जानें कैसा हो आपका फेशियल

फेशियल चेहरे की खोई रौनक फिर से लौटा देता है. 30 वर्ष की आयु के बाद माह में एक बार फेशियल कराया जा सकता है. इस से त्वचा की ऐक्सरसाइज होती है और त्वचा बनी रहती है जवां.

वाइटनिंग फेशियल

चेहरे से धूलमिट्टी व पहले का मेकअप हटाने के लिए वाइटनिंग क्लींजर से चेहरे को अच्छी तरह साफ करें. स्क्रब में कुछ बूंदें टोनर की इस्तेमाल करें. 10 मिनट तक स्क्रबिंग करने के बाद मसाज क्रीम से 15 मिनट तक मसाज करें. फिर गाढ़ा पैक लगा कर 15 मिनट के बाद चेहरा धो दें.

खास बातें

  1. फेशियल में आए ग्लो को बरकरार रखने के लिए अपने चेहरे की नियमित देखभाल करनी भी आवश्यक है. रोजाना मौइश्चराइजर वाइटनिंग क्लींजर से चेहरा साफ करें व बौडी लोशन का प्रयोग करें.
  2. स्क्रबिंग करते समय फेशियल स्टैप्स न करें केवल सरकुलेशन मोशन में (जैसे कि साबुन लगाते हैं) चेहरे को रब करें. फेशियल में प्रोडक्ट को पैनिट्रेट करना होता है, इसीलिए मसाज की जाती है. लेकिन स्क्रब में केवल मृत त्वचा हटाई जाती है.
  3. स्क्रब में पानी मिलाने के बजाय विटामिन ई युक्त टोनर इस्तेमाल करें. ध्यान रहे, वाटर सैंसेशन वाले टोनर का ही प्रयोग करें ताकि यह त्वचा पर चुभे नहीं.
  4. यह गलत धारणा है कि ज्यादा मसाज करने से फेशियल अच्छा होता है. अत्यधिक मसाज स्किन के लिए उचित नहीं.
  5. औयली स्किन पर 10-12 मिनट की मसाज करनी चाहिए. मसाज से तैलीय त्वचा का औयल कंट्रोल होता है.

क्यों कराएं वाइटनिंग फेशियल

यह फेशियल तकनीक रंग को निखारती है, यूवी रेज, पिगमैंटेशन व टैनिंग की समस्या से बचाती है. प्रदूषण से हमारी त्वचा बेजान हो जाती है. ऐसे में वाइटनिंग फेशियल से उसे फिर से तरोताजा बनाया जा सकता है.

ऐंटीऐजिंग फेशियल

चेहरे को क्लींजर से साफ करने के बाद ऐंटीऐजिंग स्क्रब करें, फिर 15 मिनट तक मसाज करें. इस के बाद पैक लगाएं और 15 मिनट बाद धो दें.

खास बातें

  1. पौष्टिक व संतुलित आहार से त्वचा स्वस्थ व कांतिमय बनी रहती है और लटकती नहीं  है. इसलिए पौष्टिक व संतुलित आहार ही लें.
  2. स्किन पर मसाज के बाद व पैक लगाने से पहले ऐंटीइन्फलेमेशन सिरम इस्तेमाल करना चाहिए. यह त्वचा लाल होने और जलन से बचाता है.

टीऐजिंग फेशियल के लाभ

यह फेशियल 35 से 40 वर्ष की आयु के पश्चात कराना अधिक उचित रहता है. यह चेहरे को झुर्रियों से बचाता है व स्किन को स्वस्थ बनाता है. झुर्रियों वाली लटकी व  बेजान त्वचा को युवा लुक देने के लिए ऐंटीऐजिंग फेशियल कराना फायदेमंद रहता है.

आई फेशियल

टरमरिक क्लींजर से आंखों को क्लीन करें. फिर 6-7 मिनट तक ही स्क्रबिंग करें, क्योंकि  यहां की स्किन अधिक संवेदनशील होती है. फिर हलके हाथों से कुछ मिनट मसाज करें. इस के बाद पैक लगाएं और कुछ देर बाद धो दें.

ध्यान रहे

  1. अति संवेदनशील त्वचा वाले चेहरे पर आई फेशियल कराएं, चूंकि यह बहुत माइल्ड होता है, इसलिए इसे झुर्रियों वाले चेहरे पर भी प्रयोग में लाया जा सकता है. जबकि साधारण फेशियल अति संवेदनशील त्वचा के  लिए ठीक नहीं रहता.
  2. कई बार अच्छे से अच्छा प्रोडक्ट इस्तेमाल करने, फेशियल तकनीक अपनाने व नियमित देखभाल करने पर भी चेहरे की समस्याएं ज्यों की त्यों बनी रहती हैं व त्वचा स्वस्थ नहीं रहती. इस का कारण त्वचा से नहीं बल्कि शरीर से जुड़ा होता है. अत: इस स्थिति में डाक्टर से संपर्क करें.
  3. लगभग 6 सिटिंग्स लेने से काले घेरों की समस्या काफी हद तक कम हो जाएगी.
  4. आंखों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए टीवी या कंप्यूटर के सामने ज्यादा न बैठें, भरपूर नींद व पौष्टिक आहार लें.

