मेरे बाल कर्ली हैं, मै इन्हें सीधे करने के लिए क्या करूं?

सवाल

मेरे बाल कर्ली हैं जो देखने में अच्छे नहीं लगते और उन्हें बांधने का कोई नया स्टाइल भी नहीं बन पाता. बालों को सीधा करने का उपाय बताएं?

जवाब

आप के लिए परमानैंट स्ट्रेटनिंग करवाना सही रहेगा क्योंकि कर्ली बालों को टैंपरेरी स्ट्रेटनिंग करने पर यह आप को रोजरोज करनी पड़ेगी और इस से बारबार हीट लगने से बाल खराब भी हो जाएंगेजबकि परमानैंट स्ट्रेटनिंग में यूज होने वाले प्रोडक्ट्स बालों को न्यूट्रिशन प्रदान करेंगे और बाल लंबे समय के लिए सीधे रहने के साथसाथ खूबसूरत भी दिखेंगे. घर में आप बालों में कोई भी तेल लगा थोड़ा पानी लगा कर जूडे़ की तरह बांधें और सुबह खोलेंगी तो भी बाल कुछ हद तक स्ट्रेट हो जाते हैं.

मेनोपॉज़ के बाद पैप स्मीयर और जाँच : सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के अनुसार, भारतीय महिलाओं में कैंसर के हर पाँच मामलों में से एक सर्वाइकल कैंसर (गर्भग्रीवा का कैंसर) का मामला होता है. अनुमान है कि 30 वर्ष से 50 वर्ष आयुवर्ग में लगभग 160 मिलियन भारतीय महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर का ख़तरा है.

भारत में देखा गया है कि अधिकाँश महिलाएँ जब तक उनका कैंसर आगे बढ़ चुका होता है, तब तक इलाज नहीं करातीं और इसके कारण स्वास्थ्यलाभ एवं उपचार, दोनों मुश्किल हो जाता है. अनेक महिलाएँ नियमित रूप से सामान्य जाँच नहीं कराती हैं, जबकि ऐसा करने से शुरुआती चरणों में सर्वाइकल कैंसर का या कुछ असामान्यताओं का पता चल सकता है. इसके पीछे पेडू की जाँच (पेल्विक एग्जामिनेशन) कराने में संकोच एक बड़ा कारण है.

मनीषा तोमर, वरिष्ठ परामर्शदाता प्रसूति एवं स्त्रीरोग विशेषज्ञ, मदरहुड हॉस्पिटल, नोएडा का कहना है कि-
शुरुआती चरण में सर्वाइकल कैंसर में कोई स्पष्ट लक्षण नजर नहीं आते हैं. जब कैंसर काफी आगे बढ़ चुका होता है तभी इसके लक्षण दिखने शुरू होते हैं। सर्वाइकल कैंसर के लक्षण दूसरी बीमारियों के समान लग सकते हैं, जिसके कारण स्थिति और ज्यादा जटिल हो जाती है। सर्वाइकल कैंसर को रोकने का सबसे कारगर तरीका है किसी असामान्य अवस्था का जल्दी पता लगाने के लिए नियमित जाँच कराना और समय रहते इलाज शुरू करना. महिलाओं को, जब तक डॉक्टर अन्यथा कुछ नहीं बताएँ, मेनोपॉज़ (रजोनिवृत्ति) के बाद भी अपनी नियमित जाँच कराना बंद नहीं करना चाहिए. कैंसर की जाँच का प्राथमिक उद्देश्य है कैंसर से सम्बंधित मौतों को और कैंसर के शिकार होने वाले लोगों की संख्या को कम करना.

आइए, हम उन विधियों को समझें जिसमें कैंसर की रोकथाम या शीघ्र पहचान की जा सकती है.

पैप स्मीयर जाँच – यह जाँच क्यों ज़रूरी है?

