मात्र 30 रुपये की सेविंग और आप बन सकती हैं करोड़पति

नौकरी करने के साथ आप अगर बचत के बारे में नहीं सोचती हैं तो आपको भविष्य में भारी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. लेकिन अगर आप सही समय पर सही जगह पर निवेश करती हैं तो आपको अपने भविष्य के बारे में चिंता करने की जरुरत नहीं है.

अगर आप रोजाना 30 रुपए भी बचाती हैं तो रिटायरमेंट की उम्र तक 1 करोड़ से ज्यादा की पूंजी एकत्र कर सकती हैं. दरअसल छोटी सी रकम को भी अगर लंबी अवधि तक निवेश किया जाए तो चक्रवृद्धि ब्याज (Compound Intrest) के कारण छोटा सा निवेश बड़ी पूंजी में तब्दील हो जाता है.

कैसे और कहां करें निवेश

अगर आप की उम्र 20 साल की है और आप रोजाना 30 रुपए बचाती हैं तो आप करोड़पति बन सकती हैं. 30 रुपए प्रतिदिन बचाने से आपके पास महीने में 900 रुपए की पूंजी हो जाएगी. एक्सपर्ट्स के मुताबिक अब इस पैसे को हर माह सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए डायवर्सिफाइड म्यूचुअल फंड में निवेश करें.

अगर आपका फंड सालाना 12.5 प्रतिशत का रिटर्न देता है तो आप 40 साल के बाद 60 साल की उम्र में करोड़पति बन जाएंगी. 12.5 प्रतिशत का रिटर्न मिलने पर निवेशकर्ता 40 साल में 1 करोड़ से ज्यादा की पूंजी इकट्ठा कर सकता है.

अगर आप कम समय में ज्यादा रकम एकत्र करना चाहते हैं तो आपको रोजाना जमा करने वाले पैसे की कीमत बढ़ानी होगी. आप अपनी सुविधा से प्रतिदिन एक निश्चित अमाउंट सेव कर सकते हैं. हालांकि निवेश करने से पहले वित्तीय सलाहकार से अवश्य सलाह लेनी चाहिए.

कहां कर सकते हैं निवेश

myinvestmentideas.com की रिपोर्ट के मुताबिक कुछ म्यूचुअल फंड्स के बारे में बताया गया था कि जिन पर लंबे समय की अवधि में निवेश करके अच्छा लाभ कमाया जा सकता है. साल 2017 में इन फंड्स में पैसा लगाना आपके लिए बेहतर साबित हो सकता है. आइए नजर डालते कुछ फंड्स की परफौर्मेंस पर. प्रिंसिपल इमरजिंग ब्लू चिप फंड ने पिछले साल 17.5% का सालाना रिटर्न दिया था. वहीं, 3 और 5 साल में इस फंड का रिटर्न क्रमश: 31.7 और 27.5 प्रतिशत रहा. दूसरा फंड L&T इंडिया वैल्यू फंड है, जिसका पिछले एक साल में 16.8 प्रतिशत का रिटर्न दिया.

…तो बंद हो जाएगा आपका मोबाइल वौलेट खाता

डिजिटल पेमेंट के लिए बाजार में कई ऐप उपलब्ध हैं, जैसे पेटीएम, फ्रीचार्ज, एयरटेल ऐप, मोबीक्विक और भी ऐसे कई ऐप. पेमेंट को आसान बनाने के लिए और डिजिटल पेमेंट को तेज करने में इनका अहम योगदान रहा है. इसी क्रम में एक बड़ा बदलाव होने वाला है, जिसे आपको जानना बेहद जरूरी है, नहीं तो आपका खाता बंद हो सकता है.

जिन लोगों ने अपने पेमेंट ऐप की केवाईसी वेरिफिकेशन पूरी नहीं की है, उनके खाते बंद होने वाले हैं. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के नियमों के अनुसार देश भर के 95 फीसदी मोबाइल वौलेट बंद हो सकते हैं. रिजर्व बैंक ने केवाईसी पूरी करने की आखिरी तारीख 28 फरवरी तय की है. यानि 28 फरवरी तक आपने अपने पेमेंट ऐप का केवाईसी वेरिफिकेशन नहीं कराया तो 1 मार्च से आपका खाता बंद हो जाएगा.

