मेरी अंडरआर्म्स से बदबू आती है, Odor से छुटकारा पाने के लिए मैं अब क्या करूं?

सवाल

मेरी अंडरआर्म्स से बदबू आती है और यह बदबू कई बार सब के बीच में शर्मिंदा कर देती है. क्या इस का कारण जरूरत से ज्यादा पसीना हैक्या आप इस बदबू से छुटकारा पाने के लिए नुसखे बता सकती हैं?

जबाव

दरअसलबदबूदार अंडरआर्म्स भले ही एक आम समस्या हो लेकिन यह आप के आत्मविश्वास को कम कर देती है. भले ही डियोड्रैंट या रोलऔन गरमियों में बदबूदार अंडरआर्म्स के लिए एक त्वरित समाधान है. लेकिन इस का असर खत्म होते ही यह समस्या फिर से होने लगती है. जब शरीर से पसीना निकलता है तो हमारी त्वचा की सतह पर रहने वाले बैक्टीरिया प्रोटीन को तोड़ देते हैं और कुछ खास ऐसिड यौगिक निकलते हैं जिन से शरीर के कुछ हिस्सों से तीखी गंध आने लगती है. यह एक ऐसी समस्या है जो आसानी से कुछ घरेलू नुसखों द्वारा दूर की जा सकती है.

आप भले ही इस समस्या से कई सालों से परेशान हों लेकिन इन नुसखों से आप कुछ ही दिनों में अंडरआर्म्स से बदबू की समस्या को दूर कर सकती हैं. अंडरआर्म्स की बदबू से छुटकारा पाने के लिए बेकिंग सोडा प्रभावी रूप से काम करता है. इस के लिए 2 बड़े चम्मच बेकिंग सोडा लें और उस में 1 चम्मच नीबू का रस मिलाएं. दोनों सामग्री को मिला कर पेस्ट तैयार करें. इस पेस्ट को अंडरआर्म्स पर 10 मिनट तक सर्कुलर मोशन में घुमाते हुए मसाज करें. इसे अंडरआर्म्स में थोड़ी देर के लिए लगाए रखें और हलका सूखने पर पानी से धो लें इस के अलावा

1 कप ऐप्पल साइडर विनेगर में 1/2 कप पानी मिलाएं. इसे एक स्प्रे बोतल में भर कर रोज रात को सोने से पहले अपनी अंडरआर्म्स पर लगाएं. सुबह इसे कुनकुने पानी से धो लें. इस प्रक्रिया को 15 दिनों तक नियमित रूप से दोहराएं. ऐसा करने से अंडरआर्म्स की बदबू पूरी तरह से दूर हो जाएगी.

समस्याओं के समाधान

ऐल्प्स ब्यूटी क्लीनिक की फाउंडरडाइरैक्टर डा. भारती तनेजा द्वारा 

पाठक अपनी समस्याएं इस पते पर भेजें : गृहशोभाई-8रानी झांसी मार्गनई दिल्ली-110055.

व्हाट्सऐप मैसेज या व्हाट्सऐप औडियो से अपनी समस्या 9650966493 पर भेजें.

लेजर हेयर रिमूविंग एट होम  

हेयरलेस दिखना सबको अच्छा लगता है ख़ास कर गर्मी के मौसम में शार्ट ड्रेस में तो यह जरूरी ही हो जाता है. आप चाहें शेविंग , वैक्सिंग या ट्विचिंग करा सकती हैं. पर अब घर बैठे आप खुद लेजर हेयर रिमूवर से अनचाहे बालों से छुटकारा पा सकती हैं. अगर आप लेजर हेयर रिमूविंग की शौक़ीन हैं तो आजकल अफोर्डेबल लेजर हेयर रिमूवर बाजार में उपलब्ध हैं. इस से आपको काफी समय और रुपयों की बचत भी होगी .

लेजर हेयर रिमूवर क्या हैलेजर प्रकाश किरणों से  हेयर फॉलिकल्स को जला कर नष्ट कर देते हैं जिसके चलते हेयर रिप्रोडक्शन नहीं हो पाता है . इस प्रोसेस में  एक से ज्यादा सेसन लगता है , यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपको शरीर के किस भाग के बाल हटाने हैं .