शीघ्र पता चल जाने से सर्वाइकल कैंसर ठीक हो सकता है। कैंसर-पूर्व रोग जो सर्वाइकल कैंसर का रूप ले सकते हैं, उन्हें पता करने का सबसे बढ़िया तरीका है पैप स्मीयर जाँच। पैप स्मीयर जाँच गर्भाशय (सर्विक्स) की कोशिकाओं में बदलाव का पता लगाती है। इस जाँच से सर्वाइकल कैंसर या रोगों के संकेत मिलते हैं जो आगे चल कर कैंसर में बदल सकते हैं. जाँच के दौरान नमूने के लिए गर्भाशय से कोशिकाएँ निकाली जाती हैं. यह गायनेकोलॉजिकल जाँच के तहत एक बाईमैन्युअल पेल्विक एग्जाम (पेडू की दोनों हाथ से जाँच) के साथ-साथ बार-बार की जाती है.

किसी तरह की कैंसर-पूर्व अवस्था का पता लगाने और उनका इलाज करने के लिए नियमित रूप से पैप जाँच और ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (एचपीवी) जाँच कराकर सर्वाइकल कैंसर को रोका जा सकता है. इसकी रोकथाम के लिए एचपीवी वैक्सीन लेना एक और तरीका है। 9 वर्ष से 26 वर्ष के बीच की लड़कियाँ और महिलाएँ एचपीवी वैक्सीन ले सकती हैं. लड़कियों को यौन क्रिया आरम्भ करने के पहले एचपीवी वैक्सीन दिया जाए, तो यह सबसे प्रभावकारी माना जाता है

मुझे कब-कब जाँच करानी चाहिए?

21 वर्ष से 65 वर्ष तक की महिलाओं के लिए हर तीन साल पर सामान्य जाँच करानी की सलाह दी जाती है. 30 वर्ष की आयु के बाद हर पाँच वर्षों पर एचपीवी टेस्‍ट के साथ पैप टेस्‍ट या सिर्फ एचपीवी टेस्‍ट कराया जा सकता है.

क्या मुझे मेनोपॉज़ के बाद भी जाँच करानी चाहिए?

अगर आप मेनोपॉज़ के दौर से गुजर रही है, या मेनोपॉज़ हो चुका है, तब भी आपको पैप या एचपीवी टेस्‍ट कराना चाहिए। जिन महिलाओं ने किसी गैर-कैंसर व्याधि के लिए गर्भाशय पूरा काट कर निकलवा लिया है और उनका कैंसर-पूर्व पैप जांच का कोई इतिहास नहीं है, वैसी महिलाएँ अपने चिकित्सीय इतिहास या ह्यूमन पैपिलोमा वायरस होने के जोखिम के आधार पर जाँच बंद कर सकती हैं. 65-70 वर्ष की आयु होने पर महिलाएँ जांच कराना छोड़ सकती हैं, बशर्ते कि कम से कम लगातार तीन बार सामान्य पैप टेस्‍ट हुए हों और पिछले दस वर्षों में पैप टेस्‍ट में कोई असामान्यता नहीं पाई गई हो

उपर्युक्त के अलावा, निम्नलिखित चीजों से सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम में मदद मिलती है :

– किशोरावस्था के अंतिम वर्षों या बाद तक प्रथम यौन सम्भोग करने से परहेज,
– यौन क्रियाओं में सहयोगी की संख्या कम रखना,
– अनेक लोगों से सहवास करने वाले व्यक्ति के साथ सम्भोग करने से परहेज,
– जननांग में गाँठ (जेनिटल वार्ट्स) या अन्य चिन्ह दर्शाने वाले व्यक्ति के साथ सम्भोग से परहेज,
– धूम्रपान छोड़ना।

मेरे लिवर में 2 मिलिमीटर का ट्यूमर है, क्या सर्जरी से इसका पूरा तरह उपचार संभव है?

सवाल 

मैं पेशे से वकील 57 वर्षीय महिला हूं. डायग्नोसिस में मेरे लिवर में 2 मिलिमीटर का ट्यूमर होने का पता चला है. क्या सर्जरी से इस का पूरी तरह उपचार संभव है?

