Raksha Bandhan Special: फैस्टिवल में घर पर बनाएं अंजीर ड्राईफ्रूट बर्फी, नोट करें ये रेसिपी

गर्म और मीठी चीज खाने का अलग ही मजा है. तो इस फेस्टिवल ट्राय करें अंजीर ड्राईफ्रूट बर्फी. अंजीर ड्राईफ्रूट बर्फी बनाने की रेसिपी.     

सामग्री

100 ग्राम सूखे अंजीर

50 ग्राम चीनी

1/4 छोटा चम्मच इलायची पाउडर

2 बड़े चम्मच छोटे टुकड़ों में कटे काजू व बादाम

1 बड़ा चम्मच देशी घी

विधि

अंजीर को 3 घंटे के लिए पानी में भिगो दें. बीच में पलट दें ताकि दोनों तरफ से फूल जाएं. इन्हें मिक्सी में पीस लें.

एक नौनस्टिक कड़ाही में गरम कर के अंजीर का मिश्रण और चीनी अच्छी तरह चलाती रहें ताकि मिश्रण एकदम सूखा सा हो जाए.

इसमें काजू व बादाम हलका सा रोस्ट कर के मिला दें. साथ ही इलायची पाउडर भी. एक घी लगी थाली में जमा दें. और फिर मनपसंद आकार के टुकड़े काट लें.

व्यंजन सहयोग: नीरा कुमार

Breakfast में क्या खाएं क्या नहीं

अकसर यह कहा जाता है कि सुबह का नाश्ता दिन का सब से महत्त्वपूर्ण भोजन है. ऐसा इसलिए क्योंकि पूरी रात नींद लेने और 12 घंटे या इस से अधिक समय तक बिना भोजन के रहने के बाद जब आप का शरीर पोषण के लिए तरस रहा होता है, तो उस की आपूर्ति सुबह का नाश्ता ही करता है. इस के अलावा जागने पर आप के मस्तिष्क में, जो काम करने के लिए ग्लूकोज इस्तेमाल करता है, ऊर्जा की कमी होती है. सुबह का नाश्ता ग्लूकोज की मात्रा को बैलेंस करता है और आप के चयापचय (रस प्रक्रिया) को दोबारा क्रियाशील बनाता है.

इन के अलावा, सुबह नाश्ता करने के अन्य लाभ भी हैं. यह आप की स्मरणशक्ति को बेहतर बनाता है और आप के वजन को काबू में रखने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है. सुबह के नाश्ते को नियमित रूप से छोड़ने वालों को दिन में जब भूख लगती है तो वे ज्यादा खाते हैं, जिस से उन का वजन बढ़ता ही है. सुबह नाश्ता करने की अच्छी आदत उच्च रक्तचाप, हृदय रोग और मधुमेह से पीडि़त लोगों के लिए भी मददगार होती है.

हो पोषक तत्त्वों से भरपूर

न्यूट्रिशनिस्ट कहते हैं कि सुबह का नाश्ता आप को जागने के बाद 2 घंटे के अंदर कर लेना चाहिए. लेकिन इस में यह भी अहम होता है कि आप क्या खाते हैं. दिन का यह पहला भोजन कैल्सियम, आयरन, प्रोटीन, फाइबर और विटामिन बी जैसे जरूरी पोषक तत्त्वों से भरपूर होना चाहिए. लेकिन आमतौर पर अपने देश में सुबह के नाश्ते में खाई जाने वाली चीजें अच्छे स्वास्थ्य के लिए नहीं बनी होतीं. उन में खूब इस्तेमाल की गई चीनी, मक्खन, घी और तेल वगैरह कभीकभी एक बड़ी समस्या का कारण बनते हैं. चिकनाई व तेलयुक्त भोजन में खराब वसा की उच्च मात्रा होती है, जो स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक है. इस में अत्यधिक कैलोरी और वसा भी खूब होती है, जिस के परिणामस्वरूप मोटापा बढ़ता है और खराब कोलैस्ट्रौल की मात्रा बढ़ती है. धमनियों की भित्तियों पर वसा और प्लाक का धीरेधीरे लेकिन लगातार जमा होना रक्तप्रवाह को बाधित करता है और अंतत: हृदयाघात या स्ट्रोक को जन्म देता है. उच्च कोलैस्ट्रौल पित्त का असंतुलन भी पैदा कर सकता है.