जो लोग केवाईसी नहीं कराना चाहते रिजर्व बैंक ने उन यूजर्स को बड़ी राहत देते हुए कहा है कि 28 फरवरी के बाद भी उनके वौलेट में पड़ा बैलेंस खत्म नहीं होगा. इसके साथ ही वौलेट में पड़े पैसे का इस्तेमाल आप सामान खरीदने में भी कर सकती हैं. इसके अलावा आप अपने बैंक अकाउंट में भी पैसा भेज सकती हैं.

आरबीआई ने कहा है कि ग्राहक 1 मार्च से बिना केवाईसी के लिए वौलेट में पैसा नहीं डाल सकेंगे. इसके साथ ही किसी को भी पैसा भेज भी नहीं सकेंगे. आरबीआई के सख्त दिशानिर्देशों के चलते ऐसा होने जा रहा है.

पति से ज्यादा कमाने वाली महिलाओं को रहता है डिप्रेशन का खतरा

आजकल जैसी लोगों की जरूरतें हो गई हैं, पति पत्नी दोनों का कमाना बेहद जरूरी हो गया है. खासकर के शहरी रहनसहन में तो ये और ज्यादा जरूरी है कि पति पत्नी दोनों काम करें. महिलाओं के कामकाज को ले कर एक रिपोर्ट आई है जिसके मुताबिक पति से ज्यादा कमाने वाली महिलाओं में डिप्रेशन का खतरा होता है.

ये रिपोर्ट अमेरिका की यूनिवर्सिटी औफ इलिऔइस में हुए एक शोध से सामने आई. शोधकर्ताओं के अनुसार परिवार को सबसे ज्यादा वित्तीय मदद कौन कर रहा है और इसका उनके मनोविज्ञान पर भी असर होता है.

अध्ययन में पाया गया कि अपने परिवार के दूसरे सदस्यों के मुकाबले महिलाओं की आय जैसे जैसे बढ़ती है, उनमें डिप्रेशन का खतरा बढ़ने लगता है. वहीं दूसरी ओर ये बात भी सामने आई कि पुरुषों में जैसे जैसे आय की बढ़ोत्तरी होती है, उनका जीवन स्तर सुधरता है और मानसिक सेहत पर भी इसका सकारात्मक असर होता है. अमेरिका में हुए इस अध्ययन में 1463 पुरुष और 1769 महिलाओं को शामिल किया गया था. उनके मनोविज्ञान और मानसिक सेहत की जांच की गई.

अध्ययन की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जब एक महिला अपने बच्चों की देखभाल के लिए छुट्टी ले कर घर पर रहती है तो उसके मानसिक सेहत पर किसी प्रकार का नकारात्मक बदलाव देखने को नहीं मिलता. इसके विपरीत जब पुरुषों को घर में रहना होता है तो उनकी मानसिक सेहत नकारात्मक तौर पर प्रभावित होती है.

शोधकर्ताओं ने कहा कि अध्ययन के दौरान महिलाओं और पुरुषों में नौकरी और घर की जिम्मेदारियों और उनकी वजह से होने वाले अवसाद में अंतर नजर आया.

नए साल में पैसा बचाने के ये हैं 4 तरीके

2019 साल का पहला महीना चल रहा है. नए साल की शुरुआत से ही आपको अपनी वित्तीय प्लान में लग जाना चाहिए. इस खबर में हम आपको पांच ऐसे ट्रिक्स बताएंगे जिनकी मदद से आपको पैसे बचाने में काफी मदद मिलेगी.

उधारी को कहें छुटकारा

नए साल में अपने सारे ऋणों से छुटकारा पाएं. आपके पास जो पैसे हैं उसका इस्तेमाल अपना लोन चुकाने में करें. क्रेडिट कार्ड पेमेंट के वक़्त कोशिश करें कि सारा बिल एक बार में देय हो जाए. अगर आपने मिनिमम बिल का भुगतान किया तो बाकी बचे रकम पर आपको ब्याज चुकाना होगा.

इमरजेंसी फंड

अपने गोल को सेट करने से पहले इमरजेंसी फंड तैयार कर लें. जानकारों की माने तो घर पर या अल्पकालिक फंड में एक निश्चित राशि रखने से आपात स्थिति के दौरान आपको इससे मदद मिलेगी.

सेट करें गोल

सबसे पहले अपने वित्तीय क्षमताओं को समझें और उसी के हिसाब से अपना वित्तीय लक्ष्य सेट करें. इससे आपके आगे का समय सुखमय बीतेगा. सबसे जरूरी अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव करें. जरूरत के हिसाब से पैसे खर्च करें. निवेश करें.