जवाब

बहुत कम मामलों में ही लिवर कैंसर का पता शुरूआती चरण में चल पाता है और इस स्तर पर सर्जरी के द्वारा इस का लगभग सफल उपचार संभव है. सर्जरी के द्वारा ट्यूमर और लिवर के कुछ स्वस्थ उतकों को निकाल दिया जाता है जो ट्युमर के आसपास होते हैं. मिनिमली इनवेसिव लैप्रोस्कोपिक या रोबोटिक सर्जरी ने सर्जरी को काफी आसान बना दिया है. यह एक अत्याधुनिक विकसित तकनीक है जिस में सर्जरी करने में कंप्यूटर और रोबोट की मदद ली जाती है. कंप्यूटर द्वारा नियंत्रित इस सर्जरी में सर्जन रोबोट को नियंत्रित करने के लिए कंप्यूटर का इस्तेमाल करते हैं. इस में पारंपरिक सर्जरी की तरह बड़े कट नहीं लगाए जाते हैंजिस से जटिलताएं कम होती हैं और मरीज को ठीक होने में कम समय लगता है अस्पताल में ज्यादा रुकने की जरूरत भी नहीं होती है

लिवर को स्वस्थ रखने के लिए कौन से घरेलू उपाय किए जा सकते हैं?

सवाल 

मैं 32 वर्षीय शिक्षिका हूं. मुझे लिवर में सूजन की परेशानी है. मैं जानना चाहती हूं लिवर को स्वस्थ रखने के लिए कौन से घरेलू उपाय किए जा सकते हैं?

जवाब 

अपना भार औसत रखें विशेषकर शरीर के मध्य भाग में चरबी न बढ़ने दें. इस के लिए पोषक भोजन का सेवन करें जिस में फाइबरविटामिनऐंटीऔक्सीडैंट और मिनरल की मात्रा अधिक और वसा की मात्रा कम हो. नियमित रूप से ब्लड टैस्ट कराते रहें ताकि आप अपने रक्त में वसाकोलैस्ट्रौल और ग्लूटकोज के स्तर पर नजर रख सकें. नमकचाय और कौफी का सेवन कम करें.

दिन में कम से कम 8 गिलास पानी पीएं. तनाव को नियंत्रित रखें क्योंकि इस से पाचन प्रक्रिया प्रभावित होती हैजिस का सीधा असर लिवर की कार्यप्रणाली पर पड़ता है. सप्ताह में कम से कम 150 मिनट ऐक्सरसाइज करें. अगर धूम्रपान या शराब का सेवन करती हैं तो इसे तुरंत बंद कर दें.

मैं ये जानना चाहती हूं कि लिवर फेल्योर क्या है और इसके उपचार क्या हैं?

सवाल 

मेरे पति की उम्र 56 वर्ष है. उन का लिवर फेल्योर हो चुका है. मैं जानना चाहती हूं कि लिवर फेल्योर क्या है और इस के लिए कौनकौन से उपचार उपलब्ध हैं?

जवाब

लिवर फेल्योर तब होता है जब लिवर का एक बड़ा भाग क्षतिग्रस्त हो जाता है और उसे किसी उपचार से ठीक नहीं किया जा सकता है. लिवर फेल्योरजीवन के लिए एक घातक स्थिति हैजिस के लिए तुरंत उपचार की जरूरत होती है. लिवर फेल्योरलिवर की कई बीमारियों की आखिरी स्टेज है. शुरूआती चरण में लिवर फेल्योर का उपचार दवाईयों से किया जाता है

इस के उपचार का प्रारंभिक उद्देश्य यह होता है कि लिवर के उस हिस्से को बचा लिया जाए जो अभी भी कार्य कर रहा है. अगर यह संभव नहीं है तब लिवर प्रत्यारोपण जरूरी हो जाता है. इस में या तो पूरा लिवर बदला जाता है या फिर लिवर का कुछ भाग. अत्याधुनिक तकनीकों ने लिवर प्रत्यारोपण को काफी आसान और सफल बना दिया है.

