सजावट भी हो सकती है ऑर्गेनिक

त्योहारों का सीजन ढेरों खुशियां ले कर आता है. अकसर हम त्योहारों पर घर के लिए नई चीजें खरीदने में इतने व्यस्त हो जाते हैं कि इस बात पर ध्यान ही नहीं देते कि कहीं ये हमारी सहेत के लिए नुकसानदायक तो नहीं हैं. इसीलिए हम आप के घर को और्गैनिक बनाने के 10 तरीके बता रहे हैं.

लकड़ी की फिनिश मन और दिमाग को बदलने की क्षमता रखती है: लकड़ी एकमात्र ऐसी सामग्री है जिसे फिनिशिंग दे कर घर की चमक कई गुना बढ़ाई जा सकती है. यह न केवल घर की भीतरी खूबसूरती बढ़ाती है, बल्कि घर को प्राकृतिक एहसास भी देती है. फर्श से ले कर छत के बीम तक लकड़ी से सजाए जा सकते हैं. पुरानी इमारतों को लकड़ी से फिनिश दे कर कई सालों के लिए स्थाई बनाया जा सकता है.

1. पेड़ पौधे

घर में लगे पौधे हमें यह एहसास दिलाते हैं कि हरित एवं स्वच्छ वातावरण की शुरुआत घर से ही होती है. ये न केवल आकर्षक दिखते हैं, बल्कि आसपास की हवा को भी शुद्घ कर के हमें रिलैक्स करते हैं. पौधे तनाव और चिंता से राहत दिलाने और अच्छी नींद लाने में मदद करते हैं. घर में लगाने के लिए पौधों के सर्वश्रेष्ठ विकल्प हैं- ऐलोवेरा, लैवेंडर, जैसमिन व स्नेक प्लांट.

2. विंडो ब्लाइंड्स

जब आप सोना या आराम करना चाहते हैं तो आप को कमरे में अंधेरे की जरूरत होती है. इस के लिए बांस या जूट से बने प्राकृतिक ब्लाइंड्स या शेड्स चुनें. आप के परदे और्गैनिक कौटन, हैंप या लिनेन के हों. आकर्षक रंग और डिजाइन चुन कर आप अपने बैडरूम को नया लुक दे सकते हैं.

3. फर्नीचर

फर्नीचर का सही चुनाव आप के कमरे के लिए बहुत अधिक माने रखता है, क्योंकि यह ऐसी जगह है जहां आप सब से ज्यादा समय बिताते हैं. फर्नीचर ऐसा चुनें जो वातावरण के अनुकूल एवं प्राकृतिक हो और स्थाई लकड़ी या बांस का बना हो. अगर आप पेंट किया या स्टेंड फर्नीचर चुन रहे हैं तो ध्यान रखें कि इस में वीओसी रहित पेंट का इस्तेमाल किया गया हो.

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4. चादरें

क्या आप जानते हैं कि कौटन की जिन चादरों पर आप अपने जीवन का एकतिहाई हिस्सा बिताते हैं, वे रसायनों से बनी होती हैं? कौटन की चादरों में फौर्मैल्डिहाइड और कैंसर पैदा करने वाले कारक होते हैं. ये रसायन अनिद्रा, छींकों, छाती में घरघराहट और सांस की समस्याओं का कारण बन सकते हैं. अत: कौटन की बनी और्गैनिक चादरें ही खरीदें. ये बेहद मुलायम होने के साथसाथ आराम का भी एहसास देती हैं.

साथ ही गद्दे भी ऐसे चुनें जो प्राकृतिक लैटेक्स से बने हों. मैमोरी फोम और इसी तरह के अन्य पैट्रो रसायन न केवल नींद में बाधा पैदा करते हैं, बल्कि स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए भी नुकसानदायक होते हैं.

5. फूल

क्या आप को वे दिन याद हैं जब लोगों के घरों में हरियाली के नाम पर कृत्रिम पौधे लगे होते थे, जो धूल की परतों से ढके होते थे? अब एक बार फिर से लोग प्रकृति की ओर रुख कर रहे हैं. घर की भीतरी साजसज्जा में प्राकृतिक फूल अपनी जगह बना रहे हैं. फूल डाइनिंग टेबल, कौफी व साइड टेबल को अनूठा प्राकृतिक एहसास देते हैं.

6. पेंट

घर की दीवारों का रंग बदलना घर को नया लुक देने का सब से आसान तरीका है. पेंट का चुनाव करते समय वीओसी रहित पेंट चुनें, जिस में हानिकारक रसायनों का इस्तेमाल न किया गया हो. सुनिश्चित करें कि पेंटिंग क्षेत्र में हवा का आवागमन अच्छी तरह से हो और जब पेंट का काम पूरा हो जाए तो इसे ठीक तरह से स्टोर किया जाए.

7. रोशनी

एलईडी लाइट सामान्य बल्ब की तुलना में कई गुना प्रभावी होती है. अत: अपने पुराने बल्ब की जगह एलईडी लाइट से कमरे की चमक को बढ़ाएं. ऊर्जा की भी बचत होगी.

8. कारपेट

अगर ठंड से परेशान हैं और कमरे में कुछ गरमाहट चाहते हैं तो फर्श को गलीचे या कालीन से ढक दें. फर्श पर बिछा कालीन गरमी को कमरे से बाहर नहीं जाने देता और कमरे को गरम बनाए रखता है. कालीन कई रंगों और डिजाइनों में उपलब्ध हैं.

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9. इको फ्रैंडली मोमबत्ती

मोमबत्ती बनाने में बड़ी मात्रा में पैराफिन का इस्तेमाल होता है. पैराफिन एक पैट्रोलियम वैक्स है, जो प्राकृतिक नहीं है. यह पर्यावरण के अनुकूल नहीं है.

मोमबत्ती बनाने का ईको फ्रैंडली तरीका है ग्रीन कैंडल वैक्स का चुनाव. बी वैक्स 100 फीसदी प्राकृतिक है, इस में किसी तरह के हानिकर रसायन नहीं होते. आप इसे पिघलाए बिना ही मोमबत्ती बना सकते हैं. बी वैक्स शीट्स आसान और पर्यावरण के अनुकूल विकल्प है.

अमी साता, फाउंडर, अमोव

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