9 Tips: कपड़ों से हटाएं Germs

हम चाहे घर में हो या फिर बाहर हर जगह कीटाणुओं, बैक्टीरिया, वायरस से न चाहते हुए भी संपर्क में आ ही जाते हैं. किसी जगह पर हाथ लगाने से, हवा में, खांसते हुए, छींकते हुए, किसी से हाथ मिलाते हुए, कोई चीज टच करते हुए, दीवार के सहारे खड़े होते हुए, किसी से गले मिलते हुए हमारा सामना जर्म्स से हो ही जाता है. ये जर्म्स हमारे कपड़ों पर भी चिपक जाते हैं और फिर यदि कपड़ों को अच्छी तरह क्लीन न किया जाए तो ये हमें बीमार भी बना सकते हैं. ऐसे में उन की खास केयर की जरूरत होती है, ताकि हम खुद को सेफ रख सकें. आइए, जानते हैं हम कैसे अपने कपड़ों को जर्मफ्री रख सकते हैं.

कपड़ों को इकट्ठा कर के न रखें

अधिकांश घरों में हफ्तेभर के कपड़े एकसाथ धुलने के लिए एक जगह जमा किए जाते हैं. मानसून के मौसम में इन कपड़ों में नमी आ जाती है जो जर्म्स को भरपूर पनपने का मौका देती है. कोरोना संक्रमण के दौर में तो यह स्थिति और भी खतरनाक हो जाती है.

कुछ बैक्टीरिया तो ऐसे होते हैं जो उसी दिन मर जाते हैं, जबकि ई. कोली और सैल्मोनैला नामक बैक्टीरिया कुछ हफ्तों तक जीवित रहते हैं, वहीं स्टैफिलोकोकस बैक्टीरिया महीनों तक पनपते रहते हैं. इसलिए भूल कर भी कपड़ों को इकट्ठा कर के न रखें. इस से जर्म्स उन में पनप नहीं पाते और आप खुद को बीमारियों से बचा सकते हैं.

बच्चों के कपड़ों को अलग धोएं

बच्चों के कपड़ों की धुलाई का खास ध्यान रखना पड़ता है, क्योंकि वे जमीन पर खेलते रहते हैं, खिलौनों को अपने पास रख कर सोते हैं, गंदे हाथों को अपने कपड़ों से साफ करते हैं और न जाने कितनी ऐसी चीजों को छूते हैं, जहां गंदगी होती है. ऐसे में उन के कपड़े सब से ज्यादा जर्म्स के संपर्क में आते हैं. यदि आप उन के कपड़ों को दूसरे कपड़ों के साथ धोएंगी तो जर्म्स के दूसरे कपड़ों में भी जाने का डर बना रहता है. इसलिए उन के कपड़ों को अलग रखें और ऐसे लिक्विड या पाउडर से धुलें जिस में कैमिकल्स का ज्यादा इस्तेमाल न किया गया हो. कपड़े धोने के बाद किसी डिसइन्फैक्टैंट में कपड़ों को डिप जरूर करें.

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बाहर से आने पर तुरंत कपड़े धोएं

जब भी आप बाहर से आएं तो जितना जल्दी हो सके आप अपने कपड़ों को धोएं. एक स्टडी में यह बात सामने आई है कि कोरोना वायरस काफी देर तक कपड़ों पर चिपका रहता है. यदि उन कपड़ों को बिना धुले दूसरे कपड़ों के साथ रख दिया जाए तो नमी पा कर यह वायरस और पनप सकता हे. जिस पर अगर हम ने ध्यान नहीं दिया तो हम वायरस के संपर्क में आ कर बीमार पड़ सकते हैं. इसलिए जितना जल्दी हो सके बाहर से आते ही अपने कपड़ों को डिसइन्फैक्टैंट मिले हुए पानी में डिप कर के कुछ देर के लिए छोड़ दें.

वाश का तरीका हो सही

आप अगर हाथ से कपड़े धो रही हैं तो आप बाल्टी में पानी डाल कर उस में डिटर्जैंट मिला कर थोड़ी देर के लिए उस में कपड़ों को भिगो कर रख दें, फिर उन्हें धोंएं. इस से सभी जर्म्स मर जाते हैं और अगर आप मशीन में कपड़े धोएं तो पहले मशीन को पानी से अच्छे से साफ कर लें, फिर कपड़ों को 10-15 मिनट अच्छे से डिटर्जैंट से धोएं और फिर उसे साफ पानी से वाश कर के ड्रायर करें. इस से कपड़े  अंदर तक अच्छे से साफ हो जाते हैं.