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फोर्टिस अस्पताल, नई दिल्ली की कंसल्टैंट डा. सिमरन सैनी का कहना है कि नाश्ते में घी और मक्खन का अधिक होना स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होता. पूड़ी, मक्खन के परांठे, सफेद डबलरोटी और ब्रैड रोल जैसे गहरे तले हुए व्यंजनों का नियमित सेवन शरीर में खराब वसा को खतरनाक मात्रा में एकत्रित कर सकता है. चिकनाई व वसायुक्त और मीठे भोजन का इम्यून सिस्टम यानी प्रतिरक्षा तंत्र पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जो जुकाम से ले कर कैंसर तक की संभावना को बढ़ाता है. अपने आहार में घी, मक्खन और चीनी के नियमित सेवन के स्थान पर स्वास्थ्यवर्धक विकल्पों को अपनाना बीमारी मुक्त जीवन की कुंजी है.

मीठा करें कम

स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए आप को सुबह के नाश्ते में अतिरिक्त मीठे को कम करने और चीनीयुक्त चीजों को उच्च फाइबर वाले और कम मीठे पदार्थों से बदलने की आवश्यकता होती है. मीठे के शौकीन एक सुरक्षित विकल्प के रूप में चीनी के विकल्प इस्तेमाल कर सकते हैं, जो मधुमेह, मोटापे और अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से पीडि़त लोगों के लिए भी आदर्श हैं. स्टेविया, एस्पारटेम और सूक्रैलोस चीनी के ऐसे विकल्प हैं, जो पूरी दुनिया में लोकप्रिय हैं और अपने देश में भी उपलब्ध हैं. परंतु इन का प्रयोग डाक्टर की सलाह से ही करें. तो सुबह के नाश्ते में क्या खाना है और किस से बचना है? इस सवाल का जवाब यह है कि ऐसी चीजें चुनिए जो फाइबर, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर हों और अतिरिक्त मीठे की मात्रा कम रखती हों. अपने आहार को बदलते रहना भी जरूरी है. एक ही चीज को हर रोज मत खाइए. एक ही दिन में भी नाश्ते की भरपूर विविधता रखिए और थोड़ीथोड़ी मात्रा में हर चीज खाइए.

सुबह के स्वास्थ्यवर्धक नाश्ते के कुछ विकल्पों में दलिया, जई, फलों का सलाद, गेहूं की डबलरोटी, मल्टीग्रेन डोसा, पोहा, उपमा, सांबर, दाल, सोया, अंकुरित दालें, सब्जियों के सैंडविच, मक्का, कम वसा या शून्य वसा का दूध एवं दही, लस्सी, कौटेज चीज, ताजे फलों का रस, भूरा चावल, संपूर्ण दानेदार अन्न और केला, तरबूज एवं सेब जैसे फल शामिल हैं. चीनी की अधिक मात्रा रखने वाली चीजों से बचें जैसेकि पेस्ट्री और डब्बाबंद फल. खूब सारे घी या तेल में बने हुए परांठे और आमलेट भी न खाएं. इन के अलावा बहुत ज्यादा मक्खन या घी, सफेद डबलरोटी, सफेद चावल, फ्रैंच टोस्ट, वसायुक्त मीट, संपूर्ण दूध से बना दही और अन्य उत्पाद भी न खाएं. मक्खन और चीनी के स्वास्थ्यवर्धक विकल्पों को चुनें. सुबह एक अच्छा नाश्ता बच्चों और किशोरकिशोरियों के लिए और भी ज्यादा जरूरी है. जो सुबह स्वास्थ्यवर्धक नाश्ता करते हैं, उन्हें अधिक ऊर्जा मिलती है और उन के द्वारा शारीरिक क्रियाकलापों में भाग लिए जाने की संभावना अधिक होती है, जिस से मोटापे और जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों की रोकथाम में मदद मिलती है.

ऐसे बच्चे स्कूल में बेहतर प्रदर्शन करते हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि वे चिड़चिड़े, बेचैन, थके हुए या तुनकमिजाज भी अपेक्षाकृत कम होते हैं. इसलिए हर किसी को सुबह के नाश्ते को गंभीरता से लेना चाहिए, भले ही वह बालिग हो या बच्चा.

