फेस्टिव सीजन में ट्राय करें हैंडलूम साड़ियां

हैंडलूम अर्थात हाथ से बनी हुई साड़ियां. हैंडलूम साड़ियां एवरग्रीन होती हैं . इन साड़ियों की सबसे बड़ी विशिष्टता है कि इन्हें बनाने में जिस मेटेरियल का प्रयोग किया जाता है वह पूरी तरह से इकोफ्रेंडली और आरामदायक होता है. इनका अपना एक अलग ग्रेस होता है, ये कला के प्रति आपकी अभिरुचि को तो प्रदर्शित करतीं ही हैं साथ ही आपके व्यक्तित्व में भी चार चांद लगा देतीं हैं. इनकी सबसे बड़ी खासियत है कि आप इन्हें फेस्टिव सीजन, बर्थडे पार्टी अथवा शादी जैसे किसी भी कार्यक्रम में भी बड़े आराम से पहन सकतीं हैं. पटोला, इकत, कुनबी, चंदेरी, माहेश्वरी, कोसा, टसर, तांत, कांजीवरम, जामदानी, भागलपुरी जैसी अनेकों एक से बढ़कर एक हैंडलूम साड़ियों की वेराइटी बाजार में उपलब्ध हैं. ये बाजार में महंगी सस्ती हर रेंज में उपलब्ध हैं.

अक्सर जब हम साड़ी खरीदने जाते हैं तो अनेकों साड़ियां देखने के बाद भी हमें साड़ी पसन्द ही नहीं आती. कई बार हम साड़ी तो खरीद लाते हैं परन्तु घर आकर हमें अपने ऊपर वह अच्छी नहीं लगती तो यहां प्रस्तुत हैं कुछ टिप्स जो हैंडलूम साड़ी खरीदने में आपके मददगार हो सकते हैं-

-यदि आप सिंथेटिक साड़ियों की तरह इन्हें भी यूज़ एंड वाश करने का विचार लेकर खरीदने जा रहीं हैं तो ध्यान रखिये कि हैंडलूम साड़ियां अतिरिक्त केअर मांगती हैं.

-घर से अच्छी तरह विचार करके जाएं कि आपको कौन सी और किस रेंज तक की हैंडलूम साड़ी चाहिए और फिर दुकानदार से उसी प्रकार की विविध डिजाइन्स दिखाने को कहें. इससे आपको साड़ी चयन करने में आसानी रहेगी.

-यदि आपको अपने मनचाहे ब्रांड में साड़ी नहीं पसन्द आ पा रही है तो दुकानदार से उसी बजट में दूसरे ब्रांड की साड़ी दिखाने को कहें.

-चूंकि इनमें रंग की कोई लिमिट नहीं होती, ये हल्के गहरे सभी रंगों में मौजूद हैं इसलिए साड़ी खरीदते समय अपनी स्किन टोन का ध्यान अवश्य रखें. आप साड़ी का रंग ऐसा चुनें जो आप पर फबे. फेयर या पेल कॉम्प्लेक्सन के लिए ब्राइट रंग और टैन रंगत वाली महिलाओं पर मैरून, डार्क पिंक, और गहरा हरा रंग गेहुएं रंग की महिलाओं पर अच्छा लगता है.

-महंगी से महंगी साड़ियां हैंडलूम स्टोर पर मिलतीं है. आप घर से अपना बजट तय करके जाएं और फिर आप दुकानदार को अपने बजट में ही साड़ियां दिखाने को कहें. अपना बजट न बताने से कई बार दुकानदार पहली बार में ही महंगी साड़ी दिखा देते हैं जिससे कम बजट में हमें साड़ी पसन्द ही नहीं आ पाती.

-साड़ी खरीदते समय अपने बॉडी टाइप का भी ध्यान रखें. दुबले पतले शरीर पर हैवी बॉर्डर हैण्डलूम साड़ी तो ओवरवेट शरीर पर बिना बॉर्डर की साड़ी अच्छी लगती है.

-यदि आपको कोई भी रंग पसन्द नहीं आ पा रहा है तो काले रंग की साड़ी चुनें क्योंकि काला रंग कभी आउट ऑफ फैशन नहीं होता. काले रंग में विविध पैटर्न और डिजाइन्स होते हैं अतः आप दुकानदार से केवल काली ही साड़ी दिखाने को कहें और फिर उसमें से चुनें.

कैसे करें हैंडलूम साड़ियों की देखभाल

-साड़ी को पहनने के बाद पूरी तरह सुखाकर, तह करके एक मलमल या सूती कपड़े में लपेटकर रखें ताकि इसमें हवा का प्रवाह तो हो परन्तु नमी से बची रहे.