आई फेशियल की जरूरत : आई फेशियल ऐजिंग साइंस को रोकता है, आंखों में आई फुलावट व काले घेरों को कम कर के थकी दिखने वाली आंखों को आकर्षक व फ्रैश लुक देता है.

ट्रैंडी हेयरस्टाइल : अच्छी तरह तैयार होने में हेयरस्टाइल बहुत माने रखता है. एक अच्छा हेयरस्टाइल वही होता है, जो लुक में तो ट्रैंडी हो ही, बनाने में भी ज्यादा समय न ले.

ट्विस्टेड रोल जूड़ा

अवधि 7 से 10 मिनट, लंबे केशों के लिए उपयुक्त.

सब से पहले केशों क ो कंघी से अच्छी तरह सुलझा लें. फ्रंट से केश अलग कर के पीछे के सारे केशों की थोड़ी ऊंची पोनी बनाएं और पोनी के ऊपर (क्राउन एरिया में) स्टफिंग लगाएं. स्टफिंग को फ्रंट के छोंड़े गए केशों से कवर करें और बाकी केशों का साइड पार्टीशन कर लें. साइड की फ्लिक्स को कानों के पीछे पिन लगा कर सैट करें. वे लंबे हों तो पोनी के आसपास ही फोल्ड कर लें. बनाई गई पोनीटेल को 2 भागों में बांट लें, फिर हेयर स्प्रे करें. अलग किए गए एक भाग को फिर 2 भागों में बांट कर चोटी गूंथ लें और चोटी की नौट बना कर बन बनाएं. फिर ऊपर की ओर टक करें. दूसरे भाग के केशों को फिर 2 भागों में बांट कर चोटी गूंथें और इस गूंथी गई चोटी में भी नौट लगा कर बन बनाएं और ऊपर की ओर टक करें. नीचे के बचे छोटेछोटे केशों को हेयर स्प्रे कर के मैनेजेबल बनाएं, फिर पिन से ऊपर की ओर सैट करें.

खास बातें

  1. चोटी को ज्यादा कस कर न गूंथें.
  2. हेयर स्पे्र जरूर करें. इस से हेयरस्टाइल ज्यादा समय तक टिकता है व छोटेछोटे केश बैठ जाते हैं तो हेयरस्टाइल सफाई से बनता है .
  3. हेयरस्टाइल के बीच में स्प्रे करने से केशों को ज्यादा मैनेजेबल बनाया जाता है. इस से वे कहीं भी आसानी से मुड़ जाते हैं.
  4. हेयरस्टाइल को सुंदर ऐक्सैसरीज व प्राकृतिक फूलों से सजाएं.

रोजबन जूड़ा

अवधि 12 से 15 मिनट, छोटे केशों के लिए उपयुक्त.

सारे केशों को कंघी से अच्छी तरह सुलझाएं. फ्रंट से मोटी साइड फ्लिक निकाल कर पीछे के सारे केशों की कंघी करें और ऊंची पोनी बनाएं. पोनी के ऊपर पफ स्टफिंग लगाएं, फिर पोनी के केशों से स्टफिंग क ो चारों तरफ से कवर कर के पिनों से सैट करें. इस के बाद हेयर स्प्रे करें. स्टफिंग से जूड़े का बेस तैयार करने के बाद इस के साथ स्विच (केशों क ा 4 भागों में विभाजित) क्लच करें. स्विच वाले केशों के एक भाग को ले कर इस की पतली लट लें और उसे ट्विस्ट करें, फिर उस लट के रोजबन (गोलाकार रोल) बनाएं और स्टफिंग के पास टक कर दें. इस तरह से चारों भागों के कई रोजबन बना कर स्टफिंग के चारों ओर टक कर दें. आगे के केशों की साइड लट को ट्विस्ट कर के कानों के पीछे पिन लगा कर सैट कर दें.

खास बातें

  1. रोजबन बनाने से पहले प्रत्येक लट पर हेयर स्प्रे करें, फिर रोजबन बनाएं.
  2. जूड़े में ज्यादा पिनों का इस्तेमाल करने की आवश्यकता हो तो इनविजिबल पिनों का प्रयोग करें. चूंकि ये नजर नहीं आतीं इसलिए हेयरस्टाइल ज्यादा सफाई से बनता है.

स्किन विशेषज्ञा और हेयर डिजाइनर सुनीता आहूजा के डेमो और बातचीत के आधार पर एम. दुआ का लेख.

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