवी किरणों से स्किन को बचा कर रखें और अगर बाहर जाना ही पड़े तो सनस्क्रीन लगा कर ही जाएं.

– पूरी तरह से ब्लीच को अवौइड करें.

– ट्रीटमैंट लेने से पहले मेकअप व क्रीम्स को रिमूव करें.

क्या न करें

– ट्रीटमैंट के बाद 2-3 दिनों तक हार्श सोप व क्रीम के इस्तेमाल से बचें.

– 1-2 दिनों तक ज्यादा गरम पानी से नहाने से बचें.

– ट्रीटमैंट के 2-3 हफ्ते तक ब्लीच के इस्तेमाल से बचें.

– खुशबू वाले कौस्मैटिक्स के इस्तेमाल से बचें क्योंकि इस से स्किन पर ऐलर्जी होने के चांसेज ज्यादा रहते हैं.

– इफैक्टेड एरिया को बर्फ से ठंडक दें.

– सीटिंग्स को मिस न करें.

ऐडवांस्ड शेविंग मशीन

शरीर से ऐक्सैस हेयर को रिमूव करना जहां बहुत ही जरूरी है, वहीं यह काफी सैंसिटिव काम भी होता है क्योंकि सही तकनीक का इस्तेमाल नहीं करने व जरा सी लापरवाही की वजह से स्किन पर कट व कई बार वह जल तक जाती है.

ऐसे में महिलाओं की इस परेशानी को ध्यान में रखकर एडवांस्ड  शेविंग मशीन यानी इलैक्ट्रिक शेविंग मशीन फोर वूमन को पेश किया गया है, जो मशीन में लगे सोफ्ट ब्लेड्स के माध्यम से बालों को आसानी से ट्रैप कर के स्किन को क्लीन व क्लीयर बनाने का काम करती है. इसे अकसर बिकिनी एरिया, अंडरआर्म्स व अपरलिप्स के लिए ही इस्तेमाल किया जाता है.

क्या करें

– जब भी शेविंग मशीन खरीदें तो हमेशा एडवांस मौडल ही खरीदें.

– रिसर्च के बाद ही मशीन खरीदें.

– हाइजीन के लिए उसे अच्छे से क्लीन करती रहें.

– समयसमय पर ब्लेड चेंज करना न भूलें.

– ठीक से चार्ज करें.

क्या न करें

– इस के जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल से बचें.

– एक ही जगह पर बारबार मशीन न चलाएं.

– अंडर रूट बालों पर मशीन चलाने से बचें. इस से रिजल्ट अच्छा नहीं मिलेगा.

फेस रेजर

क्या आप अपने फेशियल हेयर के कारण रोजरोज के पार्लर जाने से परेशान हैं तो आप के लिए ही खासतौर पर है फेस रेजर. यह एक ऐक्सफौलिएटर है, जो आप के चेहरे के बालों को हटाने में मदद करता है. फिर चाहे वे चेहरे पर हों, चिन पर, आईब्रोज पर, अपरलिप्स पर या फिर फोरहैड पर.

यह स्किन से डैड स्किन सैल्स व ऐक्सेस औयल को रिमूव कर के क्लीन स्किन टैक्स्चर देने में भी मदद करता है, साथ ही पौकेट फ्रैंडली होने के कारण हरकोई इसे अफोर्ड कर सकता है.

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क्या करें

– इस्तेमाल से पहले फेस को हाइड्रेट जरूर करें.

– रेजर का इस्तेमाल हेयर ग्रोथ की दिशा में करें.

– प्रोसैस पूरा होने के बाद साफ कपड़े से फेस को क्लीन करें.

क्या न करें

– एकदूसरे का रेजर यूज करने से बचें.

– बेहतर रिजल्ट के चक्कर में हार्श तरह से इस का इस्तेमाल न करें.

– ग्रोथ के हिसाब से रेजर यूज करें.

– अगर आप की स्किन सैंसिटिव है तो आप फेस पर रेजर का इस्तेमाल न करें.