-डा. सिमरन सैनी, फोर्टिस हौस्पिटल

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इन 5 healthy foods से एनर्जी को करें बूस्ट 

आज ये बहुत कॉमन प्रोब्लम हो गई है कि लोग खुद को हर समय थकाथका सा महसूस करने लगे हैं. जिसके कारण छोटेछोटे टास्क भी उन्हें बोझिल से लगने लगे हैं , जो सीधे तौर पर उनकी प्रोडक्टिविटी पर असर डालने का काम कर रहा है. अकसर हम थकान को सीधे तौर पर बढ़ती उम्र से जोड़कर देखने लगते हैं , जबकि इसके लिए हर बार उम्र को जिम्मेदार ठहराना ठीक नहीं है. क्योंकि थकान , कमजोरी का सीधा संबंध हमारे खानपान से जुड़ा हुआ है, जो हमारे एनर्जी लेवल को भी डाउन करने का काम करता है. इसलिए शरीर की ईंधन संबंधित जरूरतों की पूर्ति के लिए हैल्दी फूड के ओप्शन को अपनाना बहुत जरूरी है. जो हमारी काम के प्रति अलर्टनेस व फोकस को बढ़ाने के साथसाथ हमारे एनर्जी लेवल को बढ़ाता है. तो आइए जानते हैं इस संबंध में, हेआ बूस्टर्स की फाउंडर एंड सीईओ झूमर सिन्हा से.

सब्जियां फल 

सब्जियां व फल सभी जरूरी न्यूट्रिएंट्स में हाई होने के कारण ये हैल्दी मेटाबोलिज़म को मैंटेन करने के साथ हमारे एनर्जी लेवल को बूस्ट करने का काम करते हैं. साथ ही इसमें मैक्रोन्यूट्रिएंट्स जैसे कार्ब्स व गुड फैट्स का हैल्दी बैलेंस होता है , जो शरीर को फ्यूल प्रदान करने का काम करते हैं , साथ ही एनर्जी में बदल कर हमें पूरे दिन ऊर्जावान बनाए रखने का काम करते हैं.  साथ ही ये फाइबर के अच्छे स्रोत्र होने के कारण ये पाचन तंत्र के लिए भी काफी अच्छे माने जाते हैं. लेकिन फलों में चीनी की मात्रा का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है. क्योंकि रोजाना अगर आप जरूरत से ज्यादा फलों का सेवन करते हैं तो ये आपकी रक्त में सकरा की मात्रा को बड़ा सकता है, जो आपके एनर्जी लेवल को डाउन करने का काम करेगा. इसलिए अगर आपको डायबिटीज की शिकायत है तो आप रोजाना एक फल ही खाएं. और आपके लिए इन फलों को शामिल करना होगा ज्यादा फायदेमंद.

– एक मीडियम साइज के एप्पल में कार्ब्स व कैलोरीज बहुत कम होती है. और ये ढेरों न्यूट्रिएंट्स फाइबर, विटामिन सी व एन्टिओक्सीडैंट्स से भरा होता है.

– एक कीवी में 10 ग्राम कार्ब्स व 42 कैलोरीज होने के कारण आप इसे स्मार्टली डायबिटीज डाइट में शामिल कर सकते हैं. इसमें फाइबर, पोटेशियम, विटामिन सी बड़ी मात्रा में होता है, जो सेहत के लिए फायदेमंद होता है.

– एक मीडियम साइज के ऑरेंज से आप एक दिन में 70 पर्सेंट के करीब विटामिन सी प्राप्त कर सकते हैं. साथ ही इसमें फोलेट , पोटैशियम व विटामिन सी होने के कारण ये आपको हैल्दी रखने के साथसाथ आपके ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल में रखने में मदद करता है.

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– स्ट्रॉबेरी डायबिटीज के लिए सुपरफूड माना जाता है. क्योंकि ये एन्टिओक्सीडैंट्स व फाइबर में रिच जो होता है.

2. मशरूम 

मशरूम को अगर ऊर्जा का पावरहाउस कहा जाए तो गलत नहीं होगा. ये फोलेट और विटामिन बी जैसे राइबोफ्लेविन, नियासिन और पैंटोथेनिक एसिड में रिच होता है, जो शरीर को हमारे द्वारा खाए जाने वाले भोजन से ऊर्जा प्रदान करने में मदद करता है. ये माइटोकांड्रिया को फ्यूल देने में मदद करता है, जो सेल्स के पावरहाउस कहलाते हैं और साथ ही रेड ब्लड सेल्स के उत्पादन में भी मदद करता है. आप इसे सब्जी , सलाद, सैंडविच या फिर इसे स्नैक के रूप में शामिल करके खुद को हैल्दी रख सकते हैं.

न्यूट्रिशन वैल्यू इन वन बाउल रो मशरूम 

– आयरन- 0.4 मिलीग्राम

– फैट- 0.2 ग्राम

– कार्ब्स- 2.3 ग्राम

– फाइबर – 0.7 ग्राम

– प्रोटीन- 2.2 ग्राम

– पोटेशियम- 223 मिलीग्राम

– कॉपर- 0.2 मिलीग्राम

3. शकरकंद

जब शारीरिक कार्यों को बनाए रखने के लिए  उत्कृष्ट कार्ब्स की बात आती है तो शकरकंद को आलू से बेहतर व स्वस्थ ओप्शन माना जाता है. क्योंकि न सिर्फ ये स्वाद में बेहतर होता है बल्कि ये फाइबर व पोटेशियम से भरपूर होता है. बता दें कि पोटेशियम इलेक्ट्रोलाइट के संतुलन को बनाए रखने व ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है, जो आपके तनाव व थकावट को कम करके आपको रिलैक्स फील करवाने का काम करता है.