क्रेडिट कार्ड खर्च पर करें नियंत्रण

कोशिश करें कि क्रेडिट कार्ड से ज्यादा खरीदारी ना हो. इमरजेंसी में ये एक पैसे का बेहतरीन साधन है क्रेडिट कार्ड. इसका प्रयोग करते वक्त इसके भुगतान के बारे में सजग रहें. ध्यान रखें कि आप एक महीने में जितना भुगतान कर सकती हैं, उससे अधिक उधार खर्च न करें.

ब्लौकचैन : नौकरियों की बहार

नया साल, नया ठौर, नया काम, नई नौकरी… तरक्की करती दुनिया और भारत में ब्लौकचैन तकनीक रोजगार का नया व अच्छा जरिया बन कर उभरी है. बिटक्‍वाइन टेक्नोलौजी द्वारा लांच की गई इस तकनीक को हैक करना बहुत ही मुश्किल है और यह कभी भी हुए सभी डिजिटल ट्रांजेक्शंस का ब्‍योरा रखती है. साइबर क्राइम और हैकिंग को रोकने के लिए ब्लौकचैन तकनीक को फूलप्रूफ सिस्‍टम के तौर पर भी जाना जाता है.

  • ब्लौकचैन सम्बन्धी नौकरियों में सामान्य आईटी क्षेत्र की नौकरियों से 61.8 प्रतिशत अधिक वेतन.
  • वर्ष 2018 की पहली तिमाही में ब्लौकचेन क्षेत्र की नौकरियों में 6,000 फीसदी इजाफा.
  • विश्व आर्थिक मंच का मानना है कि वर्ष 2027 तक वैश्विक जीडीपी का 10 प्रतिशत कारोबार ब्लौकचेन तकनीक पर विकसित होगा.
  • भारत में नीतिगत अनिश्चितता से प्रतिभा पलायन का अंदेशा.

पिछले साल के दौरान ब्लौकचैन तकनीक और क्रिप्टोकरेंसी काफी चर्चा में रहीं. औनलाइन भरतियां और कंपनियों से जुड़ी जानकारियां मुहैया कराने वाली वेबसाइट ग्लासडोर के हालिया अध्ययन में पाया गया कि ब्लौकचैन और क्रिप्टोकरेंसी क्षेत्र में अमेरिका समेत पूरी दुनिया में नौकरियों की तादाद तेजी से बढ़ रही है. साथ ही, ब्लौकचैन क्षेत्र के शैक्षणिक प्लेटफौर्म इनक्रिप्ट का अगस्त 2018 का सर्वेक्षण बताता है कि भारत में ब्लौकचैन और क्रिप्टोकरेंसी क्षेत्र में कानूनी और नीतिगत स्थिति साफ़ न होने के चलते देश को ब्लौकचैन क्षेत्र के होनहार लोगों के दूसरे देशों में चले जाने जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है.

ब्लौकचैन क्षेत्र के शैक्षणिक प्लेटफौर्म इनक्रिप्ट ने अपने सर्वे में पाया है कि भारत में ब्लौकचैन क्षेत्र नौकरियों, फाइनेंस और ग्लोबल रिकग्नीशन यानी वैश्विक पहचान के क्षेत्र में अच्छी भूमिका निभा सकता है. इनक्रिप्ट की रियलाइजिंग इंडियाज ब्लौकचैन पोटेंशियल नामक रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्लौकचैन की मदद से सूचना तकनीक (आईटी) क्षेत्र में नया बदलाव लाया जा सकता है. इस से देश में हाई सैलरी वाली नौकरियों की तादाद बढ़ सकती है. बहुत ही अहम बात यह है कि वर्ष 2018 की पहली तिमाही में ब्लौकचैन क्षेत्र की नौकरियों में 6,000 फीसदी की उछाल आई है.