जानें क्या हैं अरोमा थेरेपी मसाज के फायदे

पूरे हफ्ते में काम कर कर के आप बहुत थक जाती हैं और हफ्ते के अंत तक आते आते आपकी सारी एनर्जी खत्म हो जाती है. आपके हफ्ते में या महीने में एक दिन ऐसा होना चाहिए जिस दिन आप पूरी तरह रिलैक्स रहें और आप फोन आदि इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से दूर रहें, जिसमें आप थोड़ा समय खुद के साथ बिता सकें. लेकिन आप ऐसा क्या कर सकती हैं जिससे आप पूरी तरह से रिलैक्स हो सकें और आपके अंदर एक रीसेट हो सके ताकि आप दुबारा से उसी एनर्जी के साथ काम कर सकें जिसके साथ आपने शुरू किया था. अगर आप ऐसा कुछ खोज रही हैं तो आप अरोमा थेरेपी मसाज ले सकती हैं. यह आपको महीने में एक बार तो अवश्य लेनी चाहिए और इसके बहुत सारे लाभ भी होते हैं जो आपको इसका आदी बना देंगे. तो आइए जानते हैं अरोमा मैजिक थेरेपी क्या होती है और इसके आपको क्या क्या लाभ मिल सकते हैं?

 क्या होती है अरोमा थेरेपी?

अरोमा थेरेपी एक प्रकार की मसाज होती है. इसके दौरान विभिन्न प्रकार के अलग अलग एसेंशियल ऑयल का प्रयोग किया जाता है ताकि आपको अलग अलग तरह की अरोमा का अनुभव प्रदान किया जा सके. जैसे यूक्लेप्टस आपको डिटॉक्स करने में मदद करता है, कैफ़ीन आपके अंदर एनर्जी भरता है और लेवेंडर आपको अच्छी नींद आने में मदद करता है. आप जिस जगह से मसाज ले रहे हैं उनसे आप एसेंशियल ऑयल के बारे में बात कर सकते हैं कि वह किस किस ऑयल का प्रयोग करेंगे और उनके क्या क्या लाभ होते हैं. यह अलग अलग तरह से जैसे डिटॉक्स मसाज, बॉडी रैप मसाज आदि तरह से होती है.

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 अरोमा थेरेपी मसाज के लाभ

-यह आपकी बॉडी की सेल्स को डिटॉक्स करती है.

-आपके दिमाग को पूरी तरह से रिफ्रेश कर देती है.

-आपके अंदर एक शांति पैदा करती है.

-आपके शरीर को मस्तिष्क को रिजूविनेट करती है.

-आपकी एक्सफोलिएट होने वाली स्किन को एसेंशियल ऑयल हाइड्रेट करते हैं.

-आपके ब्लड सर्कुलेशन को इंप्रूव करती है.

-इस थेरेपी को लेने के बाद आपकी स्किन स्मूथ हो जाती है और अच्छे से पोषण को अब्जॉर्ब कर पाती है.

 खुद को इस थेरेपी के लिए कैसा तैयार करें?

एक्सपर्ट्स के मुताबिक मसाज लेने से पहले यह सुनिश्चित करें कि आप अपने आप को पानी पी कर अच्छे से हाइड्रेट कर लें. आपके शरीर का कोई भी भाग सेंसिटिव नहीं होना चाहिए. इसके अलावा किसी भी अन्य मसाज की तरह यह मसाज लें और खुद को अधिक से अधिक रिलैक्स करने की कोशिश करें.

 अरोमा थेरेपी मसाज के दौरान आप क्या एक्सपेक्ट कर सकती हैं?

इसके अलग अलग प्रकार होते हैं और अगर आप डिटॉक्स रैप ट्रीटमेंट का चयन करती हैं तो सबसे पहले ड्राई बॉडी ब्रशिंग की जाती है. जिसमें आपका शरीर एक्सफोलिएट होता है. स्क्रब को उतारने के लिए एक बॉडी मास्क का प्रयोग किया जाता है. यह आपकी स्किन को ब्राइट और रिफाइन करता है. इसके बाद आपको ऑयल की एक अच्छी मसाज दी जाती है. मसाज अगर आप पहली बार करवा रही हैं तो इसमें आपके सारे शरीर की मूवमेंट होने के कारण आपकी स्किन थोड़ी लाल पड़ सकती है और आपको इसकी आदत होने में थोड़ा समय लग सकता है लेकिन यह पूरी तरह से नॉर्मल है.

 क्या इस मसाज के कोई साइड इफेक्ट्स भी हैं?