प्रोग्राम डायरेक्टर ऐंड क्लीनिकल लीड – लिवर ट्रांसप्लांटएचपीबी सर्जरी ऐंड रोबोटिक लिवर सर्जरीनारायणा हौस्पिटलगुरुग्राम.

पाठक अपनी समस्याएं इस पते पर भेजें : गृहशोभाई-8रानी झांसी मार्गनई दिल्ली-110055.

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मेरे फेस पर मुंहासे होने लगे है, मैं क्या करुं?

सावल

मैं दिल्ली से बैंगलुरु शिफ्ट हुई तो मुझे मुहांसे होने लगे जो पहले दिल्ली में कभी नहीं हुए. मेरी उम्र 25 साल है. जो खाना मैं दिल्ली में खाती थी अब भी खाती हूं. मैं क्या करूं?

जवाब

ज्यादातर दिल्ली में मुंहासे निकलने के चांस ज्यादा होते हैं. बैंगलुरु का तापमान बहुत नौर्मल रहता है यानी न गरम न ठंडा. इसलिए जगह बदलने की वजह से मुंहासे निकलना शुरू हुआयह आप की गलतफहमी है. आप को चैक करना चाहिए कि कहीं कोई हारमोनल प्रौब्लम तो नहीं है. अगर है तो उसे सौल्व करना जरूरी है. हारमोन में बदलाव आने से कई बार औयल ग्लैंड्स ज्यादा ऐक्टिव हो जाती हैं. इसलिए त्वचा की सफाई और भी जरूरी है. तैलीय त्वचा को मुंहासों से बचाने के लिए उस की नियमित सफाई जरूरी है. चेहरे को साफ करने के लिए एस्ट्रिंजैंट का इस्तेमाल कर सकती हैं या फिर घर में भी स्किन टौनिक बना सकती हैं. रात को नीम या पुदीने की पत्तियों को पानी में भिगो दें. सुबह पानी को उबाल कर छान लें. इस स्किन टौनिक से त्वचा साफ करने से भी मुंहासों की समस्या से छुटकारा मिलेगा. मुंहासों को दूर करने के लिए 1/2 चम्मच अखरोट की गिरी का पाउडर और 1 चम्मच चावल का आटा लें. इस में 1/2 चम्मच मूली का रस1 चम्मच छाछकुछ गुलाबजल की बूंदें मिला कर पेस्ट बना लें. इस पेस्ट को चेहरे पर लगाएं. सूखने पर ठंडे पानी से धो लें. इस से मुंहासे कम होंगे और रंग भी निखरेगा.

-समस्याओं के समाधान

ऐल्प्स ब्यूटी क्लीनिक की फाउंडर डाइरैक्टर डा. भारती तनेजा द्वारा

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ठुड्डी के पास मेरा चेहरा आकार खोता जा रहा है, इसे रोकने के लिए मैं क्या कर करूं? 

सवाल 

मेरी उम्र 50 वर्ष है. मैं ने नोट करना शुरू किया कि ठुड्डी के पास मेरा चेहरा आकार खोता जा रहा है. इस प्रक्रिया को रोकने के लिए मैं क्या कर करूंबढ़ती उम्र में आंखों के आसपास की त्वचा का कैसे खयाल रखूं कृपया मार्गदर्शन करें?