औनलाइन भरतियां और कंपनियों से जुड़ी जानकारियां मुहैया कराने वाली वेबसाइट ग्लासडोर के अध्ययन के अनुसार, अमेरिका में ब्लौकचैन क्षेत्र में औसत सालाना आय 84,884 डौलर (लगभग 62 लाख रुपए) है जो वहां की औसत सालाना आय 52,461 डौलर यानी लगभग 38.5 लाख रुपए से 61.8 फीसदी ज्यादा है. अध्ययन में बताया गया, ‘पिछले एक साल में क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में उतारचढ़ाव के बाद भी ब्लौकचैन क्षेत्र में नौकरियों की तादाद लगातार बढ़ रही है. एक साल के दौरान अमेरिका में इस तरह की नौकरियों में 300 प्रतिशत की उछाल आई है.’ अध्ययन में पाया गया कि ब्लौकचैन क्षेत्र में नौकरियों के मामले में अमेरिका के बाद लंदन, सिंगापुर, टोरंटो, हांगकांग और बर्लिन शीर्ष वैश्विक शहरों में शामिल हैं.

इनक्रिप्ट के संस्थापक और वेंचर कैपिटल इन्वेस्टर नितिन शर्मा बताते हैं, ‘इनक्रिप्ट के इस सर्वे का में मकसद भारत में पब्लिक ब्लौकचैन की क्षमता की पहचान करना था. इस में ज्यादातर बातचीत कारोबारियों, एक्सचेंजों और क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े जोखिमों पर की गई. हम ने सर्वे में ब्लौकचैन तकनीक पर काम कर रहे डेवलपर्स और उद्यमियों पर भी ध्यान केंद्रित किया है.’

सर्वे में शामिल 84 लोग केवल विदेशी परियोजनाओं पर कार्य कर रहे हैं और 86 प्रतिशत लोगों का मानना है कि अगर देश में क्रिप्टोकरेंसी के लिए माफिक माहौल नहीं होगा तो वे देश से बाहर चले जाएंगे. साथ ही, 82 प्रतिशत लोगों का मानना है कि ब्लौकचेन स्टार्टअप्स द्वारा जमा की गई मौजूदा पूंजी देश से बाहर चली जाएगी. सो, देश इस क्षेत्र में चल रहे ग्लोबल कम्पटीशन में पिछड़ जाएगा.

सर्वे से पता चलता है कि ब्लौकचैन क्षेत्र के लिए नियमों पर स्थिति साफ़ करनी होगी वर्ना भारत कई क्षेत्रों में बड़े अवसर खो सकता है. हाल ही में भारत के एक बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज जेब पे ने भारत में अपना कारोबार बंद कर दिया है और अब कंपनी ने खुद को माल्टा देश में रजिस्टर्ड करा लिया है. भारत में कारोबार बंद करने वाली जेब पे दुनिया के 20 देशों में अपनी सेवाएं दे रही है.

फ्रीलांस प्लेटफौर्म अपवर्क के एक सर्वे के अनुसार, वर्ष 2018 की पहली तिमाही में सब से ज्यादा तेजी से बढने वाले कौशल में ब्लौकचैन पहले स्थान पर रहा. इस में गूगल क्लाउड प्लेटफौर्म दूसरे और वौल्यूजन सौफ्टवेयर तीसरे स्थान पर रहा.

क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज वजीरएक्स का कहना है कि सौफ्टवेयर क्षेत्र की नौकरियों के मामले में अगले 3 से 5 वर्षों में ब्लौकचैन सब से बड़े क्षेत्रों में से एक होगा और देश से इस क्षेत्र के होनहारों को नौकरी के सिलसिले में विदेश जाने से रोकने की जरुरत है. वजीरएक्स का कहना है कि वह कई इंजीनियरों, स्टार्टअप संस्थापकों, कारोबारियों और दूसरे लोगों को जानती है जो ब्लौकचैन क्षेत्र के सपनों को पूरा करने के लिए भारत से बाहर जाने वाले हैं. देश में सॉफ्टवेयर क्षेत्र में ब्लौकचैन तकनीक की उपयोग संबंधी अनिश्चितता और नेगेटिव माहौल खतरनाक हो सकता है. सो, भारत सरकार को अपने तरीकों में बदलाव लाने होंगे.

आईटी क्षेत्र की कई बड़ी कम्पनियाँ ब्लौकचैन तकनीक आधारित तरीकों पर काम कर रही हैं. आईबीएम और माइक्रोसौफ्ट एजर पहले ही बीएएएस प्लेटफार्म तैयार कर चुके हैं. इस के आलावा, 2 वर्षों की प्रैक्टिकल टेस्टिंग के बाद वालमार्ट ने किसी भी प्रोडक्ट के एक जगह से दूसरी जगह जाने पर पहचान सम्बन्धी ब्लौकचैन लांच कर दिया है.

