Health Tips: बादाम एक फायदे अनेक

बादाम सब से पौष्टिक और पौपुलर नट्स है. इस के फायदे के बारे में सभी जानते हैं. बादाम याददाश्त तेज करने के साथसाथ शरीर को मजबूत बनाने का काम भी करता है. न्यूट्रीशनिस्ट मानते हैं कि बादाम की तुलना में भीगे हुए बादाम का सेवन करना ज्यादा फायदेमंद होता है क्योंकि रात भर भिगाने के बाद इस के छिलके में मौजूद टौक्सिक पदार्थ बाहर निकल जाते हैं और ज्यादातर म्यूट्रीएंट्स हमें मिल जाते हैं. वैसे भी बादाम की तासीर गर्म होती है इसलिए गर्मियों में बादाम का सीधा सेवन शरीर में गर्मी बढ़ा सकता है अर्थात बदाम भिगो कर ही खाएं. इस के अलावा बादाम में कई विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं. ये विटामिन ई, कैल्शियम, मैग्नीशियम और ओमेगा 3, फैटी एसिड का बेहतरीन स्रोत है. इन सभी पोषक तत्वों का पूरा फायदा मिल सके इस के लिए बादाम को रातभर भिगो कर फिर उस का सेवन अच्छा माना गया है.

भीगे हुए बादाम के फायदे

दिल को स्वस्थ रखते हैं: भीगे बादाम में मौजूद प्रोटीन पौटेशियम और मैग्नीशियम दिल को स्वस्थ रखने के लिए बेहद जरूरी होते हैं. इस के अलावा इस में ढेर सारे एंटीऔक्सीडेंट गुण होने की वजह से यह दिल की खतरनाक बीमारियों को भी दूर करता है.

पाचन में मदद: बादाम को भिगोने से एंजाइम को रिलीज करने में मदद मिलती है जो हमारे पाचन के लिए लाभदायक हो सकते हैं. बादाम भिगोने से एंजाइम लाइपीस निकलता है जो वसा के पाचन के लिए फायदेमंद होता है.

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कब्ज दूर करता है: भीगे हुए बादाम का सेवन करने से आप को कब्ज की समस्या नहीं होती है क्योंकि बlदाम में अधिक मात्रा में फाइबर होता है जिस की वजह से आप का पेट अच्छे से साफ होता है.

वजन घटाने में: अगर आप मोटापे से परेशान हैं और वजन कम करना चाहते हैं तो अपनी डाइट में भीगे हुए बादाम को शामिल करें. बादाम में मौजूद मोनो अनसैचुरेटेड फैट्स भूख को कंट्रोल करने में मददगार हो सकते हैं. एक अध्ययन के अनुसार हर रोज एक मुट्ठी बादाम खा कर आप कुछ ही दिनों में कई किलो वजन कम कर सकते हैं.

कम करता है कोलेस्ट्रौल: बादाम में मौजूद मोनो अनसैचुरेटेड फैटी एसिड और विटामिन ई की वजह से यह शरीर में मौजूद कोलेस्ट्रौल को कम करता है और ब्लड में गुड कोलेस्ट्रौल की मात्रा को बढ़ाता है.

ब्लड प्रेशर नियंत्रित करता है: भीगे हुए बादाम में ज्यादा पौटेशियम और कम मात्रा में सोडियम होने की वजह से यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है. इस में मौजूद मैग्नीशियम की वजह से यह ब्लड के प्रवाह को भी सुचारू रूप से नियंत्रित करता है.

इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है: स्टडी के अनुसार भीगे बादाम में प्रीबायोटिक गुण होता है जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करता है. प्रीबायोटिक गुण होने की वजह से यह आंतों में मौजूद गुड बैक्टीरिया के निर्माण को बढ़ाता है जिस से ऐसी कोई बीमारी नहीं होती जिस का असर आप की आंतों पर पड़े.

त्वचा की एजिंग को दूर करता है: स्किन से झुर्रियों को दूर करने के लिए कोई और चीज इस्तेमाल करने के बजाय आप को भीगा हुआ बादाम खाना चाहिए क्योंकि यह एक नेचुरल एंटी एजिंग फूड माना जाता है. सुबहसुबह भीगे हुए बादाम का सेवन करने से चेहरे पर झुर्रियां नहीं पड़ती हैं और आप की त्वचा स्वस्थ रहती है.

कैंसर से लड़े: भीगे हुए बादाम में विटामिन बी17 और फोलिक एसिड होता है जो कैंसर से लड़ने में कारगर साबित हो सकता है. इस के अलावा शरीर में ट्यूमर की वृद्धि रोक सकता है.

बालों को पोषण: बालों का झड़ना, डैंड्रफ, सिर की खुजली में बादाम खाने से फायदा मिलता है. बादाम में कई हेयर फ्रेंडली पोषक तत्व होते हैं जिन में विटामिन ई, बायोटीन, मैगनीज, कौपर और फैटी एसिड शामिल हैं. यह सारी चीजें बालों को लंबा, घना और हेल्दी रखने में मदद करती हैं.

दांत मजबूत होते हैं: भीगे बादाम का नियमित रूप से सेवन करने से दांत मजबूत होते हैं क्योंकि बादाम को भिगोने से उस में फास्फोरस का स्तर बढ़ जाता है. दांत और मसूड़ों से जुड़ी बीमारियों में लाभ मिलता है.