मसाज के बाद आपका अधिक आराम करने का मन करेगा क्योंकि आपकी एनर्जी में एक बढ़ोतरी होती है. ऐसा 12 से 24 घंटे के लिए हो सकता है और यह आपके पाचन को स्टिमुलेट करता है और आपके अंदर एक डायरेटिक प्रभाव पैदा करता है.

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 मसाज के बाद क्या क्या करना चाहिए?

आपको मसाज लेने के बाद अधिक से अधिक पानी पीना चाहिए ताकि आपके शरीर से सारे टॉक्सिंस फ्लश हो सकें. अपने आप के साथ थोड़ी जेंटल रहें. अपने शरीर और मस्तिष्क को इस उपचार का अच्छा असर देने के लिए थोड़ा समय दें.

शुरू में आपको लगेगा की यह मसाज नॉर्मल तरह की है लेकिन बाद में आपको इसके नतीजे देखने को मिलेंगे और यह एक्जैक्ट रूप से वही करती है जो इसमें दावा किया जाता है.

लेजर हेयर रिमूविंग एट होम  

हेयरलेस दिखना सबको अच्छा लगता है ख़ास कर गर्मी के मौसम में शार्ट ड्रेस में तो यह जरूरी ही हो जाता है. आप चाहें शेविंग , वैक्सिंग या ट्विचिंग करा सकती हैं. पर अब घर बैठे आप खुद लेजर हेयर रिमूवर से अनचाहे बालों से छुटकारा पा सकती हैं. अगर आप लेजर हेयर रिमूविंग की शौक़ीन हैं तो आजकल अफोर्डेबल लेजर हेयर रिमूवर बाजार में उपलब्ध हैं. इस से आपको काफी समय और रुपयों की बचत भी होगी .

लेजर हेयर रिमूवर क्या हैलेजर प्रकाश किरणों से  हेयर फॉलिकल्स को जला कर नष्ट कर देते हैं जिसके चलते हेयर रिप्रोडक्शन नहीं हो पाता है . इस प्रोसेस में  एक से ज्यादा सेसन लगता है , यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपको शरीर के किस भाग के बाल हटाने हैं .

सेल्फ लेजर हेयर रिमूवर लेजर तकनीक दो तरीकों से बाल हटाता है – एक आईपीएल ( IPL ) और दूसरा  लेजर हेयर रिमूवर . दोनों एक ही सिद्धांत पर काम करते हैं – हेयर फॉलिकल्स को नष्ट करना . आमतौर पर  घर में हैंड हेल्ड आईपीएल रिमूवर से बाल हटाते हैं हालांकि इसमें  लेजर बीम नहीं होता है फिर भी इंटेंस पल्स लाइट बीम द्वारा यह टारगेट एरिया के बालों के जड़ तक पहुँच कर फॉलिकल्स को लेजर की तरह मार देता है जिसके चलते वह एरिया बहुत दिनों तक हेयरलेस रहता है . इसे चेहरे पर भी यूज कर सकती हैं पर आँखों को बचा कर.

आईपीएल हेयर रिमूवर किसके लिए सही हैआधुनिक विकसित तकनीक से निर्मित आईपीएल रिमूवर सभी तरह के बालों से छुटकारा पाने का दावा करते हैं . आमतौर पर त्वचा और बाल के रंग में  कंट्रास्ट यानि स्पष्ट अंतर रहने पर यह अच्छा परिणाम देता है , जैसे फेयर स्किन और डार्क हेयर . फिर भी लेजर हेयर रिमूविंग के पहले एक बार त्वचा विशेषज्ञ से सलाह लेनी  चाहिए . डार्क स्किन में  यह उतना अच्छा काम नहीं कर सकता है क्योंकि इसे मेलेनिन और फॉलिकल्स में अंतर समझने में कठिनाई होती है , ऐसे में स्किन बर्न की संभावना है.