ग्लासडोर की रिपोर्ट बताती है कि आईबीएम, ओरेकल, क्रेकन, एक्सेंचर, जेपी मौर्गन और केपीएमजी कंपनियां ब्लौकचैन क्षेत्र में नई नौकरियों के मामले में शीर्ष पर हैं. कई दूसरे ब्लौकचैन स्टार्टअप भी अपने विस्तार पर काम कर रहे हैं.

उधर, गैरबैंकिंग वित्तीय कंपनी फिनवे के एक उच्च अधिकारी का मानना है कि मौजूदा माहौल में ब्लौकचैन के साथ ही किसी दूसरे क्षेत्र में भी क्षमता विकसित करना बेहतर रहेगा. वे कहते हैं, ‘ब्लौकचेन तकनीक देश के रोजगार क्षेत्र के लिए काफी फायदेमंद हो सकती है लेकिन किसी भी व्यक्ति को इस के साथ किसी एक पारंपरिक तकनीक का भी प्रशिक्षण लेना चाहिए. कुछ मामलों में ब्लौकचैन क्षेत्र में देश से प्रतिभा पलायन हो रहा है लेकिन तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और जीवनयापन के मूल्यों में इजाफे से अगले 5 सालों में हम देखेंगे कि प्रतिभा पलायन के स्थान पर बहुत से लोग भारत का रुख करेंगे.’

ब्लौकचैन डिस्ट्रिब्यूटेड डाटा बेस होती है. इस में लगातार कई रिकार्ड्स को रखा जाता है जिन्हें ब्लौक कहते हैं, जिस में हर ब्लौक अपने पूर्व के ब्लौक से लिंक रहता है. इस तकनीकी में हजारों कंप्यूटर पर इन्क्रिप्टेड यानी गुप्तरूप से डाटा सुरक्षित रहता है. इसे पब्लिक लेजर भी कहते हैं. इसे हैक करने के लिए सभी हजारों कंप्यूटर में एकसाथ साइबर अटैक करना होगा जो कि नामुमकिन है.

भारत मैं हैकिंग रोकने और साइबर सिक्‍योरिटी को बढ़ावा देने के लिए ब्लौकचैन तकनीक लागू करने वाला आंध्र प्रदेश पहला राज्‍य है. कोई भी अपना ब्लौकचैन अकाउंट https://blockchain.info/ वेबसाइट पर बना सकता है.

गुम हो जाए डेबिट कार्ड तो ऐसे पाएं वापस

एटीएम कार्ड अब लोगों के लिए बेहद जरूरी चीज बन चुकी है. इससे कहीं भी, कभी भी कैश निकालने की सुविधा ने इसकी अनिवार्यता और बढ़ा दी है. पर अक्सर लोगों का ये कार्ड कहीं गुम हो जाता है, खो जाता है. ऐसे में उनके लिए काफी मुश्किलें खड़ी हो जाती हैं. ज्यादातर लोगों को पता नहीं होता कि इस सूरत में करना क्या चाहिए. अगर आप स्टेट बैंक औफ इंडिया की ग्राहक हैं तो ये खबर आपके लिए है. अगर आपका डेबिट कार्ड कहीं गुम हो जाए तो परेशान ना हों, इस खबर में बताए गए उपायों से आप अपना पैसा सुरक्षित कर सकती हैं.

ऐसे करें कार्ड ब्लौक

कार्ड खोने की सूरत में सबसे पहला काम जो आपको करना चाहिए वो है कार्ड को ब्लौक करवाना. इससे आपका पैसा सुरक्षित हो जाएगा. कोई चाह कर भी आपके कार्ड को एक्सेस नहीं कर सकेगा. कार्ड को ब्लौक करवाने के लिए आप 1800112211, 18004253800 पर कौल कर सकती हैं.
इसके अलावा आप इंटरनेट बैंकिंग, एसएमएस द्वारा या मोबाइल बैंकिंग का इस्तेमाल कर के भी कार्ड ब्लौक कर सकती हैं. इसकी सूचना आपके रजिस्टर्ड नंबर पर आ जाएगी.