सेल्फ लेजर हेयर रिमूवर लेजर तकनीक दो तरीकों से बाल हटाता है – एक आईपीएल ( IPL ) और दूसरा  लेजर हेयर रिमूवर . दोनों एक ही सिद्धांत पर काम करते हैं – हेयर फॉलिकल्स को नष्ट करना . आमतौर पर  घर में हैंड हेल्ड आईपीएल रिमूवर से बाल हटाते हैं हालांकि इसमें  लेजर बीम नहीं होता है फिर भी इंटेंस पल्स लाइट बीम द्वारा यह टारगेट एरिया के बालों के जड़ तक पहुँच कर फॉलिकल्स को लेजर की तरह मार देता है जिसके चलते वह एरिया बहुत दिनों तक हेयरलेस रहता है . इसे चेहरे पर भी यूज कर सकती हैं पर आँखों को बचा कर.

आईपीएल हेयर रिमूवर किसके लिए सही हैआधुनिक विकसित तकनीक से निर्मित आईपीएल रिमूवर सभी तरह के बालों से छुटकारा पाने का दावा करते हैं . आमतौर पर त्वचा और बाल के रंग में  कंट्रास्ट यानि स्पष्ट अंतर रहने पर यह अच्छा परिणाम देता है , जैसे फेयर स्किन और डार्क हेयर . फिर भी लेजर हेयर रिमूविंग के पहले एक बार त्वचा विशेषज्ञ से सलाह लेनी  चाहिए . डार्क स्किन में  यह उतना अच्छा काम नहीं कर सकता है क्योंकि इसे मेलेनिन और फॉलिकल्स में अंतर समझने में कठिनाई होती है , ऐसे में स्किन बर्न की संभावना है.

ये भी पढ़ें- सेंसिटिव स्किन के लिए ट्राय करें ये 5 इटालियन ब्यूटी सीक्रेट्स

आईपीएल की सीमा लेजर की तुलना में आईपीएल कम शक्तिशाली होता है इसलिए हेयर फॉलिकल्स को उतनी   ज्यादा शक्ति से नहीं मारता है जितना प्रोफेसनल लेजर रिमूवर से और इसलिए  इसका असर धीमा होता है. इसे 2 आंखों के अत्यंत निकट , होंठों के ऊपर इस्तेमाल न करें.आँखों के निकट यूज के पहले चश्मा या सनग्लास पहन कर इस्तेमाल करना बेहतर होगा. प्रेग्नेंनसी और ब्रेस्टफीडिंग में बिना डॉक्टर की सलाह के न इस्तेमाल करें. इसके अतिरिक्त बिकिनी एरिया के अंदर नाजुक अंगों पर भी आईपीएल डिवाइस नहीं करनी चाहिए. आधुनिक तकनीक से बने डिवाइस तिल या मांसों पर इस्तेमाल करने का दावा करते हैं पर डार्क एरिया के लिए यह ठीक नहीं है .

आईपीएल इस्तेमाल के पहले –  पहली बार शुरूआत शरद या सर्दी के मौसम में बेहतर है. टारगेट एरिया पर कोई पाउडर , परफ्यूम या केमिकल न हों.बाल अधिक बड़े हों तो उन्हें  3 – 4 मिली मीटर तक  ट्रिम कर लें.

कैसे इस्तेमाल करें – आईपीएल हेयर रिमूवर को इस्तेमाल करना आसान है.आईपीएल को बिजली लाइन में प्लग कर  मशीन को टारगेट एरिया के निकट लाएं.फिर उस एरिया पर अवलम्ब ( 90 डिग्री ) पर रखते हुए इसे ऑन कर आईपीएल बीम फोकस करें . यह प्रति मिनट 100 या ज्यादा शॉट्स या फ्लैशेज उत्पन्न  कर आपके बालों को मिनटों में हटा देगा. लगभग 30 मिनटों के अंदर  आप पैरों , काँख और बिकिनी लाइन के बालों से मुक्त हो सकती हैं. अपनी त्वचा और बालों के रंग  ( काले , भूरे , सुनहरे ) रूप ( मोटाई , लंबाई  ) के अनुसार दिए गए निर्देशानुसार लाइट इंटेंसिटी को एडजस्ट कर सकती हैं.  शुरू में इसे  दो  सप्ताह  के अंतराल पर फिर इस्तेमाल करना होगा. बाद में पूर्णतः  हेयरलेस त्वचा दिखने के लिए हर तीन चार महीनों पर इसे यूज करना होगा पर बाल पहले की तुलना में कम घने , पतले  और हल्के रंग के होंगे.

