जमाना शो बाजी का है. हर कोई एक दूसरे से बेहतर स्टेटस दिखाने को उत्सुक है. सोशल साइट्स और इंटरनेट के दौर ने शहरी रहन-सहन के तौर-तरीकों में काफी बदलाव किया है. फेसबुक या वाट्सएप पर डाली जा रही फोटोज में खुद की फोटो से ज्यादा ध्यान इस बात का रखा जा रहा है कि बैकग्राउंट में क्या-क्या सुन्दर और बहुमूल्य चीजें नजर आ रही हैं. इससे व्यक्ति का स्टेटस शो होता है. इन बातों से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं हमारी गृहणियां जो अपने स्वीट होम को और ज्यादा स्वीट बनाने की धुन में लगी हैं. कम बजट में घर को कैसे सुन्दर बनायें, ऐसी क्या यूनीक चीजें अपने ड्राइंग रूम में लगायें कि आने वाले मेहमान तारीफ किये बिना न रह सकें, इसकी तलाश जारी है. वैसे सुन्दर दिखने, दिखाने में कोई बुराई भी नहीं है. आइये, आपके घर को सुन्दर बनाने में हम आपकी मदद करते हैं.
आजकल धूल-मिट्टी और प्रदूषण से भरे रास्तों पर भागती-दौड़ती जिन्दगी प्रकृति की पनाह में लौटना चाहती है. हिल स्टेशनों पर जिस तरह आबादी बढ़ रही है, उसे देखते हुए इस बात को समझना मुश्किल नहीं कि प्रकृति की गोद में इंसान को सुकून मिलता है. तो अगर यही सुकून आपको आपके घर में मिल जाये तो क्या कहने.
एक रंग से रंगी दीवारें, खिड़की-दरवाजों पर वही एक रंग वाले परदे, बाबा के जमाने का फर्नीचर में बदलाव लाने का वक्त आ गया है. इस इंटीरियर को अब बदल दीजिए. नेचर को अपने जीवन और अपने घर में उतारने के लिए नेचर थीम पर अपने घर का कोना-कोना सजा दीजिए. पशु-पक्षी, पहाड़, बर्फ, नदियां, हरी-भरी घास, झूमते पेड़ अगर आपकी आंखों के आगे होंगे तो मन को कितनी राहत और सुकून पहुंचेगा. दिन भर कार्यालय में काम करके थका-हारा व्यक्ति जब शाम को ऐसे घर में प्रवेश करेगा तो उसे कितनी राहत और खुशी महसूस होगी. एक क्षण में उसकी सारी थकान उड़नछू हो जाएगी. आपके बच्चे अपने दोस्तों को लेकर आएंगे अपने कमरे की शोभा दिखाने के लिए.
वाल पेंटिंग और डेकोरेशन में नेचर थीम
सबसे पहले बात करते हैं घर की दीवारों की. सफेद, पीले या हल्के नीले रंग वाली दीवारों के दिन लद गये हैं. अब तो चटख, शोख और चुलबुले रंगों का चलन है. आजकल बाजार में हरे वेल्वट बैकग्राउंड पर खिले-खिले सुन्दर फूलों वाले वाल पेपर्स खूब बिक रहे हैं. घर का ड्राइंग रूम अगर चटख रंगों वाला होगा तो यह पॉजिटिव ऊर्जा और आशा का संचार करेगा. नेचर थीम वाले वाल पेपर्स आजकल घरों में खूब इस्तेमाल हो रहे हैं. इन्हें लगाना भी आसान है और इनकी साफ-सफाई भी आसान होती है. ड्राइंगरूम की एक दीवार गहरे रंग के वाल पेपर से और अन्य तीन दीवारें हल्के रंग वाले प्राकृतिक चित्रों वाले वाल पेपर से सजाएं. इन्हीं कलर्स से मैच करते परदे, सोफा कवर और कुशन कवर हों तो फिर बात ही क्या है. एक कोने में बोनसाई या सुन्दर गमले में छोटा पौधा रखें तो खिड़की पर भी सुन्दर छोटे फूलों वाले गमले सजाएं.
पर्दे हों नेचर प्रिंट वाले
घर की शोभा में पर्दे अपनी खास भूमिका निभाते हैं. जरूरी नहीं कि आप अपने घर में भारी, रेशमी और मंहगे पर्दे लगाएं तभी आपका घर सुन्दर दिखे, आजकल मार्केट में नेचर प्रिंट वाले पर्दे सस्ते दामों में भी उपलब्ध हैं, जो देखने में बेहद खूबसूरत और आंखों को सुकून पहुंचाने वाले दिखते हैं. घर की दीवारों से मैच करते पर्दे लगाने चाहिए. अगर दीवारों पर डार्क शेड वाला वाल पेपर हो, तो पर्दे थोड़े हल्के शेड और छोटे प्रिंट वाले लेने चाहिए.
फूलों वाले गमले सजाएं
गार्डनिंग करना अच्छे शौक में गिना जाता है. इससे न सिर्फ मन प्रफुल्लित रहता है, बल्कि आपकी मेहनत से उगाये गये पौधे जब घर के कोनों को सजाते-महकाते हैं तो उससे मिलने वाली खुशी भी असीम होती है. सीढ़ियों के किनारे, बरामदे और छत को मौसमी फूलों वाले गमलों से सजाएं. यह आपके घर में ताजगी और खूबसूरती में बढ़ोत्तरी करता है. बेडरूम में पौधे नहीं रखने चाहिए क्योंकि रात के वक्त ये कार्बन डाई आॅक्साइड छोड़ते हैं, जो आपकी सांस के लिए ठीक नहीं है. पौधे हमेशा खुली जगह, या खिड़की के पास ही रखने चाहिए. बालकनी में लटकने वाले गमले लगाएं. अगर पेंटिंग का शौक हो तो आप अपने हाथों से गमलों को पेंट भी कर सकती हैं, इससे इनकी शोभा भी बढ़ जाएगी.
दीयों और मोमबत्तियों से सजाएं एक कोना
ड्राइंग रूम या बरामदे का एक कोना पेड़ पौधों और पक्षियों के पिंजरों के साथ ऐसे सजाएं जिसमें बीच-बीच में मोमबत्तियों और दीयों को रखा जा सके. शीशे के छोटे सुन्दर जारों में मोम बिठाकर ये सुन्दर रंगीन मोमबत्तियां बनायी जा सकती हैं. शाम के वक्त इन्हें जला दें. आप देखेंगी कि इस कोने से आपके घर के सदस्यों की नजर ही नहीं हटेगी.