वापस कैसे पाएं एसबीआई डेबिट कार्ड

हाल ही में एसबीआई ने ‘एसबीआई कार्ड’ ऐप लौंच किया है. इसकी मदद से आप डेबिट कार्ड के लिए दोबारा रिक्वेस्ट कर सकती हैं. इसके लिए ऐप के मेन्यू टैब के लेफ्ट में सर्विस रिक्वेस्ट पर टैप करें. यहां रीइश्यु या रीप्लेस कार्ड का विकल्प का चुनाव करें और कार्ड नंबर के साथ सब्मिट करें. नेट बैंकिंग और योनो ऐप के जरिए भी आप दोबारा कार्ड के लिए अप्लाइ कर सकती हैं.

इसके अलावा नजदीकी शाखा में जा कर भी आप कार्ड के लिए आवेदन कर सकती हैं. वहां जा कर आपको अपने खोए हुए कार्ड की जानकारी देनी होगी. इसके बाद आपको कुछ कागजी प्रक्रिया पूरी करनी होगी. इसके बाद बैंक आपको नया कार्ड की रिक्वेस्ट जमा कर लेगी. कुछ दिनों में आपके स्थाई पते पर नया डेबिट कार्ड पहुंच जाएगा.

ज्यादातर साइबर फ्रौड की शिकार होती हैं महिलाएं, जानिए क्यों

आज के समय में औनलाइन फ्रौड लोगों के लिए सबसे बड़ा सिरदर्द बना हुआ है. ये मुद्दा ना सिर्फ आम लोगों को परेशान करता है बल्कि सरकारी महकमें के लिए भी ये किसी चुनौती से कम नहीं है. जानकारी और जागरुकता के अभाव में लोग अक्सर इसके शिकार होते हैं.

हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आई है जिसमें ये स्पष्ट हुआ है कि पुरुषों की तुलना में महिलाएं औनलाइन फ्रौड का ज्यादा शिकार होती हैं. रिपोर्ट में ये बात सामने आई है कि औनलाइन शौपिंग के दौरान पुरुषों के मुकाबले महिलाएं 6 गुना अधिक फ्रौड का शिकार होती हैं. फ्रौड के लिए महिलाओं को झांसे में लाना ज्यादा आसान होता है. वो महिलाओं को टारगेट कर गुमराह करते हैं और आसानी से उन्हें लूट लेते हैं.

क्यों महिलाएं हो रही ज्यादा शिकार

रिपोर्ट में ये बात सामने आई कि पुरुषों के मुकाबले महिलाएं इस लिए भी औनलाइन फ्रौड की शिकार होती हैं क्योंकि वो ज्यादातर शौपिंग औनलाइन प्लौटफौर्म से करती है. आपको बता दें कि ये सारे साइबर क्राइम कंप्यूटर वायरस, मालवेयर, हैकिंग आदि के जरिए किया जाता है. इस सर्वे में बात सामने आई कि इस फ्रौड में शिकार हुए ज्यादातर लोगों की उम्र 20 से 49 सालों तक की है.

पुरुष भी बच ना सकें

हालांकि इस रिपोर्ट का एक दूसरा पहलू भी सामने आया है जिसमें कहा गया है कि भले ही पुरुष महिलाओं से 6 गुना कम फ्रौड का शिकार होते हों लेकिन औसतन वे 3 गुना ज्यादा पैसे का नुकसान उठाते हैं. इसका मतलब ये हुआ कि कुल रकम के लुटाने में पुरुष महिलाओं से 3 गुना आगे हैं.

कैसे बचें इन फ्रौड्स से

इन फ्रौड्स से बचने के लिए जरूरी है कि आप सूचित और सतर्क रहें. किसी भी व्यक्ति से अपने कार्ड की जानकारियां साझा ना करें. लोग आपको फोन कर के आपके कार्ड की जानकारी लेते हैं, आपकी निजी जानकारियां हांसिल कर के आपके खाते से राशि उड़ा ले जाते हैं. इससे बचने के लिए आप किसी भी व्यक्ति से अपने बैंक या कार्ड संबंधी जानकारियों को साझा ना करें. अगर कोई आपको फोन कर खुद को बैंक का प्रतिनिधि बताता है और आपसे आपकी निजी सूचनाएं मांग रहा है तो तुरंत इसकी जानकारी पुलिस को दें और शिकायत करें. औनलाइन खरीदारी करते वक्त खासा सतर्क रहें. कोशिश करें कि आपके कार्ड या बैंक की जानकारी ब्राउजर में सेव ना हो.