फायदे इसका प्रयोग आप अपने घर के कम्फर्ट जोन में अपने समयानुसार कर सकती हैं. किसी लेजर सैलून या प्रोफेसनल के यहाँ बार बार जाने की जरूरत नहीं है . यह प्रोफेसनल लेजर रिमूवल की तुलना में बहुत सस्ता है.

यह कम शक्तिशाली प्रकाश किरणों का इस्तेमाल करता है जिससे लेजर की तुलना में बहुत कम साइड इफेक्ट होने की संभावना है.

इसके लिए बार बार बैट्री बदलने या रिचार्ज की आवश्यकता नहीं है. आमतौर पर निर्माता  इस  डिवाइस  की लाइफ 10 + वर्षों तक बताते हैं.

शेविंग , वैक्सिंग और ट्वीचिंग  की अपेक्षा यह ज्यादा सुविधाजनक है और इसमें दर्द लगभग नहीं होता है.

आईपीएल मुंहासे , बर्थ मार्क , फाइन लाइन्स आदि के  कुछ हल्के दाग – धब्बे भी हटा सकता है .

साइड इफेक्ट्स – 

इस्तेमाल के दौरान हल्का दर्द महसूस होना. ऐसे में आइस पैक या नंबिंग क्रीम से आराम मिलेगा.

टारगेट एरिया के त्वचा का  हल्का रेड या पिंक होना या फूलना. यह दो तीन दिनों में स्वतः ठीक हो जाता है.

विरले ही बहुत ज्यादा लाइट के चलते  मामूली स्किन बर्न हो सकता है .

कभी  स्किन पिग्मेंट मेलेनिन को हानि होने से धब्बा  हो सकता है.

ये भी पढ़ें- बड़े काम का पुदीने का तेल

3

विशेष कोई चाहे कितना भी दावा करे लेजर  से भी परमानेंट हेयरलेस होना सम्भव नहीं है.कुछ महीनों के बाद इसे फिर रिपीट करना होगा.लेजर  आईपीएल  से बेहतर है पर यह बहुत महंगा है.

लेजर हेयर रिमूवल कॉस्टसाधरतया प्रोफेसनल से  लेजर हेयर रिमूविंग का कॉस्ट इन बातों पर निर्भर करता है – शहर या मेट्रो ,शरीर के  किस भाग का बाल हटाना या टारगेट एरिया , त्वचा और बालों का रंग , कितने सिटिंग्स लगेंगे और  लेजर विधि का  चुनाव. आमतौर पर प्रोफेसनल द्वारा फुलबॉडी लेजर रिमूविंग का कॉस्ट करीब  दो लाख रुपये होता है.

उदाहरण – काँख के बाल के लिए 2000 से 4000 , हाथ 7000 से 14500 , पैर 11000 से 21000 तक हो सकता है – शहर या मेट्रो के अनुसार.

आईपीएल का कॉस्ट मीडियम लेवल आईपीएल करीब 5500 रुपये में मिल जाता है. इसका मूल्य नंबर ऑफ़ शॉट्स या फ्लैशेज और अन्य फीचर्स पर भी निर्भर करता है.

हेल्थ, ब्यूटी और हौबी के लिए मिला समय

लेखिका – मंजुला अमिया गंगराड़े

कहते हैं, स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का निवास होता है. लौकडाउन के इस समय पार्लर, जिम, योगा क्लास जैसी कई एक्टिविटीज सैंटर्स कोरोना के चलते बंद हैं. स्कूल, कालेज और औफिस बंद हैं. अब घर में परिवार के सभी सदस्य उपस्थित हैं तो खानापीना भी खूब हो रहा है. बच्चों और पति को खुश करने के लिए तलीभुनी चीजों से ले कर फास्ट फूड तक गृहणियां घर में बना रही हैं. ऐसे में कुछ महिलाओं के लिए काम की अधिकता से थकान और तनाव का अनुभव भी होता है. तो जो महिलाएं अकेली हैं या जिन के घर में दो या तीन सदस्य ही हैं, उन को खाली वक्त काटना मुश्किल हो रहा है.

