कोरोना संकट के समय में हम खुद को तो सैनिटाइज करने पर ध्यान देते हैं लेकिन क्या आप ने कभी सोचा है कि जितना सैनिटाइज होने की जरूरत आप को है उतनी ही आप की कार को भी. एक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि एक स्टीयरिंग व्हील में 629 सीएफयू यानी कालोनी फौर्मिंग यूनिट औफ बैक्टीरिया रहते हैं, जो एक टौयलेट सीट पर पाए जाने वाले बैक्टीरिया से भी कहीं ज्यादा हैं. इसलिए खुद के साथ साथ अपनी गाड़ी की साफसफाई का भी खास ध्यान रखने की जरूरत है. आइए, जानते हैं कि कैसे आप आसानी से अपनी गाड़ी को सैनिटाइज कर सकते हैं.
शुरुआत में खुद को सुरक्षित करें
आप की कार पार्किंग में पार्क रहती हो या फिर रोड साइड पर, आज के दौर में रोजाना उसे सैनिटाइज करना जरूरी है. इस काम की शुरुआत खुद को सेफ कर के ही करें. हाथों को सैनिटाइज करने और मास्क व ग्लव्स पहनने के बाद ही गाड़ी की सफाई शुरू करें ताकि वायरस संक्रमण से सुरक्षित रह सकें. कार की सफाई शुरुआत अंदर से करें. पहले कार में निस्संक्रामक स्प्रे या फिर अच्छे कार सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें. फिर डैशबोर्ड, स्टीयरिंग व्हील, सीट, सीट बैल्ट, गियर इत्यादि सभी जगहों को सैनिटाइजर की सहायता से साफ करें. ध्यान रखें कि हमेशा इथेनॉल से बने हुए बेस्ड कार सैनिटाइजर ही खरीदें, क्योंकि यह वायरस और बैक्टीरिया को खत्म करने में ज्यादा कारगर होता है.
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कारपेट्स को निस्संक्रामक से साफ करें
आजकल जरूरी काम से बाहर निकलना हो या फिर कार्यालय आनाजाना हो अपनी कार से ज्यादा सुरक्षित और कोई भी साधन नहीं लगता. ऊपर से आजकल मौनसून का सीजन भी है. ऐसे में कभी हमारी कार कीचड़ वाले रास्ते से हो कर गुजरती है तो कभी यातायात जाम में फंस जाती है. ऐसे में कब, कहां से जर्म्स हमारी गाड़ी में प्रवेश ले लेते हैं, पता ही नहीं चलता. यहां तक कि हमारे गंदे पैरों का सामना भी कारपेट्स को ही करना पड़ता है और कारपेट ही वह जगह होती है, जहां जर्म्स के पनपने के चांसेज ज्यादा रहते हैं. इसलिए उन की अच्छे से साफसफाई करें. इस के लिए आप कार के सभी कारपेट्स को बाहर निकाल कर पहले साफ ब्रश से उन की गंदगी को साफ करें. फिर पानी में निस्संक्रामक को डाल कर उस से उन्हें धोएं और सूखने दें. रोजाना ऐसा करना संभव न हो तो कार सैनिटाइजर से इन्हें सैनिटाइज जरूर करें.
सीट्स को न करें नजरअंदाज
मौनसून के मौसम में कार के भीतर भी नमी रहती है जिस पर यदि ध्यान न दिया जाए तो वायरस और बैक्टीरिया का घर बन जाती है. कार सीट्स में नमी रहने की संभावना ज्यादा होती है. जितना हो सके कार सीट्स पर हफ्ते में 2-3 बार ब्लो ड्रायर का इस्तेमाल जरूर करें. सीट पर बैठने से पहले कार सैनिटाइजर स्प्रे का इस्तेमाल तो नियमित रूप से करें. बस यह ध्यान रखें कि सैनिटाइजर का इस्तेमाल करते समय कार स्टार्ट न हो.
यह भी ध्यान रखें
ड्राइविंग के समय म्यूजिक सिस्टम पैनल, वाटर बौटल होल्डर, मोबाइल होल्डर, इग्निशन स्टार्ट पौइंट, बैक व्यू मिरर, डोर ओपनिंग यूनिट, ग्लास इत्यादि का इस्तेमाल तो हम बहुत करते हैं, मगर कई बार यह सोच कर इन्हें निस्संक्रामक करना जरूरी नहीं समझते कि यहां तक तो सिर्फ मेरा हाथ ही पहुंचता है, यहां वायरस कैसे आएगा. आप की यह भूल आप को भारी पड़ सकती है, क्योंकि इन जगहें पर वायरस आसानी से पनप सकता है. इसलिए कार सैनिटाइजर का इस्तेमाल इन जगहों पर भी बेहद जरूरी है.
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अब बारी आती है कार को बाहर से साफ करने की. इस के लिए आप डिटर्जेंट वाले पानी का इस्तेमाल कर सकते हैं. लेकिन यह भी सभी को पता ही है कि ऐसा रोज कर पाना नामुमकिन है. लेकिन कार को बाहर से स्वच्छ रखना भी बेहद जरूरी है. ऐसे में साइड व्यू मिरर्स और डोर ओपनिंग यूनिट्स का इस्तेमाल करने से पहले उन्हें कार सैनिटाइजर से सैनिटाइज करना न भूलें.
कार को सैनिटाइज करने के महत्त्व को समझें ताकि जब औफिस से घर वापस आएं तो आप के साथ सिर्फ खुशियां हो वायरस नहीं.