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आईपीएल की सीमा लेजर की तुलना में आईपीएल कम शक्तिशाली होता है इसलिए हेयर फॉलिकल्स को उतनी   ज्यादा शक्ति से नहीं मारता है जितना प्रोफेसनल लेजर रिमूवर से और इसलिए  इसका असर धीमा होता है. इसे 2 आंखों के अत्यंत निकट , होंठों के ऊपर इस्तेमाल न करें.आँखों के निकट यूज के पहले चश्मा या सनग्लास पहन कर इस्तेमाल करना बेहतर होगा. प्रेग्नेंनसी और ब्रेस्टफीडिंग में बिना डॉक्टर की सलाह के न इस्तेमाल करें. इसके अतिरिक्त बिकिनी एरिया के अंदर नाजुक अंगों पर भी आईपीएल डिवाइस नहीं करनी चाहिए. आधुनिक तकनीक से बने डिवाइस तिल या मांसों पर इस्तेमाल करने का दावा करते हैं पर डार्क एरिया के लिए यह ठीक नहीं है .

आईपीएल इस्तेमाल के पहले –  पहली बार शुरूआत शरद या सर्दी के मौसम में बेहतर है. टारगेट एरिया पर कोई पाउडर , परफ्यूम या केमिकल न हों.बाल अधिक बड़े हों तो उन्हें  3 – 4 मिली मीटर तक  ट्रिम कर लें.

कैसे इस्तेमाल करें – आईपीएल हेयर रिमूवर को इस्तेमाल करना आसान है.आईपीएल को बिजली लाइन में प्लग कर  मशीन को टारगेट एरिया के निकट लाएं.फिर उस एरिया पर अवलम्ब ( 90 डिग्री ) पर रखते हुए इसे ऑन कर आईपीएल बीम फोकस करें . यह प्रति मिनट 100 या ज्यादा शॉट्स या फ्लैशेज उत्पन्न  कर आपके बालों को मिनटों में हटा देगा. लगभग 30 मिनटों के अंदर  आप पैरों , काँख और बिकिनी लाइन के बालों से मुक्त हो सकती हैं. अपनी त्वचा और बालों के रंग  ( काले , भूरे , सुनहरे ) रूप ( मोटाई , लंबाई  ) के अनुसार दिए गए निर्देशानुसार लाइट इंटेंसिटी को एडजस्ट कर सकती हैं.  शुरू में इसे  दो  सप्ताह  के अंतराल पर फिर इस्तेमाल करना होगा. बाद में पूर्णतः  हेयरलेस त्वचा दिखने के लिए हर तीन चार महीनों पर इसे यूज करना होगा पर बाल पहले की तुलना में कम घने , पतले  और हल्के रंग के होंगे.

फायदे इसका प्रयोग आप अपने घर के कम्फर्ट जोन में अपने समयानुसार कर सकती हैं. किसी लेजर सैलून या प्रोफेसनल के यहाँ बार बार जाने की जरूरत नहीं है . यह प्रोफेसनल लेजर रिमूवल की तुलना में बहुत सस्ता है.

यह कम शक्तिशाली प्रकाश किरणों का इस्तेमाल करता है जिससे लेजर की तुलना में बहुत कम साइड इफेक्ट होने की संभावना है.

इसके लिए बार बार बैट्री बदलने या रिचार्ज की आवश्यकता नहीं है. आमतौर पर निर्माता  इस  डिवाइस  की लाइफ 10 + वर्षों तक बताते हैं.

शेविंग , वैक्सिंग और ट्वीचिंग  की अपेक्षा यह ज्यादा सुविधाजनक है और इसमें दर्द लगभग नहीं होता है.

आईपीएल मुंहासे , बर्थ मार्क , फाइन लाइन्स आदि के  कुछ हल्के दाग – धब्बे भी हटा सकता है .

साइड इफेक्ट्स – 

इस्तेमाल के दौरान हल्का दर्द महसूस होना. ऐसे में आइस पैक या नंबिंग क्रीम से आराम मिलेगा.

टारगेट एरिया के त्वचा का  हल्का रेड या पिंक होना या फूलना. यह दो तीन दिनों में स्वतः ठीक हो जाता है.

विरले ही बहुत ज्यादा लाइट के चलते  मामूली स्किन बर्न हो सकता है .

कभी  स्किन पिग्मेंट मेलेनिन को हानि होने से धब्बा  हो सकता है.

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विशेष कोई चाहे कितना भी दावा करे लेजर  से भी परमानेंट हेयरलेस होना सम्भव नहीं है.कुछ महीनों के बाद इसे फिर रिपीट करना होगा.लेजर  आईपीएल  से बेहतर है पर यह बहुत महंगा है.