प्रेगनेंसी के लिए अच्छा होता है: गर्भवती महिलाओं को भीगे बादाम का सेवन जरूर करना चाहिए क्योंकि इस से उन्हें और उन के होने वाले बच्चे को पूरा न्यूट्रीशन मिलता है जिस से दोनों स्वस्थ रहते हैं.

दिमाग स्वस्थ रहता है: डाक्टरों का यह मानना है कि रोजाना सुबह 4 से 6 बादाम का सेवन करने से आप की मेमोरी तेज होती है और आप का सेंट्रल नर्वस सिस्टम ठीक से काम करता है जिस से दिमाग स्वस्थ रहता है.

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बादाम खाने का सही तरीका

• अगर आप बादाम बिना भिगोए हुए और बिना छिले हुए खाएंगे तो खून में पित्त की मात्रा बढ़ जाती है.

• आप दिन भर में 10 बादाम खा सकते हैं लेकिन खाली पेट सिर्फ बादाम खाने से बचना चाहिए. अगर खाली पेट हैं तो सब्जियों और फल के साथ बादाम खा सकते हैं.

• बादाम को भिगोने के लिए एक मुट्ठी बादाम को आधा कप पानी में डालें. उन्हें कवर करें और 8 घंटे भीगने दें. उस के बाद उस का छिलका छीलें और एक कंटेनर में स्टोर करें. यह भीगे हुए बादाम लगभग 1 हफ्ते तक इस्तेमाल किए जा सकते हैं.

• बादाम में कई शानदार पोषक गुण होते हैं. इस सुपरफूड को आप रोजाना अपने आहार में शामिल कर सकते हैं.

सर्दियों में बड़े काम का है गाजर

सर्दियों में गाजर सेहतमंद सब्जियों के श्रेणी में आता है , गाजर कंद प्रजाति की एक सब्जी है. गाजर विटामिन बी का अच्छा सोर्स है. इसके अलावा, इसमें ए, सी, डी, के, बी-1 और बी-6 काफी क्वॉन्टिटी में पाया जाता है. इसमें नैचरल शुगर पाया जाता है, जो सर्दी के मौसम में शरीर को ठंड से बचाता है. इस मौसम में होने वाले नाक, कान, गले के इन्फेक्शन और साइनस जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए गाजर या इससे बनी चीजों का सेवन फायदेमंद साबित होता है. यह सब्जी सलाद, अचार आदि बनाकर उपयोग की जाती है. आप इसे सलाद के तौर पर खाएं या गाजर का हलवा बनाकर, दोनों ही फायदेमंद है.

आयुर्वेद के अनुसार गाजर स्वाद में मधुर, गुणों में तीक्ष्ण, कफ और रक्तपित्त को नष्ट करने वाली है. इसमें पीले रंग का कैरोटीन नामक तत्व विटामिन ए बनाता है. हां, अगर कैलरीज से बचना चाहती हैं, तो गाजर का हलवा अवॉइड करें. 100 ग्राम गाजर में 0.9 प्रोटीन, 10.6 कैलरीज, 80 मिलीग्राम कैल्शियम, 0.03 मिलीग्राम आयरन पा सकते हैं. गाजर नेत्र ज्योति बढ़ाने वाली एक सर्वोत्तम जड़ है. इसे खाने से जबड़ों का व्यायाम हो जाता है. यह पेट साफ करती है रक्त बढ़ाती व शुध्द करती है. इसका हल्का चरपरापन रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ाती है. शोध में इसमें हृदय उपचारक गुण पाए गए हैं. गाजर रक्त में खराब कोलेस्ट्राल का स्तर कम करती है. यह पेट के सभी रोगों में लाभ पहुंचाती है. यह कंद होकर भी लाभ फलों के समान पहुंचाती है. आईये एक नजर डालते है गाजर के औषधीय गुणों पर : –

-निम्न रक्तचाप के रोगियों को गाजर के रस में शहद मिलाकर लेना चाहिए. रक्तचाप सामान्य होने लगेगा.

-गाजर का रस, टमाटर का रस, संतरे का रस और चुकंदर का रस लगभग पच्चीस ग्राम की मात्रा में रोजाना दो माह तक लेने से चेहरे के मुँहासे, दाग, झाइयाँ आदि मिट जाते हैं.

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-पथरी की शिकायत में गाजर, चकुंदर और ककड़ी का रस समान मात्रा में लें.

-गाजर का सेवन उदर रोग, पित्त, कफ एवं कब्ज का नाश करता है. यह आँतों में जमा मल को तीव्रता से साफ करती है.

-गाजर को उबालकर रस निकाल लें. इसे ठंडा करके 1 कप रस में 1 चम्मच शहद मिलाकर पीने से सीने में उठने वाला दर्द मिट जाता है.

-बच्चों को कच्ची गाजर खिलाने से पेट के कीड़े निकल जाते हैं.

-गाजर का नित्य सेवन रक्त की कमी को दूर कर रक्त में लौह तत्वों की मात्रा को बढ़ाता है.

-गाजर पीसकर आग पर सेंककर इसकी पुल्टिस बनाकर बाँधने से फोड़े ठीक हो जाते हैं.

-गाजर का अचार तिल्ली रोग को नष्ट करता है.

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-आग से त्वचा जल गई हो तो कच्ची गाजर को पीसकर लगाने से तुरंत लाभ होता है और जले हुए स्थान पर ठंडक पड़ जाती है.

-दिमाग को मजबूत बनाने के लिए गाजर का मुरब्बा प्रतिदिन सुबह लें.

-अनिद्रा रोग में प्रतिदिन सुबह-शाम एक कप गाजर का रस लें.

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