-आजकल तो बाजार में सूती कपड़े के बने साड़ी कवर मिलते हैं आप साड़ी को उसमें रखकर हैंगर पर टांग भी सकतीं हैं.

-अपनी अलमारी में नीम की पत्तियां,या फिनायल की गोली अथवा ओडोनिल का पैकेट रखें ताकि इनमें किसी प्रकार के कीड़े न हों. ध्यान रखें कि इनका साड़ियों से प्रत्यक्ष सम्पर्क न हो.

-यदि आपने काफी समय से इन्हें प्रयोग नहीं किया है दो तीन माह में एक बार खोलकर इनकी तहों को बदलती रहें अन्यथा ये तहों से ही चिर जाती हैं.

-हैंडलूम साड़ियों पर कभी भी परफ्यूम या डिओडरेंट का स्प्रे न करें .

-कुछ महिलाओं को एक बार पहनने के बाद ही साड़ी धोने की आदत होती है. हैंडलूम साड़ियों को बार बार धोने से उनकी चमक गायब हो जाती है इसलिए इन्हें धोने में जल्दबाजी न करे.

-पूर्ण मेकअप करने के बाद ही आप इन्हें पहनें क्योंकि मेकअप के दाग इन पर से बहुत मुश्किल से छूटते हैं.

-यदि आपको बहुत पसीना आता है तो ब्लाउज के नीचे पसीना सोखने वाले पैड्स पहनें.

-सूती हैंडलूम साड़ियों को घर पर आसानी से धोया जा सकता है इसके लिए इन्हें प्रथम बार धोते समय नमक के पानी में 2 से 3 घण्टों के लिए भिगो दें और फिर पानी निचोड़कर सुखाएं.

-इन्हें कभी रातभर या कई घण्टों के लिए पानी में भिगोकर न रखें वरना इनका रंग निकल सकता है.

-इन्हें सदैव तरल सोप से धोएं और कभी भी ब्रश से रगड़ने का प्रयास न करें क्योंकि ये साड़ियां बहुत नाजुक होती हैं.

-इन्हें वाशिंग मशीन में धोने की गल्ती न करे . कम प्रयोग की जाने वाली साड़ियों को ड्राईक्लीन करवाएं.
पुरानी हो चुकी साड़ियों को यूं करे रीयूज

यूं तो ये साड़ियां कभी आउट ऑफ फैशन नहीं होतीं परन्तु कई बार कट, फट , जल या अधिक समय तक रखे रहने से क्रैक हो जाने से ये साड़ी के रूप में पहनने के योग्य नहीं रहतीं. ऐसी साड़ियों को आप कुछ इस प्रकार रीयूज कर सकतीं हैं-

-बॉर्डर पल्ले वाली साड़ी का बॉर्डर निकालकर आप किसी भी प्लेन साड़ी पर लगा सकतीं हैं.प्लेन बेडशीट पर बॉर्डर लगाकर शानदार बेडशीट तैयार की जा सकती है.

ये भी पढ़ें- Festive Special: इंडियन लुक में भी किसी से कम नहीं श्वेता तिवारी की बेटी Palak

-सिल्क की साड़ियों से बेहतरीन कुशन कवर, डायनिंग टेबल रनर और नैपकिन्स बनाये जा सकते हैं. इनमें अस्तर अवश्य लगाएं. चंदेरी, तांत, महेश्वरी जैसे पारदर्शी फैब्रिक में मोटा तो सिल्क और बनारसी जैसे मोटे फैब्रिक में पतला अस्तर लगाना उचित रहता है.

-शरारा आजकल फैशन में है आप साड़ी से शरारा और चुन्नी बनवाएं और मैच करते प्लेन कुर्ते पर पहनें.

-सिल्क की साड़ी से कुर्ता और पलाजो बनवाएं और उस पर मैच करती बनारसी चुन्नी कैरी करें.

-छोटे बच्चों की फ्रॉक और सलवार सूट बनवाएं.

-यदि पूरी साड़ी का यूज़ नहीं हो पा रहा है तो उसमें से दुपट्टा निकालने का प्रयास करें और उसे पीको करवाकर प्लेन या प्रिंटेड सूट पर पहनें.

-साड़ी से लहंगा या स्कर्ट और पल्ले से हैवी ब्लाउज बनवाएं, शानदार पार्टी ड्रेस तैयार हो जाएगी.

-यदि आपकी साड़ी का मैचिंग ब्लाउज छोटा हो गया है तो आजकल बाजार में तथा ऑनलाइन ब्लाउज की अनेकों वेराइटी मौजूद हैं आप अपने नाप के अनुसार खरीदें, मैचिंग न मिलने की स्थिति में गोल्डन या सिल्वर ब्लाउज खरीदना ठीक रहता है.

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें