ज्यादा वजन से होने वाली बीमारियां और इलाज बताएं?

सवाल-

मैं 57 वर्षीय घरेलू महिला हूं. मेरा वजन 98 किलोग्राम और लंबाई 5 फुट 3 इंच है. मेरे घुटनों में बहुत दर्द रहता है. और्थोपैडिक सर्जन ने नी रिप्लेसमैंट सर्जरी कराने से पहले वजन कम करने की सलाह दी है. काफी प्रयासों के बाद भी मेरा वजन कम नहीं हो रहा है. डाक्टर ने मुझे बैरिएट्रिक सर्जरी कराने की सलाह दी है. क्या यह सुरक्षित सर्जरी है?

जवाब-

आप के और्थोपैडिक डॉक्टर ने सही सलाह दी है. आप को नी रिप्लेसमैंट सर्जरी कराने से पहले अपना वजन कम करना ही होगा क्योंकि वजन अधिक होने से सर्जरी कराने से भी आप को आराम नहीं मिलेगा. बैरिएट्रिक सर्जरी एक बहुत ही सुरक्षित सर्जरी है, लेकिन आप इसे किसी अच्छे अस्पताल में प्रशिक्षित डाक्टर से ही कराएं. इसे कराने के बाद जोड़ों का दर्द भी कम होगा और इस के बाद अगर आप नी रिप्लेसमैंट सर्जरी का विकल्प भी चुनेंगी तो भी अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे.

सवाल-

मैं 32 वर्षीय कामकाजी महिला हूं. पिछले 2 वर्षों से मैं नियमित रूप से ऐक्सरसाइज कर रही हूं? लेकिन मेरा वजन कम नहीं हो रहा है. मैं जानना चाहती हूं कि खानपान की वजन कम करने में क्या भूमिका है?

जवाब-

वजन कम करने में खानपान की सब से महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है. आप कितनी भी ऐक्सरसाइज कर लें लेकिन अगर आप अपनी कैलोरी इनटेक को नियंत्रित नहीं रखेंगी तो वजन कम कर पाना संभव नहीं होगा. दिन में 3 बार मेगा मील खाने के बजाय 6 बार मिनी मील खाएं. गेहूं के बजाय मल्टीग्रेन आटे का सेवन करें. हरी सब्जियां जैसे पालक, मेथी और सरसों खूब खाएं. एक दिन में 600 ग्राम हरी सब्जियां खाने की कोशिश करें. जितनी बार भोजन करें उतनी बार आप की थाली में एक ऐसा पकवान जरूर हो, जिस में प्रोटीन पाया जाता हो. चावल, चौकलेट, कौफी, चिप्स, मिठाई तथा फास्ट फूड के स्थान पर सादा, सुपाच्य तथा संतुलित भोजन लें. भोजन को खूब चबाचबा कर खाएं तथा हमेशा कुछ न कुछ खाते रहने से परहेज करें. रात का खाना सोने से 2 घंटे पहले कर लें.

सवाल-

मेरा 2 साल का बेटा है. उस का वजन थोड़ा ज्यादा है. मैं ने सुना है जो बच्चे बचपन में मोटे होते हैं युवा होने पर उन के मोटापे की चपेट में आने की आशंका अधिक होती है?

जवाब-

गोलमटोल बच्चे सब को बड़े प्यारे लगते हैं. दरअसल, हम छोटे बच्चों के वजन को किसी शारीरिक समस्या से नहीं बल्कि सुंदरता और स्वास्थ्य से जोड़ कर देखते हैं, लेकिन अगर नवजात शिशुओं और छोटे बच्चों का वजन सामान्य से अधिक है तो उन के महत्त्वपूर्ण अंगों और मस्तिष्क का विकास प्रभावित हो सकता है. बच्चों में मोटापे को रोकने के लिए बनाई इंडियन एकेडमी औफ पीडिएट्रिक्स की एक रिपोर्ट के अनुसार बच्चों के मोटे वयस्कों में बदलने की आशंका 70% होती है. आप अपने बच्चे के खानपान का ध्यान रखें, उसे अपने साथ वौक पर ले जाएं. जैसेजैसे उस की उम्र बढ़ती जाए उसे आउटडोर ऐक्टिविटीज में भाग लेने और नियमित रूप से ऐक्सरसाइज करने के लिए प्रेरित करें.

अगर आपकी भी ऐसी ही कोई समस्या है तो हमें इस ईमेल आईडी पर भेजें- submit.rachna@delhipress.biz   सब्जेक्ट में लिखे…  गृहशोभा-व्यक्तिगत समस्याएं/ Personal Problem

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