दोबारा हार्टअटैक आने के खतरे से बचने के तरीके बताएं?

सवाल-

मेरे पति को पिछले महीने हार्ट अटैक आया था. मैं ने सुना है कि एक बार अटैक आने के बाद दोबारा इस के आने का खतरा काफी बढ़ जाता है. मैं उन के खानपान का किस तरह ध्यान रखूं कि वे और उन का दिल दोनों स्वस्थ रहें?

जवाब-

एक बार हार्ट अटैक आने के बाद अगले 10 वर्षों में दूसरा हार्ट अटैक आने की आशंका 90-95% तक होती है. लेकिन दूसरे हार्ट अटैक के खतरे को कम करना संभव है, आप को उन की जीवनशैली और खानपान में बदलाव लाना होगा और उस बदलाव को बरकरार रखना होगा. दिल को दुरुस्त रखने के लिए पोषक और संतुलित भोजन का सेवन बहुत जरूरी है. उन के खानपान में हरी पत्तेदार और दूसरी सब्जियों, फलों, साबूत अनाज को अधिक से अधिक मात्रा में शामिल करें. वसारहित दूध और दुग्ध उत्पाद भी दें. दिन में

1-2 छोटे चम्मच से अधिक तेल न खाने दें. लाल मांस को उन के डाइट चार्ट से पूरी तरह निकाल दें. मछली और चिकन को ग्रिल्ड, बेक्ड या रोस्टेड रूप में दें. तला हुआ भोजन, पेस्ट्री, केक मिठाई, जंक फूड आदि न खाने दें  क्योंकि इन में सैचुरेटेड वसा अधिक मात्रा में होती है, जिस से धमनियां ब्लौक हो जाती हैं और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. नमक, चीनी, चाय, कौफी आदि थोड़ी मात्रा में दें.

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बिग बॉस 13 के विनर और टीवी एक्टर सिद्धार्थ शुक्ला का महज 40 साल की उम्र में हार्ट अटैक से निधन हो गया. जिससे हर कोई सदमे में हैं. उनके फैंस इसलिए भी दुखी और हैरान हैं क्योंकि वो एक हेल्दी पर्सन थे और फिटनेस का पूरा ख्याल रखते थे. फिर भी वो हार्ट अटैक का शिकार हो गए.

मौजूदा समय में बदलती लाइफस्टाइल और तनाव के बीच आम लोग भी इस समस्या से जूझ रहे हैं. ऐसे में कुछ खास बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. ताकी आपका दिल स्वस्थ रहे.

वो दौर गया जब सिर्फ 50 साल की उम्र के ही लोगों को हार्ट अटैक का खतरा होता था. आज की बदलती जीवनशैली के चलते अब 30 के उम्र के लोग भी इस खतरनाक बीमारी की चपेट में आने लगे हैं. जी हां, 30 से 40 उम्र के लोगों को दिल संबंधी बीमारियां होने लगी है. इन रोगों का कारण सिर्फ तनाव है और इससे मुक्ति पाने के लिए ये लोग धूम्रपान, नींद की दवाएं, शराब का सेवन करते हैं. जो उन्हें दिल की बीमारी की तरफ ले जा रही है. आपको ये बीमारी ना हो और आप इससे खुद को बचाने के लिए पहले से ही सतर्क रहें, इसीलिए हम आपको दिल की बीमारी के शुरुआती लक्षण बता रहे हैं जिन्हें समय से पहले जानकर गंभीर दिल की बीमारियों से बचा जा सकता है.

बढ़ रहा है हार्ट अटैक का खतरा, ऐसे रखें दिल का ख्याल

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हार्ट प्रौब्लम्स के लिए बेस्ट एक्सरसाइज है गाने सुनना

क्या आप खाली समय में गाने सुनना पसंद करती हैं? अगर हां तो आपको बता दें कि म्यूजिक आपका मुड ठीक करने के साथ ही साथ दिल की सेहत को भी दुरुस्त रखने में मदद करता है. म्यूजिक का हमारी लाइफ पर भी काफी प्रभाव पड़ता है. इससे दिमाग तेज और शार्प होता है. आपने तमाम कहानियों में पढ़ा होगा कि पेड़-पौधों के हिलने, जंतुओं के बोलने, हवाओं के चलने आदि में भी मधुर म्यूजिक को महसूस किया जा सकता है. हर कोई चाहे वो बच्चा हो, युवा हो या फिर वृद्ध हो अपने पसंद के अनुसार म्यूजिक को सुनना पसंद करते हैं.

म्यूजिक हमारी सेहत को भी काफी प्रभावित करता है. जब हम अपना पसंदीदा गाना सुन रहे होते हैं तब हमारे दिमाग से एक रसायन का स्राव होता है. इसे डोपामाइन कहते हैं. यह हमारे मूड को सकारात्मक बनाने में मददगार होता है और हमारी भावनाओं को भी मजबूत बनाता है. इसके अलावा भी गाने सुनने के कई सारे फायदे होते हैं. तो चलिए जानते हैं कि वे फायदे क्या हैं?

1. म्यूजिक आपको खुश रखता है

जब भी हम कोई अच्छा गाना सुन रहे होते हैं तब हमारा दिमाग डोपामाइन रिलीज करता है. इसे हैप्पी हार्मोन भी कहा जाता है. हैप्पी हार्मोन खुशी और एक्साइटमेंट बढ़ाने में काफी असरदार है. इसलिए जब भी हम किसी अच्छे गाने को सुनते हैं तो हमारा मुड बदल जाता है और हम अंदर से खुशी का अनुभव करने लगते हैं.

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2. दिल की सेहत रखे दुरुस्त

जिन लोगों को दिल संबंधी कोई बीमारी है उन्हें खूब गाने सुनने चाहिए. एक अध्ययन में पाया गया है कि जब हम अपना पसंदीदा गाना सुन रहे होते हैं तब हमारे दिमाग से एंडार्फिन नाम का हार्मोन निकलता है. यह हार्मोन दिल संबंधी समस्याओं से निजात दिलाने में मददगार होता है.

3. दिमाग रखे जवां

एक अध्ययन के मुताबिक म्यूजिक दिमाग को हमेशा सेहतमंद बनाए रखता है. शोध का कहना है कि गाना सुनना दिमाग के व्यायाम की तरह होता है.

4. रोग प्रतिरोधक क्षमता रखे मजबूत

रोग प्रतिरोधक क्षमता को दुरुस्त रखने के लिए म्यूजिक सुनना काफी आवश्यक है. यह शरीर में स्ट्रेस हार्मोन के स्राव को कम करता है जो कि रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर करने के लिए जिम्मेदार है.

5. अवसाद रखे दूर

म्यूजिक चिंता दूर करने और मूड सही रखने में बेहद प्रभावी साबित हो सकता है. एक अध्ययन के मुताबिक हमारे मूड और जीवन की गुणवत्ता पर म्यूजिक का काफी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है.

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