इन छोटी छोटी सूझबूझ से आप खुद को इन फ्रौड्स से बचा सकेंगी.

‘जीवन शांति’ मतलब मन की शांति

एलआईसी (भारतीय जीवन बीमा निगम) अपने ग्राहकों के लिए हमेशा कुछ न कुछ नया ले कर आती है, इसीलिए इस की पौलिसियां ग्राहकों के बीच बड़ी तेजी से लोकप्रिय हो रही हैं. आज सुरक्षित निवेश और गारेंटेड रिटर्न के लिए एलआईसी से बेहतर कुछ और नहीं है. हाल ही में एलआईसी ने नई पौलिसी ‘‘जीवन शांति’’ ग्राहकों के लिए प्रस्तुत की है.

जीवन शांति पौलिसी न सिर्फ अपने पॉलिसीधारकों के भविष्य को सुरक्षित करता है, बल्कि इस के तहत सिर्फ एक बार निवेश करने से ग्राहक को तुरंत पेंशन की सुविधा मिलनी भी शुरू हो जाती है. यही नहीं, अगर आप तुरंत पेंशन नहीं लेना चाहती हैं, तो आप इसे 5 साल से ले कर 20 साल बाद तक भी शुरू कर सकती हैं. आप जितनी देर में पेंशन लेना शुरू करेंगी, आप को उतना ही अधिक फायदा मिलेगा. इस पेंशन योजना को शुरू करने के लिए आप की न्यूनतम आयु 30 वर्ष होनी चाहिए. यदि आप को तुरंत पेंशन चाहिए तो उम्र की अधिकतम सीमा 85 वर्ष है.

डिफरमेंट प्लान के लिए अधिकतम उम्र 79 होनी आवश्यक है. एलआईसी ने इस के लिए 12 तरह के विकल्प  दिए हैं. इस योजना में आप डेढ़ लाख रुपए से ले कर जितना दिल चाहे पैसा निवेश कर सकती हैं.

जीवन शांति प्लान की खास बातें

  • यह वन टाइम इन्वेस्टमेंट प्लान है यानी एक बार निवेश करने पर आप को पेंशन मिलनी शुरू हो जाएगी और यह पेंशन आप को जीवन भर मिलेगी.
  • जब आप पौलिसी लेंगी, तभी यह तय हो जाएगा कि आप के द्वारा लिए प्लान के अनुसार आप को कितनी पेंशन मिलेगी. इस का भुगतान एलआईसी अपने ग्राहक को आजीवन करेगी.
  • एलआईसी जीवन शांति योजना एक नौन मार्केट लिंक्ड प्लान है अर्थात आप को गारेंटेड और फिक्स्ड पेंशन प्राप्त होगी.
  • इसे आप संयुक्त रूप से भी अर्थात अपने माता-पिता, भाई-बहन या पति-पत्नी के संयुक्त जीवन पर भी ले सकती हैं.
  • इस निवेश पर आप ऋण के लिए भी आवेदन कर सकती हैं अर्थात् इस निवेश पर ऋण की सुविधा उपलब्ध है.
  • इस बीमा योजना के प्रीमियम पर बीमाधारक आयकर की छूट का लाभ ले सकता है.
  • 12 विकल्पों में से 4 विकल्पों में मृत्यु हितलाभ भी उपलब्ध है.
  • खास बात यह है कि एलआईसी के इस प्लान को ग्राहक औफलाइन के साथ-साथ औनलाइन भी खरीद सकता है.
  • अगर आप अभी कोई भी जीवन बीमा पौलिसी लेने की सोच रहे हैं तो एलआईसी की जीवन शांति पौलिसी एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है. अधिक जानकारी के लिए आप निकटतम एलआईसी शाखा कार्यालय या एलआईसी अभिकर्ता से संपर्क कर सकती हैं.

पहली नौकरी लगते ही इन आदतों को अपनाएं, कभी नहीं होंगी परेशान

पढ़ाई पूरी होने के बाद जब आपको पहली नौकरी मिलती है, अनुभव अनोखा होता है. पहली बार आत्मनिर्भर होने की भावना का सुख खास होता है. हालांकि इसके बाद आप पर कई तरह की जिम्मेदारियां आ जाती हैं. बेहतर होता है कि जब आप नौकरी शुरू करें तो कुछ जरूरी बातों को ध्यान में रखें. इस खबर में कुछ ऐसी ही बातों पर हम चर्चा करेंगे.