लौकडाउन पीरियड में महिलाएं अपने स्वास्थ्य और सौंदर्य का कैसे ध्यान रखें? फिजिकल और मेंटल फिटनेस को बनाए रखने के लिए क्या जरूरी उपाय करें? ऐसा क्या करें कि घर पर रहते हुए भी हम फिट और पौजिटिव फील करें.

इस समय फिजिकल और मेंटल हैल्थ को ठीक रखने के लिए देशविदेश में महिलाएं और लड़कियां क्या कर रही हैं, किस तरह घर और काम के बीच अपना सामंजस्य बनाए रख रही हैं, आइए हम भी उन के अनुभव जानें…

अर्चना बोंद्रिया, रायपुर

Anila-gangrade

मैं एक सोशल वर्कर हूं. कई एनजीओ से भी मैं जुड़ी हुई हूं. अपने अनुभव से मैं ने जाना कि इस समय पूरी कम्यूनिटी को अपने स्वास्थ्य के साथसाथ अपनेआप को पौजिटिव एनर्जी से भरपूर रखना बहुत जरूरी हैं.

मैं अपने साथियों से फोन पर बात कर के उन का हौसला बढ़ाती हूं. तनाव के इस माहौल को हलका बनाने के लिए कुछ हंसीमजाक, मनोरंजक खेल, पहेली जैसे खेल मोबाइल पर खेलने के लिए उन्हें उत्साहित करती हूं. इस के लिए बहुत जरूरी है कि मैं स्वयं सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर और खुश रहूं.

मैं खाने के साथसाथ अपने पहनावे का भी खासा ध्यान रखती हूं. घर में रहते हुए भी मैं सुबह नहाधो कर साफ और अच्छे कपडे पहनती हूं. बिलकुल वैसे ही जैसे बाहर जाते वक्त तैयार होती हूं. इस से मैं फ्रेश फील करती हूं. ये बहुत जरूरी है, क्योंकि पहले मैं स्वयं अच्छा महसूस करूं, तभी तो मैं दूसरो को सच्ची खुशी दे सकूंगी.

ये भी पढ़ें- जानें खाना पकाने और खाने के लिए किस धातु के बर्तनों का इस्तेमाल करना चाहिए और किसका नहीं ?

अनिला गंगराड़े, साइकोथैरेपिस्ट, इंदौर

anila

मैं एक होस्पिटल में कार्यरत हूं. इस समय मेडिकल स्टाफ के साथसाथ आम आदमी भी कई मानसिक तनावों से परेशान है. बच्चे, बड़े, बुजुर्ग सभी तनाव से गुजर रहे हैं. हर उम्र की अपनी अलग परेशानियां हैं.

इस प्रोफेशन से जुड़े होने की वजह से मेरा तनाव से सामना होना स्वाभाविक है. मैं स्वयं के तनाव को दूर करने के लिए घर पर ही योग, ध्यान और प्राणायाम करती हूं.

इस के अलावा संगीत तनाव को कम करने का बहुत अच्छा माध्यम है. शाम को अकसर कोई सुरीली धुन बजाती हूं. मेरा सभी के लिए एक ही संदेश है… “मेंटल डिसटेंसिंग फ्रॉम नेगेटिविटी”.

मृदुला गोयल, पुणे

Mridula-Goel

मैं एक आईटी प्रोफेशनल हूं. मुझे सारा समय लैपटौप पर काम करना होता है. मीटिंग्स और बाकी सारे काम भी आजकल औनलाइन ही हो रहे हैं. मीटिंग में वीडियो काल भी शामिल होती हैं, तो ऐसे में मुझे अपनी ड्रेस और लुक्स का भी ध्यान रखना पड़ता है.

वैसे भी जब आप ठीक से तैयार होते हैं तो आप को थोड़ी औफिस वाली फीलिंग आती है. रोज कुछ नयापन बना रहता है.

पर हां, सारे समय लैपटौप के सामने बैठे रहने से गरदन, पीठ, हाथ सभी दर्द करते हैं. सारा समय बैठे हुए काम करते रहने की वजह से और भी कई परेशानी होती हैं. इसलिए मैं वीक एंड पर डांस के लिए समय निकालती हूं. डांस मेरे लिए एक्सरसाइज के साथ स्ट्रेस को कम करने का भी काम करता है.

लिवांशी, बड़ौदा

मैं एक रिक्रूटमेंट कंपनी  के लिए काम करती हूं. रिपोर्टिंग विदेश के टाइम से करनी होती है. इसी कारण सारा काम और रिपोर्टिंग रात को करनी होती है. ऐसे में रात को औफिस वर्क के लिए जागना पड़ता है. इसलिए मुझे अपनेआप का ज्यादा ध्यान रखना पड़ता है.