न्यूट्रिशन वैल्यू इन वन बिग साइज शकरकंद

– सोडियम- 69 मिलीग्राम

– कार्ब्स- 25  ग्राम

– फाइबर- 3.2 ग्राम

– पोटेशियम – 438 मिलीग्राम

– प्रोटीन- 3.6 ग्राम

– 100 ग्राम शकरकंद में 400 फीसदी से अधिक विटामिन ए पाया जाता है.

4. अंडा 

बता दें कि एक अंडे में उच्च गुणवत्ता का प्रोटीन व हैल्दी फैट्स होते हैं , जो हमें फुल रखने के साथसाथ लंबे समय तक ऊर्जा प्रदान करने का काम करते हैं. अंडे में पाए जाने वाले कुछ विटामिन्स व मिनरल्स में शामिल हैं , आयरन, कोलाइन , विटामिन डी व बी – 12. अंडे का पीला भाग सबसे ज्यादा फायदेमंद व न्यूट्रिएंट्स से भरा होता है. इसलिए रोजाना 1 या 2 उबले हुए अंडे जरूर खाने चाहिए.  ये शरीर की सारी थकान को भी दूर करने का काम करता है.

न्यूट्रिशन वैल्यू इन वन बोयल एग 

– प्रोटीन – 12 ग्राम के करीब

– फास्फोरस – 90 मिलीग्राम

–  सेलेनियम- 20 माइक्रोग्राम

– कार्ब्स- 0.5 ग्राम

5. पालक 

पालक एक ऐसी हरी पत्तेदार सब्जी है, जो आयरन, मैग्नीशियम और पोटेशियम में रिच होती है. साथ ही आयरन एक महत्वपूर्ण खनिज है, जो फेफड़ों से शरीर के बाकी हिस्सों में स्वस्थ तरीके से ओक्सीजन पहुंचाने में मदद करता है. परिवहन का ये प्रभावी तरीका आपके शरीर में ऊर्जा के बेहतर स्तर और एकाग्रता को बनाए रखने में सहायता कर सकता है. शरीर के आयरन के क्या फायदे होते हैं ये अकसर लोग तब जानते हैं , जब उनके शरीर में इसकी कमी हो जाती है. इसलिए शरीर में भरपूर आयरन के लिए पालक को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें.

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100 ग्राम पालक में न्यूट्रिशन वैल्यू 

– आयरन- 0.81 ग्राम

– मैग्नीशियम – 24 मिलीग्राम

– पोटेशियम – 150 मिलीग्राम

– फाइबर – 2.4 ग्राम

– प्रोटीन- 2.5 ग्राम

– कैल्शियम- 30 मिलीग्राम

टिप्स 

– आपका शरीर सही ढंग से कार्य करे , इसके लिए जरूरी है कि आप पर्याप्त मात्रा में पानी पियें. पानी कैलोरी के रूप में ऊर्जा नहीं देता है, लेकिन ये शरीर में ऊर्जा के उत्पादन में सहायता प्रदान करता है. दिनभर खूब पानी पिएं , लेकिन सोडा, कॉफ़ी व अन्य कैफीनयुक्त पेय से बचें.

– कैफीन ड्रिंक शार्ट टर्म एनर्जी बूस्टर होती है. इसलिए इससे जितना हो सके दूरी बनाकर ही रहें.

– प्रोसेस्ड फ़ूड आसानी से उपलब्ध होने के कारण जब मन करे खा सकते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इनमें बहुत सारे प्रीज़रवेटिव्स , नमक , ट्रांस फैट्स और अर्टिफिशियल केमिकल्स को डाला जाता है, जो आपके मेटाबोलिज़म को कमजोर बनाने के साथ आपके एनर्जी लेवल को भी डाउन करने का काम करते हैं.

– जब भी प्रोसेस्ड फ़ूड खाने का मन करें तो उसकी बजाय आप मुट्ठी भर कर ड्राईफ्रूट्स खा लें , क्योंकि ये आपके एनर्जी लेवल को बढ़ाने के साथसाथ आपकी भूख को भी शांत करने का काम करता है. जिससे आप अपनी फिटनेस का भी खास खयाल रख सकते हैं.

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