जवाब

इस उम्र में आप को ऐंटीएजिंग फेशियल जैसे कोलाजनट्रिप्पल आर ष्शश्चश्चद्गह्म् श्चद्गश्चह्लद्बस्रद्ग जैसे फेशियल करवाने चाहिए. बढ़ती उम्र के कारण या किसी भी वजह से त्वचा लूज हो कर लटकना शुरू हो गई है या त्वचा में इलास्टिसिटी की कमी हो गई है तो इन सभी स्थितियों में ये फेशियल काफी कारगर व फायदेमंद हैं. इन फेशियल में शामिल प्रोडक्ट्स त्वचा को साइन्स औफ ऐजिंग से प्रोटैक्ट करते हैं. घर पर भी आप कुछ चीजें कर सकती हैं जैसे अंडे की सफेदी अपने फेस पर लगाएं. 20 मिनट बाद धो लें. इस से कुछ फर्क पड़ेगासाथ में हर आमंड औयल या देशी घी से मसाज करें. इस से भी स्किन को नरिशमैंट मिलती है और वह टाइट होनी शुरू हो जाती है. यह मैंटेनैंस के लिए सही उपाय हैमगर स्किन को ट्रीट कर के ?ार्रियों को कम करने के लिए क्लीनिक में ही जाना पड़ेगा. बाद में उसे मैंटेन करती रहें.

सर में रुखी रुसी के लिए क्या करें?

सवाल 

मेरी उम्र 26 वर्ष है. समस्या यह है कि मेरे सिर में रूखी रूसी हो गई है. सिर की त्वचा पर कई जगह खुश्की जमा हो गई है. मैं डैंड्रफप्रूफ शैंपू इस्तेमाल कर रही हूंफिर भी कोई फर्क नहीं पड़ा. कोई उपाय बताए?

जवाब

अपने बालों को स्वच्छ रखने के लिए सप्ताह में कम से कम 2 बार किसी अच्छे ऐंटीडैंड्रफ शैंपू से बाल अवश्य धोएं और जब भी बाल धोएं तब अपनी कंघीतौलिया व तकिए को भी किसी अच्छे ऐंटीसैप्टिक के घोल में डुबो कर धोएं और धूप में सुखा कर ही दोबारा इस्तेमाल कीजिए. इस के अलावा नारियल के तेल में कपूर मिला कर बालों की जड़ों में मालिश करें. 4-5 घंटे बाद बाल धो लें. यदि फिर भी कोई लाभ न मिले तो किसी अच्छे कौस्मैटिक क्लीनिक में जा कर ओजोन ट्रीटमैंट या बाई औप्ट्रौन की सिटिंग्स ले सकती हैं. इस से डैंड्रफ तो कंट्रोल होगा हीसाथ ही उस की वजह से हो रहे हेयरफौल पर भी नियंत्रण होगा. रूसी की समस्या से बचने के लिए घरेलू उपचार के लिए सेब कद्दूकस कर के रस निकाल लें. रूई के फाहे से उसे बालों की जड़ों में लगाएं. सूख जाने पर बालों को धो लें.

हाथ और बाजू की टैनिंग से बचने के लिए क्या करें?

सवाल

मेरी उम्र 37 साल है. मेरे हाथ और बाजू टैनिंग से ग्रस्त हैं. सबकुछ कर देख लिया पर कोई फर्क नहीं पड़ा. स्किन स्पैशलिस्ट से भी मिल चुकी हूं. उन से भी निराशा ही हाथ लगी. हाथ देखने में बहुत बुरे लगते हैं. कृपया कोई उपाय बताएं?

जवाब

आप किसी कौस्मैटिक क्लीनिक से ऐंटीटैन या फिर स्किन पौलिशिंग ट्रीटमैंट ले सकती हैं. यह टैनिंग को रिमूव कर के स्किन पर पौलिश यानी चमक लाता है. इस के अलावा आप जब भी धूप में निकलें अपने बौडी के खुले भागों पर 35 एसपीएफ और पीए +++ युक्त सनस्क्रीन लगाएं. घरेलू उपाय के तौर पर संतरे के सूखे छिलकेगुलाब व नीम की सूखी पत्तियां सभी समान मात्रा में लें और दरदरा पीस लें. अब इस 1 चम्मच पाउडर में 1 चम्मच कैलेमाइन पाउडर1/2 चम्मच चंदन पाउडर और खीरे का रस मिला कर पेस्ट बना लें और रोजाना अपनी बांहों पर इस से स्क्रब करें. इस स्क्रब को करने से त्वचा साफचिकनी और निखरी रहती है.

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