शुरू करें बचत

नौकरी लगने के बाद लोग अपने अधूरे शौक को पूरा करने के लिए ज्यादा पैसा खर्च करने लगते हैं. इस वक्त होने वाली कमाई काफी अहम होती है. इस वक्त आपके पास बचत के काफी मौके होते हैं. आप पर कोई जिम्मेंदारी नहीं होती. शुरू से आपकी ये आदत आपके लिए काफी फायदेमंद होगी.

बनाएं इमरजेंसी फंड

किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहें. किसी भी तरह की आवश्यकता को पूरा करने के लिए आपके पास अपना एक फंड होना चाहिए. इस फंड में बैंक आरडी, सोना, फिक्स्ड डिपौजिट के रूप में पैसा लगाना चाहिए.

नए तरह से जीएं जीवन

नौकरी आपके जीवन में काफी अगल अनुभव लाती है. पढ़ाई के दौरान अल्हड़ जीवन जीने के बाद जौब आपके लिए काफी व्यवस्थित और सक्रिय पहलु लाती है. इसलिए जरूरी है कि आप अपनी जीवनशैली अनुशासित कर लें.

लोन चुकाना करें शुरू

अगर आप पर लोन है तो सबसे पहले आप उसे भरना शुरू करें. नौकरी की शुरुआत में कम खर्चों के कारण लोन लेना ज्यादा खतरनाक नहीं है. आप चाहें तो वित्तीय सलाहकार से इस बारे में बात कर सकती हैं.

चाहती हैं अमीर होना तो ध्यान में रखें इन बातों को

सबकी ख्वाइश होती है कि वो अमीर बने. सबको पैसों का शौक होता है. पर आपकी कुछ खराब आदतों की वजह से आपका ये सपना पूरा नहीं होता. आप अगर अपनी कुछ आदतों में बदलाव करती हैं तो आपके सपने को पूरा होने से कोई नहीं रोक सकता. इस खबर में हम आपको कुछ ऐसी ही बातों पर टिप्स देंगे.

ना करें जरूरत से ज्यादा शौपिंग

अगर आपमें बचत की भावना नहीं है तो आप अमीर नहीं बन सकती. इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि आप शौपिंग के अपने शौक पर थोड़ा काबू करें. जरूरत की चीजों का उपभोग जरूर करें. इस लिए जरूरी है कि जब भी आप शौपिंग पर जाती हैं प्लानिंग के साथ जाएं. क्या खरीदना है आपको इसकी जानकारी आपको पहले से होनी चाहिए. ऐसा ना करने से शौपिंग के वक्त आप जरूरत से ज्यादा की चीजें खरीदेंगी और आपका पैसा बरबाद होगा.

ना करें दूसरों की नकल

दूसरों की नकल करने से सबसे ज्यादा आपका नुकसान होता है. नकल करने के चक्कर में आप वो नहीं होते जो आप असल में होती हैं. हकीकत से दूर हो कर आप सबसे ज्यादा खुद का नुकसान करती हैं. दूसरों के सपनों का पीछा करना गलत है. आपके भी कुछ अपने सपने होंगे. उनका पीछा करिए. उन्हें सच करें.

ना भागे चुनौतियों से

अगर आप अमीर और सफल होना चाहते हैं तो जरूरी है कि आप चुनौतियों से दूर ना भागे. आपको हमेशा चुनौतियों के लिए तैयार रहना चाहिए. सक्सेसफुल लोग चुनौतियों में ज्यादा सहज महसुस करते हैं.

ना करें पैसा बर्बाद, करें सेविंग्स

अगर आप ज्यादा पैसा कमाना चाहती है तो जरूरी है कि आप सेविंग्स खूब करें. किसी बड़े इंसान ने कहा था कि इंसान की औकात उसकी कमाई से नहीं आंकी जाती, बल्कि उसकी सेविंग्स से नापी जाती है. इस लिए जरूरी है कि आप सेविंग्स पर खासा फोकस करें.

करें निवेश

ज्‍यादा पैसा कमाने का सबसे अच्‍छा तरीका निवेश करना है। ऐसे में आप जि‍तना जल्‍दी इन्‍वेस्‍ट करना शुरू करते हैं उतना ही आपके लि‍ए अच्छा होगा. निवेश से आपका पैसा भी सुरक्षित रहेगा और उसमें वृद्धि भी होगी.

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