लेजर हेयर रिमूवल कॉस्टसाधरतया प्रोफेसनल से  लेजर हेयर रिमूविंग का कॉस्ट इन बातों पर निर्भर करता है – शहर या मेट्रो ,शरीर के  किस भाग का बाल हटाना या टारगेट एरिया , त्वचा और बालों का रंग , कितने सिटिंग्स लगेंगे और  लेजर विधि का  चुनाव. आमतौर पर प्रोफेसनल द्वारा फुलबॉडी लेजर रिमूविंग का कॉस्ट करीब  दो लाख रुपये होता है.

उदाहरण – काँख के बाल के लिए 2000 से 4000 , हाथ 7000 से 14500 , पैर 11000 से 21000 तक हो सकता है – शहर या मेट्रो के अनुसार.

आईपीएल का कॉस्ट मीडियम लेवल आईपीएल करीब 5500 रुपये में मिल जाता है. इसका मूल्य नंबर ऑफ़ शॉट्स या फ्लैशेज और अन्य फीचर्स पर भी निर्भर करता है.

Skin Care Tips: बेजान Nails में ऐसे भरें जान

हॉट ऑइल मेनीक्‍योर अब तक का बससे बहुत ही महंगा ट्रीटमेंट है. अपने नाखूनों और हाथों को पैंपर करने का इससे अच्‍छा तरीका आपको और कोई नहीं मिलेगा.

महिलाओं के हाथ किचन में काम करते करते बहुत ही ज्‍यादा खराब हो जाते हैं. इसका सीधा असर आपके नाखूनों पर पड़ता है, जो कि रूखे और कमजोर पड़ जाते हैं.

स्‍पा में या पार्लर जा कर हॉट ऑइल मेनीक्‍योर करवाना काफी महंगा पड़ सकता है इसलिये आज हम आपको घर पर ही आराम से इसे करना सिखाएंगे. तो तैयार हो जाइये स्‍पा जैसा ट्रीटमेंट घर पर ही पाने के लिये.

जरूरत की चीजें

– सूरजमुखी तेल और कैस्‍टर ऑइल, मिक्‍स किया हुआ

– थोड़ा सा बादाम तेल

– विटामिन ई तेल और ऑलिव ऑइल

– टी ट्री ऑइल

– विटामिन ई कैप्‍सूल

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अब आपको क्‍या करना चाहिये

– सभी सामग्रियों को एक साथ मिक्‍स कर के माइक्रोवेव में 30 सेकेंड के लिये गरम करें. आप इसमें विटामिन ई के कैप्‍सूल को तोड़ कर अंदर के मिश्रण को इसमें मिक्‍स कर सकती हैं.

– कोशिश करें कि तेल बहुत ज्‍यादा ना गरम हो.

– अब धीरे से तेल के अंदर अपनी उंगलियों को डुबोएं और जब तक तेल ठंडा ना हो जाए अपनी उंगलियां बाहर ना निकालें.

– अगर आपको ऐसा करना पसंद आया हो, तो तेल को और 10 सेकेंड के लिये गरम कर के यह विधि करें.

– एक बार मेनीक्‍योर होने पर उंगलियों को बाहर निकालें और हाथों को प्‍लेन पानी से धो लें.

– फिर उन्‍हें साफ तौलिये से पोछ लें.

– लीजिये हो गया आपका हॉट ऑइल मेनीक्‍योर.

– आप इसे हफ्ते में दो बार रात को सोने से पहले कर सकती हैं. इसके अलावा याद रखें कि सोते समय आपको अपने हाथों को मॉइस्‍चराइजर से भी मसाज करना है.

इसके फायदे

– नियमित हॉट ऑइल मेनीक्‍योर करने से आपके नाखूनों की उम्र जल्‍दी नहीं घटती.  – इसके साथ ही ब्‍लड सर्कुलेशन भी सुधरता है जिससे त्‍वचा हमेशा हेल्‍दी रहती है.  – लंबे समय के बाद आपकी त्‍वचा और भी जवान बनी रहेगी.

– इससे आपके नाखूनों में चमक रहेगी और उसका टेक्‍सचर भी सुधरेगा.

– आपके नाखून देखने में साफ लगेंगे और वे जल्‍दी जल्‍दी बढ़ेंगे.

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