गरम पानी से कपड़े धोएं

सैंटर फौर डिजीज कंट्रोल के अनुसार, हलके कुनकुने पानी से कपड़ों को धोएं, ताकि कपड़ों से जर्म्स पूरी तरह से मर जाएं. डिटर्जैंट हमेशा अच्छी क्वालिटी का ही यूज करें. इस बात का भी ध्यान रखें कि जिन कपड़ों को गरम पानी से नहीं धोने की सलाह दी जाती है उन्हें गरम पानी से बिलकुल न धोएं बस उन के लिए कपड़े धोने का सही तरीका अमल में लाएं.

टौवेल्स की खास सफाई

आप भूल कर भी गंदे टौवेल्स को बाकी कपड़ों के साथ न रखें, क्योंकि टौवेल्स बहुत मोटे होने के कारण उनमें बैक्टीरिया लंबे समय तक जीवित रहते हैं. बाथरूम और किचन टौवेल्स जो गंदगी के संपर्क में ज्यादा आते हैं उन में साल्मोनेला और ई. कोली बैक्टीरिया पनपने के कारण हमारी हैल्थ को नुकसान पहुंचा सकता है. इसलिए जब भी इन्हें धोएं तो इन्हें पहले तो अलग ही रखें और जब धोएं तो इन्हें गरम पानी में डिटर्जैंट डाल कर आधा घंटा भिगो कर रख दें. इस के बाद इन्हें धोने से उस में मौजूद सभी बैक्टीरिया मर जाते हैं.

ब्लीच करें

ब्लीच गुड डिसइन्फैक्टिंग एजेंट के रूप में जानी जाती है. लेकिन हर तरह की ब्लीच कपड़ों पर इस्तेमाल नहीं की जाती. कपड़ों के लिए एक खास तरह की ब्लीच होती है, जिस से कपड़े खराब नहीं होते हैं. इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि कितने कपड़ों में कितनी क्वांटिटी डालनी है. इस से कपड़ों में लगे जर्म्स मर जाते हैं.

स्टीमिंग है कारगर

स्टीम क्लीनिंग कपड़ों से बैक्टीरिया को मारने में मदद करती है. साथ ही कपड़ों को फिनिशिंग देने का भी काम करती है. आजकल तो मार्केट में ऐसी वाशिंग मशीनें आ गई हैं, जिन में स्टीम मेयर टैक्नोलौजी होती है, जो 90% तक बैक्टीरिया को किल करने में सहायक है. तो आप अगर चाहें तो स्टीम क्लीनिंग का औप्शन को भी चुन सकती हैं.

वाशर या बकेट को हमेशा साफ रखें

अगर आप अपने कपड़ों को जर्मफ्री रखना चाहती हैं तो हर वाश से पहले अपनी मशीन के वाशर या फिर बाल्टी, जिस में आप कपड़े धोने वाली हैं उसे साफ करना न भूलें क्योंकि उस के तले में गंदगी और न दिखने वाले बैक्टीरिया और जर्म्स रहते हैं, जिन्हें पानी से अच्छे से साफ कर के ही हटाया जा सकता है. इस तरह आप खुद को व अपने परिवार की बीमारियों से बचा सकती हैं.

डिटर्जैंट चुनने से पहले

डिटर्जैंट पाउडर या लिक्विड खरीदने से पहले अपने बजट के साथसाथ इन खास बातों का भी ध्यान रखें:

– लिक्विड डिटर्जैंट पाउडर डिटर्जैंट की तुलना में काफी महंगा होता है और अकसर लोग लिक्विड की मात्रा का सही अंदाज नहीं लगा पाते. ऐसे में पाउडर डिटर्जैंट खरीदना बेहतर रहेगा.

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– बाजार में कौंबिनेशन डिटर्जैंट भी उपलब्ध हैं यानी पाउडर के साथ इन में ब्लीच या फैब्रिक सौफ्टनर या फिर इन दोनों में से किसी एक का मिश्रण होता है. इसी के अनुसार कीमत भी कमज्यादा होती है. इसलिए जरूरत के हिसाब से ही इस का चयन करें.

– यदि बच्चों के कपड़ों के लिए अलग से डिटर्जैंट लेना बजट से बाहर है तो ऐसा डिटर्जैंट चुनें जिस में कैमिकल्स का इस्तेमाल कम से कम किया गया हो.

– फैब्रिक सौफ्टनर महंगा मिलता है. यदि इस का इस्तेमाल बजट के अंदर करना है तो इसे सिर्फ उन्हीं कपड़ों पर इस्तेमाल करें जो डेलीकेट हों.

 

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