मैं अपनी आंखों को आराम देने के लिए खीरा और गुलाब जल का यूज करती हूं. घर का बना सादा खाना खाती हूं, जिस से मुझे रात में काम करने में कोई दिक्कत ना आए. वीक एंड में चेहरे पर घर में ही बनाया फेस पैक लगाती हूं. बालों में औयलिंग और मसाज करना मुझे रिलैक्स कर देता है. हलकी एक्सरसाइज और डायट से मुझे एनर्जी मिलती है. वीक एंड की थोड़ी सी मेहनत में मैं अगले हफ्ते काम करने के लिए पूरी तरह से तैयार होती हूं.

Pallavi
पल्लवी, लंदन

लंदन में भी लौकडाउन कुछ छूट के साथ जारी है. यहां का मौसम भारत से अलग होने के कारण हमें अपना ध्यान अलग तरीके से रखना होता हैं.

आजकल स्कूल भी औनलाइन चल रहे हैं तो मुझे अपनी बिटिया को ज्यादा टाइम देना होता है. वह घर के बाहर खेलने जा नहीं सकती, तो मुझे उसे और ज्यादा वक्त देना होता है.

हां, इसी बहाने मुझे भी अपना बचपन फिर से मिल जाता है. लेकिन इस के लिए मुझे बहुत एनर्जी की जरूरत पड़ती है, इसीलिए मैं लस्सी, जूस, सूप, ताजे फल, सलाद और सब्जियों को अपनी डायट में शामिल करती हूं. घर का बना  उबटन और हेयर केयर का पूरा ध्यान रखती हूं. हौबी के तौर पर गमलों में कुछ सब्ज़ियां लगा रखी हैं, जो इस समय बहुत काम आ रही हैं. उन की हरियाली और फ्रेश हवा के बीच समय गुजारना मुझे बहुत अच्छा लगता है और यह मुझे हर तनाव से दूर रखता है.

मेघा, बेंगुलुरू

मैं एक आर्किटेक्ट हूं. लौकडाउन के कारण साइट विजिट नहीं हो सकती. जो भी काम घर से हो सकता है, उसे करने के अलावा मैं अपनी हौबी के लिए समय निकाल रही हूं.

एक आर्किटेक्ट  होने के नाते मेरा झुकाव आर्ट की तरफ  नेचुरल है. मेरा पिछले कई वर्षों से पेंटिंग बनाने का मन था, पर समय ही नहीं मिल पा रहा था. अब लौकडाउन में जब घर पर हूं तो आजकल मधुबनी पेंटिंग और नाइफ पेंटिंग बना रही हूं.

इस तरह मैं अपनी सारी अभिलाषाएं जो आम दिनों में पूरी नहीं हो पा रही थीं, इन दिनों में पूरा कर रही हूं. पेंटिंग के साथ ही कुछ फ्यूजन ड्रेस पर भी मैं अपनी कला का प्रयोग कर रही हूं. इस काम में मुझे असीम सुख मिल रहा है और तारीफ तो मिल ही रही है.

ये भी पढ़ें- रखें नहीं, निवेश करें

मीता, बेंगुलुरू सिटी

मैं एक इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर हूं. काफी सारे प्रोजेक्ट औनलाइन चल रहे हैं. सारे समय सभी के साथ कोआर्डिनेट करना होता है. दिन काफी थकान भरा हो जाता है. मेरा संगीत की तरफ झुकाव हमेशा से रहा है. इस के लिए मैं समय निकाल लेती हूं.

मैं ने बेंगुलुरू में “बैंगलोर आर्ट सर्कल” नाम से एक सेल्फ म्यूजिक प्लेटफार्म शुरू किया है, जो नईनई प्रतिभाओं को आगे आने का अवसर दे रहा है.

मुझे खुशी है कि इस से कई लोग जुड़ रहे हैं. लौकडाउन के इस समय में हम संगीत के कई प्रोग्राम औनलाइन दे रहे हैं, जिसे लोग काफी पसंद कर रहे हैं. इन सब एक्टिविटीज के कारण मुझे दिनभर की थकान  और टेंशन महसूस नहीं होती है.

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें