मुझे मास्क लगाने पर फेस पर बहुत पसीना आता है?

सवाल-

मुझे मास्क लगाने पर फेस पर बहुत पसीना आता है, जिस के कारण मैं मास्क पहनना चाह कर भी नहीं पहन पा रही हूं, क्या ऐसा कोई उपाय है. जिस से मैं मास्क भी पहनूं और मुझे पसीने की समस्या भी न आए?

जवाब-

मास्क लगाने से अगर त्वचा में रैशेज या पसीना हो तो इस से बचने के लिए कौटन के बने मास्क या रूमाल का इस्तेमाल करें. मास्क पहनने से पहले चेहरे पर ऐसी क्रीम या मौइस्चराइजर लगाना चाहिए, जिस में ऐंटीइनफ्लैमेटरी इन्ग्रीडिऐंट्स हों. इस के लिए आप नियासिनमाइड बेस्ड क्रीम चुन सकती हैं. नियासिनमाइड विटामिन बी का ही एक प्रकार है. यह हमारी स्किन में सेरामाइड का निर्माण करने में सहायता करता है. सेरामाइड स्किन पर किसी भी तरह की दिक्कत को बढ़ने से रोकता है. यह हमारी त्वचा से अतिरिक्त पसीना निकलने से भी रोकता है. जिन की स्किन बहुत अधिक सैंसिटिव होती है,

उन्हें भी नियासिनमाइड बेस्ड औइनमैंट्स का उपयोग करना चाहिए ताकि गरमी में मास्क के कारण त्वचा संबंधी समस्याएं न बढ़ें.

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वायरसों से बेसिक बचाव के लिए मास्क पहना यानी नाक-मुंह ढका जाता है. मौजूदा घातक नोवल कोरोना वायरस के बहुत तेजी से फैलाव को देखते हुए विश्व संस्था डब्लूएचओ ने इस के इस्तेमाल पर काफी अधिक जोर दिया है. कुछ देशों ने तो इस के इस्तेमाल को अनिवार्य कर दिया है. हमारे देश के स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी मास्क पहनना लाजिमी करार दिया है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने पहले से ही इसे जरूरी घोषित कर रखा है.

दरअसल, कोरोना से बचाव सिर्फ आज या कल ही नहीं, बल्कि आने वाले लंबे समय तक करना होगा, क्योंकि इस की दवा फ़िलहाल उपलब्ध नहीं है. इस वायरस के नाक या मुंह के रास्ते शरीर के अंदर जाने से रोकने के लिए मास्क का इस्तेमाल किया जाता है.

संक्रमित होने से बचाता है मास्क :

कनाडा में मैकमास्टर विश्वविद्यालय ने अपने शोध कहा है कि आम कपड़े से बने मास्क नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रभावी हैं. विशेषरूप से ऐसे मास्क जो सूती कपड़े के बने हों.

सेंसिटिव स्किन के लिए ट्राय करें ये 5 इटालियन ब्यूटी सीक्रेट्स

हम अपनी स्किन का कई बार बहुत ख्याल रखते हैं लेकिन एक बेदाग और निखरा हुआ चेहरा पाना इतना भी आसान नहीं होता है खास कर तब जब आपकी स्किन बहुत ज्यादा सेंसिटिव होती है क्योंकि सेंसिटिव स्किन पर अगर हम कोई नया या गलत प्रोडक्ट प्रयोग कर लेते हैं तो उससे हमारी स्किन बहुत अधिक खराब होनी शुरू हो जाती है और जितनी मात्रा में हमें पिंपल्स की या अन्य निशान की देखने को मिलती है उन्हें देख कर यह कल्पना भी नहीं की जा सकती कि हम भी कभी अपनी त्वचा को बेदाग और निखरी हुई बना सकेंगे. लेकिन अब आपको स्किन के बारे में चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. आज हम आपके लिए कुछ इटालियन स्किन सीक्रेट्स लाए हैं जो आपकी स्किन के लिए बहुत ही अधिक लाभदायक रहने वाले हैं और आपकी स्किन को साइड इफेक्ट्स भी नहीं देंगे. आइए जानते हैं.

1. ऑलिव ऑयल : ऑलिव ऑयल आपकी स्किन को न केवल अंदर से अच्छी बनाता है बल्कि बाहर से भी स्किन की गुणवत्ता को और अधिक बढ़िया बना देता है. इसके साथ ही यह आपकी स्किन को हाइड्रेट और मॉइश्चराइज रखता है. इसमें एंटी एजिंग गुण होते हैं और यह हमारी स्किन को बूढ़ा होने से बचाता है. आप ऑलिव ऑयल को अपने मॉइश्चराइजर या स्क्रब आदि में मिला कर उन्हें प्रयोग कर सकते हैं. या फिर कुछ बूंद तेल लेकर उससे अपनी स्किन की डायरेक्ट मसाज भी कर सकते हैं. इटली में ऑलिव ऑयल को गोल्ड ऑफ गॉड कहा जाता है. अगर आपकी स्किन ऑयली है तो आप इसे केवल मॉइश्चराइजर में कुछ बूंदें मिला कर ही प्रयोग करें.

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2. स्ट्राबेरी स्क्रब : क्या आप जानते हैं कि स्ट्राबेरी में संतरे से भी अधिक विटामिन सी होता है और इसमें बहुत अधिक एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं जो आपकी स्किन को डेमेज होने से बचाते हैं. इस स्क्रब को बनाने के लिए आपको कुछ स्ट्राबेरी लेनी होती हैं और उन्हें मैश कर लें. अब उसमें थोड़ी सी चीनी और कुछ बूंद ऑलिव ऑयल की मिला कर मिक्स कर लें. अब इस स्क्रब को अपनी स्किन पर अप्लाई करें और हल्की हल्की और गोल दिशा में मसाज करके एक्सफोलियेट करें.

3. स्ट्राबेरी एंटी इन्फ्लेमेटरी मास्क : स्ट्राबेरी के लाभ तो हम अभी ऊपर पढ़ कर ही आए हैं. इसका मास्क बनाने के लिए आपको 4 स्ट्रॉबेरी मैश कर लेनी हैं और उनमें दो चम्मच चीनी के साथ थोड़ा सा शहद मिला कर अच्छे से मिक्स करें और एक पेस्ट तैयार कर लें. शहद में एंटी बैक्टेरियल गुण होते हैं इसलिए यह पिंपल्स को ठीक करता है. अब इस मास्क को एक ब्रश की मदद से आपके पूरे चेहरे पर लगा लें और 10 से 15 मिनट के बाद इसे धो लें.

4. नींबू का रस : नींबू का रस आपके चेहरे से डार्क स्पोट्स मिटा सकता है लेकिन अगर आप इसका प्रयोग ध्यान से नहीं करेंगी तो इससे आपकी स्किन इरिटेट भी हो सकती है. इसका सही ढंग से प्रयोग करने के लिए एक बर्तन में नींबू का रस निकाल लें और उसमें एक कॉटन पैड डालें और सारा रस उसमें सोख लें और अपनी स्किन पर धीरे धीरे लगाएं. निम्बू के रस में विटामिन सी होता है जिसे एक प्राकृतिक स्किन ब्लीचर माना जाता है.

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5. दही का मास्क : इस मास्क को बनाने के लिए बिना फ्लेवर वाली दही के अंदर 2 चम्मच शहद मिला दें और अच्छे से मिक्स कर लें. दही में लैक्टिक एसिड होता है जो आपकी स्किन से प्राकृतिक रूप से सारी डेड स्किन सेल्स निकाल देता है. शहद आपकी स्किन को मॉइश्चराइज करता है. इस मास्क को अपनी स्किन पर अप्लाई करंआ और 30 मिनट के लिए लगा रहने दें और उसके बाद धो लें. इस मास्क का प्रयोग करने से आपकी स्किन हाइड्रेट और मॉइश्चराइज तो रहेगी ही साथ में आपकी स्किन में एक ताजगी आ जायेगी.

अगर इन सभी नुस्खों का आप ध्यान पूर्वक और नियमित रूप से प्रयोग करेंगी तो आपकी स्किन बहुत कम समय में ही निखरने लगेगी और उसकी गुणवत्ता भी पहले से काफी अच्छी हो जायेगी.

मास्क पहनें, मगर प्यार से 

मास्क अभी हर किसी के जीवन का एक अभिन्न अंग बन चुका है. क्योंकि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने का एकमात्र साधन मास्क ही है. हेल्थ केयर प्रोफेशनल्स अब किसी भी मरीज़ की जांच के लिए मास्क पहनने लगे है. ये पूरा विश्व कर रहा है. आम जनता को भी कही भी जाने पर आज मास्क पहनने के अलावा कोई चारा नहीं है. क्योंकि भारत जैसे घनी आबादी वाले देश में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना बहुत कठिन है.

यह अब लाइफस्टाइल में शामिल होकर स्टाइल स्टेटमेंट बन चुका है. यही वजह है कि डिज़ाइनर्स आजकल पोशाक के साथ-साथ तरह-तरह के मास्क भी बना रहे है. इतना ही नहीं ज्वेलर्स भी रत्न और सेमी प्रिसीयस स्टोन्स के साथ अलग-अलग डिजाईन के मास्क बनाकर लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे है.

