एक्टिंग करियर को लेकर बोलीं ‘बिग बौस’ फेम ऐली अवराम, पढ़ें पूरी खबर

बचपन से हिंदी फिल्मों में अभिनय की इच्छा रखने वाली ग्रीक स्वीडिश एक्ट्रेस ऐली अवराम ने साल 2013 में फिल्म ‘मिकी वायरस’ से डेब्यू किया, लेकिन उसकी पहचान ‘बिग बौस 7’ से बनी, जिसके बाद उसे कई फिल्मों और शो में काम करने का अवसर मिला. ऐली शांत और हंसमुख स्वभाव की है और जो मौका उसे अभिनय का मिलता है, वैसे ही काम करना पसंद करती है. उसे शाहरुख खान की फिल्म ‘देवदास’ बहुत पसंद है. जिसमें माधुरी दीक्षित की डांस और अदाएं बेहद अच्छा लगता है. वह एक्टिंग और डांस के द्वारा लोगों के बीच अपनी अलग छवि बनाना चाहती है. उसके पिता म्यूजिशियन और मां स्वीडन की एक्ट्रेस है. मुंबई आकर उसने अपने आसपास के लोगों और अपने ड्राईवर के साथ बातचीत कर अच्छी हिंदी सीख ली है. उसकी वेब सीरीज ‘द वर्डिक्ट स्टेट वर्सेज नानावटी’ में वह सिल्विया नानावटी की भूमिका निभा रही है. नए प्रोजेक्ट को लेकर वह बहुत खुश है, पेश है अंश.

सवाल- इस कहानी को लेकर फिल्म रुस्तम बन चुकी है, उससे ये कितना अलग है?

कहानी वही है, मैं इसे जानती  भी हूं , लेकिन उसमें केवल 2 घंटे में पूरी कहानी को दिखाया गया है. इसमें 10 एपिसोड है, इसलिए पूरी कहानी को विस्तारपूर्वक दिखाने का मौका मिलेगा. इसमें सिल्विया की मानसिक दशा और कोर्ट रूम ड्रामा को अच्छी तरह से दिखाने की कोशिश की गयी है, जो फिल्म में नहीं दिखाया गया है. ये दर्शकों को और अच्छी जानकारी कहानी के बारें में देगी.

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सवाल- इस कहानी में आपके लिए चुनौती क्या थी?

सिल्विया को पोट्रेट करना और फील करना मेरे लिए चुनौती थी, क्योंकि वह इंग्लैंड से आई, प्यार किया, शादी की और 3 बच्चों की मां बनी. इसके बाद उसकी जिंदगी में ऐसी घटना घटी, ये सबकुछ अभिनय करने के लिए मेहनत करनी पड़ी.

सवाल-इतनी अच्छी हिंदी आपने कैसे सीखी?

मेरे स्टाफ से लेकर सबसे मैं हिंदी में बात करती हूं. बिग बौस के बाद मेरा ड्राईवर जिसे अंग्रेजी नहीं आती थी. उसके साथ बात करना शुरू कर दिया था. इसके अलावा जब मैं डांस रिहर्सल के लिए जाती थी तो वहां पर भी मैंने इंस्ट्रक्टर के साथ हिंदी में ही बातचीत किया करती थी, इससे मुझे हिंदी बोलना आ गया. मैंने कोई टीचर अपने लिए नहीं रखा, क्योंकि वैसे मेरे लिए सीखना मुश्किल था.

सवाल-क्या आपको लगता है कि बाहर से आने की वजह से आपकी अभिनय क्षमता का सही उपयोग नहीं हो पाया है ?

इस बताना बहुत मुश्किल है, क्योंकि मैं बाहर से हूं. बहुत सारे सोच लोगों ने मेरे बारें में बनाएं है, मसलन मुझे हिंदी नहीं आती, अभिनय भी शायद नहीं आती, सीरियस नहीं है, कैसे काम करेगी आदि रही है. मुझे दुःख इस बात से है कि मुझे एक मौका नहीं मिलता था. औडिशन के लिए लोग नहीं बुलाते थे, ताकि मैं अभिनय कर प्रूव कर सकूं कि मैं एक अच्छी एक्टर हूं. मुझे बिग बौस के बाद काफी लोगों ने औडिशन का मौका दिया है, पर मुझे और अधिक काम मिल सकता था, जो मुझे नहीं मिला है. यहाँ कितने विदेशी हर रोज अभिनय के लिए आते है. कौन सही होगा, ये समझना भी मुश्किल है. मुझे खुशी है कि बिग बौस की वजह से मेरी पहचान इंडस्ट्री में बनी. निर्देशक अब्बास मस्तान ने बिग बौस में मुझे देखकर फिल्म ‘किस किस को प्यार करूं’ में साईन किया था.

सवाल- कला के माहौल में पैदा होने के बाद भी स्वीडन से भारत आना कितना मुश्किल था?

बहुत मुश्किल था, क्योंकि घरवालों ने पहले स्वीडन में ही कैरियर को बढ़ाने की बात कही थी, पर मुझे बौलीवुड ही पसंद था. उन्हें समझाने में 3 साल लगे. मेरे पिता बहुत स्ट्रिक्ट है और मुझे यहां इतनी दूर आने से मना कर रहे थे. मुझे पता चल गया था कि पिता मुझे यहां आने के लिए पैसे देने वाले नहीं है. मैंने वहां थोड़े दिनों तक काम कर पैसा जमा किया और यहां के बारें में जानकारी इन्टरनेट पर ली. स्वीडन में ही बौलीवुड डांस सीखे और एक दिन मुंबई आ गयी. यहां आकर पहले फैमिली फ्रेंड, एक गुजराती परिवार के साथ रही. जहां मुझे पारंपरिक रूप से रहने और खाने का मौका मिला, जिसे मैंने बहुत एन्जौय किया. इसके बाद औडिशन देते हुए फिल्म मिली और सफर शुरू हुआ. अब मैं अलग घर लेकर रह रही हूं.

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सवाल- आप एनिमल लवर है और जानवरों से बहुत प्यार करती है, आगे क्या करने की इच्छा रखती है?

मैंने एक बिल्ली को अडौप्ट किया है. वह मेरे साथ रहती है. एक दिन वह वैनिटी वेन के अंदर आ गयी और नहीं गयी. उस दिन से वह मेरी फैमिली मेंबर बन गयी है. एनिमल के लिए काम करना मुझे बहुत पसंद है.

सवाल- यहां के त्योहारों के बारें में आप कितनी जानकारी रखती है, क्या कभी किसी त्यौहार को सेलिब्रेट किया है?

मैंने सबसे पहले होली के त्यौहार को सेलिब्रेट किया है. मुझे बहुत मजा आया था, जब एक अंजान लड़की ने मुझे खुशी- खुशी रंग लगाया. इसके अलावा गणपति और दिवाली भी मुझे बहुत पसंद है, लेकिन मैं चाहती हूं कि त्योहारों को मनाते हुए अपने वातावरण का भी ख्याल रखने की जरुरत हम सभी को है.

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