इस बारें में स्ट्रेटेजिक मेडिकल एफेयर एड्रोइट बायोमेड लिमिटेड के डायरेक्टर डॉ.अनिश देसाई का कहना है कि इस समय मास्क पहनना जरुरी है. लेकिन सही मास्क का भी पहनना बहुत आवश्यक है. क्योंकि जब आप बाहर जा रहे है. तो घंटो मास्क पहनकर रहना पड़ता है. जिससे निम्न समस्या आ सकती है.

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  • टाइट मास्क से चेहरे की स्किन का डैमेज होना.
  • मास्क एरिया पर एक्ने का बढ़ना.
  • खासकर हेल्थ केयर से जुड़े लोगों को टाइट मास्क पहनना पड़ता है. ऐसे में मास्क वाले जगह पर लाल धारियों का उभरना. इरीटेशन होना. पिम्पल्स का बढ़ना. स्किन का डार्क हो जाना आदि होता है. क्योंकि इन स्थानों की चमड़ी नरम होती है और बार-बार मास्क के किनारों के रगड़ से उस स्थान पर इन्फ्लेमेशन होने लगता है. जिससे वहां की चमड़ी सेंसेटिव हो जाती है. सेंसरी नर्व्स एक्टिव हो जाते है. इसका अधिक प्रभाव सेंसेटिव स्किन पर पड़ता है. लोशन और क्रीम भी इसे कम करने में असमर्थ होता है.

डॉक्टर अनिश आगे कहते है कि असल में मास्क पहनने से त्वचा पर डायरेक्ट फ्रिक्शन होता है. जिससे इरीटेशन और इन्फ्लेमेशन का होना साधारण है. इसके अलावा मास्क अपने अंदर नमी. सेलाईवा. म्यूकस. आयल. गन्दगी और पसीने को बाहर आने से रोकती है. इससे माइल्ड से मॉडरेट एक्ने. स्क्ज़ेमा. आदि कई त्वचा सम्बंधित बिमारियां हो सकती है. सेंसेटिव त्वचा वाले व्यक्ति को फेसियल रेडनेस. रोजेसिया और स्केलिंग का सामना करना पड़ सकता है. ये अधिकतर उन व्यक्तियों को होता है. जिनकी स्किन अधिक सेंसेटिव हो या उनके आसपास नमी युक्त या अधिक शुष्क वातावरण हो. कुछ सुझाव निम्न है.

  • मास्क त्वचा को चोट पहुंचाए बिना. नाक और मुंह को अच्छी तरह से ढकी हुई होनी चाहिए. लेकिन टाइट न हो.
  • चेहरे को मुलायम साबुन से दिन में दो बार धोने की कोशिश करें.
  • अगर आप हेल्थ केयर से जुड़े नहीं है. तो मास्क लम्बी अवधि के लिए पहनने से परहेज करें.
  • मास्क के गीले हो जाने पर इसे उतार कर दूसरा पहने.
  • अगर आपको अधिक समय तक मास्क पहननी है तो एक्स्ट्रा मास्क साथ में लें और यूस्ड मास्क को एक अलग प्लास्टिक बैग में जमाकर घर आने पर अच्छी तरह से धोकर सुखा लें.
  • कॉटन के फेस मास्क त्वचा के लिए अच्छा होता है. इसे निकालने के बाद गरम पानी और साबुन से धो लें.
  • मास्क उतारने के बाद हाइपोएलर्जेनिक मोयसस्चराइजर चेहरे पर लगाए. ऑइंटमेंट बेस्ड मोयास्चराइजर न लगायें. क्योंकि ये पसीने और आयल को अपने में समेटती है.
  • मास्क से स्किन इरीटेशन को कम करने के लिए नाक और सेंट्रल चीक के पास जहाँ नोजपीस होता है. वहां ठंडक पहुँचाने वाले क्रीम का प्रयोग करें.
  • त्वचा को हाइड्रेट रखने के लिए क्लींजिंग के बाद मोयास्चराइज करें. आयल फ्री मोयसस्चराइजर दिन में कई बार त्वचा की इन्फ्लेमेशन को कम करने के लिए प्रयोग करें.

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  • स्क्रब और एक्सफोलिएटर्स का प्रयोग इस समय चेहरे पर न करें.
  • पेट्रोलियम जेली या मुलायम क्रीम से त्वचा की ड्राईनेस को कम किया जा सकता है.
  • अगर ये सब करने के बाद भी कुछ समस्या आती है तो चर्मरोग विशेषज्ञ से तुरंत संपर्क कर दवा लें.
  • मास्क पहनने से पहले भूलकर भी हैवी मेकअप या फाउंडेशन न लगायें. क्योंकि इससे दाग धब्बे के अलावा एक्ने होने की संभावना बढ़ जाती है.
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